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1. क्या आपने कभी नदी, पोखर या समुद्र तट का भ्रमण किया है? आपने वहाँ क्या – क्या देखा?
उत्तर: हाँ, मैंने एक बार नदी का भ्रमण किया था। वहाँ मैंने साफ पानी, तैरती मछलियाँ, हरे-भरे पेड़ और चहकते पक्षी देखे। पानी में छोटी-छोटी मछलियाँ तैर रही थीं और किनारे पर रंग-बिरंगे पत्थर थे।
2. क्या किसी कार्य को भाग्य के भरोसे छोड़ना चाहिए? अपने उत्तर का कारण दीजिए ।
उत्तर: नहीं, किसी कार्य को भाग्य के भरोसे नहीं छोड़ना चाहिए। हमें अपनी मेहनत और बुद्धि से काम करना चाहिए। जैसे यद्भविष्य ने भाग्य पर भरोसा किया और उसकी जान नहीं बची, लेकिन प्रत्युत्पन्नमति ने बुद्धि से अपनी जान बचाई।
3. यद्भविष्य मछुआरों से अपने प्राण नहीं बचा पाई। यदि उसके स्थान पर आप होते तो मछुआरों से अपने प्राण कैसे बचाते?
उत्तर: अगर मैं यद्भविष्य की जगह होता, तो मैं अनागतविधाता की तरह पहले ही दूसरी मछलियों के साथ दूसरे सरोवर में चला जाता। अगर जाल में फँस जाता, तो प्रत्युत्पन्नमति की तरह मरी हुई मछली बनकर अपनी जान बचाता।
4. आपको कौन – सी मछली सबसे अच्छी लगी और क्यों?
उत्तर: मुझे प्रत्युत्पन्नमति सबसे अच्छी लगी क्योंकि उसने अपनी तेज बुद्धि से मुसीबत के समय अपनी जान बचाई। वह बहुत चतुर थी।
1. निम्नलिखित प्रश्नों के सही उत्तर पर मछली का चित्र () बनाइए । एक से अधिक विकल्प भी सही हो सकते हैं।
उत्तर:
2. स्तंभ ‘क’ और स्तंभ ‘ख’ में आपस में संबंध रखने वाले शब्दों का मिलान कीजिए-उत्तर:
1. प्रत्युत्पन्नमति पहले से ही समस्या का समाधान करने की आवश्यकता क्यों नहीं समझती थी?
उत्तर: प्रत्युत्पन्नमति की बुद्धि बहुत तेज थी। वह मुसीबत के समय तुरंत उपाय निकाल लेती थी, इसलिए उसे पहले से समाधान सोचने की जरूरत नहीं पड़ती थी।
2. सभी मछलियों के भयभीत होने का क्या कारण था?
उत्तर: सभी मछलियाँ इसलिए भयभीत थीं क्योंकि उन्होंने मछुआरों की बात सुनी कि वे अगले दिन जाल डालकर सभी मछलियों को पकड़ने आएँगे।
3. ‘जो होना होगा सो तो होगा ही’, यह किस मछली का मानना या और वह ऐसा क्यों मानती थी ?
उत्तर: यह यद्भविष्य का मानना था। वह ऐसा इसलिए मानती थी क्योंकि वह आलसी थी और मेहनत या चिंतन करना नहीं चाहती थी। वह सब कुछ भाग्य पर छोड़ देती थी।
4. अनागतविधाता ने मछुआरों की योजना से बचने के लिए क्या उपाय सुझाया ?
उत्तर: अनागतविधाता ने सुझाया कि सभी मछलियाँ सवेरा होने से पहले सरोवर छोड़कर पास के दूसरे सरोवर में चली जाएँ।
5. प्रत्युत्पन्नमति ने मछुआरों से बचने के लिए क्या उपाय किया?
उत्तर: प्रत्युत्पन्नमति ने मरी हुई मछली की तरह अपना शरीर सिकोड़ लिया और आँखें बंद कर लीं। मछुआरों ने उसे मरा समझकर सरोवर में फेंक दिया।
1. कहानी में आए कुछ संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण तथा क्रिया शब्द नीचे शब्द सरोवर में दिए गए हैं। इनकी पहचान करते हुए उन्हें उनके संबंधित परिवार के स्थान पर लिखिए-
उत्तर:
2. कहानी में आए एकवचन और बहुवचन शब्दों की खोज करते हुए निम्न तालिका को दिए गए उदाहरण के अनुसार पूर्ण कीजिए-
उत्तर:
3. नीचे दिए गए उपयुक्त शब्दों से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
उत्तर:
4. दिए गए विराम चिह्नों में से उचित विराम चिह्न का प्रयोग करते हुए नीचे दिए गए वाक्यों को पुनः अपनी लेखन – पुस्तिका में लिखिए-
(क) एक समय की बात है
(ख) पहला मछुआरा बोला अरे देखो इस सरोवर में कितनी बड़ी बड़ी मछलियाँ हैं
(ग) मछुआरों ने सरोवर में अनागतविधाता प्रत्युत्पन्नमति यद्भविष्य और बड़ी बड़ी स्वस्थ मछलियाँ देखीं
(घ) हाँ हाँ और इतनी सारी मछलियाँ एक ही जगह हमने पहले कभी नहीं देखीं दूसरा मछुआरा बोला
(ङ) मछुआरों की बातें तीनों मछलियों ने सुन लीं
उत्तर:
(क) एक समय की बात है।
(ख) पहला मछुआरा बोला, “अरे! देखो इस सरोवर में कितनी बड़ी-बड़ी मछलियाँ हैं।”
(ग) मछुआरों ने सरोवर में अनागतविधाता, प्रत्युत्पन्नमति, यद्भविष्य और बड़ी-बड़ी स्वस्थ मछलियाँ देखीं।
(घ) “हाँ, हाँ, और इतनी सारी मछलियाँ एक ही जगह हमने पहले कभी नहीं देखीं,” दूसरा मछुआरा बोला।
(ङ) मछुआरों की बातें तीनों मछलियों ने सुन लीं।
1. प्रत्युत्पन्नमति ने मछुआरों से बचने की जो योजना बनाई, यदि वह उसमें सफल न होती तो उसकी अन्य योजना क्या हो सकती थी?
