UPSC Exam  >  UPSC Notes  >  इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi  >  प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन ( प्रश्न उत्तर ) - इतिहास,यु.पी.एस.सी

प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन ( प्रश्न उत्तर ) - इतिहास,यु.पी.एस.सी | इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi PDF Download

प्रश्न   1. प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान अश्वघोष ने अपनी किस पुस्तक में वर्णव्यवस्था एवं ब्राह्मणों के विशेषाधिकार पर प्रहार किया है?
 उत्तर:
वज्रसूची

प्रश्न 2.किस ग्रंथ में वर्ण-व्यवस्था में सबसे ऊपर ब्राह्मण का उल्लेख न होकर क्षत्रिय का है ?  
 उत्तर:
पालि धर्मग्रंथ

प्रश्न 3.मनुस्मृति में वैश्यों का मुख्य कर्तव्य क्या बताया गया है ?
 उत्तर:
पशुपालन

प्रश्न 4.बौद्धग्रंथों में अष्टकोटिविभव पद किसके लिए प्रयुक्त हुआ ?
 उत्तर:
वैश्य

प्रश्न 5.किस ग्रंथ में स्पष्टतः दासों को आर्य कहा गया है ?
 उत्तर: 
अर्थशास्त्रा

प्रश्न 6.वैतनिक अध्यापकों का उल्लेख प्राचीन भारत में किस साहित्यिक स्त्रोत में आया है ?
 उत्तर: 
मनुस्मृति

प्रश्न 7.भारत में जिस प्रकारद्धग्वेदिक काल के अंत में समाज का चार वर्णों में विभाजन किया गया था, उसी प्रकार किस अन्य सभ्यता में समाज का विभाजन चार श्रेणियों में किया गया था ?
 उत्तर:
ईरानी सभ्यता


प्रश्न 8.हिंदू समाज के पृथक् समूहों के लिए कास्ट शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया था ?
 उत्तर: 
पुर्तगाली


प्रश्न 9. मेगस्थनीज ने कहा था कि भारत में दास-प्रथा नहीं है। परंतु कौन सा स्रोत यह कहता है कि आर्यों की प्रकृति में ही दासता उपस्थित नहीं है ?
 उत्तर
: अर्थशास्त्रा

प्रश्न 10. यु( में पराजित को विजेता का दासत्व ग्रहण करना चाहिए, यह व्याख्या किस स्रोत से ली गई है ?
 उत्तर:
महाभारत

प्रश्न 11.भारत के किस एक मात्रा राज्य में दासों की मंडियां होने के ऐतिहासिक प्रमाण प्राप्त हुए हैं ?  
 उत्तर
: विजय नगर

प्रश्न 12.गोत्रा एवं प्रवर किस कालखण्ड में अस्तित्व में आये ?
 उत्तर: 
उत्तर वैदिक काल


प्रश्न 13. प्राचीन भारत की गोत्रा-व्यवस्था में मूल रूप से सात गोत्रा ही थे। बाद में एक अन्य आठवें गोत्रा की भी स्थापना हुई। यह आठवां गोत्रा क्या था ?  
 उत्तर:
अगस्त्य

प्रश्न 14. प्राचीन भारत में जनसंख्या का अनुमान किस आधार पर किया जाता था ?
 उत्तर: 
कुटुम्ब


प्रश्न 15. मिताक्षरा एवं दायभाग का सम्बन्ध किससे है ?
 उत्तर:
कौटुम्बिक विधा से

 प्रश्न 16. नालन्दा के दैनिक जीवन के विषय में जानकारी किस स्रोत से प्राप्त होती है ?  
 उत्तर:
ह्नेनसांग

प्रश्न 17.आसुर विवाह को आपत्तिरहित अनुमति किस व्यक्ति ने दी है ?
 उत्तर: 
कौटिल्य

प्रश्न 18.विवाह-विच्छेद की अनुमति एवं व्यवस्था किस ग्रंथ में है ?
 उत्तर:
अर्थशास्त्रा

प्रश्न 19. व्यभिचार के प्रसंग में स्त्राी की अपेक्षा पुरुष पर दुगने अर्थदण्ड की व्यवस्था कौन सा ग्रंथ देता है ?  
 उत्तर: 
अर्थशास्त्रा

प्रश्न 20.प्राचीन भारत में विधवा विवाह की सम्भावना को किस स्रोत में स्वीकारा गया है ?  
 उत्तर:
अर्थशास्त्रा

