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NCERT Solutions for Class 12 English Vitan - II - Diary Ke Panne

1. ”यह साठ लाख लोगों की तरफ़ से बोलने वाली एक आवाज़ है। एक ऐसी आवाज़, जो किसी संत या कवि की नहींबल्कि एक साधारण-सी लड़की की है।”इल्या इहरनबुर्ग की इस टिप्पणी के संदर्भ में ऐन फ्रैंक की डायरी के पठित अंशों पर विचार करें।
 उत्तर
:- ऐन की डायरी अगर एक ऐतिहासिक दौर का जीवंत दस्तावेज है, तो साथ ही उसके निजी सुख-दुःख और भावनात्मक उथल-पुथल का भी क्योंकि इसमें ऐन ने द्वितीय विश्वयुद्ध के समय हॉलैंड के यहूदी परिवारों की अकल्पनीय यंत्रणाओं का वर्णन करने के साथ-साथ, वहाँ की राजनैतिक स्थिति एवं युद्ध की विभीषिका का जीवंत वर्णन किया है।
यहूदियों को तरह-तरह के भेदभाव पूर्ण ओर अपमानजनक नियम-कायदों को मानने के लिए बाध्य किया जाने लगा। गेस्टापो (हिटलर की खुफिया पुलिस) छापे मारकर यहूदियों को अज्ञातवास से ढूँढ़ निकालती और यातनागृह में भेज देती। चारों तरफ अराजकता फैली हुई थी। यहूदी अज्ञातवास में निरंतर अंधेरे कमरों में जीने को मजबूर थे। उन्हें एक अमानवीय जीवन जीने को बाध्य होना पड़ा। हिटलर की नाजी फौज का खौफ उन्हें हर वक्त आतंकित करता रहता था।
इसलिए इल्या इहरनबुर्ग की यह टिप्पणी कि ”यह साठ लाख लोगों की तरफ से बोलने वाली एक आवाज है। एक ऐसी आवाज जो किसी संत या कवि की नहीं, बल्कि एक साधारण-सी लड़की की है।’ सर्वमान्य एवं सत्य है।

 

2. “काशकोई तो होता जो मेरी भावनाओं को गंभीरता से समझ पाता। अफ़सोसऐसा व्यक्ति मुझे अब तक नहीं मिला…।” क्या आपको लगता है कि ऐन के इस कथन में उसके डायरी लेखन का कारण छिपा है?
 उत्तर
:- यह सत्य है कि लेखक आत्माभिव्यक्ति के लिए लिखता है। ऐन भी अपने अनुभवों को डायरी के माध्यम से व्यक्त करती है। पढ़ाई के लिए उसे कई बार डाँट-फटकार मिलती है। वह एक जगह लिखती है –
‘मेरे दिमाग में हर समय इच्छाएँ, विचार, आरोप तथा डाँट-फटकार ही चक्कर खाते रहते हैं। मैं सचमुच उतनी घमंडी नहीं हूँ जितना लोग मुझे समझते हैं। मैं किसी और की तुलना में अपनी कई कमजोरियों और खामियों को बेहतर तरीके से जानती हूँ।’ तथा दूसरे स्थान पर वह कहती है – ‘लोग मुझे अभी भी इतना नाक घुसेड़ू और अपने आपको तीसमारखाँ समझने वाली क्यों मानते हैं?’
इस प्रकार ऐन अपनी भावनाएँ डायरी के माध्यम से प्रकट करती है।’

 

3. ‘प्रकृति-प्रदत्त प्रजनन-शक्ति के उपयोग का अधिकार बच्चे पैदा करें या न करें अथवा कितने बच्चे पैदा करें- इस की स्वतंत्रता स्त्री से छीन कर हमारी विश्व-व्यवस्था ने न सिर्फ़ स्त्री को व्यक्तित्व-विकास के अनेक अवसरों से वंचित किया है बल्कि जनांधिक्य की समस्या भी पैदा की है‘।
 ऐन की डायरी के
13 जून, 1944 के अंश में व्यक्त विचारों के संदर्भ में इस कथन का औचित्य ढूँढे़ं।
उत्तर:- ऐन के अनुसार औरतों को उनके हिस्से का सन्मान मिलना चाहिए। पुरुषों ने औरतों पर शुरू से ही इस आधार पर शासन करना शुरू किया कि वे उनकी तुलना में शारीरिक रूप से ज्यादा सक्षम हैं पुरुष ही कमाकर लाता है बच्चे पालता पोसता है और जो मन में आए, करता है, लेकिन हाल ही में स्थिति बदली है। सौभाग्य से शिक्षा, काम तथा प्रगति ने औरतों की आँखें खोली हैं।
औरत ही तो है जो मानव जाति की निरंतरता को बनाए रखने के लिए इतनी तकलीफों से गुजरती है और संघर्ष करती है। वह जितना संघर्ष करती है, उतना तो सिपाही भी नहीं करते।
ऐनी के कहने का कतई मतलब नहीं है कि औरतों को बच्चे जनना बंद कर देना चाहिए, इसके विपरीत प्रकृति चाहती है कि वे ऐसा करें और इस वजह से उन्हें यह काम करते रहना चाहिए।
ऐनी सिर्फ़ इतना चाहती है की समाज औरतों के योगदान को सराहे।

