HPSC (Haryana) Exam  >  HPSC (Haryana) Notes  >  Course for HPSC Preparation (Hindi)  >  शुद्ध-अशुद्ध शब्दकोश - 1

शुद्ध-अशुद्ध शब्दकोश - 1 | Course for HPSC Preparation (Hindi) - HPSC (Haryana) PDF Download

किसी शब्द को लिखने में प्रयुक्त वर्णों के क्रम को वर्तनी (ग्रामर) या अक्षरी से जाना जाता है, अंग्रेजी में वर्तनी को स्पेलिंग तथा उर्दू में “हिज्जे” कहते हैं। जिस भाषा की वर्तनी में अपनी भाषा के साथ अन्य भाषाओं की ध्वनि को ग्रहण करने की जितनी अधिक शक्ति होगी, उस भाषा के वर्तनी उतनी ही शक्तिशाली और समर्थ होगी। वर्तनी का सीधा संबंध भाषागत ध्वनियों के उच्चारण से किया जाता है।

शुद्ध और अशुद्ध शब्द क्या है?

हर भाषा में वर्तनी को लिखने का एक तरीका होता है और लिखते-लिखते हमसे कई प्रकार की गलतियां भी होती हैं। इनमें से कई त्रुटियाँ इतनी प्रचलित हो जाती हैं कि उन्हें ही सही मान लिया जाता है। सही तरह से लिखा गया शब्द शुद्ध है और वर्तनी में गलती अशुद्ध है। इस लेख में इस प्रकार के शब्दों की सूची दी गई है जिनसे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि किसी शब्द को शुद्ध रूप से और अशुद्ध रूप से किस प्रकार लिखा जाता है।

शुद्ध वर्तनी लिखने के प्रमुख रूप

शुद्ध और अशुद्ध शब्द में आने वाली शुद्ध वर्तनी लिखने के प्रमुख रूप नीचे दिए गए हैं-

