निम्नलिखित प्रश्नों के उपयुक्त उत्तर के सम्मुख तारा (*) बनाइए। कुछ प्रश्नों के एक से अधिक उत्तर भी हो सकते हैं।
1. कविता में किसे संबोधित किया गया है?
उत्तर: बच्चों को
कविता में कवि एक बच्चे को संबोधित कर आशीर्वाद दे रहे हैं कि उसके सपने बड़े हों, वह सीखे, मचले और अपने पैरों पर खड़ा हो। यह सब बातें बच्चों से संबंधित हैं।
2. "तेरे स्वप्न बड़े हों" पंक्ति में 'स्वप्न' से क्या आशय है?
उत्तर: आकांक्षाएँ और रुचियाँ रखना, बड़े लक्ष्य निर्धारित करना
हाँ, ‘स्वप्न’ का मतलब केवल कल्पना करना नहीं, बल्कि ऐसे सपने जो जीवन में कुछ पाने की प्रेरणा दें। कवि चाहता है कि बच्चा बड़े सपने देखे और उन्हें पूरा करने की कोशिश करे, यानी लक्ष्य तय करे और आगे बढ़े।
3. "उँगली जलाएँ" पंक्ति में उँगली जलाने का भाव है-
उत्तर: चुनौतियों को स्वीकार करना, कष्टों से नहीं घबराना
दीये की ओर आकर्षित होकर उँगली जलाना प्रतीक है – जब कोई बच्चा किसी चीज़ को सीखने या पाने की कोशिश करता है तो वह गलती कर सकता है, चोट खा सकता है, पर यह अनुभव उसे मजबूत बनाता है। इससे आशय है कि जीवन की कठिनाइयों से डरना नहीं चाहिए।
4. "अपने पाँवों पर खड़े हों" पंक्ति से क्या आशय है?
उत्तर: सफलता प्राप्त करना, आत्मनिर्भर होना
‘अपने पाँवों पर खड़े हो’ का अर्थ है स्वावलंबी बनना, दूसरों पर निर्भर न रहकर खुद अपने बलबूते आगे बढ़ना। साथ ही, जीवन में आने वाली चुनौतियों से साहसपूर्वक जूझना भी इसका निहित अर्थ है।
(ख) हो सकता है कि आपके समूह के साथियों ने अलग-अलग उत्तर चुने हों। अपने मित्रों के साथ चर्चा कीजिए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?
उत्तर: मैंने ये उत्तर इसलिए चुने क्योंकि मुझे कविता की पंक्तियों से यही अर्थ समझ में आया।
कविता में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ स्तंभ 1 में दी गई हैं। उन पंक्तियों के भाव या संदर्भ स्तंभ 2 में दिए गए हैं। पंक्तियों को उनके सही भाव अथवा संदर्भों से मिलाइए।उत्तर:
पाठ से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपने समूह में साझा कीजिए और लिखिए-
(क) "जा,
तेरे स्वप्न बड़े हों"
उत्तर: इस पंक्ति में कवि किसी बच्चे या युवा को आशीर्वाद दे रहे हैं कि उसके सपने छोटे न हों, बल्कि बड़े और ऊँचे हों। ऐसे सपने जो उसकी सोच को ऊँचाई दें और जीवन को एक उद्देश्य दें। इसका अर्थ यह भी है कि हमें अपने जीवन में ऊँचे लक्ष्य रखने चाहिए और उन्हें पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए।
(ख) "जल्द पृथ्वी पर चलना सीखें"
उत्तर: इस पंक्ति का अर्थ है कि केवल कल्पनाओं और भावनाओं की दुनिया में रहना पर्याप्त नहीं है। हमें वास्तविक जीवन की ज़मीन पर आकर चलना यानी जीना सीखना चाहिए। इसका मतलब है कि हमें जीवन की सच्चाइयों को समझकर व्यावहारिक बनना चाहिए और यथार्थ का सामना करना चाहिए।
(ग) "चाँद-तारों-सी अप्राप्य सच्चाइयों के लिए
रूठना-मचलना सीखें"
उत्तर: इस पंक्ति में कवि यह कहना चाहते हैं कि हमें बड़ी और मुश्किल लगने वाली चीज़ों को पाने की जिद करनी चाहिए। जो सच्चाइयाँ दूर या असंभव लगती हैं, उनके लिए भी मेहनत, कोशिश और लगन से आगे बढ़ना चाहिए। यही संघर्ष हमें जीवन में आगे बढ़ने और सफलता पाने की दिशा में ले जाता है।
अपने समूह में मिलकर चर्चा कीजिए-
(क) कविता में सपनों के बड़े होने की बात की गई है। आपके अनुसार बड़े सपने कौन-कौन से हो सकते हैं और क्यों?
