प्रश्न.1. शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए उत्तरदायी अंतःस्त्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित पदार्थ का क्या नाम है?
हार्मोन।
प्रश्न.2. किशोरावस्था को परिभाषित कीजिए।
वृद्धि एक प्राकृतिक प्रक्रम है। जीवन काल की वह अवधि जब शरीर में ऐसे परिवर्तन होते है जिसके परिणामस्वरूप जनन परिपक्वता आती है, किशोरावस्था कहलाती है। किशोरावस्था लगभग 11 वर्ष की आयु से प्रारम्भ होकर 18 अथवा 19 वर्ष की आयु तक रहती है। लड़कियों में यह अवस्था लड़कों की अपेक्षा एक या दो वर्ष पूर्व प्रारंभ हो जाती है। यह अवधि व्यक्तियों में भिन्न-भिन्न होती है।
प्रश्न.3. ऋतुस्राव क्या है? वर्णन कीजिए।
स्त्रियों में जनन अवस्था की शुरुआत यौवनारंभ (10 से 12 वर्ष) की आयु से प्रारम्भ होता है, जो सामान्य रूप से प्रत्येक 28 से 30 दिनों के अंतराल पर किसी एक अंडाश्य द्वारा निर्मोचित होता है। इस चक्र की एक अवस्था में गर्भाशय से रुधिर प्रवाह होता है। इसको मासिक धर्म अथवा ऋतुस्त्राव कहते हैं। इस चक्र में लिंग हार्मोन गर्भाशय की दीवार को अंडे के चिपकाने के लिए तैयार करते हैं। जब गर्भ धारण नहीं होता तो दीवार की तरह टूट जाती है और डिस्चार्ज हो जाती है। पहला ऋतुस्त्राव यौवनारंभ में आरम्भ होता है; जिसे रजोधर्म कहते है। प्रारम्भ में ऋतुस्त्राव अनियमित हो सकता है तथा उसके नियमित होने में कुछ समय लग सकता है।
प्रश्न.4. यौवनारम्भ के समय होने वाले शारीरिक परिवर्तनों की सूची बनाइए।
यौवन के समय लड़कों और लड़कियों में निम्नलिखित शारीरिक परिवर्तन होते हैं:
- शरीर की ऊंचाई में अचानक वृद्धि होती है।
- लड़कों के कंधे चौड़े हो जाते हैं।
- लड़कियों में कमर के नीचे का क्षेत्र चौड़ा हो जाता है।
- आवाज में अचानक बदलाव आता है।
- पसीने की ग्रंथियों और वसामय ग्रंथियों का स्राव बढ़ जाता है।
- युवाओं के चेहरे पर मुंहासे और दाने हो जाते हैं।
- लड़कों में अंडकोष में शुक्राणु बनने लगते हैं और लड़कियों में अंडाशय बड़े हो जाते हैं और अंडे परिपक्व होने लगते हैं।
- मस्तिष्क में सीखने की क्षमता अधिकतम हो जाती है।
- लड़कों की मूंछें और दाढ़ी बढ़ने लगती हैं और लड़कियों में स्तन विकसित होने लगते हैं।
- प्रजनन प्रणाली विकसित हो जाती है।
प्रश्न.5. दो कॉलम वाली एक सारणी बनाइए जिसमे अंत:स्त्रावी ग्रंथियों के नाम तथा उनके द्वारा स्रावित हार्मोन के नाम दर्शाए गए हो।
प्रश्न.6. लिंग हार्मोन क्या हैं? उनका नामकरण इस प्रकार क्यों किया गया ? उनके प्रकार बताइए।
लड़कों और लड़कियों में माध्यमिक यौन लक्षणों के लिए जिम्मेदार हार्मोन को सेक्स हार्मोन कहा जाता है। लड़कों के वृषण में पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का स्राव होता है जो चेहरे के बालों की वृद्धि, आवाज में भारीपन और प्रजनन प्रणाली के विकास जैसी विशेषताओं को विकसित करता है। इसी तरह, अंडाशय महिला हार्मोन एस्ट्रोजन को स्रावित करता है जो स्तन ग्रंथियों के विकास में मदद करता है, कूल्हों का भारीपन आदि। सेक्स हार्मोन ऐसी विशेषताओं का उत्पादन करते हैं जो पुरुष और महिला के बीच अंतर करने में मदद करते हैं, इसलिए उन्हें सेक्स हार्मोन कहा जाता है।
प्रश्न.7. सही विकल्प चुनिए:
(क) किशोरों को सचेत रहना चाहिए कि वे क्या खा रहे हैं, क्योंकि
(i) उचित भोजन से उनके मस्तिष्क का विकास होता है।
(ii) शरीर में तीव्र गति से होने वाली वृद्धि के उचित आहार की आवश्यकता होती है।
(iii) किशोर को हर समय भूख लगती रहती है।
(iv) किशोर में स्वाद कलिकाएँ (ग्रंथियाँ) भली-भाँति विकसित होती हैं।
सही उत्तर (ii) शरीर में तीव्र गति से होने वाली वृद्धि के उचित आहार की आवश्यकता होती है।
(ख) स्त्रियों में जनन आयु (काल) का प्रारंभ उस समय होता है जब उनके :
(i) ऋतुस्राव प्रारंभ होता है।
(ii) स्तन विकसित होना प्रारंभ करते हैं।
(iii) शारीरिक भार में वृद्धि होने लगती है।
(iv) शरीर की लंबाई बढ़ती है।
सही उत्तर (i) ऋतुस्राव प्रांरभ होता है।
(ग) निम्न में से कौन-सा आहार किशोर के लिए सर्वोचित है?
