अतिलघु उत्तरीय प्रश्न: (1 अंक)
प्रश्न 1. वानर सेना किलकारियाँ भरती हई कहाँ से रवाना हुई थी?
वानर सेना किष्किंधा से किलकारियाँ भरती रवाना हुई थी।
प्रश्न 2. सेना का नेतृत्व कौन कर रहा था?
नल सेना का नेतृत्व कर रहें थें।
प्रश्न 3. जामवंत और हनुमान सबसे पीछे क्यों चल रहे थे?
जामवंत और हनुमान का पीछे चल रहे थे क्योकि ये सेना की रणनीति का एक हिस्सा था।
प्रश्न 4. प्रहस्त को किसने मारा?
प्रहस्त को नील ने मारा था।
प्रश्न 5. पुल कितने दिनों में तैयार हुआ?
पुल कुल पांच दिनो में बनकर तैयार हुआ।
लघु उत्तरीय प्रश्न: (2 अंक)
प्रश्न 6. पुल के संबंध में रावण को क्या विस्मय हुआ?
पुल के सम्बन्ध में रावण विस्मित था कि समुन्द्र पर पुल कैसे बनाया जा सकता है।
प्रश्न 7. अंगद को दूत बनाकर, राम ने लंका में क्यों भेजा?
राम ने अंगद को शांति-दूत बनाकर रावण के पास युद्ध रोकने के लिए भेजा था।
प्रश्न 8.समुन्द्र से रास्ता के लिए राम ने कितने दिन तक प्रार्थना किया?
समुन्द्र से रास्ता बन जाने के लिए राम ने पूरे तीन दिन तक प्रार्थना की।
प्रश्न 9.कुम्भकर्ण कौन था?
कुम्भकर्ण राजा रावण का छोटा भाई था।
प्रश्न 10. मेघनाद के बारे में संक्षिप्त में बताओ।
मेघनाद बहुत पराक्रमी था। एक बार उसने इंद्र को पराजित कर दिया था। इस वजह से उसका नाम इन्द्रजीत पड़ा।
लघु उत्तरीय प्रश्न: (3 अंक)
प्रश्न 11. मेघनाद और लक्ष्मण युद्ध का वर्णन करिये।
मेघनाद और लक्ष्मण के बीच भयंकर युद्ध हुआ।मेघनाद और लक्ष्मण दोनों बहुत ही ताकतवर थे।बाण टकराते और गायब हो जाते। युद्ध के दौरान मेघनाद डरकर महल में घुस गया। लेकिन लक्ष्मण ने पराक्रम दिखाते हुए उसको महल में ही मार दिया।
प्रश्न 12. मेघनाद के मरने के बाद रावण क्यों टूट गया?
मेघनाद रावण का पुत्र था और रावण को बहुत प्रिय था।वह युद्ध में बहुत प्रवीण और चालाक था।अपने ऐसे बलवान और प्रवीण पुत्र को खोकर रावण बहुत दुखी हो गया और इस कारण मेघनाद के मरने के बाद रावण टूट गया।
प्रश्न 13. विभीषण को राम की सेना में देखकर रावण की मनोदशा कैसी थी?
विभीषण को राम की सेना में देखकर रावण बहुत क्रोधित हो गया था क्योंकि ये तो देशद्रोह था। रावण को डर था की विभीषण शत्रुओ को उनकी रणनीति बता देगा।यह सब सोचकर रावण ने विभीषण पर प्रहार किया।
प्रश्न 14. विभीषण ने राम की क्या मदद की थी?
विभीषण ने राम की बहुत मदद की थी। उसने राम को लंका के बारे में विस्तृत जानकारी दी उसने उन्हें ये भी बता की रावण की मौत कैसे होगी।मेघनाद का वध भी विभीषण द्वारा बताए गये तरकीब सेही हुई थी।और इस प्रकार उसने प्रभु राम की मदद की।
प्रश्न 15. युद्ध समाप्त होने के बाद रणक्षेत्र के दशा का वर्णन करिए।
युद्ध समाप्त होने के बाद रणक्षेत्र में चारो ओर जय श्री राम की गूंज हो रही थी। सभी लोग बहुत प्रसन्न थे।युद्धक्षेत्र में रावण की पराजय हो गई थी और वो मारा जा चुका था।परन्तु अपने बड़े भाई रावण की मृत्यु पर विभीषण बहुत दुखी थे।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: (5 अंक)
प्रश्न 16. राम-रावण युद्ध का उल्लेख करिये।
राम-रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ। दोनों योद्धा अपने पुरे ताकत के साथ लड़ रहे थे। पूरा वातावरण अंधकारमय हो चुका था।रणक्षेत्र के बाकी सभी योद्धा राम और रावण के बीच का युद्ध देख रहे थे। युद्ध के प्रारंभ में रावण ने राम की ओंर एक तीर मारा लेकिन वो तीर रथ पर लगे शिखर ध्वज पर जा लगा। इसके उपरांत राम ने रावण के माथे पर एक बाण मारा जिससे रावण के माथे से रक्त बहने लगा। फिर भी युद्ध चलता रहा।कुछ ही समय में राम का एक और बाण रावण को चीरता हुआ निकल गया। और इस प्रकार अंत में रावण की मौत हो गई।
प्रश्न 17. कुम्भकर्ण को देखकर रणक्षेत्र में वानर सेना की क्या दशा हुई थी?
