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एक शब्द उत्तर (One Word Answers) | |
संक्षिप्त उत्तर प्रश्न (Short Question Answers) |
प्रश्न 1: श्रीकृष्ण ने कहा, "मैया मैं नहिं ___________ खायो।"
उत्तर: माखन
प्रश्न 2: श्रीकृष्ण सुबह से ___________ के पीछे मधुबन गए थे।
उत्तर: गैयन
प्रश्न 3: चार पहर बंसीवट ___________ रहे।
उत्तर: भटक्यो
प्रश्न 4: श्रीकृष्ण का कहना है कि वे ___________ हैं।
उत्तर: बालक
प्रश्न 5: यशोदा ने श्रीकृष्ण को ___________ लगा लिया।
उत्तर: गले
प्रश्न 1: श्रीकृष्ण ने स्वीकार किया कि उन्होंने माखन खाया है।
उत्तर: गलत
प्रश्न 2: श्रीकृष्ण ने सुबह से शाम तक गैयन के पीछे मधुबन में समय बिताया।
उत्तर: सही
प्रश्न 3: ग्वाल-बाल ने जबरदस्ती श्रीकृष्ण के मुख पर माखन लगा दिया।
उत्तर: सही
प्रश्न 4: श्रीकृष्ण ने अपनी माँ को कहा कि वह बहुत चालाक है।
उत्तर: गलत
प्रश्न 5: अंत में, यशोदा ने श्रीकृष्ण को गले से लगा लिया।
उत्तर: सही
उत्तर:
प्रश्न 1: श्रीकृष्ण किसके पीछे मधुबन गए थे?
उत्तर: गैयन
प्रश्न 2: श्रीकृष्ण का मुख किसने माखन से लपटाया?
उत्तर: ग्वाल-बाल
प्रश्न 3: कविता में किसने कहा, "मैया मैं नहिं माखन खायो"?
उत्तर: श्रीकृष्ण
प्रश्न 4: श्रीकृष्ण ने किसको अपनी कमरिया दी?
उत्तर: यशोदा
प्रश्न 5: कविता के लेखक कौन हैं?
उत्तर: सूरदास
प्रश्न 1: श्रीकृष्ण ने अपनी माँ को क्या कहा कि उन्होंने माखन नहीं खाया?
उत्तर: श्रीकृष्ण ने अपनी माँ को बताया कि वे सुबह से गायों के पीछे मधुबन गए थे और वहां चार पहर तक बंसीवट के पास भटकते रहे। शाम को वे घर लौटे और वे छोटे बालक हैं, उनके लिए माखन छींके से निकालना संभव नहीं है।
प्रश्न 2: ग्वाल-बालों ने श्रीकृष्ण के मुख पर माखन क्यों लगाया?
उत्तर: ग्वाल-बाल श्रीकृष्ण के विरोधी थे और उन्होंने जबरदस्ती उनके मुख पर माखन लगा दिया ताकि वे दोषी दिखें।
प्रश्न 3: श्रीकृष्ण ने अपनी माँ को क्या कहा कि वे दूसरों की बातों पर जल्दी विश्वास कर लेती हैं?
उत्तर: श्रीकृष्ण ने अपनी माँ से कहा कि वे मन से बहुत भोली हैं और दूसरों की बातों पर जल्दी विश्वास कर लेती हैं।
प्रश्न 4: अंत में, यशोदा ने श्रीकृष्ण को क्या किया?
उत्तर: अंत में, यशोदा ने श्रीकृष्ण की मासूमियत भरी बातें सुनकर हंसते हुए उन्हें अपने गले से लगा लिया।
प्रश्न 5: इस कविता से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: इस कविता से हमें यह शिक्षा मिलती है कि सच्चाई और मासूमियत की शक्ति बहुत महत्वपूर्ण होती है और माता-पिता और बच्चों के बीच का स्नेहपूर्ण रिश्ता हमेशा बना रहना चाहिए।
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