Table of contents |
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परिचय |
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विश्व युद्ध I के प्रति राष्ट्रवादी प्रतिक्रियाएँ |
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होम रूल लीग आंदोलन |
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होम रूल आंदोलन के सकारात्मक लाभ |
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भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लखनऊ सत्र (1916) |
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निष्कर्ष |
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प्रथम विश्व युद्ध (1914-1919) के आसपास भारत में महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाएँ हुईं। युद्ध के दौरान एक ब्रिटिश सहयोगी के रूप में, भारत ने विभिन्न प्रकार की राष्ट्रवादी प्रतिक्रियाएँ अनुभव कीं। यह कालक्रम दस्तावेज़ इस समय के दौरान महत्वपूर्ण घटनाओं, आंदोलनों और व्यक्तियों को संक्षेप में प्रस्तुत करने का प्रयास करता है, जिसमें होम रूल लीग आंदोलन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लखनऊ सत्र (1916), और कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच subsequent लखनऊ पैक्ट पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
विश्व युद्ध I के आस-पास के वर्ष भारत के राष्ट्रीय आंदोलन को आकार देने में महत्वपूर्ण थे। होम रूल लीग आंदोलन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लखनऊ सत्र, और लखनऊ पैक्ट ने स्वशासन के संघर्ष में महत्वपूर्ण विकास चिह्नित किए। जबकि ये आंदोलन चुनौतियों का सामना करते हुए अंततः फीके पड़ गए, फिर भी उन्होंने भारत की स्वतंत्रता आंदोलन की दिशा पर स्थायी प्रभाव छोड़ा, जिससे बाद की राजनीतिक रणनीतियों और गठबंधनों को प्रभावित किया।
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