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भारतीय अर्थवयवस्था का तृतीयक क्षेत्र (Economics) - UPSC Previous Year Questions | UPSC Topic-wise Previous Year Questions (Hindi) PDF Download

प्रश्न.1. किसी भी देश के संदर्भ में, निम्नलिखित में से किसे उस देश की सामाजिक पूँजी (सोशल कैपिटल) के भाग के रूप में समझा जाएगा?     [2019]
(क) जनसंख्या में साक्षरों का अनुपात
(ख) इसके भवनों, अन्य आधारिक संरचना और मशीनों का स्टाॅक
(ग) कार्यशील आयु समूह में जनसंख्या का आमाप
(घ) समाज में आपसी भरोसे और सामंजस्य का स्तर

उत्तर. (घ)
उपाय:
  
सामाजिक पूँजी एक आर्थिक विचार है जो व्यक्तियों और संस्थाओं के बीच संबंधों को संदर्भित करता है जो कि आर्थिक रूप से मूल्यवान हो सकते हैं। एक ऐसा सामाजिक नेटवर्क जिसमें एक-दूसरे पर भरोसा और सहायता करने वाले लोग शामिल होते हैं, एक शक्तिशाली पूँजी हो सकती है।

प्रश्न.2. पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा उन विदेशी निवेशकों को, जो स्वयं को सीधे पंजीकृत कराए बिना भारतीय स्टाॅक बाजार का हिस्सा बनना चाहते हैं, निम्नलिखित में से क्या जारी किया जाता है?     [2019]
(क) जमा प्रमाण-पत्र
(ख) वाणिज्यिक पत्र
(ग) वचन-पत्र (प्राॅमिसरी नोट)
(घ) सहभागिता पत्र (पार्टिसिपेटरी नोट
)
उत्तर. (घ)
उपाय:

सहभागिता पत्र (P-Notes), विदेशी निवेशकों को पंजीकृत एफआईआ द्वारा जारी किए जाते हैं, जो बाजार नियामक प्राधिकरण सेबी के साथ खुद को पंजीकृत किए बिना भारत में शेयर बाजारों में निवेश करना चाहते हैं।

प्रश्न.3. सेवा क्षेत्र उपागम किसके कार्यक्षेत्र के अधीन कार्यान्वित किया गया था?     [2019]
(क) एकीकृत ग्रामीण विकास कार्यक्रम
(ख) अग्रणी बैंक योजना (लीड बैंक स्कीम)
(ग) महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना
(घ) राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन
उत्तर.
 (ख)
उपाय:

अग्रणी बैंक योजना जिलों में बैंकिंग व्यवस्था सुधारने के लिए गाडगिल समिति की सिफारिशों पर 1969 में शुरू की गयी। यह बैंक जिला स्तर पर ऋणों की योजना बनाने विशिष्ट कार्यक्रमों में दूसरे बैंकों का सहयोग लेने तथा निश्चित कार्यक्रमों के लिए ऋण जुटाने में सभी वित्तीय संस्थानों में समन्वय कायम करने का प्रयास करता है।

प्रश्न.4. निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन वैध मुद्रा (लीगल टेंडर मनी) के अर्थ कों सही वर्णित करता है?     [2018]
(क) न्यायालय में विधिक मामलों के लिए फीस कों चुकाने में जो मुद्रा दी जाती है
(ख) वह मुद्रा जो कोई ऋणदाता अपने दावों कों निपटाने में स्वीकार करने के लिए बाध्य होता है
(ग) चैक, ड्राफ्रट, विनिमय बिलों, आदि के रूप में बैंक मुद्रा
(घ) किसी देश में चलन में धातु मुद्रा
उत्तर.
 (ख)
उपाय:

वैध मुद्रा के संदर्भ में दिये गये विकल्पों में कोई भी विकल्प पूर्णत: परिभाषित नहीं कर रहा है। विकल्प '' वैधमुद्रा के संबंध में दिये गये विकल्पों में सबसे उपयुक्त विकल्प है।

