Q.1: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर नीचे दिए गए चित्र के आधार पर दें:
(i) चित्र में दिखाए गए तीन पौधों (पेड़, झाड़ी, या जड़ी-बूटी) के प्रकार का पहचान करें। (ii) आम के पेड़ की तने की संरचना में टमाटर के पौधे की तुलना में मुख्य अंतर क्या है? (iii) गुलाब के पौधे की शाखाएँ जमीन के करीब क्यों शुरू होती हैं? (iv) आम के पेड़ की ऊँचाई इसके पर्यावरण में कैसे मदद करती है? (v) पौधों की वर्गीकरण करते समय तने के रंग और बनावट का अवलोकन करना क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: (i) आम: पेड़; गुलाब: झाड़ी; टमाटर: जड़ी-बूटी। (ii) आम के पेड़ का तना मोटा, भूरा, और लकड़ीदार होता है; जबकि टमाटर के पौधे का तना हरा, नाज़ुक, और पतला होता है। (iii) गुलाब एक झाड़ी है, जिसमें कई तने जमीन के करीब शाखित होते हैं। (iv) आम के पेड़ की ऊँचाई इसे घने जंगलों में सूरज की रोशनी तक पहुँचने और छाया/आश्रय प्रदान करने में मदद करती है। (v) तने का रंग और बनावट (जैसे, लकड़ीदार बनाम नाज़ुक) पौधे के प्रकार (पेड़, झाड़ी, जड़ी-बूटी) और उसकी मजबूती को दर्शाते हैं।
Q.2: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर नीचे दिए गए चित्र के आधार पर दें:
(i) हिबिस्कस के पत्ते और केले के पत्ते में वेनेशन का प्रकार पहचानें। (ii) चित्र में दिखाए गए रेटिकुलेट और पैरलल वेनेशन के बीच मुख्य अंतर क्या है? (iii) वेनेशन का पैटर्न पौधों को समूहों में वर्गीकृत करने में कैसे मदद करता है? (iv) हिबिस्कस के पत्ते का वेनेशन इसके पर्यावरण के लिए क्यों उपयुक्त हो सकता है? (v) पौधे को नुकसान पहुँचाए बिना पत्ते की वेनेशन का अवलोकन करना क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: (i) हिबिस्कस: रेटिकुलेट वेनेशन; केला: पैरलल वेनेशन। (ii) रेटिकुलेट में जाल के समान नसों का पैटर्न होता है; जबकि पैरलल में नसें एक साथ चलती हैं। (iii) रेटिकुलेट वेनेशन डायकॉट पौधों को दर्शाता है; जबकि पैरलल वेनेशन मोनोकॉट पौधों को दर्शाता है। (iv) रेटिकुलेट वेनेशन चौड़े पत्तों में प्रभावी पोषक तत्वों के परिवहन का समर्थन करता है, जो सूरज की रोशनी से भरपूर वातावरण के लिए उपयुक्त होता है। (v) पौधे को नुकसान पहुँचाए बिना अवलोकन करने से पौधे की प्रकाश संश्लेषण की क्षमता और जीवित रहने की क्षमता बनी रहती है।
प्रश्न 3: नीचे दिए गए चित्र के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:
उत्तर: (i) सरसों: टैप रूट; घास: फाइबरस रूट। (ii) टैप रूट में एक मुख्य जड़ होती है जिसमें साइड ब्रांच होती हैं; फाइबरस रूट पतली जड़ों का एक गुच्छा होती हैं। (iii) हिबिस्कस या चने (टैप रूट)। (iv) फाइबरस रूट्स विस्तृत रूप से फैलती हैं ताकि पानी को अवशोषित किया जा सके और मिट्टी के कटाव को रोका जा सके, जो घास वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। (v) फिर से लगाना सुनिश्चित करता है कि पौधा अवलोकन के बाद भी बढ़ता और फलता-फूलता रहे।
प्रश्न 4: नीचे दिए गए चित्र के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:
उत्तर: (i) चना: डाइकोट; मक्का: मोनोकट। (ii) चने में दो कोटिलेडन होते हैं; मक्का में एक कोटिलेडन होती है। (iii) डाइकोट (चना) में टैप रूट होते हैं; मोनोकोट (मक्का) में फाइबरस रूट होते हैं। (iv) कोटिलेडन उभरते भ्रूण को पोषक तत्व प्रदान करते हैं जब तक कि वह प्रकाश संश्लेषण नहीं कर सकता। (v) भिगोना बीज की बाहरी परत को नरम करता है, जिससे आंतरिक संरचनाओं का अवलोकन करना आसान हो जाता है बिना किसी नुकसान के।