उत्तर: अगर प्रत्युत्पन्नमति की योजना सफल न होती, तो वह जाल में फँसकर तेजी से तैरने की कोशिश करती और जाल को तोड़ने की कोशिश करती। या फिर वह पानी के नीचे छिपकर मछुआरों का ध्यान भटकाने की कोशिश करती।
2. क्या आपने समुद्र देखा है? अनुमान लगाकर बताइए कि समुद्र में इतना अधिक जल कहाँ से आता है।
उत्तर: हाँ, मैंने समुद्र देखा है। मेरे अनुमान से समुद्र में इतना अधिक जल नदियों, बारिश और बर्फ के पिघलने से आता है। नदियाँ पहाड़ों और जंगलों से पानी लाती हैं, और बारिश का पानी भी समुद्र में जाकर मिलता है।
3. अपनी सूझ-बूझ के कारण प्रत्युत्पन्नमति मछुआरों से बच सरोवर में अपनी मित्र अनागतविधाता के पास पहुँच गई। होगी? अपनी लेखन – पुस्तिका में लिखिए।
उत्तर:
1. नीचे पानी में तैरती हुई मछलियों को ध्यान से देखिए और बताइए कि इनमें से बिलकुल एक जैसी दो मछलियाँ कौन-सी हैं?
उत्तर: अंक 2 और 4 की मछलियाँ
1. विद्यालय के पुस्तकालय में जाकर कहानी में आए निम्नलिखित शब्दों के अर्थ शब्दकोश की सहायता से लिखिए-उत्तर:
जैसा कि आपने इस पाठ के परिचय में पढ़ा, पंचतंत्र की रचना प्राचीन काल में की गई थी। समय के साथ पंचतंत्र का प्रसार अरब देशों एवं यूरोप समेत विश्व के अनेक भागों में हुआ। प्राचीन यूनान (वर्तमान ग्रीस) में रचित और संपूर्ण यूरोप में प्रचलित ईसप की दंतकथाएँ भी पंचतंत्र की प्रेरणा से ही रची गईं और कालांतर में संपूर्ण विश्व में प्रसारित हुईं। आपने इन्हीं दंतकथाओं में से एक कहानी 'लोमड़ी और अंगूर' या 'खट्टे हैं अंगूर' के नाम से पढ़ी या सुनी होगी।
दिए गए चित्र की सहायता से 'खट्टे हैं अंगूर' कहानी को अपने शब्दों में कविता या कहानी के रूप में लिखिए। इस गतिविधि में आप अपने शिक्षक या अभिभावक की सहायता भी ले सकते हैं।
उत्तर: एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। वह बहुत चालाक थी, लेकिन थोड़ी आलसी भी थी। एक दिन वह भूखी-प्यासी जंगल में घूम रही थी। उसे दूर से एक बगीचा दिखा, जहाँ एक ऊँचे पेड़ पर रसीले अंगूरों की लटकती बेलें थीं। अंगूर इतने सुंदर और पके हुए थे कि लोमड़ी के मुँह में पानी आ गया।
लोमड़ी ने सोचा, "वाह! ये अंगूर तो बहुत स्वादिष्ट लग रहे हैं। मैं इन्हें खा लूँगी।" वह पेड़ के पास गई और अंगूरों तक पहुँचने के लिए जोर-जोर से उछलने लगी। लेकिन बेल बहुत ऊँची थी, और लोमड़ी कितनी भी कोशिश कर ले, वह अंगूरों तक नहीं पहुँच पाई।
पहली बार उछलने पर वह थोड़ा ऊपर गई, लेकिन अंगूर अभी भी दूर थे। दूसरी बार उसने और जोर लगाया, लेकिन फिर भी नाकाम रही। कई बार कोशिश करने के बाद लोमड़ी थक गई। उसका मन खट्टा हो गया। उसने गुस्से में कहा, "हुंह! ये अंगूर तो खट्टे हैं। इन्हें खाने से क्या फायदा? ये तो बेकार हैं!"
यह कहकर लोमड़ी वहाँ से चली गई, लेकिन सच तो यह था कि अंगूर खट्टे नहीं थे। लोमड़ी केवल अपनी नाकामी छिपाने के लिए ऐसा कह रही थी।
सीख: यह कहानी हमें सिखाती है कि हमें अपनी असफलता को स्वीकार करना चाहिए और बहाने नहीं बनाना चाहिए। मेहनत और धैर्य से हम अपने लक्ष्य को पा सकते हैं।
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1. 'तीन मछलियाँ' पाठ का मुख्य संदेश क्या है ? | ![]() |
2. इस पाठ में तीन मछलियों के चरित्र का वर्णन कैसे किया गया है ? | ![]() |
3. पाठ में मछलियों को संकट से बचने के लिए क्या करना चाहिए था ? | ![]() |
4. 'तीन मछलियाँ' पाठ से हमें कौन सी नैतिक शिक्षा मिलती है ? | ![]() |
5. कैसे 'तीन मछलियाँ' पाठ हमें जीवन में निर्णय लेने की प्रक्रिया को समझने में मदद करती हैं ? | ![]() |