UPSC Exam  >  UPSC Notes  >  भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) for UPSC CSE in Hindi  >  महत्वपूर्ण प्रश्न (भाग - 4) - पारंपरिक अर्थव्यवस्था

महत्वपूर्ण प्रश्न (भाग - 4) - पारंपरिक अर्थव्यवस्था | भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) for UPSC CSE in Hindi PDF Download

प्रश्न:1. भारत सरकार के सार्वजनिक ऋण प्रचालनों को कौन संचालित करता है?
 उत्तर: 
भारतीय रिजर्व बैंक

प्रश्न: 2. ‘मनी आॅन काल’ (Money on Call)  क्या होता है?
 उत्तर:
माँग पर प्रतिदेय ऋण

प्रश्न: 3. पूँजीवादी अर्थव्यवस्था को कौन चलाता है ?
 उत्तर: 
कीमत-तंत्र

प्रश्न: 4. कौन सी मुद्रा को यूरोप संघ की सामान्य मुद्रा प्रचलत में लाया गया?
 उत्तर:
यूरो

प्रश्न: 5. कौन-सा शीर्ष प्राधिकरण सेवा कर एकत्र करने के लिए उत्तरदायी है?
 उत्तर:
केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड

प्रश्न: 6. भारतीय औद्योगिक विकास बैंक किस प्रकार की संस्था है?
 उत्तर:
वित्तीय संस्था   

प्रश्न: 7. किस अर्थव्यवस्था के अंतर्गत उत्पादन के साधनों पर किसी व्यक्ति या निजी संस्था का अधिकार रहता है?
 उत्तर:
पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में

प्रश्न: 8. उपभोक्ता की बचत की अवधारणा किसने दी थी?
 उत्तर:
ए. जे. ड्यूपीट

प्रश्न: 9. ‘तकनीकी प्रतिस्थापन की सीमान्त दर’ (MRTS) क्या बताती है?
 उत्तर: 
दो साधनों के बीच प्रतिस्थापन की दर, जबकि निर्गत (उत्पादन) का स्तर समान बना रहे

प्रश्न: 10. कीमत संबंधी दृढ़ता (Price Discrimination) किस बाजार में पायी जाती है?
 उत्तर: 
अल्पाधिकार

प्रश्न: 11. मुद्रा के परिमाण सिद्धांत का फोशर-दृष्टिकोण मुद्रा के किस कार्य पर अधिक बल देता है?
 उत्तर:
विनिमय का माध्यम

प्रश्न: 12. भारत में संरक्षण के उद्देश्य से लगाये जाने वाले आयात शुल्क सीमित अवधि के लिए होते हैं, जिनकी सिफारिश करता है-
 उत्तर: 
सीमा शुल्क आयेाग
 
प्रश्न: 13. भारत में कृषि आयकर किस सरकार द्वारा लगाया जा सकता है?
 उत्तर:
सिर्फ राज्य सरकार द्वारा

प्रश्न: 14. अपूर्ण प्रतियोगिता को ‘दुधारी तलवार’ किसने कहा है?
 उत्तर:
हर बार नये सिरे से बजट तैयार करना

प्रश्न: 15. योजना के उद्देश्य के रूप में आत्म-निर्भरता को प्रथम बार किस योजना में स्थान दिया गया?
 उत्तर:
श्रीमती जाॅन राॅबिन्सन

प्रश्न: 16. ‘हिन्दू-वृद्धि दर’ का सम्बन्ध किस अर्थशास्त्री से है?
 उत्तर:
चतुर्थ पंचवर्षीय योजना

प्रश्न: 17. सार्वजनिक उपक्रमों में कौन सबसे अधिक लाभ प्राप्त कर रहा है?
 उत्तर:
राजकृष्ण

प्रश्न: 18. भारत में नई आर्थिक नीति कब अपनाई गई?
 उत्तर:
1991      

प्रश्न: 19. पूँजीवादी आर्थिक विकास की प्रक्रिया की शूम्पीटर ने व्याख्या की है-
 उत्तर: 
सृजनात्मक विनाश के रूप में

प्रश्न: 20. राष्ट्रीय ऋण पर देय ब्याज सम्मिलित होता है-
 उत्तर: 
व्यक्तिगत आय में

प्रश्न: 21. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का ‘बैंक वाश इफेक्ट’ शब्दावली का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था?
 उत्तर:
गुन्नार मिर्डल

प्रश्न: 22. भारत में बचत में सबसे अधिक योगदान किस क्षेत्र का है?
 उत्तर:
धरेलू क्षेत्र

प्रश्न: 23. भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए घरेलू बचत (सकल) की औसत दर वर्तमान में किस परास में आकलित की गई है?
 उत्तर:
20 से 25  प्रतिशत

प्रश्न: 24. भारत में लीड बैंक योजना कब से प्रारम्भ की गई?
 उत्तर:
1969 से

प्रश्न: 25. पूंजी खाते में रुपए की पूर्ण परिवर्तनीयता हेतु दिशा-निर्देश सुझाने हेतु किसकी अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था जिसने अपनी रिपोर्ट भी प्रस्तुत कर दी है?
 उत्तर
: एस.एस. तारापोर

प्रश्न: 26. एशिया प्रशान्त आर्थिक सहयोग (APEC) ने किस वर्ष तक अपने सदस्य राष्ट्रों के बीच स्वतंत्र व्यापार का लक्ष्य निर्धारित किया है?
 उत्तर: 
2020 ई.

