प्रश्न.1. नीचे दी गई अभिक्रिया के सम्बन्ध में कौन-सा कथन असत्य है?
2PbO (s) + C (s) → 2Pb (s) + CO2 (g)
(a) सीसा अपचयित हो रहा है।
(b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित
(c) कार्बन उपचयित हो रहा है।
(d) लेड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है।
(i) (a) एवं (b)
(ii) (a) एवं (c)
(iii) (a), (b) एवं (c)
(iv) सभी
सही उत्तर (i) (a) एवं (b)
प्रश्न.2. Fe2O3 + 2AI → Al2O3 + 2Fe
ऊपर दी गई अभिक्रिया किस प्रकार की है?
(a) संयोजन अभिक्रिया
(b) विविस्थापन अभिक्रिया
(c) वियोजन अभिक्रिया
(d) विस्थापन अभिक्रिया
सही उत्तर (d) विस्थापन अभिक्रिया
प्रश्न.3. लौह चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोटिक अम्ल डालने से क्या होता है? सही उत्तर पर निशान लगाइए:
(a) हाइड्रोजन गैस एवं आयरन क्लोटाइड बनता है।
(b) क्लोटीन गैस एवं आयरन हाइड्रोक्साइड बनता है।
(c) कोई अभिक्रिया नहीं होती है।
(d) आयरन लवण एवं जल बनता है।
सही उत्तर (a) हाइड्रोजन गैस एवं आयरन क्लोटाइड बनता है।
प्रश्न.4. संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है?
जिस रसायनिक अभिक्रिया में उत्पाद तत्वों के परमाणुओं की संख्या अभिकारक तत्वों के परमाणुओं की संख्या के बराबर होती है उसे संतुलित रसायनिक समीकरण कहा जाता है।
‘द्रव्यमान के संरक्षण का नियम’ भांग ना हो इसके लिए समीकरण का संतुलित होना आवश्यक है।
प्रश्न.5. निम्न कथनों को रासायनिक समीकरण के रूप मे परिवर्तित कर उन्हें संतुलित कीजिए:
(a) नाइट्रोजन हाइड्रोजन क्या है इस से सहयोग करके अमोनिया बनाता है।
(b) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता है।
(c) एलुमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया कर बेरियम क्लोराइड, एलुमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है।
(d) पोटेशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटेशियम हाइड्रोक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देती है।
(a) 3H2 (g) + N2 (g) → 2NH3 (g)
(b) 2H2S (g) + 3O2 (g) → 2H2O (l) + 2SO2 (g)
(c) 3BaCl2 (aq) + Al2(SO4)3 (aq) → 2AICl3 (aq) + 3BaSO4 (s)
(d) 2K (s) + 2H2O (l) → 2KOH (aq) + H2 (g)
प्रश.6. निम्न रासायनिक समीकरणों को संतुलित कीजिए:
(i) HNO3 + Ca(OH)2 → Ca(NO3)2 + H2O
(ii) NaOH + H2SO4 → Na2SO4+H2O
(iii) NaCl + AgNO3 → AgCl + NaNO3
(iv) BaCl2 + H2SO4 → BaSO4 + HCI
(i) 2HNO3 + Ca(OH)2 → Ca(NO3)2 + 2H2O
(ii) 2NaOH + H2SO4 → Na2SO4 + 2H2O
(iii) NaCl + AgNO3 → AgCl + NaNO3
(iv) BaCl2 + H2SO4 → BaSO4 + 2HCI
प्रश्न.7. निम्न अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए:
(a) कैल्शियम हाइड्रोक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्शियम कार्बोनेट + जल
(b) जिंक + सिल्वर नाइट्रेट → जिंक नाइट्रेट + सिल्वर
(c) एलुमिनियम + कॉपर क्लोराइड → एलुमिनियम क्लोराइड + कॉपर
(d) बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड
(a) Ca(OH)2 + CO2 → CaCO3 + H2O
(b) Zn + 2AgNO3 → Zn(NO3)2 + 2Ag
(c) 2Al + 3CuCl2 → 2AICl3 + 3Cu
(d) BaCl2 + K2SO4 → BaSO4 + 2KCI
प्रश्न.8. निम्न अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए एवं अभिक्रिया का प्रकार बताइए:
(a) पोटैशियम ब्रोमाइड (aq) + बेटियम आयोडाइड (aq) → पोटेशियम आयोडाइड (aq) + बेरियम ब्रोमाइड (s)
(b) जिंक कार्बोनेट (s) → जिंक ऑक्साइड (s) + कार्बन डाइऑक्साइड (g)
(c) हाइड्रोजन (g) + क्लोटीन (g) → हाइड्रोजन क्लोराइड (g)
(d) मैग्नीशियम (s) + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (aq) → मैग्नीशियम क्लोराइड (aq) + हाइड्रोजन (g)
(a) 2KBr (aq) + Bal2 (aq) → 2KI (aq) + BaBr2 (s)
यह अभिक्रिया द्विविस्थापन अभिक्रिया है।
(b) ZnCO3 (s) → ZnO (s) + CO2 (g)
यह अभिक्रिया वियोजन अभिक्रिया है।
(c) H2 (g) + Cl2 (g) → 2HCI (g)
यह अभिक्रिया संयोजन अभिक्रिया है।
(d) Mg (s) + 2HCI (aq) → MgCl2 (aq) + H2 (g)
यह अभिक्रिया विस्थापन अभिक्रिया है।
प्रश्न.9. ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है? उदाहरण दीजिए।
ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया: जिस अभिक्रिया में उत्पाद के साथ ऊष्मा का भी उत्सर्जन होता है उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं।
जैसे: C6H12O6 + 6O2 → 6CO2 + 6H2O + ऊर्जा