उत्तरः मेरे अनुसार बड़े सपने वे होते हैं जो केवल हमारे लिए ही नहीं, बल्कि समाज और देश के लिए भी उपयोगी हों।
जैसे:
बड़े सपने हमें मेहनत, लगन, और अनुशासन के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं।
(ख) "हर दीये की रोशनी देखकर ललचाएँ / उँगली जलाएँ" पंक्ति में ललक की बात की गई है। ललक के साथ और क्या-क्या होना आवश्यक है और क्यों?
(संकेत - योजना, प्रयास आदि)
उत्तरः सिर्फ इच्छा या ललक होना ही काफी नहीं है। किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए जरूरी हैं –
इन सबके बिना हमारा सपना अधूरा रह सकता है।
(ग) कल्पना कीजिए, आपका सपना ही आपका मित्र है। आपको उससे बातचीत करनी हो तो क्या बात करेंगे?
उत्तरः मैं अपने सपने से कहूँगा –
“तू हमेशा मेरे साथ रहना। जब मैं थक जाऊँ तो मुझे हिम्मत देना, और जब मैं हार मानने लगूँ तो मुझे याद दिलाना कि तू मुझे कितना प्यारा है। तू मुझसे कभी दूर मत जाना। मैं तुझे पाने के लिए हर कोशिश करूँगा और कभी हार नहीं मानूँगा।”
(घ) यदि आप किसी को आशीर्वाद देना चाहते हो तो आप किसे और क्या आशीर्वाद दोगे और क्यों?
उत्तरः मैं अपने छोटे भाई को आशीर्वाद देना चाहूँगा –
“तू हमेशा सच्चा, मेहनती और आत्मनिर्भर बने। तेरे सपने बड़े हों और उन्हें पूरा करने की ताकत तुझमें हो।”
क्योंकि मैं चाहता हूँ कि वह अपने जीवन में आगे बढ़े और अपने सपनों को साकार करे।
इस कविता में सपने को मनुष्य की तरह हँसते, मुसकराते, गाते हुए बताया गया है। ध्यान से देखें तो इस कविता में इस प्रकार की अन्य विशेषताएँ भी दिखाई देंगी। उन्हें लिखिए और कक्षा में उन पर चर्चा कीजिए।
उत्तरः कविता की अन्य विशेषताएँ इस प्रकार हैं –
इस कविता के आरंभ में एक ही संज्ञा शब्द है 'स्वप्न'। इस शब्द को केंद्र में रखते हुए अनेक क्रिया शब्दों का ताना-बाना बुना गया है, जैसे- चलना, रूठना, मचलना, सीखना, हँसना, मुस्कुराना, गाना, ललचाना और इस प्रकार कविता पूरी हो जाती है। आप भी किसी एक संज्ञा शब्द के साथ विभिन्न क्रिया शब्दों का प्रयोग करते हुए अपनी कविता बनाकर कक्षा में सुनाइए।
उत्तरः सूरज
सूरज को
उगते देखा है,
चमकते देखा है,
धीरे-धीरे ऊपर चढ़ते देखा है।
सूरज को
धरती को गर्म करते देखा है,
पेड़ की छाया बनाते देखा है,
पानी को सूखाते देखा है।
सूरज को
शाम को ढलते देखा है,
आसमान में रंग भरते देखा है,
चुपचाप छिपते देखा है।
इसी तरह आप 'नदी', चाँद, तितली, हवा, पंछी आदि किसी भी संज्ञा शब्द पर अपनी कविता बना सकते हैं।
इस कविता का शीर्षक 'एक आशीर्वाद' है जो कविता में कहीं भी प्रयुक्त नहीं हुआ है। यदि इस कविता की ही किसी पंक्ति या शब्द को कविता का शीर्षक बनाना हो तो आप कौन-सी पंक्ति या शब्द चुनेंगे और क्यों?
