भारत में, सार्वजनिक खरीद सकल घरेलू उत्पाद का एक बड़ा हिस्सा है जो लगभग 20-25% का गठन करती है। करदाताओं के पैसे का यह आवंटन सरकारी कार्यक्रमों और सेवाओं के कामकाज में कुशल सार्वजनिक खरीद की भूमिका के महत्व को रेखांकित करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समावेशी विकास और व्यापार करने में सहजता के अनुरूप पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त खरीद प्रक्रियाओं के महत्व को पहचानते हुए, सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) की संकल्पना की गई थी।
● कंपनी अधिनियम की धारा 8 के तहत एक विशेष प्रयोजन वाहन के रूप में स्थापित GeM वाणिज्य विभाग के दायरे में संचालित होता है। अपनी स्थापना के बाद से GeM ने सार्वजनिक खरीद में क्रांति ला दी है, जिससे 60,000 करोड़ रूपए से अधिक की बचत हुई है। इसकी उल्लेखनीय उपलब्धियां GeM को सार्वजनिक खरीद प्लेटफार्मों में एक शीर्ष प्लेटफार्म के रूप में स्थापित करती है, जो दक्षिण कोरिया के KONEPS और सिंगापुर के GeBIZ जैसे स्थापित समकक्षों को भी बहुत कम समय में पीछे छोड़ देती हैं।
● स्थापना और उद्देश्य: अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया GeM विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार विभागों, संगठनों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) के लिए एंड-टू-एंड खरीद प्रक्रियाओं को सुगम बनाने वाला एक अत्याधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है।
● डिजिटल अवसंरचना: GeM सरकारी खरीदारों को एकीकृत ऑनलाइन इंटरफेस के माध्यम से सीधे देश भर के विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं से सामान और सेवाएं खरीदने के लिए एक सहज, कागज रहित, कैशलेस और संपर्क रहित वातावरण प्रदान करता है।
● व्यापक खरीद कवरेज: पोर्टल विक्रेता पंजीकरण, आइटम चयन, माल प्राप्ति और समय पर भुगतान सुविधा सहित संपूर्ण खरीद जीवनचक्र को शामिल करता है, जिससे सभी हितधारकों के लिए संचालन सुव्यवस्थित करता है।
● विरासत के मुद्दे: पारंपरिक सरकारी खरीद विधियों को अपारदर्शिता, अक्षमता और भ्रष्टाचार की समस्सया थी, जिसमें खरीदारों को अक्सर बेईमान विक्रेताओं से अत्यधिक कीमतों पर घटिया सामान खरीदने के लिए मजबूर किया जाता था।
● प्रवेश के लिए बाधाएं: विक्रेताओं को सरकार में शामिल होने और भुगतान प्रसंस्करण में नौकरशाही बाधाओं और देरी का सामना करना पड़ा, जिससे उन्हें सरकारी निविदाओं में भाग लेने और अपने उत्पादों और सेवाओं के लिए उचित मुआवजा प्राप्त करने की उनकी क्षमता में बाधा आई।
सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) भारत के सार्वजनिक खरीद परिदृश्य में परिवर्तनकारी बदलाव के प्रतीक के रूप में स्थापित है। अपने निर्बाध डिजिटल बुनियादी ढांचे, समावेशी बाज़ार , पारदर्शिता और दक्षता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, GeM ने खरीद प्रक्रियाओं में क्रांति ला दी है, करदाताओं का पैसा बचाया है एवं निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया है। इसका उल्लेखनीय विकास प्रक्षेपवक्र, तकनीकी नवाचार और स्थिरता पहल, समावेशी विकास और व्यापार करने में सहजता के दृष्टिकोण महत्व को रेखांकित किया है। जैसे-जैसे GeM अपनी पहुंच विकसित और विस्तारित कर रहा है, यह पूरे भारत में सार्वजनिक खरीद, दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता के भविष्य को आकार देने के लिए अधिक प्रभवि हो रहा है।
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1. सरकारी ई-मार्केटप्लेस क्या है? |
2. सरकारी ई-मार्केटप्लेस का उद्देश्य क्या है? |
3. सरकारी ई-मार्केटप्लेस कैसे काम करता है? |
4. सरकारी ई-मार्केटप्लेस के लाभ क्या हैं? |
5. सरकारी ई-मार्केटप्लेस किसे उपयोग में ले सकता है? |
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