UPSC Exam  >  UPSC Notes  >  भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi  >  NCERT Textbook: भारत के विदेश संबंध

NCERT Textbook: भारत के विदेश संबंध | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi PDF Download

Download, print and study this document offline
184 videos|557 docs|199 tests

FAQs on NCERT Textbook: भारत के विदेश संबंध - भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi

1. भारत के विदेश संबंध क्या हैं?
उत्तर: भारत के विदेश संबंध भारत की सरकार द्वारा अन्य देशों के साथ रखे गए संबंधों को समझने के लिए उपयोग होते हैं। यह संबंध विभिन्न क्षेत्रों में जैसे वाणिज्यिक, आर्थिक, सामरिक, सांस्कृतिक आदि में बनाए जाते हैं। ये संबंध दूसरे देशों के साथ विदेशी राजनयिकता, वाणिज्यिक उपार्जन, आर्थिक सहयोग और बाहरी नीति निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
2. भारत के विदेश संबंधों का उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर: भारत के विदेश संबंधों का उद्देश्य विश्वव्यापी भूमिका में भारत की प्रभावशाली पहचान बनाना है। इसके अलावा, भारत के विदेश संबंधों का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा, विकास, आर्थिक वृद्धि, सांस्कृतिक आपसी विनिमय, वैश्विक नेतृत्व, विश्वास, और विश्व में भारत के हितों की रक्षा करना है।
3. भारत के विदेश संबंधों में कौन-कौन से क्षेत्र शामिल हैं?
उत्तर: भारत के विदेश संबंध विभिन्न क्षेत्रों में शामिल हैं जैसे वाणिज्यिक, आर्थिक, सामरिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक, ऊर्जा, पर्यावरण, सामाजिक क्षेत्र आदि। इन संबंधों में सहयोग, समझौता, व्यापारिक गतिविधियाँ, वित्तीय सहयोग, वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग, शिक्षा, सांस्कृतिक आपसी विनिमय, और विद्यार्थी आदान-प्रदान शामिल होता है।
4. भारत के विदेश संबंधों का महत्व क्या हैं?
उत्तर: भारत के विदेश संबंध एक महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे भारत की अग्रणी भूमिका को प्रदर्शित करते हैं और राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हैं। इनके माध्यम से भारत विदेशी राजनयिकता, वाणिज्यिक उपार्जन, आर्थिक सहयोग, वैश्विक नेतृत्व, और विदेशी नीति निर्माण कर सकता है। इसके साथ ही ये संबंध भारत को विश्व में एक प्रमुख खिलाड़ी और वर्गीकृत देश बनाने में मदद करते हैं।
5. भारत के विदेश संबंध कैसे मजबूत किए जा सकते हैं?
उत्तर: भारत के विदेश संबंधों को मजबूत करने के लिए निम्नलिखित कदम अपनाए जा सकते हैं: 1. विदेशी नीति में सुधार करना: भारत को अपनी विदेशी नीति में योजनाबद्धता और स्थिरता लानी चाहिए। 2. विदेश मंत्रालय का मजबूतीकरण: विदेश मंत्रालय को सुदृढ़ और स्थायी ढंग से संगठित किया जाना चाहिए। 3. विदेशी नीति के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ का सहयोग लेना: भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ के साथ सहयोग करके विदेशी नीति को मजबूत करना चाहिए। 4. द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना: भ
Explore Courses for UPSC exam
Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

Free

,

NCERT Textbook: भारत के विदेश संबंध | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi

,

mock tests for examination

,

ppt

,

Important questions

,

Exam

,

Extra Questions

,

Objective type Questions

,

Summary

,

Previous Year Questions with Solutions

,

NCERT Textbook: भारत के विदेश संबंध | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi

,

NCERT Textbook: भारत के विदेश संबंध | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi

,

study material

,

Viva Questions

,

practice quizzes

,

MCQs

,

video lectures

,

shortcuts and tricks

,

Semester Notes

,

Sample Paper

,

past year papers

,

pdf

;