ऊष्माशोषी अभिक्रिया: जिस अभिक्रिया में ऊष्मा का अवशोषण होता है उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं।
जैसे: CaCO3 + ऊष्मा → CaO + CO2
प्रश्न.10. ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया किसे कहते हैं? वर्णन कीजिए।
ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया- जिस रासायनिक अभिक्रिया में उत्पादों के साथ ऊष्मा भी निकलती है उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते है।
उदाहरण:
C6H12O6 + 6O2 → 6CO2 + 6H2O + ऊर्जा
प्रश्न.11. वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए।
वियोजन अभिक्रिया : अभिक्रिया जिसमे एकल पदार्थ वियोजित हो कर दो या दो से अधिक पदार्थों का निर्माण करता है, वियोजन अभिक्रिया कहलाता है।
उदाहरण: CaCO3 → CaO + CO2
संयोजन अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमें दो या दो से अधिक पदार्थ मिलकर एक पदार्थ का निर्माण करते हैं संयोजन अभिक्रिया कहलाती है।
उदाहरण: CaO + H2O → Ca(OH)2
प्रश्न.12. उन वियोजन अभिक्रियाओं के एक-एक समीकरण लिखिए जिनमें ऊष्मा, प्रकाश एवं विद्युत् के रूप में ऊर्जा प्रदान की जाती है।
CaCO3 (s) → CaO(s) + CO2
2AgCl → 2Ag(s) + Cl2(g)
2H2O(l) → 2H2(g) + O2 (g)
प्रश्न.13. विस्थापन एवं द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अंतर है? इन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए।
विस्थापन अभिक्रिया: वह अभिक्रिया जिसमे एक तत्व दूसरे तत्वों को उसके योगिकों से अलग कर देता है।
उदाहरण: CuSO4 (aq) + Fe (s) → FeSO4 (aq) + Cu (s)
द्विविस्थापन अभिक्रिया: वे अभिक्रियाएँ जिनमे दो यौगिकों के आयन परस्पर विनिमय होकर नये यौगिक बनते है , द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती है।
उदाहरण: Na2SO4 (aq) + BaCl2 (aq) → BaSO4 (s) + 2NaCl (aq)
प्रश्न.14. सिल्वर के शोधन में, सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।
2AgNO3 (aq) + Cu (s) → Cu(NO3)2 (aq) + 2Ag (s)
सिल्वर नाइट्रेट + कॉपर → कॉपर नाइट्रेट + सिल्वर
प्रश्न.15. अवक्षेपण अभिक्रिया से आप समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।
ऐसी अभिक्रिया जिसमें अविलेय लवण प्राप्त होता है उसे अवक्षेपण अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण: Na2CO3 (aq) + CaCl2 (aq) + CaCO3 (s) + 2NaCl (aq)
प्रश्न.16. ऑक्सीजन के योग या हास के आधार पर निम्न पदों की व्याख्या कीजिए | प्रत्येक के लिए दो उदाहरण दीजिए।
(a) उपचयन
(b) अपचयन
(a) उपचयन: वह अभिक्रिया जिसमे ऑक्सीजन में वृद्धि हो और हाइड्रोजन का ह्रास हो उसे उपचयन अभिक्रिया कहा जाता है।
उदाहरण:
2Mg + O2 → 2MgO
(b) अपचयन: वह अभिक्रिया जिसमे ऑक्सीजन का ह्रास और हाइड्रोजन में वृद्धि हो उसे अपचयन अभिक्रिया कहा जाता है।
उदाहरण:
CuO + O2 → Cu + H2O
प्रश्न.17. एक भूरे रंग का चमकदार तत्व ‘X’ को वायु कि उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है। इस तत्व ‘X’ एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताइए।
भूरे रंग का तत्व ‘X’ कॉपर है। कॉपर को गर्म करने पर उस पर कॉपर ऑक्साइड की काली परत चढ़ जाती है।
समीकरण:
2Cu + O2 → 2CuO
प्रश्न.18. लोहे की वस्तुओं को हम पेंट क्यों करते हैं?
हम लोहे की वस्तुओं पर पेंट इसलिए करते हैं ताकि लोहे की सतह का वायुमंडल की गैसों और नमी के साथ संपर्क टूट जाए। जिससे कि उस पर जंग नहीं लगता और वस्तुएं लंबे समय तक उपयोगी बनी रहती है।
प्रश्न.19. तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है?
नाइट्रोजन अक्रियाशील गैस है। तेल एवं वसा युक्त खाद्य पदार्थों का उपचयन ना हो सके इसके लिए उन्हें नाइट्रोजन से प्रभावित किया जाता है।
प्रश्न.20. निम्न पदों का वर्णन कीजिए तथा प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दीजिए:
(a) संक्षारण
(b) विकृतगंधिता
(a) संक्षारण: जब कोई धातु वायुमंडल के संपर्क में आती है तो वायुमंडल में उपस्थित नमी या ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया करके अवांछित पदार्थ जैसे ऑक्साइड यह हाइड्रोक्साइड कार्बोनेट आदि में परिवर्तित हो जाती है। धातुओं का अवांछित यौगिकों में परिवर्तन को ही संक्षारण कहते हैं।
(b) विकृतगंधिता: जब किसी तेल या वसा युक्त खाद्य पदार्थ के स्वाद एवं गंध में उपचयित होकर परिवर्तन आता है, तो यह घटना विकृतगंधिता कहलाती है।
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