कुम्भकर्ण बहुत बलवान था। बलवान होने के साथ साथ उसमे बहुत सी मायावी शक्तिया भी थी।वो सामान्य मनुष्यों से आकर में बहुत बड़ा था। जैसे ही वह रणक्षेत्र में आया तो उसे देखकर पूरी वानर सेना भय से कम्पित होने लगी। सभी उसके विशालकाय आकार को देखकर और उसकी मायावी शक्तियों को देखकर भयभीत हो गए। उसने युद्ध क्षेत्र में आते ही अनेको वानरो को अपने हाथो और पैरो से कुचलकर मार डाला था। उसने बलवानी हनुमान, अंगद और सेना के प्रमुख लोगो को घायल कर दिया था।
प्रश्न 18. विभीषण ने रावण को सीता के सबंध में क्या समझाया था?
जब पूरी लंका को चारो ओर से राम की सेना ने घेर लिया था तब विभीषण समझ गये थे कि सीता कोई मामूली स्त्री नहीं हैं। विभीषण ये भी जान गए थे कि राम सीता को अवश्य ही लंका से लेकर जाएँगे। वे इन बातो को अपने बड़े भाई को समझाना चाहते थे और इसीलिए विभीषण ने रावण से कहा कि इस स्त्री को छोड़ दीजिये और लंका के सर्वनाश को बचा लीजिये परन्तु रावण ने उनकी सभी बातो को नकार दिया।रावण ने अपने अहंकार में रहते हुए अपने भाई को भी अपमानित कर दिया।
प्रश्न 19. लंका कूच की रणनीति बताईये।
लंका कूच से पहले ही पूरी रणनीति बना ली गई थी।वानर सेना में सभी को युद्ध की रणनीति और बचाव के तरीके सिखाये गये थे। लंका कूच के लिए पूरी सेना बहुत उत्साहित थी। सेना की जिम्मेदारी नल को सौपते हुए उसे सेना का सेनापति घोषित किया गया। लंका कूच करते समय अपनी युद्ध की रणनीति के तहत हनमान और जामवंत को सेना के पीछे चलने को कहा गया। सभी वानरो को रणनीति के तहत बचाव और युद्ध करने के तरीके सिखाये गए थे।सुग्रीव ने पूरी सेना को रणनीति युद्ध रणनीति समझायी।
प्रश्न 20. लंका विजय में, वानर सेना ने राम की किस प्रकार से मदद किया?
लंका विजय में वानर सेना ने राम की भरपुर मदद की।समुन्द्र से रास्ता बनाने से लेकर रणभूमि तक पूरी वानर सेना ने राम की भरपूर मदद की और हर परिस्थिति का डटकर सामना भी किया।इसमें हनुमान ने सीता की खोज में राम की मदद की।हनुमान ने सीता तक राम की दि गई अंगुठी पहुचाई और सीता को लंका से मुक्ति का भरोसा दिया।सेना के सेनापति नल और नील ने लंका तक जाने के लिए समुन्द्र पर सेतु का निर्माण करवाया। अंगद ने वानर सेना का नेतृत्व किया। पूरी वानर सेना बहादुरी से लड़ी।और वानर सेना की मदद से ही राम को युद्ध विजय में सहायता मिली।
1. लंका विजय क्या है? |
2. इस पाठ्यपुस्तक की विषयवस्तु क्या है? |
3. इस पाठ्यपुस्तक की कितनी अध्याय हैं? |
4. क्या इस पाठ्यपुस्तक में चित्र शामिल हैं? |
5. लंका विजय किस श्रेणी की पाठ्यपुस्तक है? |
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