उत्तरः यदि कविता ‘एक आशीर्वाद’ का शीर्षक कविता की ही किसी पंक्ति या शब्द से चुनना हो, तो मैं “जा, तेरे स्वप्न बड़े हों” पंक्ति को शीर्षक के रूप में चुनूँगा।
कारणः
इसलिए “जा, तेरे स्वप्न बड़े हों” कविता के लिए एक प्रभावशाली और उपयुक्त शीर्षक होगा।
(क) नीचे दिए गए रिक्त स्थानों में 'स्वप्न' से जुड़े शब्द अपने समूह में चर्चा करके लिखिए-उत्तरः
(ख) कविता में से चुनकर कुछ शब्द नीचे दिए गए हैं और उनके सामने कुछ अन्य शब्द भी दिए गए हैं। उन शब्दों पर घेरा बनाइए जो समान अर्थ न देते हों-
उत्तरः
'आना' और 'जाना' दो महत्वपूर्ण क्रियाएँ हैं। कक्षा में दो समूह बनाइए। एक समूह का नाम 'आना' और दूसरे समूह का नाम 'जाना' होगा। अब अपने-अपने समूह में इन दोनों क्रियाओं का प्रयोग करते हुए सार्थक वाक्य बनाइए और उन्हें चार्ट पेपर पर चिपकाकर अपनी कक्षा में लगाइए।
उत्तरः
समूह - 'आना' (क्रिया आधारित वाक्य):
समूह - 'जाना' (क्रिया आधारित वाक्य):
हँसें-मुसकराएँ-गाएँ
अपने किसी एक दिन की समस्त गतिविधियों पर ध्यान दीजिए और अपनी डायरी में लिखिए कि आप दिनभर में कब-कब हँसे, कब-कब मुसकराए, कब-कब गाए, कब-कब रूठे, कब-कब मचले?
उत्तरः डायरी लेखन – “हँसे, मुस्कुराए, गाए”
तिथि: 30 जुलाई 2025
स्थान: मेरा घर / विद्यालय
प्रिय डायरी,
आज का दिन बहुत रोचक और भावनाओं से भरा हुआ था।
आज का दिन बहुत अच्छा और यादगार रहा।
(क) कविता के माध्यम से बड़े लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें पूरा करने का आशीर्वाद दिया गया है। दिन-प्रतिदिन के जीवन में आपको अपने माता-पिता, अध्यापक एवं परिजनों से किस तरह के आशीर्वाद मिलते हैं? अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए।
उत्तरः मुझे मेरे माता-पिता, अध्यापक और परिजनों से निम्नलिखित प्रकार के आशीर्वाद मिलते हैं:
ये सभी आशीर्वाद मुझे आत्मबल देते हैं और मेरे जीवन के लक्ष्यों को पाने की प्रेरणा भी प्रदान करते हैं।
(ख) आप भी अपने से छोटों के प्रति किसी न किसी प्रकार से शुभेच्छा प्रकट करते हैं, उन्हें लिखिए।
उत्तरः मैं अपने से छोटों को इस प्रकार शुभेच्छाएँ देता हूँ:
(क) आप क्या करना चाहते हैं और क्या पाना चाहते हैं? उन्हें एक परची पर लिखें। परची पर अपना नाम लिखना आवश्यक नहीं है। अपने अध्यापक द्वारा लाए गए डिब्बे में अपनी-अपनी परची को डाल दें। अध्यापक एक-एक करके इन परचियों पर लिखे सपनों को पढ़कर सुनाएँ। सभी विद्यार्थी अपने-अपने सुझाव दें कि उन सपनों को पूरा करने के लिए-
उत्तरः
उत्तरः
उत्तरः
उत्तरः
आपके माता-पिता या अभिभावक आपकी आवश्यकताओं और इच्छाओं को जानते-समझते हैं। वे उन्हें पूरा करने के लिए यथासंभव प्रयत्न करते हैं। अपने माता-पिता या अभिभावक से उनके द्वारा देखे गए सपने और इच्छाओं के बारे में पूछिए कि वे क्या-क्या करना चाहते थे या चाहते हैं? नीचे दी गई तालिका में उन सपनों को लिखिए। आप इस तालिका को और बढ़ा सकते हैं।उत्तरः