प्रश्न: 27. कृषि उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का निर्धारण कौन करता है?
 उत्तर:
कृषि लागत व कीमत आयोग

प्रश्न: 28. उपभोक्ता की बचत (Consumer's Surplus )  की अवधारणा किसने दी थी?
 उत्तर:
ए.जे. ड्यूपीट

प्रश्न: 29. एकाधिकारी प्रतियोगिता सिद्धांत का विकास किसने किया था?
 उत्तर:
 ई.एच. चैम्बरलीन

प्रश्न: 30. विकुंचित मांग वक्र की अवधारणा किसने की थी?
 उत्तर: 
पाॅल स्वीजी

प्रश्न: 31. कौन-सा सिद्धांत ब्याज दर का नव-शास्त्रीय सिद्धांत कहलाता है?
 उत्तर:
उधारदेय कोष सिद्धांत

प्रश्न: 32. ”मुद्रा वह है, जो मुद्रा का कार्य करे।“ यह परिभाषा किसने दी है?
 उत्तर: 
हार्टले विदर्स

प्रश्न: 33. तुलनात्मक लागत सिद्धांत के प्रतिस्पद्र्धा सिद्धांत के ‘दुर्लभ साधनों की उपलब्धता’ (The Availability of Scarce Reasources) का विचार किसकी देन है?
 उत्तर: 
आई.बी. क्रैविस

प्रश्न: 34. विनिमय दर के निर्धारण संबंधी ‘क्रयशक्ति समता सिद्धांत’ का प्रतिपादन किसने किया है?
 उत्तर:  
गुस्टाव कैसल

प्रश्न: 35. ‘प्रौद्योगिकीय द्वैतवाद’ (Technological Dualisen) का प्रतिपादन किसने किया है?
 उत्तर: 
बी. हिगिन्स

प्रश्न: 36. दीर्घकालीन विकास संबंधी सोलो माॅडल किस माॅडल के ऊपर एक प्रमुख सुधार है?
 उत्तर:
हैरोड-डोमर माॅडल

प्रश्न: 37. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा करेंसी किस आधार पर जारी की जाती है?
 उत्तर: 
न्यूनतम कोष पद्धति के आधार पर
 
प्रश्न: 38. शुक्ला आयोग का सम्बन्ध किससे है?
 उत्तर:
 आधारभूत न्यूनतम सेवाओं में विकलांग तथा आधारित संरचना विकास में गैप से

प्रश्न: 39. नाबार्ड (NABARD) की स्थापना किस पंचवर्षीय योजना के दौरान की गई थी?
 उत्तर:
छठवीं

प्रश्न: 40. विश्व व्यापार संगठन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एस. नारायनन को किस परिषद् का अध्यक्ष बनाया गया है?
 उत्तर:
वस्तुओं के व्यापार पर समिति

प्रश्न: 41. मधु दण्डवते समिति का सम्बन्ध किससे है?
 उत्तर:
सार्वजनिक क्षेत्रा की परियोजनाओं के समय से तथा निर्धारित लागत से पूरा न होने के कारणों की जांच से।

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FAQs on महत्वपूर्ण प्रश्न (भाग - 4) - पारंपरिक अर्थव्यवस्था - भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) for UPSC CSE in Hindi

1. पारंपरिक अर्थव्यवस्था क्या होती है?
उत्तर. पारंपरिक अर्थव्यवस्था एक विशेष आर्थिक प्रणाली होती है जिसमें वस्त्र, खाद्य, निर्माण सामग्री, उपकरण आदि के व्यापार को परंपरागत तरीके से किया जाता है। इस प्रणाली में खेती, शिल्प, व्यापार और व्यापारिक क्रियाओं को पीढ़ीबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जाता है।
2. भारत में पारंपरिक अर्थव्यवस्था किन कारणों से महत्वपूर्ण है?
उत्तर. भारत में पारंपरिक अर्थव्यवस्था कई कारणों से महत्वपूर्ण है। यह देश की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है, जो उनकी पहचान और पहचान निर्माण करती है। इसके साथ ही, यह आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करती है और ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाले व्यापार मेलों को बढ़ावा देती है।
3. पारंपरिक अर्थव्यवस्था के लिए कौन-कौन से उदाहरण हैं?
उत्तर. पारंपरिक अर्थव्यवस्था के कई उदाहरण हैं। इनमें शीशे की बोतलों का उद्योग, बांस के बने वस्त्र व्यापार, भूमि पर आधारित खेती, जूट के वस्त्र उद्योग, धातु उद्योग, विभिन्न राज्यों के निर्माण सामग्री का व्यापार, ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाले व्यापार मेले आदि शामिल हैं।
4. पारंपरिक अर्थव्यवस्था के क्या लाभ हैं?
उत्तर. पारंपरिक अर्थव्यवस्था के कई लाभ हैं। यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखती है, जो एक समुदाय की पहचान के रूप में सेवा करती है। इसके साथ ही, यह ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का अवसर प्रदान करती है और उनकी आर्थिक विकास में मदद करती है। इसका उचित प्रबंधन और प्रशासनिक समर्थन करने से यह एक सामरिक और प्रभावी अर्थव्यवस्था का निर्माण कर सकती है।
5. पारंपरिक अर्थव्यवस्था के लिए वर्तमान में कौन-कौन सी चुनौतियाँ हैं?
उत्तर. पारंपरिक अर्थव्यवस्था के लिए वर्तमान में कई चुनौतियाँ हैं। इनमें तकनीकी प्रगति, विदेशी वस्तुओं की प्रवाह, बदलती खेती प्रणाली, व्यापार में नई तकनीकों का उपयोग आदि शामिल हैं। इन चुनौतियों का सामान्य उद्देश्य इस पारंपरिक प्रणाली को स्थायी और सुरक्षित बनाए रखना है और साथ ही उसकी प्रगति और विकास को सुनिश्चित करना है।
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