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Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Uttarakhand Police SI MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10

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Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 1

आकाश का पर्यायवाची शब्द है:

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 1

आकाश का पर्यायवाची शब्द:
आकाश का पर्यायवाची शब्द व्योम है। इसलिए विकल्प C सही है।
विवरण:

  • आकाश शब्द का अर्थ होता है आसमान या खगोलीय अंतरिक्ष।
  • आकाश के अनेक पर्यायवाची शब्द होते हैं जैसे गगन, व्योम, नभ आदि।
  • यहां दिए गए विकल्पों में, दृग का अर्थ होता है देखना, विप्र का अर्थ होता है ब्राह्मण। इसलिए ये दोनों शब्द आकाश के पर्यायवाची नहीं हो सकते।
  • व्योम शब्द का अर्थ भी आकाश होता है, इसलिए व्योम आकाश का पर्यायवाची शब्द है।
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 2

वर्तनी की दृष्टि से शुद्ध शब्द है:

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 2

शुद्ध वर्तनी का चयन
वर्तनी की दृष्टि से शुद्ध शब्द का चयन करने के लिए, हमें शब्दों के उच्चारण और व्याकरणीय नियमों को समझना होगा। यहां दिए गए विकल्पों में से, हमें वह शब्द चुनना होगा जिसकी वर्तनी सही हो।

  • विकल्प A: अनुगृहीत
  • विकल्प B: अनूगहीत
  • विकल्प C: अनुग्रहित
  • विकल्प D: अनुग्रहीत

सही वर्तनी
वर्तनी की दृष्टि से शुद्ध शब्द है:
विकल्प C: अनुग्रहित
इस शब्द का अर्थ होता है "अनुग्रह किया हुआ" या "कृपा की गई"। यह शब्द दो भागों - "अनु" और "ग्रहित" से मिलकर बना है, जो क्रमशः "अनुसार" और "ग्रहण किया हुआ" का अर्थ देते हैं। इसलिए, वर्तनी की दृष्टि से यह शब्द शुद्ध है।

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Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 3

'दही' शब्द है -

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 3

दही शब्द का लिंग विश्लेषण
दही शब्द हिंदी भाषा का एक सामान्य शब्द है जिसका अर्थ होता है एक प्रकार का भोजन जो दूध को खट्टा करके तैयार किया जाता है। जब हम इस शब्द का लिंग निर्धारित करते हैं, तो यह निम्नलिखित विचारों पर आधारित होता है:

  • व्याकरणिक नियम: हिंदी भाषा में, आम तौर पर अंत में 'आ' या 'ई' वाले शब्द पुल्लिंग (मस्कुलिन) होते हैं, जबकि 'ई' या 'अ' वाले शब्द स्त्रीलिंग (फीमेल) होते हैं। 'दही' शब्द का अंत 'ई' से होता है, इसलिए यह पुल्लिंग है।
  • संदर्भ: कई बार, शब्दों का लिंग संदर्भ पर निर्भर करता है। यदि 'दही' शब्द का उपयोग मस्कुलिन संदर्भ में किया जाता है, तो यह पुल्लिंग हो सकता है।
  • प्रयोग: 'दही' शब्द का प्रयोग आमतौर पर पुल्लिंग के रूप में होता है, जैसे "दही खट्टा हो
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 4

‘राष्ट्रभक्ति’ में प्रयुक्त समास है:

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 4

राष्ट्रभक्ति = राष्ट्र की भक्ति। यहाँ भक्ति का सम्बन्ध राष्ट्र से है। अत: राष्ट्रभक्ति में तत्पुरुष समास है। वह समास है जिसमें बाद का अथवा उत्तर पद प्रधान होता है तथा दोनों पदों के बीच का कारक-चिह्न लुप्त हो जाता है। जैसे-राजा का कुमार - राजकुमार।  ठीक इसी प्रकार 'राष्ट्रभक्ति = राष्ट्र की भक्ति' होगा। 

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 5

'गंगा' का पर्यायवाची है-

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 5

गंगा का पर्यायवाची
'गंगा' का पर्यायवाची 'भैरवी' होता है। गंगा एक महत्वपूर्ण नदी है जो भारत और बांग्लादेश में बहती है, जो हिन्दू धर्म में पवित्र मानी जाती है। गंगा का अनेकों नामों में से एक 'भैरवी' भी है। यह नाम भैरव, जो शिव के एक रूप हैं, का फेमिनिन रूप होता है।