प्रतिदिन की आवश्यकताओं को पूरा करने में बहुत-से लोग सहयोग देते हैं, जैसे- शाक विक्रेता, स्वच्छताकर्मी, रिक्शाचालक, सुरक्षाकर्मी आदि। इनमें से किसी एक से साक्षात्कार कीजिए और उनके सपनों के विषय में जानिए। साक्षात्कार के समय कौन-कौन से प्रश्न हो सकते हैं? उनकी एक सूची भी बनाइए।
उत्तरः साक्षात्कार: एक स्वच्छताकर्मी से बातचीत
नाम: रामू यादव
काम: नगर निगम में स्वच्छता का कार्य
स्थान: हमारे मोहल्ले का मुख्य बाज़ार
प्रमुख बिंदु: रामू जी सुबह 6 बजे काम पर लग जाते हैं। वे रोज़ सड़कें साफ करते हैं, कचरा उठाते हैं और मोहल्ले को स्वच्छ बनाए रखने में मदद करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका सपना है कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर एक अच्छा जीवन जिएँ। वह चाहते हैं कि समाज स्वच्छता कर्मचारियों का सम्मान करे।
साक्षात्कार के समय पूछे जाने वाले संभावित प्रश्न:
आपने पढ़ा कि 'एक आशीर्वाद' कविता में सपनों के बड़े होने की बात की गई है। अब आप पढ़िए सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का एक प्रेरक उद्बोधन जिसमें वे न केवल सपने देखने की बात करते हैं, बल्कि सपनों को पूरा करने की योजना और प्रक्रिया के विषय में भी बताते हैं-उत्तरः विद्यार्थी इस प्रेरक उद्बोधन को स्वयं पढ़ने का प्रयास करें और समझें कि डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम सपनों को पूरा करने के लिए क्या सुझाव देते हैं।
आपने 'एक आशीर्वाद' कविता पढ़ी और डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का उपर्युक्त उद्बोधन भी पढ़ा। अब आप इन दोनों पर कक्षा में अपने साथियों के साथ चर्चा कीजिए।
उत्तरः कक्षा चर्चा के मुख्य बिंदु (एक आशीर्वाद कविता और डॉ. कलाम के भाषण पर):
कला, विज्ञान, राजनीति, खेलकूद, मनोरंजन आदि क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त करने वाले व्यक्तियों ने अपने-अपने सपनों को पूरा करने की संघर्ष यात्रा के बारे में लिखा है। उन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए किस तरह से योजना बनाई, क्या-क्या संघर्ष किए? पुस्तकालय अथवा इंटरनेट की सहायता से ऐसे व्यक्तियों के बारे में पढ़िए।उत्तरः कुछ प्रसिद्ध व्यक्तियों के सपनों को साकार करने की यात्रा:
पढ़ने के लिए सुझाव:
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1. "एक आशीर्वाद" पाठ में आशीर्वाद का क्या महत्व है? | ![]() |
2. इस पाठ में किस प्रकार के अनुभव साझा किए गए हैं? | ![]() |
3. पाठ से क्या सीख मिलती है जो छात्रों के लिए उपयोगी हो सकती है? | ![]() |
4. पाठ में आशीर्वाद देने वाले व्यक्ति की भूमिका क्या है? | ![]() |
5. "एक आशीर्वाद" पाठ को पढ़ने के बाद पाठक के मन में कौन सी भावनाएँ उत्पन्न होती हैं? | ![]() |