Table of contents |
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बहुविकल्पीय प्रश्न |
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रिक्त स्थान पूर्ण करें |
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सही या गलत |
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मिलान करें |
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लघु उत्तरीय प्रश्न |
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दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
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प्रश्न 1. सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थान कौन-कौन से थे?
(क) मोहनजोदड़ो और हड़प्पा
(ख) तक्षशिला और मगध
(ग) पाटलिपुत्र और काशी
(घ) उज्जैन और प्रयागराज
उत्तर: (क) मोहनजोदड़ो और हड़प्पा
प्रश्न 2. सिंधु घाटी सभ्यता में व्यापार किसके साथ होता था?
(क) यूनान
(ख) मेसोपोटामिया और मिस्र
(ग) रोम
(घ) चीन
उत्तर: (ख) मेसोपोटामिया और मिस्र
प्रश्न 3. आर्यों का भारत में आगमन किस दिशा से हुआ?
(क) पश्चिमोत्तर दिशा
(ख) पूर्वोत्तर दिशा
(ग) दक्षिण दिशा
(घ) उत्तर दिशा
उत्तर: (क) पश्चिमोत्तर दिशा
प्रश्न 4. ‘वेद’ शब्द की उत्पत्ति किससे हुई है?
(क) विद्या
(ख) विद्
(ग) ज्ञान
(घ) विज्ञान
उत्तर: (ख) विद्
प्रश्न 5. महाभारत का प्रमुख उद्देश्य क्या है?
(क) धार्मिक प्रचार
(ख) अखंड भारत की अवधारणा
(ग) व्यापारिक प्रगति
(घ) शिक्षा का प्रसार
उत्तर: (ख) अखंड भारत की अवधारणा
प्रश्न 1. सिंधु घाटी सभ्यता का विकास _________ के साथ व्यापार करने से हुआ।
उत्तर: सिंधु घाटी सभ्यता का विकास मेसोपोटामिया और मिस्र के साथ व्यापार करने से हुआ।
प्रश्न 2. उपनिषद् में ज्ञान, आत्मा और _________ पर बल दिया गया है।
उत्तर: उपनिषद् में ज्ञान, आत्मा और परमात्मा पर बल दिया गया है।
प्रश्न 3. महात्मा बुद्ध का जन्म और निर्वाण _________ की पूर्णिमा को हुआ।
उत्तर: महात्मा बुद्ध का जन्म और निर्वाण वैशाख की पूर्णिमा को हुआ।
प्रश्न 4. चंद्रगुप्त मौर्य और _________ ने मिलकर मौर्य साम्राज्य की स्थापना की।
उत्तर: चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य ने मिलकर मौर्य साम्राज्य की स्थापना की।
प्रश्न 5. कालिंग युद्ध के बाद _________ ने बौद्ध धर्म अपना लिया।
उत्तर: कालिंग युद्ध के बाद अशोक ने बौद्ध धर्म अपना लिया।
प्रश्न 1. सिंधु घाटी सभ्यता उत्तर भारत में ही सीमित थी।
उत्तर: गलत
प्रश्न 2. आर्य और द्रविड़ जातियों के बीच सांस्कृतिक समन्वय हुआ।
उत्तर: सही
प्रश्न 3. उपनिषदों में आत्मा और परमात्मा के साथ-साथ मूर्ति पूजा का भी महत्व बताया गया है।
उत्तर: गलत
प्रश्न 4. महाभारत को विश्व की श्रेष्ठतम रचनाओं में गिना जाता है।
उत्तर: सही
प्रश्न 5. अशोक ने युद्ध के पश्चात कालिंग पर हमला करने का निर्णय लिया।
उत्तर: गलत
उत्तर:
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता कहाँ तक फैली है?
उत्तर: सिंधु घाटी सभ्यता, पश्चिम में कठियावाड़ और पंजाब के अंबाला जिले के अलावा गंगा की घाटी तक फैली थी।
प्रश्न 2: ऋगवेद का रचनाकाल कब तक माना जाता है?
उत्तर: अधिकांश इतिहासकार ऋगवेद की उत्पत्ति का काल ई.पूर्व. 1500 मानते हैं।
प्रश्न 3: आर्य कौन थे? वे भारत कब आए?