प्रश्न 5: नीचे दिए गए चित्र के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:
(i) चित्र में दिखाए गए मछली और बकरी द्वारा किए गए आंदोलन के प्रकार की पहचान करें। (ii) मछली द्वारा आंदोलन के लिए उपयोग किए गए शरीर के अंग कौन से हैं, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है? (iii) बकरी के पैर उसे अपने आवास में कैसे चलने में मदद करते हैं? (iv) चित्र में दिखाए गए अनुसार, मछली का आवास बकरी के आवास से क्यों भिन्न है? (v) मछली और बकरी जैसे जानवरों की गति का अवलोकन बिना उन्हें परेशान किए क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: (i) मछली: तैरती है; बकरी: चलती और कूदती है। (ii) मछली: आंदोलन के लिए डॉर्सल, पेक्टोरल और पूंछ फिन का उपयोग करती है। (iii) बकरी के पैर: मजबूत पैर और खुर grassy या rocky इलाके में चलने और कूदने की अनुमति देते हैं, जो स्थिरता और चतुराई प्रदान करते हैं। (iv) आवास का अंतर: मछली जल आवास (पानी, जैसे नदियाँ या महासागर) में रहती है, जिसे तैरने के लिए फिन की आवश्यकता होती है; बकरी स्थलीय आवास (भूमि, जैसे घास के मैदान या पहाड़) में रहती है, जिसे चलने/कूदने के लिए पैर की आवश्यकता होती है। (v) अवलोकन बिना परेशान किए: जानवरों को तनाव या हानि से बचाता है, उनके प्राकृतिक व्यवहार को बनाए रखता है, और उनके आवास को संरक्षित करता है।
प्रश्न 6: नीचे दिए गए चित्र के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें: (i) चित्र में प्रत्येक ऊंट के कितने कूबड़ हैं? (ii) दोनों ऊंटों के पैर संरचना में क्या अंतर है? (iii) ठंडे रेगिस्तान के ऊंट के लंबे बाल उसकी जीवित रहने में कैसे मदद करते हैं? (iv) गर्म रेगिस्तान के ऊंट के चौड़े खुर उसके आवास के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं? (v) विभिन्न क्षेत्रों में जानवरों के अनुकूलन की तुलना करना क्यों महत्वपूर्ण है, जैसा कि दिखाया गया है?
उत्तर: (i) गर्म रेगिस्तानी ऊंट: एक कूबड़; ठंड रेगिस्तानी ऊंट: दो कूबड़। (ii) गर्म रेगिस्तानी ऊंट के लंबे पैर होते हैं; ठंड रेगिस्तानी ऊंट के पैर छोटे होते हैं। (iii) लंबे बाल ठंड रेगिस्तानी ऊंट को लद्दाख की ठंडी सर्दियों से बचाते हैं। (iv) चौड़े खुर गर्म रेगिस्तानी ऊंट को रेतीले रेगिस्तानों में धंसने से रोकते हैं। (v) अनुकूलनों की तुलना करने से यह समझने में मदद मिलती है कि जानवर विशिष्ट पर्यावरण में कैसे जीवित रहते हैं।
प्रश्न 7: नीचे दिए गए चित्र के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दें: (i) चित्र में बत्तख के पास किस प्रकार के पैर हैं? (ii) बत्तख के पैर और कबूतर के पैर में क्या अंतर है? (iii) बत्तख अपने जालदार पैरों का उपयोग करके कौन-सी गतिविधि कर सकती है? (iv) कबूतर के पैर की संरचना उसके आवास के लिए क्यों उपयुक्त है? (v) हमें जानवरों की विशेषताओं जैसे पैरों का अवलोकन बिना जानवर को पकड़ने के क्यों करना चाहिए?
उत्तर: (i) बत्तख के पास जालदार पैर होते हैं। (ii) बत्तख के पैरों में अंगुलियों को जोड़ने वाली त्वचा होती है; कबूतर के पैरों में अलग-अलग, नाखूनदार अंगुलियाँ होती हैं। (iii) बत्तख अपने जालदार पैरों का उपयोग पानी में तैरने के लिए करती है। (iv) कबूतर के नाखूनदार पैर उसे शाखाओं पर बैठने और भूमि पर चलने में मदद करते हैं। (v) बिना पकड़ने के अवलोकन करने से जानवर को तनाव या नुकसान से बचाया जा सकता है।