प्रश्न 21.प्राचीन भारत में कभी-कभी सम्पूर्ण गांव कर-संग्राहकों की कठोरता से बचने के लिए सामूहिक रूप से जंगलों में पलायन कर जाता था। ऐसा उल्लेख किस स्रोत से प्राप्त होता है ?
 ;उत्तर: 
जातक प्रथा

प्रश्न 22.भोपाल के निकट स्थित भोजपुर की झील प्राचीन भारत में सिंचाई का महत्वपूर्ण स्रोत थी। इसका निर्माण किसने करवाया था ?
 उत्तर: 
भोज परमार ने

प्रश्न 23.भारतीयों ने नारियल की खेती कहां से सीखी ?
 उत्तर:
दक्षिण-पूर्वी एशिया

प्रश्न 24.पशुवध के लिए मृत्युदण्ड की व्यवस्था किस ग्रंथ में है ?
 उत्तर: 
अर्थशास्त्रा

प्रश्न 25.प्राचीन भारत में चिकित्साशास्त्रा के अध्ययन के प्रमुख केन्द्र थे ? 
 उत्तर:
तक्षशिला एवं वाराणसी

प्रश्न 26.प्राचीन भारत में मनोरंजन का साधन ‘वृषभ यु(’ कहां प्रचलित था ?  
 उत्तर: 
दक्षिण में

प्रश्न 27.प्राचीन भारत में सर्वाधिक लोकप्रिय त्यौहार कौन सा था ?
 उत्तर:
होली

प्रश्न 28.प्राचीन भारत में अक्षप पद का अर्थ क्या था ?
 उत्तर:
पासा पेंफकने वाला

प्रश्न 29.बौद्ध धर्म की किस शाखा के शाकाहार पर ज्यादा बल दिया है ? 
 उत्तर:
महायान

प्रश्न 30.भेदक, प्रसन्ना, आसव, मौरेय आदि क्या थे ?
 उत्तर: 
सुरा के प्राकर

प्रश्न 31.प्राचीन भारत में वीरवाल नजिगर का अभिप्राय क्या था ?
 उत्तर:
भद्र व्यापारियों का समूह

प्रश्न 32.मौर्यकाल तक आते-आते ताम्रलिप्ति बंदरगाह व्यापार का प्रमुख केंद्र था ? इससे पहले उत्तर भारत के जलमार्गीय व्यापार का केंद्र कौन सा स्थान था ?  
 उत्तर: 
चम्पा

33.महरौली का लौहस्तम्भ मूलतः कहां स्थापित किया गया था ?
 उत्तर:
अम्बाला

प्रश्न 34.पृथ्वी की परिधि 500 योजन किस भारतीय वैज्ञानिक ने बताई थी ?
 उत्तर
: ब्रह्मगुप्त

 35.  विक्रम संवत अभी चैत्रामास से आरम्भ होता है। आरम्भिक काल में यह किस मास से आरम्भ होता था ?  
 उत्तर: 
कार्तिक


प्रश्न 36.  ×/0 = θ अनंत और  ×/0 = θ समीकरण किस भारतीय वैज्ञानिक ने दिया था ?
 उत्तर:
भास्काराचार्य


प्रश्न 37.  अणु सिद्धांतवाद के प्रवर्तक कौन थे ?  
 उत्तर:
कात्यायन


प्रश्न 38. अणुवाद किस वेदांग से सम्बद्ध था ?  
 उत्तर: 
वैशेषिक

प्रश्न 39. छौलमुग्र नामक तेल प्राचीन काल में किस रोग के लिए ओषधि के रूप में प्रयुक्त होता था ?  
 उत्तर:
कुष्ठरोग


प्रश्न 40. प्राचीन भारतीय समय गणना में 1 अहोरात्रा में कितने मुहूर्त होते थे ?
 उत्तर:
30

प्रश्न 41.भारतीय ज्योतिष के एक याम में कितने घंटे होते हैं ?
 उत्तर: 
तीन

प्रश्न 42. पुराणों की संख्या कितनी मानी गई है ?  
 उत्तर: 
अट्ठारह

प्रश्न 43. प्राचीन भारत में कितने मूल संस्कार प्रचलित थे ?
 उत्तर:
सोलह

प्रश्न 44. सबसे अधिक संस्कार किस आश्रम से जुड़े हैं ?
 उत्तर:
ब्रह्मचर्य आश्रम

प्रश्न 45. कौन सा विवाह ब्राह्मणों तक ही सीमित नहीं था ?
 उत्तर: 
प्रजापत्य विवाह
 

