प्रश्न 1: ‘दो बैलों की कथा’ में गधे का छोटा भाई किसे कहा गया है और क्यों?
उत्तर: गधे का छोटा भाई बैल को कहा गया है, क्योंकि उसे गधे से थोड़ा कम मूर्ख माना जाता है। कुछ लोग बैल को बेवकूफ़ों में सर्वश्रेष्ठ भी कहते हैं। हालांकि यह पूरी तरह सही नहीं है, क्योंकि बैल कभी-कभी मार भी देता है और उसका स्वभाव अड़ियल भी हो सकता है। वह अपने असंतोष को कई तरीकों से प्रकट कर देता है। प्रकृति के अनुसार, बैल सीधे स्वभाव का होता है और कम देखभाल में भी पूरे समय ईमानदारी से कड़ी मेहनत करता रहता है।
प्रश्न 2: लेखक ने गधे में ऋषियों-मुनियों के किन गुणों की ओर संकेत किया है? ‘दो बैलों की कथा’ पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर: प्रेमचंद ने गधे में ऋषियों-मुनियों जैसे सरलता और सहनशीलता जैसे स्वभावगत सद्गुणों की ओर संकेत किया है। उन्होंने गधे को मूर्ख नहीं, बल्कि ऐसे प्राणी के रूप में प्रस्तुत किया है जो इन गुणों से युक्त होता है। इन विशेषताओं के कारण लेखक ने गधों को ऋषि-मुनियों की श्रेणी में रखा है। दुर्भाग्यवश, समाज में इन गुणों की कद्र नहीं की जाती, जो एक दुःखद बात है।
प्रश्न 3: झूरी दोनों बैलों के साथ कैसा व्यवहार करता था?
उत्तर: झूरी दोनों बैलों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार करता था। वह उन्हें केवल जानवर नहीं, बल्कि परिवार का सदस्य मानता था। वह उनके खाने-पीने और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखता था। झूरी उनसे जरूरत के अनुसार ही काम लेता था और कभी उन्हें अनावश्यक रूप से नहीं थकाता था।
प्रश्न 4: किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी?
उत्तर:
प्रस्तुत कहानी में कई घटनाएँ हीरा और मोती की गहरी मित्रता को प्रकट करती हैं:
प्रश्न 5: झूरी की स्त्री के द्वारा बैलों के लिए किए गए ‘नमकहराम’ आक्षेप से झूरी सहमत नहीं था, क्यों? सिद्ध करो।
उत्तर: झूरी की पत्नी ने बैलों को ‘नमकहराम’ इसलिए कहा क्योंकि वे दोनों उसके भाई के घर से भागकर वापस आ गए थे। वह चाहती थी कि बैल उसके भाई के घर पर रहकर उसके काम आएँ। लेकिन उसके भाई का व्यवहार बैलों के प्रति निर्दयी और अमानवीय था। झूरी को इस बात का पूरा एहसास था, इसलिए वह अपनी पत्नी के इस आरोप से सहमत नहीं था। झूरी जानता था कि बैल स्वामीभक्त हैं और अत्याचार सहने के बाद ही वहाँ से भागे हैं। जब बैल वापस लौटे, तो पहले तो उसकी पत्नी को क्रोध आया, लेकिन बाद में उनकी स्वामीभक्ति और स्नेहभावना देखकर उसका हृदय भी पिघल गया और उसने बैलों पर स्नेह जताया।
प्रश्न 6: जब झूरी की स्त्री ने बैलों को अपने यहाँ देखा तो उसकी क्या प्रतिक्रिया हुई? झूरी ने उसका क्या प्रतिवाद किया?
उत्तर: जब झूरी की स्त्री ने बैलों को वापस अपने यहाँ देखा, तो वह क्रोधित हो उठी और बोली—"कैसे नमकहराम बैल हैं कि एक दिन भी काम न किया!" झूरी इस आक्षेप को सहन नहीं कर सका और प्रतिवाद करते हुए बोला—"नमकहराम क्यों? चारा-दाना नहीं दिया तो वे क्या करते?"
प्रश्न 7: हीरा और मोती ने दूसरी बार गया के घर भेजे जाने का किस प्रकार विरोध किया?
