2024-2025 के शैक्षणिक वर्ष के लिए कक्षा 7 हिंदी का CBSE पाठ्यक्रम CBSE बोर्ड द्वारा तैयार किया गया है, जो आवश्यक विषयों और उपविषयों को शामिल करता है। परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले, छात्रों को हिंदी पाठ्यक्रम की अच्छी जानकारी होनी चाहिए। इससे वे आत्मविश्वास से परीक्षा लिख सकेंगे और बेहतर अंक प्राप्त कर सकेंगे। CBSE कक्षा 7 के छात्रों को हिंदी पाठ्यक्रम के अनुसार अपनी परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए ताकि वे अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।
कक्षा 7वीं हिंदी परीक्षा के मुख्य खंड
1. अपठित गद्यांश/पद्यांश
2. लेखन कौशल
3. व्याकरण
4. साहित्य
खंड क: अपठित गद्यांश/पद्यांश
इस खंड में छात्रों की क्षमता को समझने और व्याख्या करने का परीक्षण किया जाता है। इसमें उन्हें एक अज्ञात पाठ या कविता पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों का उत्तर देना होता है। यह खंड छात्रों की पाठ को समझने, जानकारी निकालने और विश्लेषण करने की क्षमता को परखता है।
अपठित गद्यांश/पद्यांश की तैयारी के लिए सुझाव और ट्रिक्स:
- ध्यानपूर्वक पढ़ना: गद्यांश या पद्यांश को अच्छी तरह पढ़ें ताकि आप उसकी मुख्य भावनाओं और विचारों को समझ सकें। यह आपके उत्तरों को अधिक सटीक और प्रभावी बनाएगा।
- मुख्य बिंदुओं को नोट करें: पढ़ते समय महत्वपूर्ण बिंदुओं, विचारों, और घटनाओं को नोट कर लें। इससे उत्तर लिखते समय आपके पास स्पष्ट संदर्भ होगा।
- प्रश्नों को समझें: प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें और यह सुनिश्चित करें कि आप क्या पूछा जा रहा है, इसे सही से समझें। इससे आपको सही उत्तर देने में मदद मिलेगी।
- सीधे उत्तर दें: अपने उत्तर को गद्यांश या पद्यांश में दी गई जानकारी के आधार पर सीधे और सटीक लिखें। अनावश्यक विस्तार से बचें।
- समय प्रबंधन: पढ़ने और उत्तर लिखने के लिए समय का सही प्रबंधन करें ताकि आप सभी प्रश्नों का उत्तर समय पर दे सकें।
खंड ख: लेखन कौशल
इस खंड में छात्रों की रचनात्मक लेखन क्षमता का परीक्षण किया जाता है। इसमें निबंध लेखन, पत्र लेखन, कहानी लेखन, और संवाद लेखन जैसे कार्य शामिल होते हैं। यह खंड छात्रों की अभिव्यक्ति, संरचना और भाषा प्रयोग की कुशलता को परखता है, जिससे उनकी लेखन कला में सुधार होता है।
लेखन कौशल की तैयारी के लिए सुझाव और ट्रिक्स:
- सृजनात्मकता का प्रयोग: लेखन में अपनी कल्पनाशीलता और सृजनात्मकता का प्रयोग करें। इससे आपका लेखन रोचक और आकर्षक बनेगा।
- संरचना का ध्यान रखें: लेखन की संरचना (प्रस्तावना, मुख्य भाग, और निष्कर्ष) का सही ढंग से पालन करें। इससे आपका लेखन संगठित और स्पष्ट होगा।
- स्पष्ट और संक्षिप्त लिखें: अपने विचारों को स्पष्ट और संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करें। लंबे और जटिल वाक्यों से बचें।
- व्याकरण और वर्तनी: लेखन में व्याकरण और वर्तनी की गलतियों से बचें। सही व्याकरण और शुद्ध वर्तनी का प्रयोग आपके लेखन की गुणवत्ता को बढ़ाएगा।
- उदाहरण और तर्क: अपने लेखन को मजबूत बनाने के लिए उदाहरणों और तर्कों का प्रयोग करें। यह आपके विचारों को अधिक विश्वसनीय और प्रभावी बनाता है।
खंड ग: व्याकरण
इस खंड में छात्रों की हिंदी व्याकरण के नियमों की समझ का परीक्षण किया जाता है। इसमें संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, कारक, काल, वाच्य, और अन्य व्याकरणिक तत्व शामिल होते हैं। यह खंड छात्रों की भाषा संरचना, वाक्य निर्माण, और सही शब्द प्रयोग की कुशलता को परखता है, जिससे उनकी भाषा ज्ञान में सुधार होता है।
व्याकरण की तैयारी के लिए सुझाव और ट्रिक्स