(i) चिप्स, नूडल्स, कोक
(ii) रोटी, दाल, सब्ज़ियाँ
(iii) चावल, नूडल्स, बर्गर
(iv) शाकाहारी टिक्की, चिप्स तथा लेमन पेय।
सही उत्तर (ii) रोटी, दाल, सब्जियाँ ।
प्रश्न.8. निम्न पर टिप्पणी लिखिए
(i) ऐडम्स ऐपॅल
(ii) गौण लैंगिक लक्षण
(iii) गर्भस्थ शिशु में लिंग निर्धारण
(i) यौवनारंभ में स्वर यंत्र अथवा लैरीन्कस में वृद्धि का प्रारंभ होता है। लड़कों का स्वरयंत्र विकसित होकर अपेकक्षाकृत बड़ा हो जाता है। लड़कों में बढ़ता हुआ स्वरयंत्र गले के सामने की ओर सुस्पष्ट उभरे भाग के रूप में दिखाई देता है जिसे ऐडॅम्स ऐपॅल अथवा कंठमणि कहते हैं।
(ii) जैसा कि हम जानते है कि वृषण एवं अंडाशय जनन अंग है। वे युग्मक अर्थात् शुक्राणु एवं अंडाणु उत्पन्न करते हैं। युवावस्था में लड़कियों में स्तनों का विकास होने लगता जब तथा लड़कों के चेहरे पर बाल उगने लगते जब अर्थात दाढ़ी – मूँछ आने लगती है। लड़कों के सीने पर भी बाल आ जाते हैं। ये लक्षण क्योंकि लड़कियों को लड़कों से पहचानने में सहायता करते हैं; अत: इन्हें गौण लैंगिक लक्षण कहते हैं।
(iii) सभी मनुष्यों की कोशिकाओं के केंद्रक में 23 जोड़े गुणसूत्र पाए जाते है। इनमें से दो गुणसूत्र लिंग – सूत्र है जिन्हें X एवं Y कहते हैं। स्त्री में दो X गुणसूत्र होते हैं जबकि पुरुष में एक X अथवा एक Y गुणसूत्र होता है। युग्मक (अंडाणु तथा शुक्राणु) में गुणसूत्रों का एक जोड़ा होता है। अनिषेचित अंडाणु में सदा एक X गुणसूत्र होता है। परन्तु शुक्राणु दो प्रकार के होते तो जिनमें एक प्रकार में X गुणसूत्र एवं दूसरे प्रकार में Y गुणसूत्र होता है। जब X गुणसूत्र वाला शुक्राणु अंडाणु को निषेचित करता है तो युग्मनज में दो X गुणसूत्र होंगे तथा वह मादा शिशु में विकसित होगा यदि अंडाणु को निषेचित करने वाले शुक्राणु में Y गुणसूत्र है तो युग्मनज नर शिशु में विकसित होगा। जन्म से पूर्व शिशु के लिंग का निर्धारण उसके पिता के लिंग गुणसूत्रों द्वारा किया जाता है। यह धारणा कि बच्चे के लिंग के लिए उसकी माँ उत्तरदायी है, पूर्णत : निराधार है एवं अन्यायसंगत है।
प्रश्न.9. शब्द पहेली :- शब्द बनाने के लिए संकेत संदेश का प्रयोग कीजिए:-
बाई से दाई ओर:-
3. एड्रिनल ग्रंथि से स्रावित हार्मोन
4. मेंढक में लारवा से वयस्क तक होने वाला परिवर्तन
5. अतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित पदार्थ
6. किशोरावस्था को कहा जाता है
ऊपर से नीचे की ओर :-
1. अतःस्रावी ग्रंथियों का दूसरा नाम
2. स्वर पैदा करने वाला अंग
3. स्त्री हार्मोन
बाई से दाई ओर:-
3. एड्रीनेलिन
4. कायांतरण
5. हार्मोन
6. टीनजर्स
ऊपर से नीचें की ओर:-
1. नलिकाविहीन
2. स्वरयंत्र
3. एस्ट्रोजन
प्रश्न.10. नीचे दी गई सारणी में आयु वृद्धि के अनुपात में लड़कों एवं लड़कियों की अनुमानित लबाई के आंकड़े दर्शाए गए हैं। लड़के एवं लड़कियों दोनों की लंबाई एवं आयु को प्रदर्शित करते हुए एक ही ग्राफ कागज पर ग्राफ खींचिए। इस ग्राफ से आप क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं?
ग्राफ से यह निष्कर्ष निकलता है कि 12 वर्ष की आयु में लड़कियां लड़कों की तुलना में लंबी होती हैं लेकिन 16 साल की उम्र में, दोनों की ऊंचाई समान होती है जबकि 4, 8, 20 वर्ष की लड़कियों की लम्बाई लड़कों से कम है।
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