  • भैरवी: गंगा नदी को 'भैरवी' भी कहा जाता है। यह नाम गंगा को उसकी पवित्रता और उसके महत्व को मान्यता देता है।
  • सुरसरि: गंगा को 'सुरसरि' नहीं कहा जाता है। यह शब्द सामान्यतया किसी भी नदी के लिए उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इसका विशेष उल्लेख गंगा के संदर्भ में नहीं किया जाता है।
  • अम्बिका: गंगा को 'अम्बिका' नहीं कहा जाता है। यह नाम सामान्यतया देवी दुर्गा का एक रूप होता है, जो हिन्दू धर्म में मातृत्व और शक्ति का प्रतीक
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 6

’गृहिणी ने गरीबों को कपड़े दिए।’ वाक्य में कौनसा कारक है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 6

वाक्य विश्लेषण:
इस वाक्य का विश्लेषण निम्न रूप में होगा:

  • कर्ता: वाक्य में कार्य करने वाला गृहिणी है, इसलिए गृहिणी कर्ता कारक है।
  • कर्म: जिसका कार्य किया जाता है, उसे कर्म कारक कहते हैं। यहां गृहिणी ने कपड़े दिए, इसलिए कपड़े कर्म कारक हैं।
  • संप्रदान: जिसे कुछ दिया जाता है, उसे संप्रदान कारक कहते हैं। इस वाक्य में गृहिणी ने कपड़े गरीबों को दिए हैं, इसलिए गरीब संप्रदान कारक हैं।
  • करण: जिसके द्वारा कार्य होता है, उसे करण कारक कहते हैं। इस वाक्य में कोई करण कारक नहीं है।

इस प्रकार, वाक्य 'गृहिणी ने गरीबों को कपड़े दिए।' में संप्रदान कारक है, जो 'गरीबों को' है।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 7

ज्येष्ठ का विलोम शब्द है:

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 7

ज्येष्ठ का विलोम शब्द
ज्येष्ठ का विलोम शब्द कनिष्ठ होता है। यहाँ विस्तार से व्याख्या की गई है:

  • ज्येष्ठ: ज्येष्ठ शब्द का अर्थ होता है 'सबसे बड़ा' या 'सबसे पुराना'. यह शब्द व्यक्ति या वस्तु के आयु या स्थान के संदर्भ में इस्तेमाल होता है जो सबसे अधिक हो।
  • कनिष्ठ: विपरीत रूप में, कनिष्ठ का अर्थ होता है 'सबसे छोटा' या 'सबसे नवीनतम'. यह शब्द व्यक्ति या वस्तु के आयु या स्थान के संदर्भ में इस्तेमाल होता है जो सबसे कम हो।

इस प्रकार, ज्येष्ठ और कनिष्ठ एक-दूसरे के विपरीत या विलोम शब्द हैं।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 8

मेरा खिलौना टूटा है। वाक्य में सर्वनाम है-

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 8

निजवाचक सर्वनाम इसके अंतर्गत वे सर्वनाम आते हैं, जिनका प्रयोग वक्ता या लेखक स्वयं अपने लिए करते हैं। इस प्रकार – ”वक्ता या लेखक जिन सर्वनाम शब्दों का बोध कराता है और अपने लिए जिनका प्रयोग करता है, उन्हें 'निजवाचक सर्वनाम' कहते हैं। जैसे: मेरा, तेरा, उसका, इसका, उनका, तुम्हारा