  • हिंदी में विभक्ति चिन्ह स्वर्ण नाम के अलावा शेष सभी शब्दों से अलग लिखे जाते हैं। उदाहरण – मोहन ने पुत्र को कहा। शाम को रुपए दे दो। परंतु सर्वनाम के साथ विभक्ति चिह्न हो तो उसे सर्वनाम से मिलाकर लिखा जाता है। जैसे:- हमने, उसने, मुझसे, उसको, तुमसे, हमको, किसको, किसने आदि।
  • सर्वनाम और उसकी विभक्ति के बीच ‘ही’ और ‘तक’ आदि अव्यय हो तो विभक्ति सर्वनाम से अलग लिखी जाती है। जैसे: आप ही के लिए, आप तक को, मुझ तक को, उसी के लिए आदि।
  • सर्वनाम के साथ दो विभक्ति चिन्ह होने पर पहला विभक्ति चिन्ह सर्वनाम में मिलकर लिखा जाता है एवं दूसरा अलग लिखा जाता है। जैसे: आपके लिए, उसके लिए, इनमें से, आपमें से, हममें से आदि।
  • संयुक्त क्रियाओं में से सभी अंग भूत क्रियाओं को अलग-अलग लिखा जाना अनिवार्य है। जैसे: जाया करता है, पढ़ा करता है, जा सकते हो, खा सकते हो आदि।
  • पूर्वकालिक प्रत्यय ‘कर’ को क्रिया से मिलाकर लिखा जाता है। जैसे: सो कर, उठ कर, गाकर, मिलाकर, खाकर, पीकर आदि।
  • द्वंद समास में पदों के बीच योजन चिन्ह (-) हाई-फन लगाया जाता है। जैसे: माता-पिता, राधा-कृष्णा, शिव-पार्वती, मां-बेटा आदि।
  • आदि अव्यय को पृथक लिखा जाना चाहिए। जैसे: मेरे साथ, हमारे साथ, यहां तक, अभी तक आदि।
  • ‘जैसे’ तथा ‘सा’ ऐसे कई सारुपय वाचकों के पहले (-) योजक चिन्ह का प्रयोग करना अनिवार्य है। जैसे: चाकू-सा, दिखा-सा, आप-सा, प्यारा-सा आदि।
  • जब वर्णमाला के किसी वर्ग के पंचम अक्षर के बाद उसी वर्ग के प्रथम चारों वर्णों में से कोई वर्ण हो तो पंचम वर्ण के स्थान पर अनुस्वार (ं) का प्रयोग करना चाहिए। जैसे – कंकर, गंगा, चंचल, नंदन आदि।
  • परंतु जब नासिक्य व्यंजन (वर्ग का पंचम वर्ण) उसी वर्ग के प्रथम चार वर्णों के अलावा अन्य किसी वर्ण के पहले आता है तो उसके साथ उस पंचम मन का आधा रूप लिखा जाता है। जैसे: पन्ना, अन्य, जगह, सम्मान, परंतु ठंडा, घंटा ऐसे शब्द अशुद्ध होते हैं।
  • अ, ऊ एवं आ मात्रा वाले वर्णों के साथ अनुनासिक चिन्ह (ँ) को चंद्रबिंदु के रूप में लिखा जाता है। जैसे: आँख, जाँच, पाँच, अँगना, दाँया, बाँया आदि।
  • परंतु अन्य कुछ मात्राओं के साथ अनुनासिक के रूप में भी लिखा जाता है। जैसे: मैंने, नहीं, खींचना आदि।
  • अंग्रेजी में हिंदी में आए जिन शब्दों में आधे ‘ओ’ (आ एवं ओ के बीच की ध्वनि ऑ) ध्वनि का प्रयोग होता है, उनके ऊपर अर्थ चंद्र लगाया जाता है। जैसे: कालेज, डॉक्टर, कॉफी हॉल आदि।
  • संस्कृत मूल के तत्सम शब्दों को वर्तनी में संस्कृत वाला रूप ही लिखा जाना चाहिए, परंतु कुछ शब्दों के नीचे हलंत लगाने का प्रचलन हिंदी में कुछ समय से समाप्त हो चुका है। अतः उनके नीचे हलंत नहीं लगाया जाता है- उदाहरण: महान, जगत विद्वान।
  • परंतु संधि, छंद को समझाते हेतु नीचे हलंत लगाना अनिवार्य है।
  • संस्कृत भाषा के ऐसे शब्द जिनके आगे भी विसर्ग लगाते हैं, यदि हिंदी में तत्सम रूप में प्रयोग किए जाए तो उनमें (:) विसर्ग लगाना अनिवार्य होता है जैसे- दुःख, प्रातः, मूलतः, अंततः आदि।
  • विसर्ग के पश्चात श स, स आए तो विसर्ग को यथावत लिखा जाना चाहिए जैसे दु:शासन :- दु:शासन या दुश्शासन।

शब्द शुद्धि क्या है?

भाषा विचारों की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है और शब्द भाषा की सबसे छोटी सार्थक इकाई है। भाषा के माध्यम से ही मानव मौखिक एवं लिखित रूपों में अपने विचारों को अभिव्यक्त करता है। इस वैचारिक अभिव्यक्ति के लिए शब्दों का शुद्ध प्रयोग आवश्यक है। अन्यथा अर्थ का अनर्थ होने में भी देर नहीं लगती। कई बार क्षेत्रीयता, उच्चारण भेद और व्याकरणिक ज्ञान के अभाव के कारण वर्तनी संबंधी अशुद्धियाँ हो जाती हैं।

शुद्ध-अशुद्ध शब्दकोश

शुद्ध और अशुद्ध शब्द के शब्दकोश नीचे दिए गए हैं-

  • अशुद्ध शब्द - शुद्ध शब्द
  • अंगुर - अंगूर
  • अकांक्षा - आकांक्षा
  • अतिथी - अतिथि
  • अत्मा - आत्मा
  • सुर्य - सूर्य
  • शांती - शांति
  • लड़ायी - लड़ाई
  • मुनी - मुनि
  • पोधा - पौधा
  • पत्नी - पत्नी
  • देश - देश
  • दवाई - दवाई
  • तिथी - तिथि
  • ठिक - ठीक
  • जरुरी - जरूरी
  • घनटे - घंटे
  • गनित - गणित
  • खन - खून
  • प्रतिनिध - प्रतिनिधि

