प्रश्न.1. अपने इलाके में मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहारों की सूची बनाइए। इनमें से कौन-से त्योहार सभी समुदायों द्वारा मनाए जाते हैं?
भारत त्योहारों और मेलों का देश है। वस्तुत: वर्ष के प्रत्येक दिन कोई न कोई दिवस मनाया जाता है। पूरे विश्व की तुलना में भारत में अधिक त्यौहार मनाये जाते है। हर एक त्यौहार की अपनी एक अलग पहचान होती है तात्पर्य यह है की हर त्यौहार को मनाने की अलग अलग कहानी होती है। हमारे भारत में त्योहारों की सूची-लोहड़ी, बुद्ध पूर्णिमा, ओणम, गांधी जयंती, गुरुनानक जयंती, गणतंत्र दिवस, गुड फ्राइडे, स्वतंत्रता दिवस, दशहरा, दीपावली, ईद, बकरीद, क्रिसमस इत्यादि। इनमें से अधिकांश त्यौहार भारत के अधिकांश भागों में समान रूप से मनाए जाते हैं। उन्हें देश के विभिन्न भागों में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता हो अथवा अलग तरीके से मनाया जाता हो। कुछ ऐसे त्यौहार, जो पूरे भारत में सभी समुदायो द्वारा इकठ्ठे मनाये जाते है। जैसे:- स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, गाँधी जयंती, रक्षा बंधन इत्यादि।
प्रश्न.2. आपके विचार में भारत की समृद्ध एवं विविध विरासत आपके जीवन को कैसे बेहतर बनाती है।
भारत में अनेक विविधताओं और जातियों वाले लोग रहते है। सबकी अपनी अपनी जाति में विरासत और परम्पराएँ होती है। सबके रहने, खाने- पीने, रहन- सहन के अलग अलग तौर तरीके होते है। भारत में अलग अलग जगह, राज्य से लोग आकर बसते है। सबका धर्म भी अलग अलग होता है। फिर भी अलग अलग जाति और धर्मो के लोग एक साथ आकर रहते है। सबके जीवन में प्यार और लड़ाई की खाट मिठास रहती ही है। सब एक मोहल्ले में, गांव, शहर और कॉलोनियों में इकठ्ठे रहते है। सब साथ में खाते पीते है। स्कूल में भी अलग अलग जातियों के लोग साथ में पढ़ते है, खाना खाते है। सब एक साथ खेलते है। सब त्यौहार भी एक साथ में बनाये जाते है। चाहे सबका बात करने का तरीका अलग हो फिर भी सभी एक दूसरे से बात करते है और बातों को समझते है। सभी एक दूसरे को कुछ नया सिखाते है। इस तरह जब सारी संस्कृति, विविधताएँ और विरासत आपस में मिलती है तो हमारे जीवन में प्रत्येक नई चीजो का विस्तार होता है और हमारे जीवन को बेहतर बनाने में मदद करती है।
प्रश्न.3. आपके अनुसार ‘अनेकता में एकता’ का विचार भारत के लिए कैसे उपयुक्त है ? भारत की खोज किताब से लिए गए इस वाक्यांश में नेहरू भारत की एकता के बारे में क्या कहना चाह रहे हैं?
