Humanities/Arts Exam  >  Humanities/Arts Notes  >  Hindi Class 12  >  NCERT Solutions: How Radio Drama is Made (कैसे बनता है रेडियो नाटक)

How Radio Drama is Made (कैसे बनता है रेडियो नाटक) NCERT Solutions | Hindi Class 12 - Humanities/Arts PDF Download

प्रश्न 1 – दृश्य-श्रव्य माध्यमों की तुलना में श्रव्य माध्यम की क्या सीमाएं हैं? इन सीमाओं को किस तरह पूरा किया जा सकता है?

उत्तर – दृश्य-श्रव्य माध्यमों की तुलना में श्रव्य माध्यम की निम्नलिखित सीमाएं हैं –

  1. दृश्यता की कमी:

    • दृश्य-श्रव्य माध्यम में हम नाटक को अपनी आंखों से देख सकते हैं और पात्रों के संवादों को सुन सकते हैं, परन्तु केवल श्रव्य माध्यम में हम केवल सुन सकते हैं, देख नहीं सकते।
  2. हावभाव का अभाव:

    • दृश्य-श्रव्य माध्यम में हम पात्रों के हावभाव देखकर उनकी दशा का अनुमान लगा सकते हैं, परन्तु श्रव्य माध्यम में ऐसा कर पाना कठिन होता है।
  3. सौंदर्य का अनुभव:

    • दृश्य-श्रव्य माध्यम में पात्रों के सुंदर वस्त्रों और उनके सौंदर्य को देखा जा सकता है, परन्तु श्रव्य माध्यम में हम इनकी केवल कल्पना ही कर सकते हैं।
  4. वातावरण का आनंद:

    • दृश्य-श्रव्य माध्यम में किसी भी दृश्य तथा वातावरण को देखकर उस जगह का आनंद उठा सकते हैं, परन्तु श्रव्य माध्यम में हर दृश्य को प्रस्तुत करने के लिए ध्वनि व संगीत की सहायता ली जाती है।
  5. समय और चरित्र का उद्घाटन:

    • दृश्य-श्रव्य माध्यमों की तुलना में श्रव्य माध्यम में समय की सूचना तथा पात्रों के चरित्र का उद्घाटन भी संवादों के माध्यम से ही होता है।

श्रव्य माध्यम की इन सीमाओं को पूरा करने के लिए ध्वनि और संगीत का प्रभावी उपयोग किया जा सकता है। ध्वनि प्रभावों, पृष्ठभूमि संगीत और विवेकपूर्ण संवादों के माध्यम से श्रव्य अनुभव को जीवंत और प्रभावी बनाया जा सकता है| 

प्रश्न 2 – नीचे कुछ दृश्य दिए गए हैं। रेडियो नाटक में इन दृश्यों को किस-किस तरह से प्रस्तुत करेंगे। विवरण कीजिए।

(क) घनी अंधेरी रात

उत्तर – घनी अंधेरी रात को रेडियो नाटक में निम्नलिखित ध्वनियों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है:

  • सांय-सांय की हवा की आवाज।
  • बीच-बीच में चौकीदार की सीटी और लाठी की आवाज।
  • "जागते रहो" का स्वर।
  • किसी के संवाद जैसे, "कितनी घनी रात है, हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा।"

(ख) सुबह का समय

उत्तर – सुबह के समय को निम्नलिखित ध्वनियों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है:

  • चिड़ियों के चहचहाने की आवाज।
  • मुर्गे की बांग का स्वर।
  • प्रभाती गाते हुए किसी का स्वर।
  • माँ का अपने बच्चों को उठाने का संवाद।

(ग) बच्चों की खुशी

उत्तर – बच्चों की खुशी को निम्नलिखित ध्वनियों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है:

  • बच्चों के शोर-गुल का स्वर।
  • बच्चों की किलकारियां।
  • मिली-जुली अनेक हंसी की ध्वनियां।

(घ) नदी का किनारा

उत्तर – नदी के किनारे के दृश्य को निम्नलिखित ध्वनियों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है:

  • किनारे से टकराते हुए पानी की आवाज।
  • हवा का स्वर।
  • पक्षियों का कलरव।
  • नदी पार कराने के लिए नाविक का स्वर।

(ड़) वर्षा का दिन

उत्तर – वर्षा के दिन को निम्नलिखित ध्वनियों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है:

  • लगातार वर्षा होने की आवाज।
  • किसी का किसी को संवाद, "बाहर छतरी लेकर जाना।"
  • दूसरा स्वर, "लगता है आज वर्षा ने रुकना ही नहीं है।"