उत्तर: अधिकतर विद्वान व्यावहारिक रूप से आर्यों को भारत का ही संतान मानते हैं। अधिकांश विद्वानों का मत है कि आर्यों का प्रवेश एक हजार वर्ष बाद में हुआ था। भारत की पश्चिमोत्तर दिशा से भारत में कबीले और जातियाँ समय-समय पर आती रही और इनका संपर्क द्रविड़ जातियों से होता है। इन्हें ही आर्य माना गया।
प्रश्न 4: वेदों पर सबसे अधिक किसका प्रभाव दिखाई पड़ता है?
उत्तर: वेदों पर सबसे अधिक ईरान के विचारों का प्रभाव दिखाई पड़ता है, क्योंकि ईरान के ग्रंथ ‘अवेस्ता’ व भारत के वेदों के विचार व भाषा मिलती जुलती है। विद्वानों का ऐसा मानना है कि आर्य उसी ओर से आए और यह ग्रंथ आर्य मानव के द्वारा कहा गया पहला ‘शब्द’ था।
प्रश्न 5: भारतीय जातियों और बुनियादी भारतीय संस्कृति का विकास किस प्रकार हुआ?
उत्तर: इस सभ्यता के कारण बाहर से आने वाले आर्यों और द्रविड़ जाति के लोगों के बीच सांस्कृतिक समन्वय और मेल-जोल हुआ। ये द्रविड़ संभवतः सिंधु घाटी के प्रतिनिधि थे। इसी मेलजोल और समन्वय से भारतीय जातियों और बुनियादी भारतीय संस्कृति का विकास हुआ।
उत्तर: सिंधु घाटी सभ्यता एक अत्यंत उन्नत और समृद्ध सभ्यता थी, लेकिन इसके पतन के कारण आज भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं। इतिहासकारों ने इसके पतन के लिए विभिन्न कारण बताए हैं। सबसे पहले, जलवायु परिवर्तन को इस सभ्यता के पतन का मुख्य कारण माना गया है। सिंधु नदी में भयंकर बाढ़ और भूमि के मरुस्थलीकरण ने कृषि पर आधारित इस सभ्यता को गंभीर रूप से प्रभावित किया। दूसरी ओर, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इस सभ्यता का विनाश बाहरी आक्रमणों के कारण हुआ होगा। आर्यों के भारत आगमन के समय इस सभ्यता के अंत का उल्लेख मिलता है। इसके अतिरिक्त, मोहनजोदड़ो के खंडहर यह संकेत देते हैं कि समय के साथ भूमि पर रेत की मोटी परत जमा हो गई, जिससे नगरवासियों को अपनी बस्तियों को छोड़ना पड़ा। हालाँकि, इन कारणों में से किसी का भी ठोस प्रमाण नहीं है, लेकिन यह निश्चित है कि प्राकृतिक आपदाओं और सामाजिक अस्थिरता ने इस सभ्यता के पतन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उत्तर: वैदिक युग भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण चरण है, जो भारतीय संस्कृति, धर्म, और सामाजिक संरचना की नींव रखता है। इस युग में मुख्य साहित्य वेदों की रचना हुई, जिसमें ऋग्वेद सबसे प्राचीन है। वैदिक युग में समाज मुख्य रूप से कृषि पर आधारित था, लेकिन पशुपालन को भी उतनी ही महत्ता दी गई। इस युग में धार्मिक अनुष्ठान और यज्ञ समाज का अभिन्न हिस्सा थे।
सामाजिक व्यवस्था वर्ण प्रणाली पर आधारित थी। समाज को ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र चार वर्गों में बाँटा गया था। यह वर्ग विभाजन मुख्य रूप से कर्म और गुणों पर आधारित था। परिवार प्रणाली संयुक्त थी और स्त्रियों को शिक्षा तथा धार्मिक कार्यों में भाग लेने का अधिकार प्राप्त था। वैदिक युग ने भारतीय समाज को एक मजबूत नैतिक और सांस्कृतिक आधार प्रदान किया, जिसने भारतीय सभ्यता को लंबे समय तक प्रभावित किया।