उत्तर:
प्रश्न 8: गया द्वारा बैलों को हल में जोतने पर बैलों ने क्या व्यवहार किया?
उत्तर: दोनों बैलों ने अपने पाँव न उठाने की कसम खा ली थी। गया मारते-मारते थक गया, लेकिन बैल टस से मस नहीं हुए। जब गया ने हीरा की नाक पर डंडे बरसाए, तो मोती का गुस्सा काबू से बाहर हो गया और वह हल लेकर भाग खड़ा हुआ।
प्रश्न 9: हीरा और मोती गया के घर से क्यों भागे? भागने में उनकी मदद किसने की?
उत्तर: हीरा और मोती गया के घर से इसलिए भागे क्योंकि गया उनसे दिनभर कड़ी मेहनत करवाता था, खाने को सूखा भूसा देता था और रोज मारता भी था। भागने में उनकी मदद भैरों की लड़की ने की।
प्रश्न 10: बैलों को किसने और किस प्रकार बचाया?
उत्तर: बैलों को भैरों की लड़की ने बचाया। एक रात उसने बैलों का माथा सहलाया और चुपचाप उनकी रस्सियाँ खोल दीं, जिससे वे वहाँ से भागने में सफल हो गए।
प्रश्न 11: छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड़ आया?
उत्तर:
प्रश्न 12: (i) कांजीहौस में कौन-से पशु बंद कर दिए जाते हैं?
(ii) कांजीहौस में कैद पशुओं की हाजिरी क्यों ली जाती होगी?
उत्तर: (i) जो पशु लावारिस घूमते रहते हैं और दूसरों के खेतों में घुसकर फसल को नुकसान पहुँचाते हैं, उन्हें खेत के मालिक पकड़कर कांजीहौस में बंद करवा देते हैं
(ii) कांजीहौस का मालिक एक रजिस्टर में सभी बंद पशुओं का रिकॉर्ड रखता है और उनकी हाजिरी लेता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई पशु वहाँ से भागा तो नहीं है।
प्रश्न 13: कांजीहौस के अन्दर का दृश्य कैसा था?
उत्तर: कांजीहौस में अनेक जानवर बंद थे। वहाँ कई भैंसें, बकरियाँ, घोड़े और गधे भी थे। किसी के सामने हरा चारा नहीं था। सभी जानवर जमीन पर मुरदों की तरह पड़े थे। कई तो इतने कमज़ोर हो गए थे कि खड़े भी नहीं हो पा रहे थे।
प्रश्न 14: कांजीहौस में पशुओं के साथ कैसा व्यवहार होता था?
उत्तर: कांजीहौस में पशुओं के साथ बहुत ही अमानवीय व्यवहार किया जाता था। उन्हें बाँधकर रखा जाता था, लेकिन उन्हें न तो पर्याप्त चारा दिया जाता था, न ही पानी। वहाँ कई जानवर इतने कमजोर हो गए थे कि वे खड़े भी नहीं हो सकते थे।
प्रश्न 15: आशय स्पष्ट कीजिए-
(i) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।
(ii) उस एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शांत होती, पर दोनों के हृदय को मानो भोजन मिल गया। [C.B.S.E. 2010 Term I, Set A3]
उत्तर: (i) इस पंक्ति के माध्यम से प्रेमचंद यह कहना चाहते हैं कि हीरा और मोती, पशु होकर भी एक-दूसरे के भाव और विचार बिना कहे समझ लेते थे। उनके बीच गहरी मित्रता, प्रेम और आत्मीयता थी। यही उनकी गुप्त शक्ति थी, जो उन्हें एक-दूसरे से जोड़ती थी। यह अंतरात्मा की भाषा थी, जो मनुष्य जैसे श्रेष्ठ कहलाने वाले प्राणी में अक्सर नहीं पाई जाती।
(ii) इस पंक्ति का आशय है कि जब कोई दुखी प्राणी प्रेम और सहानुभूति का अनुभव करता है, तो वह अपने कष्टों को भूल जाता है। भैरों की बेटी ने भूख से व्याकुल हीरा और मोती को एक रोटी खिलाई। वह रोटी उनकी भूख तो पूरी नहीं कर सकी, पर उसमें छिपा प्रेम, दया और अपनापन उनके हृदय को संतोष और आनंद दे गया। उन्हें मानसिक तृप्ति मिली, जो सच्चे प्रेम से ही संभव है।
प्रश्न 16: दड़ियल व्यक्ति को देखकर किस अंतर्ज्ञान से दोनों बैलों के दिल काँप गए?