प्रश्न.5. भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के संचालन के संबंध में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. पिछले दशक में भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूँजी के अंतर्वेशन में लगातार वृद्धि हुई है।
2. सावर्जनिक क्षेत्र के बैंकों कों सुव्यवस्थित करने के लिए मूल भारतीय स्टेट बैंक के साथ उसके सहयोगी बैंको का विलय किया गया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
     [2018]
(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 1 और 2 दोनों
(घ) न तो 1, न ही 2

उत्तर. (ख)
उपाय:

भारत सरकार द्वारा पिछले वर्षों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूँजी का अंतर्वेशन किया गया अर्थात सरकार ने पूँजी लगाया। इसमें वृद्धि की अविरलता नहीं देखी गयी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों कों सुव्यवस्थित करने के लिए इन्हें आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने हेतु भारतीय स्टेट बैंक के साथ इसके सहयोगी बैंकों को विलय किया गया।

प्रश्न.6. ‘‘वैश्विक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (Global Financial Stability Report) किसके द्वारा तैयार की जाती है?     [2016]
(क) यूरोपीय केन्द्रीय बैंक
(ख) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
(ग) अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निमाण एंव विकास बैंक
(घ) आर्थिक सहयोग तथा विकास संगठन (Organization for Economic Cooperation and Development)

उत्तर. (ख)
उपाय:

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, वैश्विक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट तैयार करता है। यह रिपोर्ट वर्ष में दो बार तैयार की जाती है- बसंत तथा पतझड़ के समय। आईएमएफ के वर्ल्ड इकोनाॅमिक आउट लुक में चर्चित आर्थिक मुद्दों के वित्तीय जटिलताओं पर यह रिपोर्ट प्रकाश डालती है।

प्रश्न.7. निम्नलिखित में से किसको/किनको भारत सरकार के पूंजी बजट में शामिल किया जाता है?     [2016]
1. सड़कों इमारतों, मशीनरी आदि जैसी परिसंपतियों के अधिग्रहण पर व्यय
2. विदेशी सरकारों के प्राप्त ऋण
3. राज्यों और संघ राज्यक्षेत्रों को अनुदत ऋण और अग्रिम
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(क) केवल 1
(ख) केवल 2 और 3
(ग) केवल 1 और 3
(घ) 1, 2, और 3

उत्तर. ()
उपाय:

पूंजीगत बजट के प्रमुख अंश, वित्तीय लाभ के लिए व्यय और प्राप्ति के लिए खर्च कर रहे हैं। यह जनता से सरकार द्वारा उठाया गया ऋण, रिजर्व बैंक व अन्य दलों द्वारा और विदेशी निकायों और अन्य दलों से उठाया गया ऋण भी शामिल करता है। इसमें अधिग्रहण जैसे भूमि, भवन, मशीनी उपकरण आदि पर पूंजीगत व्यय भी शामिल है और केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों, संघ क्षेत्र की सरकारों, सरकारी कंपनियों, निगमों और अन्य पार्टियों को दिया गया ऋण एंव अग्रिम भी शामिल है।

प्रश्न.8. साल दर-साल लगातार घाटे का बजट रहा है। घाटे को कम करने के लिए सरकार द्वारा निम्नलिखित में से कौन-सी कार्रवाई/कार्रवाईयाँ की जा सकती है/हैं?     [2016]
1. राजस्व व्यय को घटाना
2. जीवन कल्याणकारी योजनाओं को प्रारंभ करना
3. सहायिकी (सब्सिडी) को युक्तिसंगत बनाना
4. आयात-शुल्क को कम करना
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(क) केवल 1
(ख) केवल 2 और 3
(ग) केवल 1 और 3
(घ) 1, 2, 3 और 4

उत्तर. (ग)
उपाय:

(i) राजकोषीय घाटा कम करने के लिए सरकार को अपनी आय बढ़ाने और व्यय कम करने की जरूरत है। यह निम्न तरीकों से किया जा सकता है-
सब्सिडी को कम करके, कर ढांचे में सुधार करके, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों और मितव्ययिता के उपाय द्वारा उत्पन्न लाभ में सुधार करके।
(ii) घाटे को कम करने के लिए आय बढ़ानी और खर्च कम करने होंगे।
भारतीय अर्थवयवस्था का तृतीयक क्षेत्र (Economics) - UPSC Previous Year Questions | UPSC Topic-wise Previous Year Questions (Hindi)