प्रश्न 3 – रेडियो नाटक लेखन का प्रारूप बनाइए और अपनी पुस्तक को किसी कहानी के एक अंश को रेडियो नाटक में रूपांतरित कीजिए।
उत्तर – ईदगाह कहानी के एक दृश्य जिसमें सभी बच्चे ईद के मेले पर जाने के लिए तैयार होकर हामिद को बुलाने उसके घर आते हैं। हामिद भी मेले में जाने के लिए तैयार है। परन्तु हामिद की दादी हामिद को मेले पर जाने से पहले कुछ समझाने लगती है। रेडियो नाटक के इस दृश्य का लेखन कुछ इस प्रकार से होगा –
(बहुत सारे बच्चों का शोर, मिली-जुली आवाजें, पदचाप का स्वर, दरवाजा खटखटाने की आवाज)
एक स्वर – हामिद! ओ हामिद! मेले नहीं चलना है क्या!
हामिद – (दूर से आती हुई आवाज) आ रहा हूँ।
(तेज कदमों की आवाज)
दादी – रुको, हामिद।
हामिद – (जोर से) क्या है?
दादी – (धीरे से) मेले में ध्यान से चलना। और……
हामिद – (बीच में ही रोककर बोलता है) मुझे पता है।
दादी – फिर भी बेटे अपना ख्याल रखना और गंदी चीजें ना खाना।
(बाहर से बच्चों का शोर तीव्र हो जाता है) (दरवाजा खोलने की आवाज)
हामिद – चलो, आ गया हूँ!
(धीरे धीरे शोर कम होता जाता है और पदचाप भी धीमी हो जाती हैं।) 

The document How Radio Drama is Made (कैसे बनता है रेडियो नाटक) NCERT Solutions | Hindi Class 12 - Humanities/Arts is a part of the Humanities/Arts Course Hindi Class 12.
All you need of Humanities/Arts at this link: Humanities/Arts
88 videos|166 docs|36 tests

FAQs on How Radio Drama is Made (कैसे बनता है रेडियो नाटक) NCERT Solutions - Hindi Class 12 - Humanities/Arts

1. रेडियो नाटक किस प्रकार बनता है?
उत्तर: रेडियो नाटक बनाने की प्रक्रिया में क्या-क्या चरण होते हैं, इसके बारे में जानने के लिए सबसे पहले लेखक एक लेख लिखते हैं और फिर उसे कथानक द्वारा पढ़ाया जाता है।
2. रेडियो नाटक में कौन-कौन सी ध्वनियाँ उपयोग की जाती हैं?
उत्तर: रेडियो नाटक में कलाकारों की आवाज़, संगीत, संगीतकार की संगीतकी संगीत और फोली का उपयोग किया जाता है।
3. रेडियो नाटक के लिए किस तरह की रिकॉर्डिंग की जाती है?
उत्तर: रेडियो नाटक की रिकॉर्डिंग एक स्टूडियो में की जाती है, जहां कलाकार अपनी आवाज़ें दर्ज करते हैं।
4. रेडियो नाटक को ऑन-एयर कैसे किया जाता है?
उत्तर: रेडियो नाटक को प्रसारित करने के लिए उसे रेडियो स्टेशन पर भेजा जाता है, जिससे यह सुनने वालों तक पहुंच सके।
5. रेडियो नाटक की शुरुआत कैसे हुई थी?
उत्तर: रेडियो नाटक की शुरुआत रेडियो के आरंभिक दशकों में हुई थी, जब इसकी महिलाएं भी कलाकारी करने लगीं थीं।
Related Searches

Sample Paper

,

Semester Notes

,

Summary

,

How Radio Drama is Made (कैसे बनता है रेडियो नाटक) NCERT Solutions | Hindi Class 12 - Humanities/Arts

,

mock tests for examination

,

Viva Questions

,

Previous Year Questions with Solutions

,

pdf

,

past year papers

,

How Radio Drama is Made (कैसे बनता है रेडियो नाटक) NCERT Solutions | Hindi Class 12 - Humanities/Arts

,

shortcuts and tricks

,

ppt

,

How Radio Drama is Made (कैसे बनता है रेडियो नाटक) NCERT Solutions | Hindi Class 12 - Humanities/Arts

,

Objective type Questions

,

study material

,

Extra Questions

,

Important questions

,

Exam

,

video lectures

,

MCQs

,

practice quizzes

,

Free

;