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भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (History) - UPSC Previous Year Questions | UPSC Topic-wise Previous Year Questions (Hindi) PDF Download

प्रश्न.1. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के संदर्भ में, निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:
भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (History) - UPSC Previous Year Questions | UPSC Topic-wise Previous Year Questions (Hindi)
उपर्युक्त में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेलित है/हैं? [2019]
(क) केवल 1
(ख) केवल 1 और 2
(ग) केवल 3
(घ) 1, 2 और 3
उत्तर.
(घ)
उपाय: उपर्युक्त दिए गए तीनों युग्म सही सुमेलित है|

प्रश्न.2. भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
(1) महात्मा गाँधी ‘गिरमिटिया (इंडेचर्ड लेबर)’ प्रणाली के उन्मूलन में सहायक थे।
(2) लाॅर्ड चेम्सफोर्ड की ‘वाॅर काॅन्फरेन्स’ में महात्मा गाँधी ने विश्व युद्ध के लिए भारतीयों की भरती से संबंधित प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया था।
(3) भारत के लोगों द्वारा नमक कानून तोड़े जाने के परिणामस्वरूप, औपनिवेशिक शासकों द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को अवैध घोषित कर दिया गया था।
उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही है? [2019]

(क) केवल 1 और 2
(ख) केवल 1 और 3
(ग) केवल 2 और 3
(घ) 1, 2 और 3
उत्तर.
(ख)
उपाय: भारत के वाइसराय लाॅर्ड चेम्सफोर्ड ने विभिन्न भारतीय नेताओं काे युद्ध सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। गाँधी काे भी आमंत्रित किया गया था। गाँधी ने इस सम्मेलन मे विश्व युद्ध के लिए भारतीयाें की भर्ती से संबंधित प्रस्ताव का पूर्ण रूप से समर्थन किया।

प्रश्न.3. स्वदेशी आंदोलन के संदर्भ में, निम्लिखित कथनों पर विचार कीजिए:
(1) इसने देशी शिल्पकारों के कौशल तथा उद्योगों को पुनर्जीवित करने में योगदान किया।
(2) स्वदेशी आंदोलन के एक अवयव के रूप में राष्ट्रीय शिक्षा परिषद् की स्थापना हुई थी।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं? [2019]
(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 1 और 2 दोनों
(घ) न तो 1, न ही 2

उत्तर. (ग)
उपाय: स्वदेशी आंदोलन महात्मा गाँधी के स्वतंत्रता आन्दोलन का केंद्र बिन्दु था। उन्होंने इसे स्वराज की आत्मा भी कहा था। स्वदेशी का अर्थ है अपने देश का। इस रणनीति के अन्तर्गत ब्रिटेन में बने माल का बहिष्कार करना- तथा भारत में बने माल का अधिकाधिक प्रयोग करके ब्रिटेन काे आर्थिक हानि पहुँचाना व भारत के लोगों के लिए रोज़गार सृजन करना था। इस आन्दोलन के परिणामस्वरूप 15 अगस्त, 1906 ई. काे एक राष्ट्रीय शिक्षा परिषद की स्थापना की गयी। स्वदेशी आन्दोलन का प्रभाव सांस्कृतिक क्षेत्र पर भी पड़ा। रवीन्द्रनाथ टैगोर ने इसी समय आमार सोनार बंगला नामक गीत लिखा, जो 1971 ई. में बांग्लादेश का राष्ट्रीय ‘गाना’ बना।

प्रश्न.4. 1920 में निम्नलिखित में से किसने अपना नाम परिवर्तित कर ‘‘स्वराज्य सभा’’ रख लिया? [2018]
(क) ऑल इंडिया होम रूल लीग
(ख) हिन्दू महासभा
(ग) साउथ इंडियन लिबरल फेडरेशन
(घ) द सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी

उत्तर. (क)
उपाय: होमरुल आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में प्रथम अखिल भारतीय जन आंदोलन था, जिसका नेतृत्व तिलक एवं श्रीमती ऐनी बेसेन्ट द्वारा किया गया। वर्ष 1920 में ऑल इण्डिया होमरुल लीग ने अपना नाम बदलकर स्वराज्य सभा रख लिया।

प्रश्न.5. निम्नलिखित में से कौन-सा एक चम्पारण सत्याग्रह का अति महत्त्वपूर्ण पहलू है?   [2018]
(क) राष्ट्रीय आंदोलन में अखिल भारतीय स्तर पर अधिवक्ताओं, विद्यार्थियों और महिलाओं की सक्रिय सहभागिता
(ख) राष्ट्रीय आंदोलन में भारत के दलित और आदिवासी समुदायों की सक्रिय भागीदारी
(ग) भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में किसान असंतोष का सम्मिलित होना
(घ) रोपण फ़सलों तथा वाणिज्यिक फ़सलों की खेती में भारी गिरावट

