प्रश्न 1: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान कहाँ स्थित है?
उत्तर: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम में ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित है। यह उद्यान अपनी सुंदरता और जानवरों के लिए प्रसिद्ध है।
प्रश्न 2: काजीरंगा किस जानवर के लिए दुनिया भर में मशहूर है?
उत्तर: काजीरंगा एक सींग वाले गैंडे के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहाँ गैंडों की संख्या सबसे अधिक है।
प्रश्न 3: अरूप चाचा ने पहली बार गैंडे को देखकर कैसा अनुभव किया?
उत्तर: उन्होंने पहली बार गैंडे को देखकर बहुत खुशी और उत्साह महसूस किया। गैंडे की मोटी चमड़ी उन्हें कवच जैसी लगी।
प्रश्न 4: महावत ने गैंडे के बारे में कौन-सी कहानी सुनाई?
उत्तर: महावत ने बताया कि भगवान कृष्ण ने गैंडे को युद्ध के लिए तैयार किया था। लेकिन आदेश न मानने के कारण उसे जंगल भेज दिया गया।
प्रश्न 5: पहले गैंडों का शिकार क्यों किया जाता था?
उत्तर: पहले लोग मानते थे कि गैंडे के सींग में औषधीय गुण हैं। इसी लालच में गैंडों का शिकार बहुत हुआ।
प्रश्न 6: लेखक ने उद्यान में किस प्रकार के हिरण देखे?
उत्तर: उन्होंने भौंकने वाला हिरण, बौना सूअर हिरण, दलदली हिरण और साँभर हिरण देखा। यह चारों प्रजातियाँ खास थीं।
प्रश्न 7: मादा गैंडे के साथ उसके बच्चे को क्यों खतरनाक माना गया?
उत्तर: मादा गैंडा अपने बच्चे की रक्षा के लिए हिंसक हो सकती है। इसलिए पास जाकर देखना खतरनाक था।
प्रश्न 8: गैंडे की त्वचा कैसी दिखाई देती है?
उत्तर: गैंडे की त्वचा बहुत मोटी होती है। यह कवच जैसी दिखती है और उसे मज़बूत बनाती है।
प्रश्न 9: जंगली हाथियों का झुंड कैसा था?
उत्तर: हाथियों के झुंड में बच्चे भी थे। एक बड़ा हाथी पूरे झुंड की सुरक्षा कर रहा था।
प्रश्न 10: काजीरंगा में रॉयल बंगाल टाइगर क्यों नहीं दिखे?
उत्तर: वहाँ रॉयल बंगाल टाइगर रहते हैं, लेकिन वे रात में बाहर निकलते हैं। इसलिए लेखक उन्हें नहीं देख पाए।
प्रश्न 1: अरूप चाचा ने हाथी पर बैठकर उद्यान घूमते समय क्या-क्या देखा?
उत्तर: अरूप चाचा सुबह-सुबह हाथी पर बैठकर उद्यान देखने गए। वहाँ उन्होंने हिरणों और जंगली भैंसों के झुंड देखे। सबसे खास उन्हें गैंडा देखकर लगा, जिसकी मोटी चमड़ी कवच जैसी थी। महावत ने उन्हें गैंडे की कहानी भी सुनाई। यह अनुभव उनके लिए बहुत नया और रोमांचक था।
प्रश्न 2: गैंडों की संख्या क्यों कम हो गई और अब वे कहाँ सबसे अधिक पाए जाते हैं?
उत्तर: गैंडों का शिकार उनके सींग के लालच में बहुत किया गया। लोग मानते थे कि सींग में औषधीय गुण हैं, लेकिन वैज्ञानिकों ने इसे गलत बताया। इस शिकार से गैंडों की संख्या तेजी से घट गई। अब आधे से अधिक गैंडे काजीरंगा में पाए जाते हैं। इसलिए यह उद्यान गैंडों का सुरक्षित घर बन गया है।
प्रश्न 3: जीप सफारी में लेखक ने कौन-कौन से जीव और पक्षी देखे?
उत्तर: जीप सफारी के समय लेखक एक बील पर पहुँचे। वहाँ सैकड़ों पक्षियों का झुंड था। उन्होंने पेलिकन, सारस, बगुले और कलहोन देखे। पानी में ऊदबिलाव भी खेल रहे थे। लौटते समय उन्होंने जंगली हाथियों का झुंड देखा। यह सब उनके लिए अद्भुत दृश्य थे।
प्रश्न 4: काजीरंगा के जानवर हमें क्या सिखाते हैं?
उत्तर: काजीरंगा के जानवर आपस में शांति और भाईचारे से रहते हैं। वे बिना लड़ाई-झगड़े के जंगल साझा करते हैं। यह हमें भी सिखाता है कि मनुष्यों को मिल-जुलकर रहना चाहिए। हमें जानवरों और प्रकृति से प्रेम करना चाहिए। उनकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
प्रश्न 5: इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: इस कहानी का मुख्य संदेश प्रकृति और जानवरों से प्रेम करना है। लेखक बताते हैं कि सभी जानवर जंगल में शांति से रहते हैं। हमें उनसे सीख लेकर आपसी मेल-जोल और भाईचारे से जीना चाहिए। साथ ही पर्यावरण और वन्यजीवन की रक्षा करनी चाहिए। तभी आने वाली पीढ़ियाँ भी इन सुंदर जीवों को देख पाएँगी।
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1. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान कहाँ स्थित है और इसकी विशेषताएँ क्या हैं? | ![]() |
2. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना कब हुई थी? | ![]() |
3. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जाने का सबसे अच्छा समय कब है? | ![]() |
4. काजीरंगा में किस प्रकार की गतिविधियाँ पर्यटकों के लिए उपलब्ध हैं? | ![]() |
5. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के संरक्षण के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं? | ![]() |