अनेकता में एकता का विचार भारत के लिए इसलिए उपयुक्त है क्योंकि यही एक शब्द लोगों में एक दूसरे के प्रति आदर भाव, एक दूसरे का सम्मान, एक दूसरे के लिए सामने वालों से लड़ जाना उनकी ताकत का स्त्रोत माना गया है। जब भारत पर अंग्रेजों का शासन था सब डरे हुए रहते है, अंग्रेजों की बात मानते लेकिन जब लोगों के समझ में आया कि उनकी अनेकता में ही एकता है, सब साथ रहेंगे तभी अंग्रेजों के खिलाफ लड़ा जा सकता है। सबने मिलकर आंदोलन चलाया, सब जेल गये, सबने गांधीजी के साथ पैदल यात्रा की, भारत छोड़ो आन्दोलन किया, हर एक व्यक्ति ने अंग्रेजों के खिलाफ अपनी अपनी तरफ से योगदान दिया। चाहे सभी के जातिया, रंग, लिंग के आधार पर अलग अलग भाव थे लेकिन अंग्रेजों के साथ लड़ने में सब एक थे। क्योंकि सबको अनेकता में एकता का मतलब समझ आ गया था। और सबने मिलकर अंग्रेजों को भगाया और आजादी प्राप्त की थी। जवाहरलाल नेहरू ने अपनी किताब ‘भारत की खोज में लिखा कि भारतीय एकता कोई बाहर से थोपी हुई चीज है, बल्कि यह बहुत ही गहरी है जिसके अंदर अलग-अलग तरह के विश्वास और प्रथाओं को स्वीकार करने की भावना है।
प्रश्न.4. जलियाँवाला बाग हत्याकांड के ऊपर लिखे गए गाने की उस पंक्ति को चुनिए जो आपके अनुसार भारत की एकता को निश्चित रूप से झलकाती है।
गोली खाके सोए, जलियाबाघ में हम।
सूनी पड़ी कबर पर, दिया जला के जाना।।
हिन्दू और मुस्लिमों की, होती है आज होली।
बहते है एक रंग में, दामन भिगों के जाना।।
जलियाँवाला बाग हत्याकांड के शताब्दी वर्ष में, इस गीत की पंक्तियाँ न केवल 13 अप्रैल 1919 की गोलीबारी में मारे गए लोगों के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में दिखाई देती हैं, बल्कि समकालीन समय के मुद्दों से भी गूंजती हैं। यह गीत, दीन खून के हमरे और अनाम कवि द्वारा शायद त्रासदी के तुरंत बाद लिखा गया था, 1943 में बॉम्बे में इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन के केंद्रीय दस्ते द्वारा चुना गया था, और उनके संगीतमय पुनर्मिलन के नियमित हिस्से के रूप में विकसित किया गया था। इसे प्रीति सरकार ने गाया था, जो एक युवा महिला थीं, जो एक शक्तिशाली गीतकार, और उनकी बहन रेबा रॉयचौधुरी, जो एक गायिका और अभिनेत्री थीं, के साथ टीम का हिस्सा बनने के लिए कलकत्ता से बॉम्बे चली गई थीं। सरकार ने कई सालों तक इसे गाया, यहां तक कि केंद्रीय दस्ते के भंग होने के बाद भी और वह वापस इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन के साथ काम करने के लिए कलकत्ता चली गई। यह गीत हिंदू-मुस्लिम एकता को निश्चित रूप से झलकाती है।
प्रश्न.5. लद्दाख एवं केरल की तरह भारत का कोई एक क्षेत्र चुनिए और अध्ययन कीजिए कि कैसे उस क्षेत्र की विविधता को ऐतिहासिक और भौगोलिक कारकों ने प्रभावित किया है। क्या ये ऐतिहासिक एवं भौगोलिक कारक आपस में जुड़े हुए हैं? कैसे?
इसके लिए हम महाराष्ट्र को ले सकते है। इसकी विविधता ने ऐतिहासिक और भौगोलिक कारको को प्रभावित किया है। जैसे जैसे विदेशी व्यापारियों का आगमन तथा विदेशो के साथ व्यापार हुआ उसी तरह से एतिहासिक कारको का प्रभाव हुआ।यहाँ की जलवायु और तापमान सारा साल सम और पर्याप्त वर्षा में रहती है। यहाँ वनो के बहुत ही कम क्षेत्र है जिसकी वजह से भौगोलिक कारको पर प्रभाव पड़ता है। मुंबई के समुंद्री पतन से भारत के आंतरिक भागो में माल का विदेशो में आयात और निर्यात होता रहता हैं जिसकी वजह से हमारी एतिहासिक कारको पर प्रभाव पड़ता है।
916 docs|393 tests
|
916 docs|393 tests
|
|
Explore Courses for UPSC exam
|