अ शब्द वाले शुद्ध अशुद्ध शब्द

  • अर्पण - अरपन
  • आहार - अहार
  • अपराह्न - अपरान्ह
  • अनभिज्ञ - अनभिग्य
  • अभिषेक - अभिसे

अन्य शब्दों के कुछ महत्वपूर्ण अशुद्ध व शुद्ध शब्द

  • अशुद्ध शब्दशुद्ध शब्द
  • इश्वर – ईश्वर
  • इसाई – ईसाई
  • इस्कूल – स्कूल
  • ईच्छा – इच्छा
  • मारत – इमारत
  • ईसलिए – इसलिए
  • उंगली – ऊँगली
  • उंतीस – उनतीस
  • उज्वल – उज्जवल
  • उदघाटन – उद्घाटन
  • उद्दत – उद्यत
  • उधम – ऊधम
  • उदाहरण – उदाहरण
  • उनंचास – उनचास
  • उपजाउ – उपजाऊ
  • उपरोक्त – उपयुक्त
  • उपलक्ष – उपलक्ष्य
  • उमरना – उमड़ना
  • उष्मा – ऊष्मा
  • उहापोह – ऊहापोह
  • ऊँगलियाँ – उँगलियाँ
  • एंकर – ऐंकर
  • एंजसी – एजेंसी
  • एंपायर – अंपायर
  • एकत्रित – एकत्र
  • एक्ट – ऐक्ट
  • एच्छिक – ऐच्छिक
  • एतिहासिक – ऐतिहासिक
  • एनकाउन्टर – एनकाउंटर / एनकाउण्टर
  • ऐहतियात – एहतियात
  • ओपचारिक – औपचारिक
  • कंप्युटर – कंप्यूटर
  • कठिनाईयाँ – कठिनाइयाँ
  • कनिष्ट – कनिष्ठ
  • करिएगा – कीजिएगा
  • करीए – कीजिए
  • कवियत्री – कवयित्री
  • कवी – कवि
  • कसोटी – कसौटी
  • काग़ज़ातों – काग़ज़ात
  • काबिलयत – क़ाबिलियत
  • काराग्रह – कारागृह
  • कार्यवाई – कार्रवाई
  • कालीदास – कालिदास
  • कुमुदनी – कुमुदिनी
  • कूआँ – कुआँ / कुँआ
  • कूबत – क़ूवत
  • कृत्य – कृत्य
  • कृप्या – कृपया
  • केंद्रिय – केंद्रीय
  • केबिनेट – कैबिनेट
  • केस – केश
  • कोटी – कोटि
  • कौव्वा – कौआ
  • क्योंकी – क्योंक
  • क्षत्रीय – क्षत्रिय
  • क्षमत – क्षमत
  • खटायी – खटाई
  • खन – खून
  • ख़बरनबीस – ख़बरनवीस
  • खरोच – खरोंच
  • खलवाट – खल्वाट
  • ख़ुबानी – ख़ूबानी
  • खूँखर – खूँखार
  • ख्याल – ख़याल
  • गँठजोड – गठजोड़
  • गदगद – गद्गद
  • गनित – गणित
  • गलाघोंटू – गलघोंटू
  • गवाँना / गवाना – गँवाना
  • गीतांजली – गीतांजलि
  • गिनती – गिनती
  • गुरू – गुरु
  • गृहणी – गृहिणी
  • गैरसम्मानजनक – असम्मानजनक
  • गोड़ा – घोड़ा
  • ग्रहकार्य – गृहकार्य
  • घनिष्ट – घनिष्ठ
  • घन्टे – घंटे / घण्टे
  • घबड़ाना – घबराना
  • घरौंदा – घरौंदा
  • घूट – घूँट
  • चहिए – चाहिए
  • चारागाह – चरागाह
  • चित – चित्त
  • चिन्ह – चिह्न
  • चेष्टा – चेष्टा
  • छिपकिली – छिपकली
  • छूआछूत – छुआछूत
  • छेंड़छाड़ / छेड़छाँड़ – छेड़छाड़
  • जंडा – झंड़ा