उत्तर: महाभारत, भारतीय साहित्य का एक महान महाकाव्य, केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह भारतीय समाज और संस्कृति का आईना भी है। यह महाकाव्य कौरवों और पांडवों के बीच के गृहयुद्ध को दर्शाता है, जिसमें अखंड भारत की अवधारणा की शुरुआत होती है। महाभारत का सांस्कृतिक महत्व इसकी शिक्षाओं में है। यह धर्म, नैतिकता, और कर्तव्य के महत्व को स्पष्ट करता है। इसमें भगवद्गीता का संदेश है, जो मानव जीवन को सही दिशा दिखाने के लिए प्रेरित करता है।
ऐतिहासिक दृष्टि से, महाभारत उस समय की सामाजिक, राजनीतिक, और धार्मिक स्थितियों का दस्तावेज़ है। इसमें तत्कालीन भारत के नगर, सामाजिक व्यवस्था, और युद्ध की रणनीतियों का विवरण मिलता है। महाभारत में केवल धार्मिक और नैतिक दृष्टिकोण नहीं है, बल्कि यह भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी है, जो भारतीय संस्कृति की गहराई और व्यापकता को दर्शाता है।
उत्तर: सम्राट अशोक भारतीय इतिहास के महानतम शासकों में से एक थे। मौर्य साम्राज्य के उत्तराधिकारी के रूप में उन्होंने 273 ई. पू. में सिंहासन संभाला। उनके शासनकाल की सबसे बड़ी घटना कालिंग युद्ध थी। इस युद्ध में हुई भारी तबाही और जनहानि ने अशोक को युद्ध से विरक्त कर दिया और उन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया।
अशोक ने अपने शासनकाल में अहिंसा, धर्म, और जनकल्याण पर जोर दिया। उन्होंने अपने शिलालेखों के माध्यम से जनता को नैतिकता, सत्य, और करुणा का संदेश दिया। अशोक ने अस्पताल, सड़क, और सराय का निर्माण करवाया। उन्होंने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए अपने दूतों को श्रीलंका, चीन, और मध्य एशिया भेजा।
अशोक ने धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा दिया और सभी धर्मों का सम्मान किया। उनकी प्रशासनिक नीतियाँ प्रजा के कल्याण पर केंद्रित थीं। अशोक के कार्यों ने भारतीय इतिहास में एक महान धरोहर छोड़ी और उन्हें "धम्म के सम्राट" के रूप में याद किया जाता है।
उत्तर: महात्मा बुद्ध की शिक्षाएँ जीवन की सादगी, करुणा, और सत्य पर आधारित थीं। उन्होंने दुख के कारणों और उनके निवारण के लिए 'चार आर्य सत्य' और 'अष्टांगिक मार्ग' की व्याख्या की। चार आर्य सत्य में जीवन के दुख, उनके कारण, और उनके निवारण के मार्ग का उल्लेख है। अष्टांगिक मार्ग में सही विचार, सही कर्म, सही आजीविका, और सही ध्यान पर बल दिया गया है।
बुद्ध ने अहिंसा, दया, और प्रेम का संदेश दिया। उनका मानना था कि क्रोध और घृणा को केवल दया और प्रेम से ही समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने जाति और वर्ग की दीवारों को तोड़ने की कोशिश की और सभी को समानता का अधिकार दिया।
बुद्ध की शिक्षाओं का मानवता पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनके विचार न केवल भारत में बल्कि चीन, जापान, तिब्बत, और दक्षिण-पूर्व एशिया में भी फैले। बौद्ध धर्म ने विश्व शांति, शिक्षा, और करुणा के क्षेत्र में योगदान दिया। बुद्ध की शिक्षाएँ आज भी मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
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1. सिन्धु घाटी सभ्यता क्या है ? | ![]() |
2. सिन्धु घाटी सभ्यता के प्रमुख नगर कौन से थे ? | ![]() |
3. सिन्धु घाटी सभ्यता की विशेषताएँ क्या हैं ? | ![]() |
4. सिन्धु घाटी सभ्यता के लोग किस प्रकार की कृषि करते थे ? | ![]() |
5. सिन्धु घाटी सभ्यता का पतन क्यों हुआ ? | ![]() |