प्रश्न 1: कहानी "हमारे ये कलामंदिर" किसके बारे में है?
उत्तर: यह कहानी अजंता और एलोरा की गुफाओं के बारे में है। इसमें निशा अपनी मौसी के साथ इन गुफाओं को देखने जाती है। वहाँ की कला और सुंदरता का वर्णन किया गया है।
प्रश्न 2: निशा और मौसी कहाँ छुट्टियाँ बिताने गईं?
उत्तर: वे दशहरे की छुट्टियों में अजंता और एलोरा की गुफाएँ देखने गईं। वहाँ उन्होंने प्राचीन गुफाएँ, मंदिर और सुंदर चित्र देखे।
प्रश्न 3: अजंता की गुफाएँ किस स्थान पर बनी हुई हैं?
उत्तर: अजंता की गुफाएँ एक पहाड़ी पर बनी हुई हैं। वहाँ पास में एक नदी और रंग-बिरंगे फूलों से भरी घाटी है।
प्रश्न 4: अजंता की गुफाओं में कौन-से चित्र बने हैं?
उत्तर: वहाँ गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़े चित्र बने हैं। इसके साथ ही पेड़-पौधे, पशु-पक्षी और लोगों के चित्र भी बनाए गए हैं।
प्रश्न 5: इन चित्रों की खासियत क्या है?
उत्तर: इन चित्रों के रंग सैकड़ों साल बाद भी चमकते हैं। इन्हें देखकर लगता है जैसे चित्र बोल उठेंगे।
प्रश्न 6: एलोरा की गुफाओं में कौन-सी मूर्तियाँ और मंदिर हैं?
उत्तर: एलोरा की गुफाओं में बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म से जुड़े मंदिर और मूर्तियाँ हैं। ये सब पहाड़ को काटकर बनाई गई हैं।
प्रश्न 7: कैलाश मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?
उत्तर: कैलाश मंदिर एक ही चट्टान को काटकर बनाया गया है। यह बहुत अद्भुत और अनोखी कलाकृति है।
प्रश्न 8: निशा को गुफाएँ देखकर कैसा लगा?
उत्तर: निशा बहुत आश्चर्यचकित और खुश हुई। उसे गर्व हुआ कि हमारे देश की कला इतनी महान है।
प्रश्न 9: इन गुफाओं के चित्र किससे बनाए गए थे?
उत्तर: ये चित्र पत्तों, फूलों और जड़ी-बूटियों से बने रंगों से बनाए गए थे। इस कारण वे आज भी सुंदर और चमकदार हैं।
प्रश्न 10: कहानी से हमें क्या पता चलता है?
उत्तर: कहानी से हमें पता चलता है कि भारत की कला बहुत पुरानी और महान है। हमारे पूर्वज बहुत कुशल कलाकार थे।
प्रश्न 1: अजंता की गुफाओं की सुंदरता का वर्णन कीजिए।
उत्तर: अजंता की गुफाएँ पहाड़ी पर बनी हैं और उनके पास एक नदी बहती है। गुफाओं के सामने सूर्य की किरणें पड़ती हैं जिससे वे चमकती हैं। अंदर दीवारों पर गौतम बुद्ध के जीवन, पेड़-पौधे और पशु-पक्षियों के चित्र बने हैं। चित्र बहुत सजीव लगते हैं। ये चित्र लगभग 2000 साल पुराने हैं लेकिन आज भी चमकदार हैं। इन्हें देखकर हर कोई आश्चर्यचकित हो जाता है।
प्रश्न 2: निशा और मौसी की यात्रा का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर: दशहरे की छुट्टियों में निशा और मौसी अजंता और एलोरा की गुफाएँ देखने गईं। वे रेल से संभाजीनगर पहुँचीं और वहाँ से बस से अजंता गईं। उन्होंने वहाँ सुंदर गुफाएँ, नदी, फूल और चित्र देखे। अगले दिन वे एलोरा की गुफाओं में पहुँचीं। वहाँ बौद्ध, हिंदू और जैन मंदिर और मूर्तियाँ थीं। कैलाश मंदिर देखकर वे बहुत प्रभावित हुईं।
प्रश्न 3: एलोरा की गुफाओं के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर: एलोरा संभाजीनगर से लगभग 40 किलोमीटर दूर है। यहाँ लगभग 30 गुफाएँ और मंदिर हैं। इन गुफाओं में बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म से जुड़ी मूर्तियाँ हैं। कैलाश मंदिर यहाँ का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। यह पूरी एक ही चट्टान को तराशकर बनाया गया है। इसकी विशालता और सुंदरता देखकर हर कोई चकित रह जाता है।
प्रश्न 4: इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि भारत की कला और संस्कृति बहुत महान है। हमारे पूर्वजों ने कठिन परिश्रम से गुफाएँ, मंदिर और सुंदर चित्र बनाए। हमें अपनी इस पुरानी धरोहर को सँभालकर रखना चाहिए। इससे हमें अपने इतिहास और संस्कृति पर गर्व होता है। यह भी सिखाता है कि कला का महत्व हमेशा बना रहता है।
प्रश्न 5: अजंता और एलोरा की गुफाएँ हमारे इतिहास और संस्कृति को कैसे दर्शाती हैं?
उत्तर: अजंता की गुफाओं में बुद्ध के जीवन से जुड़े चित्र और प्राकृतिक दृश्य बने हैं। एलोरा की गुफाओं में बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म की मूर्तियाँ और मंदिर हैं। कैलाश मंदिर एक अद्भुत कलाकृति है। इन गुफाओं से हमें पता चलता है कि हमारे पूर्वज कितने कुशल कलाकार थे। ये गुफाएँ हमारे इतिहास और संस्कृति की गौरवशाली धरोहर हैं। इसलिए हमें इन पर गर्व करना चाहिए।
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