प्रश्न.1. हरदास गाँव के लोग किन समस्याओं का सामना कर रहे थे? उन्होंने अपनी समस्याएँ सुलझाने के लिए क्या किया?
हरदास गांव में पानी की समस्या बहुत बढ़ गई थी। हैण्डपम्पो का पानी बहुत नीचे चला गया था। इसके लिए औरतों को 3 किलोमीटर दूर सुरु नदी पर जाकर पानी लाना पड़ता था। साथ में गाँव की गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवारों की सूची में गड़बड़ी थी। इन समस्याओं को सुलझाने के लिए लोगों ने अपनी अपनी तरफ से कई प्रकार के सुझाव प्रस्तुत किए। एक सदस्य ने सुझाव दिया कि सुरु नदी का पानी पाइप से लाकर टंकी भर लेते है लेकिन दूसरे व्यक्ति ने कहा कि यह बहुत मँहगा पड़ेगा। किसी ने कहा कि इस साल हैंडपंप को और गहरा करवा लेते हैं और कुओ को साफ करवा लेते है। तो किसी ने पानी की समस्या को दूर करने के लिए जल संवर्धन विकास कार्यक्रम शुरू करवाने के लिए ग्राम पचांयत से बात करने का सुझाव दिया। गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवारों की सूची में की गई गड़बड़ी को दूर कराने का निर्णय लिया गया।
प्रश्न.2. आपके विचार में ग्राम सभा का क्या महत्त्व है? क्या आपको लगता है कि सभी लोगों को ग्राम सभा की बैठक में भाग लेना चाहिए? क्यों?
ग्राम सभा एक पंचायत के क्षेत्र में रहने वाले सभी वयस्कों की सभा होती है। ऐसा भी हो सकता है कि उसमें एक गांव के व्यक्ति हो या एक से ज्यादा। कई राज्यों में हर गावं की ग्राम सभा की बैठक अलग अलग होती है। कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक हो, जिसे वोट देने का अधिकार प्राप्त हो, और जिसका नाम गावं की मतदाता सूची में हो, वह ग्राम सभा का सदस्य हो सकता है।
ग्राम सभा गांव के हित में निष्पक्ष रूप से काम कर सके इसमें ग्राम सभा की मह्त्वपूर्ण भूमिका है। ग्राम सभा की बैठक में ग्राम पंचायत अपनी योजनाएँ लोगों के सामने रखती है। ग्राम सभा पंचायत को मनमाने ढंग से काम करने से रोक सकती है। साथ ही पैसों का दुरूपयोग एवं गलत उपयोग न हो इसकी निगरानी भी रखनी होती है। सभी लोगों को ग्राम सभा की बैठक में भाग लेना चाहिए, क्योंकि गाँव के लोग ही अपनी समस्याओं के बारे में जानते हैं। वे ही उन समस्याओं के विषय में अच्छी तरह बता सकते हैं और इन समस्याओं के हल के लिए अपने सुझाव भी दे सकते हैं। यदि वे ग्राम सभा की बैठक में भाग नहीं लेंगे तो अपनी समस्याएँ कैसे बताएँगे और उनका समाधान कैसे होगा।
प्रश्न.3. अपने क्षेत्र या अपने पास के ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत द्वारा किए गए किसी एक काम का उदाहरण लीजिए और उसके बारे में निम्नलिखित बातें पता कीजिए।
(क) यह काम क्यों किया गया?
(ख) पैसा कहाँ से आया?
(ग) काम पूरा हुआ या नहीं?
(क) हमारे गांव में ग्राम पंचायत द्वारा अस्पताल बनवाने का काम करवाया गया। यह काम इसलिए करवाया गया क्योंकि हमारे गांव में एक भी अस्पताल नहीं था। जो भी व्यक्ति बीमार होता था उसे कई मिलो दूर अस्पताल ले जाया जाता था और उनकी तबियत बहुत ज्यादा खराब हो जाती थी। लोगों को बहुत मुश्किलें सहन करनी पड़ती थी। इसलिए गांव में अस्पताल बनवाने का काम करवाया गया।
(ख) इसके लिए पैसे डोनेशन से इक्ट्ठा किये गए।
(ग) अंतत सबकी कोशिशों के बाद यह काम पूरा हुआ था।
प्रश्न.4. ग्राम सभा और ग्राम पंचायत के बीच में क्या फ़र्क है?