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 9

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिये।
स्वामी विवेकानन्द जी एक ऐसे सन्त थे जिनका रोम-रोम राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत था। उनके सारे चिन्तन का केन्द्रबिन्दु राष्ट्र था। अपने राष्ट्र की प्रगति एवं उत्थान के लिए जितना चिन्तन एवं कर्म इस तेजस्वी संन्यासी ने किया उतना पूर्ण समर्पित राजनीतिज्ञों ने भी सम्भवत: नहीं किया। अन्तर यह है कि इन्होंने सीधे राजनीतिक धारा में भाग नहीं लिया किन्तु इनके कर्म एवं चिन्तन की प्रेरणा से हजारों ऐसे कार्यकर्ता तैयार हुए जिन्होंने राष्ट्र-रथ को आगे बढ़ाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
इन्होंने निजी मुक्ति को जीवन का लक्ष्य नहीं बनाया था बल्कि करोड़ों देशवासियों के उत्थान को ही अपना जीवन-लक्ष्य बनाया। राष्ट्र के दीन-हीन जनों की सेवा को ही वे ईश्वर की सच्ची पूजा मानते थे। सत्य की अनवरत खोज उन्हें दक्षिणेश्वर के सन्त श्री रामकृष्ण परमहंस तक ले गई और परमहंस ही वह सच्चे गुरु सिद्ध हुए जिनका सान्निध्य पाकर इनकी ज्ञान-पिपासा शान्त हुई। उन्तालीस वर्ष के संक्षिप्त जीवनकाल में स्वामी जी जो कार्य कर गए, वे आने वाली अनेक शताब्दियों तक पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे। तीस वर्ष की आयु में इन्होंने शिकागों, अमेरिका के विश्व धर्म-सम्मेलन में हिन्दू धर्म का प्रतिनिधत्व किया और इसे सार्वभौमिक पहचान दिलवाई। तीन वर्ष तक वे अमेरिका में रहे और वहाँ के लोगों को भारतीय तत्व-ज्ञान की अद्भुत ज्योति प्रदान की। ‘‘अध्यात्म-विद्या और भारतीय दर्शन के बिना विश्व अनाथ हो जाएगा’’ यह स्वामी जी का दृढ़ विश्वास था।
वे केवल सन्त ही नहीं, एक महान देशभक्त, वक्ता, विचारक, लेखक और मानव-प्रेमी भी थे। अमेरिका से लौटकर उन्होंने आजादी की लड़ाई में योगदान देने के लिए देशवासियों का आह्वान किया और जनता ने स्वामी जी की पुकार का उत्तर दिया। गाँधी जी को आजादी की लड़ाई में जो जन-समर्थन मिला था, वह स्वामी जी के आह्वान का ही फल था। उन्नीसवीं सदी के आखिरी दौर में वे लगभग सशक्त क्रान्ति के जरिए भी देश को आजाद कराना चाहते थे परन्तु उन्हें जल्द ही यह विश्वास हो गया था कि परिस्थितियाँ उन इरादों के लिए अभी परिपक्व नहीं हैं। इसके बाद ही उन्होंने एक परिव्राजक के रूप में भारत और दुनिया को खंगाल डाला।
स्वमीजी इस बात से आश्वस्त थे कि धरती की गोद में यदि कोई ऐसा देश है जिसने मनुष्य की हर तरह की बेहतरी के लिए ईमानदार कोशिशें की हैं, तो वह भारत ही हैं। उनकी दृष्टि में हिन्दू धर्म के सर्वश्रेष्ठ चिन्तकों के विचारों का निचोड़ पूरी दुनिया के लिए अब भी आश्चर्य का विषय है। स्वामी जी ने संकेत दिया था कि विदेशों में भौतिक समृद्धि तो है और उसकी भारत को ज़रूरत भी है लेकिन हमें याचक नहीं बनना चाहिए। हमारे पास उससे ज्यादा बहुत कुछ है जो हम पश्चिम को दे सकते हैं और पश्चिम को उसकी बेसख्त ज़रूरत है।

Q. निम्नलिखित में से कौन-सा स्वामी विवेकान्द जी के चिन्तन का सबसे प्रमुख बिन्दु था?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 9

स्वामी विवेकानन्द जी के सारे चिन्तन का केन्द्र बिन्दु राष्ट्र की प्रगति (विकास) था।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 10

‘राकेश मिठाई खाता है’ इस वाक्य में कर्म कौन है ?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 10

‘राकेश मिठाई खाता है’ इस वाक्य में कर्म मिठाई है।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 11

'गंगोर्मि' शब्द का संधि विच्छेद क्या होगा? 