उत्तर: दड़ियल व्यक्ति को देखकर अपने अंतर्ज्ञान से दोनों मित्रों के दिल काँप गए, वे समझ गए कि वह कसाई है और उन्हें खरीदकर उनकी चमड़ी बेचने के उद्देश्य से उन्हें टटोल रहा है। वह उन्हें काटने के लिए ले जा रहा है।
प्रश्न 17: जानवरों में भी मानवीय संवेदनाएँ होती हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: बैलों का बार-बार झूरी के पास वापस लौट आना, बालिका के प्रति स्नेहभाव के कारण उसके पिता को नुकसान न पहुँचाना, काँजीहौस से जानवरों को आज़ाद करना तथा मित्र के लिए विपत्ति में पड़ना इत्यादि घटनाएँ सिद्ध करती हैं कि जानवरों में भी मानवीय संवेदनाएँ होती हैं।
प्रश्न 18: किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य के आपसी सम्बन्धों को कहानी में किस तरह व्यक्त किया गया है? दो कारण लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 19: ‘इतना तो हो ही गया कि नौ-दस प्राणियों की जान बच गई। वे सब तो आशीर्वाद देंगे’ मोती के इस कथन के आलोक में उसकी विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
इस कथन के आलोक में मोती के चरित्र की निम्नलिखित विशेषताएँ प्रकट होती हैं:
प्रश्न 20: ‘दो बैलों की कथा’ कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति विषयक प्रमुख मूल्य उभरकर आए हैं? (कोई दो)
उत्तर:
प्रश्न 21: दो बैलों की कथा के आधार पर प्रेमचंद के नारी विषयक भावों को स्पष्ट कीजिए। वे इस पाठ में किस रूप में व्यंजित होते हैं?
उत्तर: दो बैलों की कथा के आधार पर प्रेमचंद के नारी विषयक भाव इस प्रकार उभर कर सामने आए हैं: नारी जाति का आदर, नारी पर हाथ न उठाना, समानता।
प्रश्न 22: दो बैलों की कथा में हीरा ने क्या अपराध किया था और किस स्थिति में? बताइए।
उत्तर: हीरा ने जानवरों को काँजीहौस से भगाने में मोती को प्रोत्साहित किया था क्योंकि वह जानवरों की दुर्दशा नहीं देख सकता था।
प्रश्न 23: सोता पड़ गया का क्या अर्थ है? दो बैलों की कथा के आधार पर उत्तर दीजिए कि वहाँ पर कब सोता पड़ गया?
उत्तर: सोता पड़ गया का अर्थ है—सो जाना। जब हीरा, मोती झूरी के साले गया के यहाँ थे, तब वहाँ रात में सोता पड़ गया, अर्थात् सब लोग सो गए।
प्रश्न 24: साँड हीरा-मोती से बचकर क्यों भागा?
उत्तर: साँड पर हीरा-मोती दोनों ने संगठित होकर हमला किया, जिसके लिए वह तैयार न था, इसलिए साँड जख्मी होकर भागा।
प्रश्न 25: दो बैलों की कथा के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि स्वतंत्रता सहज ही नहीं मिलती, उसके लिए संघर्ष करना पड़ता है।
उत्तर: बैलों का गया के घर से भागना, साँड से लड़ाई, काँजीहौस में हफ़्तों भूखे रहकर संघर्ष करना, भागने का प्रयास असफल होना, नीलाम होने के बाद मालिक के हाथ से निकल भागना तथा स्थान-स्थान पर मार खाना सिद्ध करता है कि स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
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1. कहानी में दो बैलों का क्या अर्थ है? | ![]() |
2. कहानी में कौन-कौन सी मुख्य घटनाएं हैं? | ![]() |
3. कहानी में दो बैलों के बीच कैसे एकता दिखाई गई? | ![]() |
4. कहानी का संदेश क्या है? | ![]() |
5. कहानी का मुख्य धाराप्रवाह क्या है? | ![]() |