एआईटीआईजीए (आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौता) की समीक्षा के लिए संयुक्त समिति की चौथी बैठक पुत्राजया, मलेशिया में हुई।
भारत और मलेशिया के अधिकारियों की सह-अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मेलन में सभी आसियान देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इसका उद्देश्य व्यापार सुविधा और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाना है, जो 2023-24 में 122.67 बिलियन अमरीकी डॉलर था।
एआईटीआईजीए (आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौता):
व्यापार रुझान:
a. निर्यात वृद्धि: आसियान के लिए भारत का निर्यात 2008-09 में US$ 19.14 बिलियन से बढ़कर 2021-22 में US$ 42.33 बिलियन हो गया, जिसमें 5.83% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) है।
b. आयात उछाल: आसियान से आयात 2008-09 में US$ 26.2 बिलियन से बढ़कर 2021-22 में US$ 68.07 बिलियन हो गया, जिसमें 7.06% की उच्च CAGR है।
c. व्यापार असंतुलन: आसियान के साथ भारत का व्यापार घाटा 2008-09 में US$ 7.06 बिलियन से तीन गुना बढ़कर 2021-22 में US$ 25.75 बिलियन हो गया।
d. पूर्वानुमानित रुझान: पूर्वानुमान इस प्रवृत्ति के जारी रहने का सुझाव देते हैं, जिसमें आयात निर्यात की तुलना में तेजी से बढ़ रहा
है आसियान देशों के साथ घाटा: 2008-09 में भारत का पांच आसियान देशों के साथ घाटा था, जो 2018-19 तक बढ़कर सात हो गया, केवल कंबोडिया, लाओस और फिलीपींस ही भारत के लिए अधिशेष दिखा रहे हैं।
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1. आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौता संयुक्त समिति की चौथी बैठक कब हुई थी? |
2. चौथी बैठक में कौन-कौन सक्रिय थे? |
3. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या था? |
4. आसियन-भारत वस्तु व्यापार समझौता क्या है और इसका महत्व क्या है? |
5. वस्तु व्यापार समझौता संयुक्त समिति क्या है और इसकी भूमिका क्या है? |
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