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 11
  • 'गंगोर्मि' शब्द का उचित संधि-विच्छेद 'गंगा + ऊर्मि' (आ + ऊ = ओ) है। 
  • यह गुण स्वर संधि का उदाहरण है। 
  • गुण संधि – जब  ‘अ’ या ‘आ’ के पश्चात ‘इ’,  ‘ई’  हो तो ‘ए’  हो जाता है, और  अ  या आ  के साथ ‘उ’, ‘ऊ’ हो तो वह ‘ओ’ हो जाता है। तथा ‘अ’ , ‘आ’ के पश्चात ऋ  हो तो अर  हो जाता है।
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 12

निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तत्सम है? 

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 12

दिए गए विकल्पों में ‘अष्ट’ एक तत्सम शब्द है। अष्ट का अर्थ है ‘आठ’। अतिरिक्त विकल्पों के प्रकार भिन्न हैं।
तत्सम शब्द
ऐसे शब्द जिन्हें बिना किसी परिवर्तन के संस्कृत से हिन्दी में शामिल कर लिया गए हों।
जैसे - आम्र, उष्ट्र, ऐश्वर्य, षष्ठी आदि।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 13

दिए गए विकल्पों में से औपचारिक का विलोम क्या होगा?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 13
  • औपचारिक का अर्थ – रूपात्मक
  • अनौपचारिक का अर्थ – अरूपात्मक

अन्य विकल्प:

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 14

इनमें से कौन-सा शब्द स्त्रीलिंग है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 14

दिए गए विकल्पों में ‘छाया’ शब्द स्त्रीलिंग है। उदाहरण – कितनी अच्छी छाया है यहाँ। अतः सही विकल्प छाया है।

विशेष
लिंग
संज्ञा शब्दों के जिस रूप से उसके पुरुष या स्त्री जाति होने का पता चलता है, उसे लिंग कहते है।
जैसे- पुरुष जाति- बैल, बकरा, मोर, मोहन, लड़का आदि।
स्त्री जाति- गाय, बकरी, मोरनी, मोहिनी, लड़की आदि।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 15

दिए गए शब्दों में से शुद्ध वर्तनी का चयन कीजिए।

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 15
  • ‘पयोनिधि’ का अर्थ ‘समुद्र’ है।
  • अन्य विकल्प पयोनीधि, पएनिधि और पयनिधि विकल्प की वर्तनी त्रुटि पूर्ण है | 
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 16

'रमेश और सुरेश की आपस में दोस्ती है।' में किस प्रकार की संज्ञा है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 16

दिए गए विकल्पों में से विकल्प 1 ​भाववाचक संज्ञा सही उत्तर है । अन्य विकल्प असंगत है। रमेश और सुरेश की आपस में दोस्ती है।, में ​भाववाचक संज्ञा होगी।

  • जिस वाक्य में किसी धातु, द्रव या पदार्थ को छू नहीं सकते हैं; केवल अनुभव कर सकते हैं। वे वाक्य भाववाचक संज्ञा के अंतर्गत आते हैं।
  • दोस्ती शब्द से दोस्त होने के भाव का बोध हो रहा है। अतः दोस्ती एक भाववाचक संज्ञा है।

भाववाचक संज्ञा
जो शब्द किसी चीज़ या पदार्थ की अवस्था, दशा या भाव का बोध कराते हैं, उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे- बचपन, बुढ़ापा, मोटापा, मिठास आदि।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 17

‘दुर्दमनीय’ शब्द में कौन-सा उपसर्ग है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 17

दिए गए विकल्पों के अनुसार दुर्दमनीय’ शब्द में दुर् उपसर्ग है l अतः स्पष्ट है कि दुर् विकल्प सटीक विकल्प है अन्य विकल्प असंगत है l
उपसर्ग तथा प्रत्यय
उपसर्ग
वह शब्दांश या अव्यय, जो किसी शब्द के आरंभ में जुड़कर मूल शब्द के अर्थ में विशेषता ला दे या उसका अर्थ ही बदल दे। जैसे – अ + छूता = अछूता, कु + चैला = कुचैला इत्यादि।
उपसर्ग के प्रकार:

  1. संस्कृत के उपसर्ग
  2. हिंदी के उपसर्ग
  3. उर्दू के उपसर्ग
  4. अंग्रेजी के उपसर्ग
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 18