- नियमों का अध्ययन: हिंदी व्याकरण के सभी नियमों का गहन अध्ययन करें ताकि आपको हर नियम की समझ हो और आप उसे सही तरीके से लागू कर सकें।
- अभ्यास: व्याकरण के विभिन्न प्रकार के अभ्यास करें। इससे आपके व्याकरणिक कौशल में सुधार होगा और आप परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।
- त्रुटि पहचान: सामान्य व्याकरणिक त्रुटियों को पहचानने और सुधारने का अभ्यास करें। इससे आप अपनी गलतियों से सीख सकेंगे और उन्हें भविष्य में दोहराने से बचेंगे।
- उदाहरणों का उपयोग: व्याकरणिक नियमों को समझाने के लिए उदाहरणों का उपयोग करें। इससे नियमों की समझ अधिक स्पष्ट होगी।
- प्रश्नपत्र हल करना: पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें। यह आपको परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार से परिचित कराएगा और आपकी तैयारी को बेहतर बनाएगा।
खंड घ: साहित्य
इस खंड में छात्रों की साहित्यिक समझ और हिंदी साहित्य के प्रति रुचि को परखा जाता है। इसमें विभिन्न कविताएँ, कहानियाँ और निबंध शामिल होते हैं जो छात्रों की साहित्यिक ज्ञान को बढ़ाते हैं।
साहित्य की तैयारी के लिए सुझाव और ट्रिक्स
- पाठों को ध्यान से पढ़ें: पाठ्यपुस्तक में दी गई कविताओं, कहानियों और निबंधों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें।
- प्रश्न-उत्तर का अभ्यास: प्रत्येक पाठ के प्रश्नों का अभ्यास करें ताकि आप उनकी मुख्य भावनाओं और विचारों को समझ सकें।
- साहित्यिक तत्वों की पहचान: कविताओं और कहानियों में प्रयुक्त साहित्यिक तत्वों (जैसे अलंकार, प्रतीक, छंद) की पहचान करें और उनका विश्लेषण करें।
- लेखक और कवि का परिचय: लेखक और कवि के जीवन और उनके साहित्यिक योगदान के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
इस प्रकार, सही मार्गदर्शन और तैयारी से कक्षा 7 के छात्र हिंदी परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।
वसंत II
दूर्वा
- पाठ 1. चिड़िया और चुरुंगुन - कविता
- पाठ 2. सबसे सुंदर लड़की - कहानी
- पाठ 3. मैं हूँ रोबोट - निबंध
- पाठ 4. गुब्बारे पर चीता - कहानी
- पाठ 5. थोड़ी धरती पाऊँ - कविता
- पाठ 6. गारो - लोककथा
- पाठ 7. पुस्तकें जो अमर हैं - निबंध
- पाठ 8. काबुलीवाला - कहानी
- पाठ 9. विश्वेश्वरैया - व्यक्तित्व
- पाठ 10. हम धरती के लाल - कविता
- पाठ 11. पोंगल - निबंध
- पाठ 12. शहीद झलकारीबाई - एकांकी
- पाठ 13. नृत्यांगना सुधा चंद्रन - जीवनी
- पाठ 14. पानी और धूप - कविता
- पाठ 15. गीत - कविता
- पाठ 16. मिट्टी की मूर्तियाँ - निबंध-अतिरिक्त पठन हेतु
- पाठ 17 . मौत का पहाड़ - चित्रकथा
- पाठ 18. हम होंगे कामयाब एक दिन - गीत-अतिरिक्त पठन हेतु
बाल महाभारत कथा
- पाठ 1.महाभारत कथा
- पाठ 2 देवव्रत
- पाठ भीष्म प्रतिज्ञा
- पाठ अम्बा और भीष्म
- पाठ विदुर
- पाठ कुंती
- पाठ भीम
- पाठ कर्ण
- पाठ द्रोणाचार्य
- पाठ लाख का घर
- पाठ पांडवों की रक्षा
- पाठ द्रौपदी स्वयंवर
- पाठ इंद्रप्रस्थ
- पाठ जरासंध
- पाठ शकुनि का प्रवेश
- पाठ चौसर का खेल व द्रौपदी की व्यथा
- पाठ धृतराष्ट्र की चिंता
- पाठ भीम और हनुमान
- पाठ द्वेष करनेवाले का जी नही भरता
- पाठ मायावी सरोवर
- पाठ यक्ष प्रश्न
- पाठ अज्ञातवास
- पाठ प्रतिज्ञा - पूर्ति
- पाठ विराट का भ्रम
- पाठ मंत्रणा
- पाठ राजदूत संजय
- पाठ शांतिदूत श्रीकृष्ण
- पाठ पांडवों और कौरवों के सेनापति
- पाठ पहला,दूसरा और तीसरा दिन
- पाठ चौथा,पांचवां और छठा दिन
- पाठ सातवां,आठवां और नौवां दिन
- पाठ भीष्म-शरशैय्या पर
- पाठ बारहवां दिन
- पाठ अभिमन्यु
- पाठ युधिष्ठिर की चिंता और कामना
- पाठ भूरिश्रवा,जयद्रथ और आचार्य द्रोण का अंत
- पाठ कर्ण और दुर्योधन भी मारे गये
- पाठ अश्वत्थामा
- पाठ युधिष्ठिर की वेदना
- पाठ पांडवों का धृतराष्ट्र के प्रति व्यवहार
- पाठ श्री कृष्ण और योधिष्ठिर