  • जबाव – जवाब
  • जमीन – ज़मीन
  • जयंति – जयंती
  • ज़रुरी – ज़रूरी
  • जाँति- पाँति / जाति – पाति – जाति- पाँति / जात – पाँत
  • जीर्णोंद्धार – जीर्णोद्धार
  • जुआड़ी – जुआड़ी
  • ज्योतिषि – ज्योतिषी
  • ज्योत्सना – ज्योत्स्ना
  • झपना – झँपना
  • झाँग – झाग
  • झुझलाना – झुँझलाना
  • झूठा (खाना) – जूठा (खाना)
  • झोका – झोंका
  • झौपड़ी – झोंपड़ी
  • टिप्पड़ी – टिप्पणी
  • टेलिविज़न – टेलीविज़न
  • ठिक – ठीक
  • डाकूओं – डाकुओं
  • अंड्राईवर – ड्राइवर
  • ढकेला – धकेला
  • ढाँकना – ढाँकना
  • ढूँढना – ढूँढ़ना
  • तात्कालिक – तात्कालिक
  • तत्व – तत्त्व
  • तत्वाधान – तत्त्वावधान
  • तबियत – तबीयत
  • ताकी – ताकी
  • ताबूत – ताबूत
  • तिथी – तिथि
  • तिलस्म – तिलिस्म
  • तीनतरफा – तिनतरफ़ा
  • तुफान – तूफ़ान
  • तुम्हारे को – तुम्हें, तुमको
  • तुष्टिकरण – तुष्टीकरण
  • तृकालदर्शी – त्रिकालदर्शी
  • तैतीस – तैंतीस
  • त्योरी – त्यौरी
  • त्यौहार – त्योहार
  • त्रितीय – तृतीय
  • थरमाकोल – थर्माकोल
  • थेगली – थिगली
  • थिसिस – थीसीस
  • थूकना – थूकना
  • तूत्कार – थूत्कार
  • थ्योरी – थ्योरी
  • थ्रीलर – थ्रिलर
  • दंपत्ति – दंपति / दंपती
  • दमाद – दामाद
  • दयालू – दयालु
  • दरियायी – दरियाई
  • दवाइ – दवाई
  • दवाईयाँ – दवाइयाँ
  • दस्ताबेज – दस्तावेज़
  • दायित्त्व – दायित्व
  • दावपेच – दाँवपेंच
  • दिजिए – दीजिए
  • दिपक – दीपक
  • दिवानगी – दीवानगी
  • दिवाली – दीवाली
  • दुकाने – दुकानें
  • दुनियाँ – दुनियादुरदर्शन – दूरदर्शन
  • दुरावस्था – दुरवस्था
  • दुरुपयोग – दुरुपयोग
  • दुरुह – दुरूह
  • दुल्हे – दूल्हे
  • दुसरे – दूसरे
  • दृष्टा – द्रष्टा
  • दृष्य – दृश्य
  • देश – देश
  • दोपहिया – दुपहिया
  • द्वंद – द्वंद्व
  • धातूएँ – धातुएँ
  • धुरंदर – धुरंधर
  • धौकनी – धौंकनी
  • धौस – धौंस
  • ध्ररति – धरती
  • ध्रूपद – ध्रुपद
  • नकारा – नकारा
  • नक्षर्त – नक्षत्र
  • नगद – नक़द
  • नादान – नादान
  • नेपथ्य – नेपथ्य
  • नबाब – नवाब
  • नयी – नई
  • नाराज़ – नाराज़
  • नर्क – नरक
  • नवरात्री – नवरात्र
  • नही – नहीं
  • नाकोंदम – नाकोदमन
  • नास – नाश
  • निरमल – निर्मल
  • निरूपम – निरुपम
  • निरोग – नीरोग
  • निर्माणधीन – निर्माणाधीन
  • निलंवित – निलंबित
  • निशुल्क – नि:शुल्क
  • नुकसानदेय – नुकसानदेह