 

4. ”ऐन की डायरी अगर एक ऐतिहासिक दौर का जीवंत दस्तावेज़ हैतो साथ ही उसके निजी सुख-दुःख और भावनात्मक उथल-पुथल का भी। इन पृष्ठों में दोनों का फ़र्क मिट गया है।” इस कथन पर विचार करते हुए अपनी सहमति या असहमति तर्कपूर्वक व्यक्त करें।
 उत्तर
:- ऐन की डायरी से हमें उसके जीवन व तत्कालीन परिवेश का परिचय मिलता है। इसमें द्वितीय विश्वयुद्ध के समय हॉलैंड के यहूदी परिवारों की अकल्पनीय यंत्रणाओं का वर्णन करने के साथ-साथ, वहाँ की राजनैतिक स्थिति एवं युद्ध की विभीषिका का जीवंत वर्णन किया है। यहूदियों को तरह-तरह के भेदभाव पूर्ण ओर अपमानजनक नियम-कायदों को मानने के लिए बाध्य किया जाने लगा। गेस्टापो (हिटलर की खुफिया पुलिस) छापे मारकर यहूदियों को अज्ञातवास से ढूँढ़ निकालती ओर यातनागृह में भेज देती। हिटलर के घायल सैनिकों में हिटलर से हाथ मिलाने का जोश, अराजकता का माहौल आदि। साथ ही यह डायरी ऐन के पारिवारिक सुख-दुःख और भावनात्मक स्थिति को प्रकट करती है – गरीबी, भुखमरी, अज्ञातवास में जीवन व्यतीत करना, दुनिया से बिलकुल कट जाना, पकड़े जाने का डर, आतंक। इस तरह यह डायरी ऐतिहासिक दस्तावेज होने के साथ-साथ ऐन के जीवन के सुख-दुख का चित्रण भी है।

 

5. ऐन ने अपनी डायरी किट्टी‘ (एक निर्जीव गुडि़या) को संबोधित चिट्ठी की शक्ल में लिखने की ज़रूरत क्यों महसूस की होगी?
 उत्तर
:- ऐन अज्ञातवास में थी तब उसकी आयु मात्र आठ वर्ष की थी। अज्ञातवास में ऐन से बाते करनेवाला और उसके भावों को समझने वाला कोई न था एवं बड़ों की बातें सुनकर वह उब गई थी। वह एक निर्जीव गुडि़या को काल्पनिक मित्र बनाती है और उसे संबोधित कर अपने अनुभवों को डायरी के माध्यम से व्यक्त करती है।

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FAQs on NCERT Solutions for Class 12 English Vitan - II - Diary Ke Panne

1. What is the summary of "Diary Ke Panne"?
Ans. "Diary Ke Panne" is a chapter from the Hindi textbook "Vasant" for class 8. It is a diary entry written by a young girl named Zainab who talks about her experiences during the partition of India in 1947. She describes the violence, chaos, and fear that she and her family faced during the migration from Pakistan to India. The chapter highlights the impact of partition on people's lives and the need for unity and peace.
2. Who is the author of "Diary Ke Panne"?
Ans. "Diary Ke Panne" is a fictional diary entry written by the author Mahadevi Verma. She was a celebrated Hindi poet, writer, and social activist who is known for her contribution to Hindi literature. She has written several poems, novels, and essays on various social issues.
3. What is the historical background of "Diary Ke Panne"?
Ans. "Diary Ke Panne" is set during the partition of India in 1947. It was a significant event in the history of the Indian subcontinent, which led to the division of India into two countries, India and Pakistan. Millions of people were displaced, and there was widespread violence and bloodshed during the migration. The chapter provides a glimpse of the impact of partition on people's lives and highlights the need for peace and unity.
4. What are the themes of "Diary Ke Panne"?
Ans. The themes of "Diary Ke Panne" include the impact of partition on people's lives, the need for peace and unity, and the power of empathy and compassion. The chapter highlights the violence, chaos, and fear that people faced during the partition and the importance of understanding and respecting people's differences. It also emphasizes the need to overcome hatred and division to build a harmonious society.
5. How can "Diary Ke Panne" help in understanding the importance of unity and peace?
Ans. "Diary Ke Panne" provides a powerful message about the importance of unity and peace. The chapter highlights the violence and chaos that resulted from the partition of India and the need for people to come together to build a harmonious society. It also emphasizes the power of empathy and compassion in overcoming hatred and division. By reading this chapter, students can understand the importance of respecting people's differences and working towards a peaceful and inclusive society.
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