प्रश्न.9. समाचारों में कभी-कभी देखे जाने वाले ‘आधार क्षय एंव लाभ स्थानान्तरण’ पद का क्या संदर्भ है?     [2016]
(क) संसाधन-संपन्न किंतु पिछड़े क्षेत्रों में बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा खनन कार्य
(ख) बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा किए जाने वाले कर-अपवचन पर प्रतिबंध लगाना।
(ग) बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा किसी राष्ट्र के आनुवंशिक संसाधनों का दोहन
(घ) विकास परियोजनाओं की योजना एंव कार्यन्वयन में पर्यावरणीय लागतों के विचारों का अभाव
उत्तर.
 ()
उपाय:

(i) मूल क्षरण और लाभ स्थानांतरण (BEPS) बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा टैक्स से बचने के लिए एक तकनीक है, जिसमेें लाभ कों उच्च कर अधिकार क्षेत्र से निम्न कर क्षेत्र की ओर स्थानांतरित किया जाता है (जैसे कि संयुक्त राज्य अमेरिका और कई पश्चिमी यूरोपीय देश)। BEPS परियोजना में कहा जाता है कि दुनिया के प्रमुख अर्थशास्त्रिायों  द्वारा कार्पोरेट करों के नियमों में फेरबदल की कोशिश की गई  है, जिसमें ऐसा माना जाता है कि कार्पोरेट अपने हिस्से के उचित करों का भुगतान नहीं करते।
(ii) BEPS का उद्देश्य बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा कर चोरी पर अंकुश लगाना है।

प्रश्न.10. कभी-कभी समाचारों में आने वाली ‘बिटकॉइन्स’ के सदंर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?     [2016]
1. बिटकाॅइन्स की खोज-खबर देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा रखी जाती है।
2. बिटकाॅइन्स के पते वाला कोई भी व्यक्ति बिटकाॅइन्स के पते वाले किसी अन्य व्यक्ति कों बिटकाॅइन्स भेज सकता है या उससे प्राप्त कर सकता है।
3. ऑनलाइन अदायगी, दोनों तरफ में से किसी भी तरफ की पहचाने जाने बिना की जा सकती है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(क) केवल 1 और 2
(ख) केवल 2 और 3
(ग) केवल 3
(घ) 1, 2 और 3

उत्तर. ()
उपाय:

(i) बिटक्वाइन केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं बनाए जाते हैं। बिटक्वाइन भुगतान प्रसंस्करण के इनाम के रूप में बनाए जाते हैं, जिसके उपभोक्ता सार्वजनिक बही खाता में भुगतान के लिए अपनी कंप्यूटरिंग शक्ति प्रदान करते हैं।
(ii) वे किसी भी केंद्रीय बैकं या प्राधिकारी द्वारा चिन्हित नहीं किए जा सकते।

प्रश्न.11. ‘कोर बैंकिंग समाधान (Core Banking Solutions)' पद कभी-कभी समाचारों में देखा जाता है। निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से इस पद का सही वर्णन करता है/करते हैं?    [2016]
1. यह बैंक की शाखाओं का वह तंत्र है जो उपभोक्ताओं को अपने खातों का संचालन बैंक की किसी भी शाखा से कर सकने की सुविधा देता है चाहे उन्होंने अपना खाता कहीं भी खाली रखा हो।
2. यह व्यावसायिक बैंकों पर कंप्यूटरीकरण के माध्यम से RBI का बढ़ाने का एक प्रयास है।
3. यह एक विस्तृत प्रक्रिया है जिसके द्वारा विशाल अनर्जक (नाॅन-परफाॅर्मिंग) परिसंपत्ति वाले बैंक का अधिग्रहण दूसरे बैंक द्वारा कर लिया जाता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(क) केवल 1
(ख) केवल 2 और 3
(ग) केवल 1 और 3
(घ) 1, 2 और 3
उत्तर.
 (क)
उपाय:

कोर बैंकिंग समाधान (CBS) शाखाओं का एक नेटवर्क है, जो ग्राहकों को उनके खातों को संचालित करने के लिए सक्षम बनाता है और CBS नेटवर्क पर बैंक की किसी भी शाखा में सेवाओं को उपलब्ध कराता है, बिना इस परवाह के कि ग्राहक अपना खाता कहाँ संचालित करता है। ग्राहक किसी एक शाखा का ग्राहक नहीं रह जाता। वह बैंक का ग्राहक बन जाता है। इस प्रकार सीबीएस के माध्यम से कहीं भी और किसी भी समय बैंकिंग, ग्राहक की सुविधा को बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।

प्रश्न.12. भारत में वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से ‘भुगतान बैंकों (पेमेंट बैंक्स)’ की स्थापना की जा रही है। इस दृष्टि से निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/है?    [2016]
1. जिन मोबाइल टेलीफोन कंपनियों और सुपर-बाजार श्रृंखलाओं का स्वामित्व एवं नियंत्रण भारतीय व्यक्तियों के पास है, वे भुगतान बैंकों के प्रवर्तक होने के योग्य हैं।
2. भगुतान बैंक क्रेडिट कार्ड एंव डेबिट कार्ड दोनों जारी कर सकते हैं।
3. भुगतान बैंक ऋण देने के कार्यकलाप नहीं कर सकते हैं।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही कार्यकलाप नहीं कर सकते हैं।
(क) केवल 1 और 2
(ख) केवल 1 और 3
(ग) केवल 2
(घ) 1, 2 और 3
उत्तर.
 ()
उपाय:

(i) वे मोबाइल फोन के माध्यम से स्थानांतरण और प्रेषण कर सकते हैं। रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों के अनुसार भुगतान बैंक उधार गतिविधियां शुरू नहीं कर सकते।
(ii) मोबाईल फोन कंपनियां और सुपरमार्केट योग्य है, लेकिन भुगतान बैंक क्रेडिट कार्ड या ऋण देना जारी नहीं कर सकते।

प्रश्न.13.  RBI द्वारा घोषित कोषों की सीमांत लागत पर आधारित उधारी दर [Marginal Cost of Funds based Lending Rate (CMLR) का/के उद्देश्य क्या है/हैं?    [2016]
1. ये दिशा निर्देश उधारों की ब्याज दरें निर्धारित करने हेतु बैंकों द्वारा अपनाई गई विधि में पारदर्शिता बढ़ाने में मदद करते हैं।
2. ये दिशानिर्देश बैंक शाखा की उपलब्धता ऐसी ब्याज दरों पर सुनिश्चित करने में मदद करते हैं जो ऋण लेने वाले एंव बैंक के लिए न्यायसंगत हैं।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 1 और 2 दोनों
(घ) न तो 1, न ही 2
उत्तर
. ()
उपाय:

(i) 1 अप्रैल 2016 से, भारत में सभी ऋणों की दर (MCLR) पूंजी के सीमांत के संदर्भ में आधारित लागत के अनुसार तय की जाएगी, जिसमें शामिल होंगे:
1. पूंजी की सीमातं लागत
2. सीआरआर के खाते पर नकारात्मक प्राप्ति
3. परिचालन लागत
4. प्रीमियम की अवधि।
बैंक पूर्व घोषणा की तारीख में अपने MCLR की प्रकाशन एंव समीक्षा करेंगे तथा इसमें पूंजी का सीमांत लागत उधारी और कुल मूल्य की वापसी का समावेश होगा।
(ii) दोनों सही है। रिजर्व बैंक की प्रेस विज्ञप्ति के पहले पैराग्राफ से शब्दश: उठाया गया है।

प्रश्न.14.  जब भारतीय रिजर्व बैंक सांविधिक नकदी अनुपात (स्टटैयटूरी लिक्विडिटि रेशियो) को 50 आधार अंक (बेसिस पाॅइटं) कम कर देता है, तो निम्नलिखित में से क्या होने की सम्भावना होती है?    [2015]
(क) भारत की GDP विकास-दर प्रबलता से बढ़ेगी
(ख) विदेशी संस्थागत निवेशक हमारे देश में और अधिक पूंजी लायेंगे
(ग) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक अपने उधार देने की दर को घटा सकते हैं
(घ) इससे बैंकिंग व्यवस्था की नकदी (लिक्विडिटि) में प्रबलता से कमी आ सकती है
उत्तर.
 (ग)
उपाय:

वैधानिक तरलता अनपुात नेट डिमांड एंव टाइम लाइबिलिटी का प्रतिशत है जिन्हें अनसुूिचत व्यावसायिक बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्दिष्ट रूप में स्वर्ण एंव प्रतिभूतियों के रूप में रखने की आवश्यकता होती है। अत: सांविधिक नकदी अनुपात में कटौती से बैंकों के पास अधिक कोष होगा जिससे वे ऋण स्वीकृत कर अर्थवयवस्था में डाल सकते हैं और इस उद्देश्य के लिए वे अपने ऋण दरों में कटौती कर सकते हैं।

प्रश्न.15. भारतीय अर्थव्यवस्था के सन्दर्भ में, निम्नलिखित पर विचार कीजिए
1. बैंक-दर 
2. खुली बाजार कार्यवाई (ओपेन मार्केट ऑपरेशन)
3. लोक ऋण (पब्लिक डेब्ट)
4. लोक राजस्व (पब्लिक रेवेन्यू)
उपर्युक्त में से कौन-सा/से मौद्रिक नीति का/ के घटक है/हैं?
(क) केवल 1
(ख) 2, 3 और 4
(ग) 1 और 2
(घ) 1, 3 और 4
उत्तर. 
(ग)
उपाय:

मौदिक्र नीति मूल्य स्थिरता बनाए रखने हेतु अर्थवयवस्था में मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित करती है। भारत में भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति का कार्यान्वयन का अनुश्रवण करता है। बैंक दर एंव ओपेन मार्केट ऑपरेशन रिजर्व बैंक द्वारा प्रयुक्त किए जाने वाले उपायों का एक हिस्सा है। परंतु वर्तमान में बैंक दर मुख्य उपकरण नहीं रह गया है क्योंकि आरबीआई मुख्य उपकरण के रूप में रेपो व रिवर्स रेपो का उपयोग करने लगा है। मुद्रा स्फीति की स्थिति में भारतीय रिजर्व बैंक खुले बाजार में सरकारी प्रतिभूतियों की बिक्री शुरू कर देता है जो मुद्रा आपूर्ति को घटा देता है।

प्रश्न.16. समाचारों में प्राय: आने वाला ‘बासल III समझौता’ सरल शब्दों में ‘बासल III’    [2015]
(क) जैविक विविधता के सरंक्षण और धारणीय उपयोग के लिए राष्ट्रीय रणनीति विकसित करता है।
(ख) वित्तीय और आर्थिक तनाव से निपटने के लिए बैंकिंग क्षेत्र की क्षमता में तथा जोखिम प्रबंधन में सुधार का प्रयास करता है।
(ग) ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करता है, लेकिन विकसित देशों पर भारी बोझ डालता है।
(घ) विकसित देशों से निर्धन देशों को प्रौद्योगिकी के अंतरण का प्रयास करता है। ताकि वे प्रशीतक में प्रयुक्त होने वाले फ्लोरोफ्लूओरो कार्बन के स्थान पर हानिरहित रसायनो का प्रयोग कर सकें।
उत्तर.
 ()
उपाय:

बासल-III बैंकिंग क्षेत्रों के वित्तीय और आर्थिक दबावों का सामना करने के सामर्थ्य को उन्नत करने तथा जोखिम प्रबंधन को उन्नत करने का प्रयास करता है।

प्रश्न.17. भारतीय अर्थव्यवस्था के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा / से ‘सांविधिक आरक्षित आवश्कताओं’ का/ के उद्देश्य है/ हैं?    [2014]
1. केन्द्रीय बैंक को, बैंकों द्वारा निर्मित की जा सकने वाली अग्रिम राशियों पर नियंत्रण रखने की सक्षमता प्रदान करना
2. बैंकों में जनता की जमा राशियों को सुरक्षित व तरल रखना
3. व्यावसायिक बैंकों को अत्यधिक लाभ कमाने से रोकना
4. बैंकों को दिन-प्रतिदिन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त कोष्ठ नकदी (वाॅल्ट कैश) रखने को बाध्य करना
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(क) केवल 1
(ख) केवल 1 और 2
(ग) केवल 2 और 3
(घ) 1, 2, 3 और 4
उत्तर.
 ()
उपाय:

सांविधिक आरक्षित आवश्यकता (SRR) एक मौद्रिक साधन है, जिसके द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक को, अन्य बैंकों द्वारा निर्मित की जा सकने वाली अग्रिम राशियों पर नियंत्रण रखने की क्षमता प्रदान की गयी है।

प्रश्न.18. शाखारहित क्षेत्रों में व्यावसायिक संवाददाताओं (बैंक साथी) की सेवाओं द्वारा लाभार्थियों को कौन-सी सुविधा/सुविधाएँ प्राप्त होती है/हैं ?    [2014]
1. यह लाभार्थियों को अपने गांव में अपने साहाय्य और सामाजिक सुरक्षा लाभ प्राप्त करने योग्य बनाती है।
2. यह ग्रामीण क्षेत्रों में लाभार्थियों को धनराशि जमा करने व आहरण करने योग्य बनाती है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 1 और 2 दोनों
(घ) न तो 1 और न ही 2
उत्तर.
 (ग)
उपाय:

शाखा रहित क्षेत्रों में व्यावसायिक संवाददाताओं की सेवाओं द्वारा लाभार्थियों को अपने गाँव में अपने साहाय्य और सामाजिक सुरक्षा लाभ प्राप्त करने तथा धनराशि जमा करने व आहरण करने योग्य बनाती है।

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FAQs on भारतीय अर्थवयवस्था का तृतीयक क्षेत्र (Economics) - UPSC Previous Year Questions - UPSC Topic-wise Previous Year Questions (Hindi)

1. भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र क्या है?
उत्तर: भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र से मतलब है उद्योग और निर्माण क्षेत्र। इस क्षेत्र में विभिन्न उद्योगों और निर्माण के क्षेत्रों की गतिविधियाँ शामिल होती हैं। यह क्षेत्र अर्थवयवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि इससे रोजगार का एक मुख्य स्रोत भी बनता है।
2. भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र में कौन-कौन से उद्योग और निर्माण क्षेत्र शामिल होते हैं?
उत्तर: भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र में विभिन्न उद्योगों और निर्माण के क्षेत्र शामिल होते हैं। कुछ मुख्य क्षेत्रों में शामिल होते हैं: खनिज उद्योग (जैसे कि तांबा, आयरन और अल्यूमिनियम), सौर ऊर्जा, विद्युतीय उपकरण एवं यांत्रिकी, खाद्य प्रसंस्करण, वाणिज्यिक वस्त्र निर्माण, निर्माण उद्योग (जैसे कि इमारत निर्माण), खाद्यान्न उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक्स और यातायात उद्योग।
3. भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे अर्थवयवस्था की संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। इस क्षेत्र में उद्योगों और निर्माण के विकास से रोजगार का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी बनता है। यह क्षेत्र उद्योगिकरण और नई रोजगार की संभावनाओं को भी बढ़ाता है।
4. भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र में सौर ऊर्जा का क्या महत्व है?
उत्तर: भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र में सौर ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। सौर ऊर्जा के उपयोग से हम अधिक नवीन और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों का उपयोग कर सकते हैं, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने से बचाता है। इसके साथ ही, सौर ऊर्जा के उपयोग से ऊर्जा आपूर्ति के स्रोतों में विविधिता आती है और अर्थवयवस्था को स्थिरता प्रदान करने में मदद मिलती है।
5. भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र में निर्माण उद्योग क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: भारतीय अर्थवयवस्था के तृतीयक क्षेत्र में निर्माण उद्योग आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से विभिन्न उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र इमारतों, सड़कों, पुलों, रेलवे लाइनों, और अन्य निर्माण कार्यों के लिए आवश्यक सामग्री की आपूर्ति करता है। निर्माण उद्योग न केवल अर्थवयवस्था के विकास में मदद करता है, बल्कि इससे रोजगार का महत्वप
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