उत्तर. (ग)
उपाय: 1917 मे चंपारण मे नील की खेती करने वाले किसानों के प्रति यूरोपीयन अधिकारियाें के अत्याचाराें के विरोध में गाँधी जी द्वारा प्रथम सत्याग्रह किया गया। ग्रामीण क्षेत्राें में जाकर उन्होंने लोगों से सीधे सम्पर्क बना लिए थे और जिस भाषा काे वह समझते थे उसी भाषा में वे उन किसानाें के हिताें के बारे में बातें करते थे। पहली बार किसान एक नये ढगं के नेतृत्व मे एक राजनीतिक आंदोलन की ओर आकर्षित हुए। इस आन्दोलन ने गाँधी जी को राष्ट्रीय स्तर का नेता बना दिया।

प्रश्न.6. संथाल विद्रोह के शांत हो जाने के बाद, औपनिवेशिक शासन द्वारा कौन-सा/से उपाय किया गया/किए गए?
(1) ‘संथाल परगना’ नामक राज्यक्षेत्रों का सृजन किया गया।
(2) किसी संथाल का गै़र-संथाल को भूमि अंतरण करना गै़रकानूनी हो गया।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए: [2018]
(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 1 और 2 दोनों
(घ) न तो 1, न ही 2
उत्तर. 
(ग)
उपाय: 1855-56 के संथाल विद्रोह के बाद संथाल परगना का निर्माण कर दिया गया, जिसके लिए 5500 वर्गमील का क्षेत्र भागलपुर और बीरभूम जिलाें में से लिया गया। औपनिवेशिक राज्य को आशा थी कि संथालाें के लिए नया परगना बनाने और उसमें कुछ विशेष कानून (जैसे किसी संथाल का गैर-स्थाल काे भूमि अंतरण करना गैर-कानूनी हाे गया) लागू करने से संथाल लोग संतुष्ट हाे जायेंगे।

प्रश्न.7. उन्होंने मैज़िनी, गैरिबाॅल्डी, शिवाजी तथा श्रीकृष्ण की जीवनी लिखी; वे अमेरिका में कुछ समय के लिए रहे; तथा वे केन्द्रीय सभा के सदस्य भी निर्वाचित हुए। वे थेः- [2018]
(क) अरविंद घोष
(ख) विपिन चन्द्र पाल
(ग) लाला लाजपत राय
(घ) मोतीलाल नेहरू

उत्तर. (ग)
उपाय: लाला लाजपत राय ने इटली के देश भक्त जोसेप मैज़िनी, गैरिबाॅल्डी, शिवाजी, श्रीकृष्ण और दयानन्द की जीवनी लिखी। वे 1914-1919 तक अमेरिका में रहे। वे 1924 में कांग्रेस छोड़कर स्वराज पार्टी मे शामिल हुए तथा केंद्रीय असेम्बली के सदस्य चुने गए।

प्रश्न.8. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
(1) फैक्टरी एक्ट, 1881 औद्योगिक कामगारों की मजदूरी नियत करने के लिए और कामगारों को मजदूर संघ बनाने देने की दृष्टि से पारित किया गया था।
(2) एन.एम. लोखंडे ब्रिटिश भारत में मज़दूर आन्दोलन सगंठित करने में अग्रगामी थे।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? [2017]

(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 1 और 2 दोनों
(घ) न तो 1 न ही 2
उत्तर. 
(ख)
उपाय: लार्ड रिपन ने फैक्ट्री एक्ट 1881 भारत में फैक्ट्री श्रमिकाें के कार्य स्थिति मे सुधार हेतु लागू किया था। सात वर्ष से कम आयु के बच्चों का फैक्ट्री में कार्य करना प्रतिबंधित किया। इसने बच्चाें के कार्य करने की अवधि घटाई। खतरे से युक्त मशीनों काे घेराबंदी हेतु सुनिश्चित किया जिससे श्रमिकों काे नुकसान न पहुँचे| अतः कथन (1) गलत है।
- एन.एस. लोखंडे (1848-1897) भारत में श्रमिक आंदोलन के अग्रणी थे| उन्होनें 1880 में सप्ताहिक ‘दीनबंधु’ की शुरुआत की थी। सन् 1890 में बॉम्बे मिल हैंड एसोसिएशन की स्थापना की। अतः कथन (2) सही है। इस प्रकार उत्तर ‘B’ है।