The document प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन ( प्रश्न उत्तर ) - इतिहास,यु.पी.एस.सी | इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi is a part of the UPSC Course इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi.
All you need of UPSC at this link: UPSC
398 videos|676 docs|372 tests

Top Courses for UPSC

FAQs on प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन ( प्रश्न उत्तर ) - इतिहास,यु.पी.एस.सी - इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi

1. प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन क्या थे?
उत्तर: प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन विभिन्न आधारों पर हुए थे। ये परिवर्तन धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रकृति के हो सकते थे। धर्म में परिवर्तन के उदाहरण में यथार्थवाद से आद्यात्मवाद तक का अंतर शामिल हो सकता है। सामाजिक परिवर्तन में वर्णाश्रम व्यवस्था, स्त्री पुरुष के भूमिका में परिवर्तन, विवाह प्रथा आदि शामिल हो सकते हैं। आर्थिक परिवर्तन में कृषि के विकास, व्यापार और वाणिज्य के बदलते प्रणालियाँ शामिल हो सकती हैं। राजनीतिक परिवर्तन में शासन के रूप, राज्य संगठन, नियमावली आदि में परिवर्तन शामिल हो सकता है।
2. प्राचीन भारतीय समाज में धार्मिक परिवर्तन कैसे हुए?
उत्तर: प्राचीन भारतीय समाज में धार्मिक परिवर्तन विभिन्न युगों में हुए। यथार्थवाद से आद्यात्मवाद की ओर परिवर्तन एक महत्वपूर्ण कदम था। यथार्थवाद में विद्या, यज्ञ, रिक्ति और कर्म के माध्यम से भगवान का अनुभव करने की बात कही जाती थी, जबकि आद्यात्मवाद में इंद्रियों का नियंत्रण, ध्यान और ध्यान के माध्यम से आत्मा का अनुभव करने की बात कही जाती थी। ये परिवर्तन विभिन्न धार्मिक धाराओं में दिखाई दे सकते हैं, जैसे वैष्णव, शैव, शाक्त, बौद्ध आदि।
3. प्राचीन भारतीय समाज में सामाजिक परिवर्तन कैसे हुए?
उत्तर: प्राचीन भारतीय समाज में सामाजिक परिवर्तन विभिन्न आधारों पर हुए। इसमें वर्णाश्रम व्यवस्था, स्त्री पुरुष के भूमिका में परिवर्तन, विवाह प्रथा आदि शामिल हो सकते हैं। वर्णाश्रम व्यवस्था में ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र के अलावा अन्य जातियों के आविष्कार के बारे में बदलाव देखा जा सकता है। स्त्री पुरुष के भूमिका में परिवर्तन में स्त्रियों को शिक्षा, शास्त्रीय अध्ययन और व्यापार में सक्षम माना जाना शामिल हो सकता है। विवाह प्रथा में अलग-अलग समाजों में विवाह के नियमों में परिवर्तन शामिल हो सकता है।
4. प्राचीन भारतीय समाज में आर्थिक परिवर्तन कैसे हुए?
उत्तर: प्राचीन भारतीय समाज में आर्थिक परिवर्तन विभिन्न आधारों पर हुए। इसमें कृषि के विकास, व्यापार और वाणिज्य के बदलते प्रणालियाँ शामिल हो सकती हैं। कृषि के विकास में नयी कृषि तकनीकों, नदी सिंचाई की व्यवस्था और खेती के तत्वों में बदलाव शामिल हो सकता है। व्यापार और वाणिज्य के बदलते प्रणालियों में विदेशी व्यापार, नगरों के विकास, शिल्प और वाणिज्यिक कार्यक्रम शामिल हो सकते हैं।
398 videos|676 docs|372 tests
Download as PDF
Explore Courses for UPSC exam

Top Courses for UPSC

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

Free

,

Viva Questions

,

video lectures

,

MCQs

,

Summary

,

Extra Questions

,

प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन ( प्रश्न उत्तर ) - इतिहास

,

Sample Paper

,

shortcuts and tricks

,

pdf

,

Previous Year Questions with Solutions

,

study material

,

past year papers

,

प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन ( प्रश्न उत्तर ) - इतिहास

,

Exam

,

Objective type Questions

,

यु.पी.एस.सी | इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi

,

Important questions

,

प्राचीन भारतीय समाज में परिवर्तन ( प्रश्न उत्तर ) - इतिहास

,

Semester Notes

,

यु.पी.एस.सी | इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi

,

practice quizzes

,

mock tests for examination

,

ppt

,

यु.पी.एस.सी | इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi

;