प्रश्न 1: हीरासिंह कौन था और कहाँ रहता था?
उत्तर: हीरासिंह हरियाणा के एक गाँव का गरीब किसान था। उसके पास सुंदरिया नाम की प्यारी गाय थी।
प्रश्न 2: हीरासिंह ने दिल्ली जाकर कौन-सा काम किया?
उत्तर: हीरासिंह दिल्ली जाकर एक सेठ के यहाँ चौकीदार बन गया। इससे उसे कुछ पैसे मिलने लगे।
प्रश्न 3: जवाहरसिंह सुंदरिया को क्या कहकर बुलाता था?
उत्तर: जवाहरसिंह सुंदरिया को "मौसी" कहकर बुलाता था। वह उससे बहुत प्यार करता था।
प्रश्न 4: हीरासिंह ने सुंदरिया को बेचने का निर्णय क्यों लिया?
उत्तर: हीरासिंह गरीब था और सुंदरिया के लिए चारा नहीं जुटा पाता था। मजबूरी में उसने उसे बेचने का सोचा।
प्रश्न 5: सेठ ने सुंदरिया को देखकर क्या कहा?
उत्तर: सेठ सुंदरिया को देखकर बहुत खुश हुआ। उसने कहा कि गाय सचमुच बहुत सुंदर और स्वस्थ है।
प्रश्न 6: सुंदरिया दूसरे लोगों के साथ दूध क्यों नहीं देती थी?
उत्तर: सुंदरिया अपने मालिक हीरासिंह से बहुत प्यार करती थी। इसलिए वह उसके बिना खुश नहीं रहती थी और दूध भी कम देती थी।
प्रश्न 7: जब सुंदरिया ने दूध ड्योढ़ी में गिरा दिया तो सेठ ने क्या सोचा?
उत्तर: सेठ को लगा कि हीरासिंह झूठ बोल रहा है। लेकिन असल में सुंदरिया अपने मालिक के बिना दुखी थी।
प्रश्न 8: सुंदरिया रात को हीरासिंह के पास क्यों आई?
उत्तर: सुंदरिया रात को हीरासिंह के पास ऐसे आई, मानो वह कह रही हो कि मुझे अपने मालिक के पास ही रहना है। उसने अपनी आँखों से दुख जताया।
प्रश्न 9: हीरासिंह ने आखिर में क्या निर्णय लिया?
उत्तर: हीरासिंह ने तय किया कि वह सुंदरिया को गाँव वापस ले जाएगा। सेठ के पैसे धीरे-धीरे चुका देगा।
प्रश्न 10: जब सेठ ने हीरासिंह से गाय वापस ले जाने को कहा, तो उसने क्या उपाय किया?
उत्तर: कहानी से हमें सच्चा प्यार और अपनापन सीखने को मिलता है। पैसा रिश्तों और विश्वास से बड़ा नहीं होता।
प्रश्न 1: हीरासिंह और सुंदरिया के बीच कैसा संबंध था?
उत्तर: हीरासिंह सुंदरिया को अपने परिवार का हिस्सा मानता था। उसका बेटा भी गाय को मौसी कहता था। गरीबी के कारण उसने उसे बेचा, लेकिन दिल से वह उसे कभी अलग नहीं कर पाया। सुंदरिया भी अपने मालिक से बहुत प्यार करती थी। उसके बिना वह खुश नहीं रहती थी। यह रिश्ता सच्चे अपनापन और विश्वास का था।
प्रश्न 2: सुंदरिया ने सेठ के घर दूध क्यों कम देना शुरू किया?
उत्तर: शुरू में सुंदरिया ने हीरासिंह के सामने खूब दूध दिया। लेकिन जब उसे घोसी के पास भेजा गया तो उसने दूध कम देना शुरू किया। उसका दिल टूट गया था क्योंकि मालिक उसके पास नहीं था। गाय भी इंसानों की तरह भावनाएँ समझती है। वह अपने मालिक के बिना खुश नहीं थी।
प्रश्न 3: सेठ को क्यों लगा कि हीरासिंह ने धोखा दिया है?
उत्तर: सेठ ने देखा कि सुंदरिया ज्यादा दूध नहीं दे रही थी। उसे लगा कि हीरासिंह ने दूध के बारे में झूठ बोला है। असल में गाय अपने मालिक से दूर होकर ठीक से दूध नहीं देती थी। लेकिन सेठ यह बात समझ नहीं पाया। इसीलिए उसने सोचा कि हीरासिंह ने उसे धोखा दिया है।
प्रश्न 4: वह घटना बताइए जब सुंदरिया हीरासिंह के पास वापस आई।
उत्तर: एक रात सुंदरिया खूँटे से छूटकर ड्योढ़ी में आ गई। वह सीधे हीरासिंह के पास खड़ी हो गई। उसकी आँखें कह रही थीं कि वह बहुत दुखी है। जैसे वह अपने मालिक से माफी माँग रही हो। हीरासिंह उसे देखकर भावुक हो गया। वह उसकी गर्दन से लिपटकर रोने लगा।
प्रश्न 5: इस कहानी से हमें कौन-कौन-सी शिक्षा मिलती है?
उत्तर: कहानी हमें सिखाती है कि जानवर भी परिवार का हिस्सा होते हैं। उन्हें भी प्यार और अपनापन चाहिए। हमें समझना चाहिए कि पैसा ही जीवन में सबसे ज़रूरी नहीं है। असली खुशी रिश्तों और विश्वास में है। ईमानदारी और सच्चाई से काम करना चाहिए। सच्चा प्यार कभी टूट नहीं सकता।
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1. सुंदरिया का अर्थ क्या है? | ![]() |
2. सुंदरिया के विभिन्न प्रकार कौन से हैं? | ![]() |
3. सुंदरिया का महत्व क्यों है? | ![]() |
4. सुंदरिया का अध्ययन कैसे किया जाता है? | ![]() |
5. सुंदरिया का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है? | ![]() |