प्रश्न.9. 1929 का व्यापार विवाद अधिनियम (ट्रेड डिस्प्यूट्स एक्ट) निम्नलिखित में से किसका उपबंध करता है? [2017]
(क) उद्योगों के प्रबंधन में कामगारों की भागीदारी
(ख) औद्योगिक झगड़ों के दमन के लिए प्रबंधन के पास मनमानी करने की शक्ति
(ग) व्यापार विवाद की स्थिति में ब्रिटिश न्यायालय द्वारा हस्तक्षेप
(घ) अधिकरणों (ट्रिब्यूनल्स) की प्रणाली तथा हड़तालों पर रोक

उत्तर. (घ)
उपाय: व्यापार विवाद अधिनियम 1929 ने एक अधिकरण के स्थापना की व्यवस्था की, जिससे श्रमिक विवादाें का समाधान निकाला जा सके। सार्वजनिक सेवाओं में उस समय तक हडत़ाल नहीं की जा सकती थी, जब तक प्रत्येक श्रमिक लिखित रूप से एक मास की पूर्व सूचना प्रशासन काे न दे दे।

प्रश्न.10. 1927 की बटलर कमेटी का उद्देश्य था  [2017]
(क) केन्द्रीय एंव प्रांतीय सरकारों की अधिकारिता निश्चित करना।
(ख) भारत के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट की शक्तियां निश्चित करना।
(ग) राष्ट्रवादी प्रेस पर सेंसर व्यवस्था अधिरोपित करना।
(घ) भारत सरकार एवं देशी रियासतों के बीच सम्बन्ध सुधारना।

उत्तर. (घ)
उपाय: बटलर कमेटी को भारतीय राज्यों की समिति के रूप में भी जाना जाता था। 1927 में हरकोर्ट बटलर की अध्यक्षता में इस समिति की नियुक्ति की गयी थी। इसने सर्वाेपरि शक्ति अर्थात् भारत सरकार और देसी रियासताें के राजाओं के बीच संबंधों की जाँच की।

प्रश्न.11. भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के संबंध में, निम्नलिखित घटनाओं पर विचार कीजिएः
(1) राॅयल इंडियन नेवी में गदर
(2) भारत छोड़ो आंदोलन का प्रारंभ
(3) द्वितीय गोल मेज सम्मेलन
उपर्युक्त घटनाओं का सही कालानुक्रम क्या है? [2017]

(क) 1-2-3
(ख) 2-1-3
(ग) 3-2-1
(घ) 3-1-2
उत्तर.
(ग)
उपाय: द्वितीय ‘गोलमेज’ सम्मलेन 1931 में भारत छोड़ो आंदोलन का प्रारंभ 1942 में तथा राॅयल इंडियन नेवी में गदर (नौसेना विद्रोह) 1946 में हुआ था।

प्रश्न.12. भारतीय इतिहास के संदर्भ में, द्वैध शासन (डायआर्की)’ सिद्धांत किसे निर्दिष्ट करता है। [2017]
(क) केन्द्रीय विधानमण्डल का दो सदनों में विभाजन।
(ख) दो सरकारों, अर्थात केन्द्रीय और राज्य सरकारों का शुरू किया जाना।
(ग) दो शासक-समुच्चय, एक लन्दन में और दूसरा दिल्ली में होना।
(घ) प्रान्तों को प्रात्यायोजित विषयों का दो प्रवर्गों में विभाजन।
उत्तर.
(घ)
उपाय: भारत में प्रांतीय द्वैध शासन प्रणाली की स्थापना की गई थी। यह एक ऐसी व्यवस्था थी जिसको प्रांतीय विषयाें काे दाे भागाें - आरक्षित तथा हस्तांतरित में बाँटा गया था।

प्रश्न.13. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिएः
(1) राधाकांत देब - ब्रिटिश इंडियन एसोसिएशन के प्रथम अध्यक्ष
(2) गजुलु लक्ष्मीनरसु चेट्टी - मद्रास महाजन सभा के संस्थापक
(3) सुरेन्द्रनाथ बनर्जी - इंडियन एसोसिएशन के संस्थापक
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं? [2017]

(क) केवल 1
(ख) केवल 1 और 3
(ग) केवल 2 और 3
(घ) 1, 2 और 3
उत्तर.
(ख)
उपाय: ब्रिटिश इंडियन एसोसिएशन के प्रथम अध्यक्ष राधाकान्त देब, उपाध्यक्ष राजा कलिकृष्ण देब तथा सचिव देवेन्द्र नाथ टैगोर थे।
मद्रास महाजन सभा की स्थापना 1884 में वी. राघवाचरियर, जी. सबुह्म्रण्यम अय्यर तथा आनन्द चालू द्वारा की गयी थी। 1876 में सुरेन्द्रनाथ बनर्जी तथा आनन्द मोहन बोस ने इंडियन एसोसिएशन की स्थापना की थी, जो भारत की पहली आधिकारिक राष्ट्रवादी संस्था थी।