  • नुपुर – नूपुर
  • नेस्तनाबूत – नेस्तनाबूद
  • नोकरी – नौकरी
  • नौसीखिया – नौसिखिया
  • न्यायालय – न्यायालय
  • न्यौछावर – न्योछावर
  • न्यौता – न्योता
  • पक्षीगण – पक्षिगण
  • पजामा – पाजामा
  • पड़ौस – पड़ोस
  • पत्नी – पत्नी
  • परखच्चे – परखचे
  • परिणाम – प्रणाम
  • परलौकिक – पारलौकिक
  • परिपेक्ष्य – परिप्रेक्ष्य
  • परिवारिक – पारिवारिक
  • परिशिष्ठ – परिशिष्ट
  • परिस्थित – परिस्थिती
  • परीक्शा – परीक्षा
  • परिचय – परिचय
  • परीवार – परिवार
  • पर्देश – प्रदेश
  • पश्चाताप – पश्चात्ताप
  • पाँचवा – पाँचवाँ
  • पांडे – पांडेय
  • पितांबर – पीतांबर
  • पूर्णिमा – पूर्णिमा
  • पुर्नजन्म – पुनर्जन्म
  • पुर्नमतदन – पुनर्मतदान
  • पुर्नवास – पुनर्वास
  • पुर्नुत्थान – पुनरुत्थान
  • पुष्पांजली – पुष्पांजलि
  • पुस्तक – पुस्तक
  • पूँछकर – पूछकर
  • पूछना – पूछना
  • पूज्यनीय – पूजनीय
  • पूर्ती – पूर्ति
  • पूर्वार्द – पूर्वार्ध (पूर्वार्द्ध)
  • पेंचीदा – पेचीदा
  • पोधा – पौधा
  • प्राकृतिक – प्राकृतिक
  • प्रकृति – प्रकृति
  • प्रतिक्षा – प्रतीक्षा
  • प्रतिनिध – प्रतिनिधि
  • प्रदर्शिनी – प्रदर्शनी
  • प्रदेस – प्रदेश
  • प्रमाणिक – प्रामाणिक
  • प्रमात्मा – परमात्मा
  • प्रर्दशन – प्रदर्शन
  • प्रविन – प्रवीण
  • प्रविष्ट – प्रविष्ट
  • प्रसंस्करित – प्रसंस्कृत
  • प्राचीनतम् – प्राचीनतम
  • प्राण – प्राण
  • प्रोढ़ – प्रौढ़
  • फासी – फाँसी
  • फिट – फुट
  • फेहरिश्त – फ़ेहरिस्त
  • बंगला – बांग्ला (भाषा)
  • बंदरबाट – बंदरबाँट
  • बइमान – बेईमान
  • बकायदा – बाक़ायद
  • बजाए – बजाय
  • बज़ार – बाज़ार
  • बढ़ौत्तरी – बढ़ोतरी
  • बदाम – बादाम
  • बनिस्पत – बनिस्बत
  • बर्दाश्त/बर्दास्त – बरदाश्त
  • बल्व – बल्ब
  • बहु – बहू
  • बहुब्रीही – बहुव्रीही
  • वानर – वानर
  • बरात – बरात
  • बारीश – बारिश
  • बावत – बाबत
  • बिकराल – विकराल
  • बीमार – बीमार
  • वियोग – वियोग
  • विलास – विलास
  • बिसवा – बिस्वा
  • विहार – विहार
  • बीवी – बीवी (पत्नी)
  • बेंचना – बेचना
  • बेवजह – बेवजह
  • ब्रह्म – ब्रह्म
  • ब्रह्मण – ब्राह्मण
  • भड़काऊँ – भड़काऊ
  • भगवत्प्रेम – भगवत्प्रेम
  • भागेदारी – भागीदारी
  • भारतीय – भारतीय
  • भालूओं – भालुओं
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