- ग्राम सभा: ग्राम सभा एक पंचायत के क्षेत्र में रहने वाले सभी वयस्कों की सभा होती है। वह व्यक्ति ग्राम सभा का सदस्य होता है जिसकी आयु 18 वर्ष या उससे अधिक हो, जिसे वोट देने का अधिकार हो, जिसका नाम गाँव की मतदाता सूची में हो।
- ग्राम पंचायत: ग्राम पंचायत कई वार्डों में बँटी होती है। प्रत्येक वार्ड अपना एक प्रतिनिधि चुनता है जिसे वार्ड पंच कहा जाता है। पंचायत क्षेत्र के लोग सरपंच को चुनते हैं। सरपंच पंचायत की मुखिया होता है। वार्ड पंच और सरपंच मिलकर ग्राम पंचायत का गठन पाँच वर्ष के लिए करते हैं।
प्रश्न.5. नीचे दी गई खबर को पढ़िए और फिर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
चौफुला-शिरूर सड़क पर एक गाँव है निमोन। दूसरे गाँवों की तरह पिछले कई महीनों से इस गाँव में भी पानी की बहुत कमी चल रही है। गाँव वाले अपनी ज़रूरतों के लिए टैंकर पर निर्भर हैं। इस गाँव के भगवान महादेव लाड (35 वर्ष) को सात लोगों ने मिलकर डंडे, लोहे की छड़ से बहुत पीटा। इस घटना का पता तब चला जब कुछ लोग बुरी तरह से घायल लाड को इलाज के लिए अस्पताल लेकर आए। पुलिस की रपट में लाड ने लिखवाया कि उस पर हमला तब हुआ जब उसने टैंकर का पानी टंकी में भरने पर जोर दिया था। टंकी, निमोन ग्राम पंचायत की जल आपूर्ति योजना के तहत बनाई गई थी ताकि पानी को समान रूप से वितरण हो, परंतु लाड का आरोप था कि ऊँची जाति के लोग इस बात के खिलाफ थे। वे टैंकर के पानी पर दलित जातियों का अधिकार नहीं मानते थे। (इंडियन एक्सप्रेस की एक ख़बर, 1 मई 2004)
(क) भगवान लार्ड को पीटा क्यों गया था?
(ख) क्या आपको लगता है कि यह एक भेदभाव का मामला है? क्यों?
(क) भगवान लार्ड चाहता था कि टैंकर का पानी टंकी में भरवा दिया जाए ताकि सभी ग्रामवासियों को पानी मिल सके। टंकी निमोन ग्राम पंचायत की जल आपूर्ति के लिए बनाई गई थी लेकिन ऊँची जाति के लोग पानी का केवल स्वयं उपयोग करना चाहते थे, क्योंकि वे टैंकर के पानी पर दलित जातियों को अधिकार नहीं मानते थे। जब भगवान लार्ड दलित लोगों के पक्ष में ए तो उन्हें डंडो से पीटा गया।
(ख) यह एक भेदभाव का मामला था, क्योंकि ऊँची जाति के लोग टैंकर के पानी का उपयोग केवल स्वयं करना चाहते थे। वे टैंकर के पानी पर दलित जातियों को अधिकार नहीं मानते थे।
प्रश्न.6. जल संरक्षण और उसके फ़ायदे के विषय में और जानकारी इकट्ठी कीजिए।
जल संरक्षण का अर्थ है जल के प्रयोग को घटाना एवं सफाई, निर्माण एवं कृषि आदि के लिए अवशिष्ट जल का पुनःचक्रण करना। हमें पानी का उपयोग उतना ही करना चाहिए जितनी हमें जरूरत होती है। हमारे शहर या गांव में कई जगह ऐसी होती है जहा पानी की मात्रा बहुत कम होती है। हमारे जीवन में सबसे ज्यादा जरुरी हमारे लिए पानी ही होता है। पानी की आवश्यकता अनुसार उचित उपयोग करना तथा पानी को बर्बाद होने से बचाना जल संरक्षण कहलाता है। इसके लिए वर्षा के पानी को संरक्षित किया जाता है ताकि पानी की कमी होने पर संरक्षित पानी का प्रयोग किया जा सके। जल संरक्षण के लिए पेड़ लगाए जाते हैं, नालों पर चेक डैम या छोटे-छोटे बाँध बनाए जाते हैं।
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