प्रश्न.14. निम्नलिखित में से कौन, ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में रैयतवाड़ी बंदोबस्त के प्रारंभ किए जाने से संबंद्ध था/थे?
(1) लाॅर्ड काॅर्नबाॅलिस
(2) अलेक्जैंडर रीड
(3) थाॅमस मुनरो
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।: [2017]

(क) केवल 1
(ख) केवल 1 और 3
(ग) केवल 2 और 3
(घ) 1, 2 और 3

उत्तर. (ग)
उपाय: लार्ड कार्नवालिस का संबंध स्थायी बंदोबस्त (1793) से था। रैयतबाड़ी प्रणाली की योजना एलेक्जेंडर रीड तथा थाॅमस मुनरों द्वारा तैयार की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों द्वारा सीधे रैयताें (कृषक) से भू-राजस्व की वसूली करना था।

प्रश्न.15. ‘स्वदेशी’ और ‘बहिष्कार’ पहली बार किस घटना के दौरान संघर्ष की विधि के रूप में अपनाए गए थे? [2016]
(क) बंगाल विभाजन के विरूद्ध आंदोलन
(ख) होम रूल आंदोलन
(ग) असहयोग आंदोलन
(घ) साइमन कमीशन की भारत यात्रा

उत्तर. (क)
उपाय: स्वदेशी और बहिष्कार आंदोलन भारतीयाें द्वारा ब्रिटिश शासन का विरोध करने का प्रयास था। यह तब शुरू हुआ, जब ब्रिटिश अधिकारियों ने बंगाल प्रांत का विभाजन, बंगाली, हिंदी और उड़िया भाषा तथा हिंदू और मुस्लिम धर्म के आधार पर किया। भारतीयाें ने ब्रिटिश उत्पादाें का बहिष्कार करके केवल भारत में बनी वस्तुओं का प्रयोग करने का निर्णय लिया।
1905 में बंगाल विभाजन के विरुद्ध स्वदेशी और बहिष्कार आंदोलन शुरू हुआ।

प्रश्न.16. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
(1) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष सरोजिनी नायडू थीं।
(2) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष बदरुद्दीन तय्यब जी थे।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है? [2015]

(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 1 और 2 दोनों
(घ) न तो 1 और न ही 2
उत्तर.
(ख)
उपाय: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष ऐनी बेसेंट थी। इन्होने 1917 मे कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता की।
बदरुद्दीन तैयब जी कांग्रेस के प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष थे। इन्होंने 1887 मे कांग्रेस के मद्रास अधिवेशन की अध्यक्षता की।

प्रश्न.17. निम्नलिखित में से किसने अप्रैल 1930 में नमक कानून को तोड़ने के लिए तंजौर तट पर एक मार्च का आयोजन किया? [2015]
(क) वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई
(ख) सी. राजगोपालाचारी
(ग) के. कामराज
(घ) एनी बेसेंट
उत्तर.
(ख)
उपाय: अप्रैल 1930 मे सी. राजगोपालाचारी ने 1 मार्च (अभियान) का संचालन किया था जाे नमक कानून काे तोड़ने के लिए तंजौर के समुद्री तट पर त्रिचनापल्ली से वेद अरण्यम तक किया गया था।

प्रश्न.18. रौलट सत्याग्रह के सन्दर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है?
(1) रौलट अधिनियम, ‘सेडिशन कमेटी’ की सिफारिश पर आधाारित था।
(2) रौलट सत्याग्रह में, गांधीजी ने होम रूल लीग का उपयोग करने का प्रयास किया।
(3) साइमन कमीशन के आगमन के विरुद्ध हुए प्रदर्शन रौलट सत्याग्रह के साथ-साथ हुए ।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए। [2015]

(क) केवल 1
(ख) केवल 1 और 2
(ग) केवल 2 और 3
(घ) 1, 2 और 3
उत्तर. 
(ख)
उपाय: महात्मा गाँधी ने रौलट अधिनियम के विरोध में एक अभियान चलाया तथा 24 फरवरी 1919 ई. काे बम्बईं  में सत्याग्रह सभा की स्थापना की। रौलट एक्ट ब्रिटिशाें काे बंदी प्रत्यक्षीकरण के अधिकार काे स्थगित करने संबंधी शक्तियां प्रदान करता था। रौलट अधिनियम, ‘सेडिसन समिति’ की सिफारिश पर आधारित था। रौलट सत्याग्रह में, गाँधी जी ने होमरूल लीग का उपयोग करने का प्रयास किया।

प्रश्न.19. कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करेंः
(1) इसने ब्रिटिश वस्तुओं के बष्किार और करों की चोरी की वकालत की।
(2) यह सर्वहारा वर्ग की तानाशाही स्थापित करना चाहता था।
(3) इसने अल्पसंख्यकों और उत्पीडित वर्गों के लिए अलग निर्वाचक मंडल की वकालत की।
उपर दिए गए कथनों में से कौन सा सही है/हैं? [2015]

(क) केवल 1 और 2
(ख) केवल 3
(ग) 1, 2 और 3
(घ) कोई नहीं
उत्तर.
(घ)
उपाय: सभी कथन गलत हैं।

प्रश्न.20. निम्नलिखित में से किस आन्दोलन के कारण भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का विभाजन हुआ जिसके परिणामस्वरूप ‘नरम दल’ और ‘गरम दल’ का उद्भव हुआ?    (2015)
(क) स्वदेशी आन्दोलन
(ख) भारत छोड़ो आन्दोलन
(ग) असहयोग आन्दोलन
(घ) सविनय अवज्ञा आन्दोलन

उत्तर. (क)
उपाय: स्वदेशी आन्दोलन की शुरुआत बंगाल विभाजन के परिणामस्वरूप (1905 ई.) में हुई जिसमें ब्रिटिश वस्तुओं का बहिष्कार किया गया आरै स्वदेशी उत्पादन काे प्रोत्साहन दिया गया। गरम दल (उग्रवादी) के समर्थक स्वदेशी आन्दोलन काे पूरे भारत मे लागू करना चाहते थे जबकि नरम दल (नरमपंथी) के समर्थक स्वदेशी आन्दोलन काे सिर्फ बंगाल तक सीमित रखना चाहते थे। मतभेद बढ़ता रहा तथा 1907 मे कांग्रेस के सूरत अधिवेशन मे कांग्रेस नरम दल एवं गरम दल मे विभाजित हाे गई।

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FAQs on भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (History) - UPSC Previous Year Questions - UPSC Topic-wise Previous Year Questions (Hindi)

1. भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन क्या है?
उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है जिसके दौरान भारतीयों ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। यह आन्दोलन 1857 से 1947 तक चला और इसका परिणामस्वरूप भारत में स्वतंत्रता मिली।
2. क्रांति और आन्दोलन के बीच क्या अंतर है?
उत्तर: क्रांति और आन्दोलन दोनों ही एक सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया हैं। हालांकि, इनमें कुछ अंतर होता है। क्रांति एक बड़े स्तर पर व्यापक परिवर्तन को दर्शाती है, जबकि आन्दोलन एक संगठित और जनमत के आधार पर होने वाले प्रदर्शन को दर्शाता है। आन्दोलन एक उपाय हो सकता है जो क्रांति के लिए आवश्यक होता है।
3. भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में कौन-कौन से महत्वपूर्ण घटनाक्रम थे?
उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में कुछ महत्वपूर्ण घटनाक्रम शामिल थे, जैसे कि 1857 का सिपाही विद्रोह, गांधी की असहयोग आन्दोलन, नमक आन्दोलन, स्वाधीनता संग्राम, भारत छोड़ो आन्दोलन, भारतीय संविधान निर्माण आदि। ये सभी घटनाक्रम भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण थे और भारतीय स्वतंत्रता के प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाईं।
4. भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के इतिहास में कौन-कौन से महान स्वतंत्रता सेनानी थे?
उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के इतिहास में कई महान स्वतंत्रता सेनानी थे। कुछ महत्वपूर्ण नाम शामिल हैं - महात्मा गांधी, भगत सिंह, राजगुरु, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह, सरोजिनी नायडू आदि। ये सभी स्वतंत्रता सेनानी अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान वीरों में सम्मिलित हैं।
5. भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन की सफलता के पीछे क्या कारण थे?
उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन की सफलता के पीछे कई कारण थे। कुछ मुख्य कारणों में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुई एकता, जनहित के लिए समर्पण, स्वतंत्रता के लिए अथक प्रयास, विद्रोह और आंदोलनों में जन-भागीदारी, संघर्षों में गांधीवादी तकनीकों का उपयोग, अंग्रेजी शासन के खिलाफ अनुशासन और विचारशीलता आदि शामिल हैं। ये सब कारण भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिए।
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