डॉ ० कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम है। वह दक्षिण भारत के एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा हुए। उनके पिता रामेश्वरम में किश्ती चलाया करते थे। उन्हें बचपन में अनेक आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उनके पास शिक्षा प्राप्त करने के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे।  एक बार उनकी कॉलेज की फीस भरने के लिए उनकी बहिन ने अपने गहने तक बेंच दिए थे। वह अपने परिवार के पहले सदस्य थे, जिसने कॉलेज में शिक्षा ग्रहण की थी। वह पहले ऐसे व्यक्ति थे जो भारत देश के ‘मिसाइल मेन’ कहलाये। वह देश के बच्चों को यही सन्देश देना चाहते थे ‘असफलताओं से कभी मत घबराओं अपनी सोच से नए राष्ट्र का निर्माण करो’।
उपरोक्त गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

Q. उपर्युक्त गद्यांश में किसकी बात कही गयी है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 18

उपरोक्त गद्यांश में ‘डॉ० ए ० पी ० जे ० अब्दुल कलाम’ की बात कही गयी है। अतः सही विकल्प ‘डॉ० ए ० पी ० जे ० अब्दुल कलाम’ है।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 19

डॉ ० कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम है। वह दक्षिण भारत के एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा हुए। उनके पिता रामेश्वरम में किश्ती चलाया करते थे। उन्हें बचपन में अनेक आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उनके पास शिक्षा प्राप्त करने के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे।  एक बार उनकी कॉलेज की फीस भरने के लिए उनकी बहिन ने अपने गहने तक बेंच दिए थे। वह अपने परिवार के पहले सदस्य थे, जिसने कॉलेज में शिक्षा ग्रहण की थी। वह पहले ऐसे व्यक्ति थे जो भारत देश के ‘मिसाइल मेन’ कहलाये। वह देश के बच्चों को यही सन्देश देना चाहते थे ‘असफलताओं से कभी मत घबराओं अपनी सोच से नए राष्ट्र का निर्माण करो’।
उपरोक्त गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

Q. गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक क्या है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 19

उपरोक्त गद्यांश के अनुसार हम देखते हैं कि वस्तुतः कलाम के कर्मयोगी स्वरुप को उजागर किया गया है। अतः विकल्प 3 ‘कर्मयोगी कलाम’ सही है।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 20

डॉ ० कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम है। वह दक्षिण भारत के एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा हुए। उनके पिता रामेश्वरम में किश्ती चलाया करते थे। उन्हें बचपन में अनेक आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उनके पास शिक्षा प्राप्त करने के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे।  एक बार उनकी कॉलेज की फीस भरने के लिए उनकी बहिन ने अपने गहने तक बेंच दिए थे। वह अपने परिवार के पहले सदस्य थे, जिसने कॉलेज में शिक्षा ग्रहण की थी। वह पहले ऐसे व्यक्ति थे जो भारत देश के ‘मिसाइल मेन’ कहलाये। वह देश के बच्चों को यही सन्देश देना चाहते थे ‘असफलताओं से कभी मत घबराओं अपनी सोच से नए राष्ट्र का निर्माण करो’।
उपरोक्त गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

Q. राष्ट्र - निर्माण का आशय क्या है ?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 20

उपरोक्त विकल्पो में विकल्प ‘देश के लिए कार्य करना’ सही है। राष्ट्र निर्माण का सही अर्थ है देश के लिए कार्य करना, जिससे हमारे देश का विकास हो सके। अन्य विकल्प सही नहीं है। अतः सही उत्तर 1 ‘देश के लिए कार्य करना’ है।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 21

मोहन अच्छा लड़का है, वाक्य में व्यक्तिवाचक संज्ञा है:

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 21

मोहन - व्यक्तिवाचक संज्ञा
अच्छा - विशेषण
लड़का - जातिवाचक संज्ञा 

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 22

किस शब्द में 'वा' प्रत्यय नहीं  है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 22

दिए गए सभी विकल्पों में ‘पांचवां’ शब्द में ‘वा’ प्रत्यय नहीं है, अन्य सभी विकल्पों में 'वा' प्रत्यय का योग  हैं।
पांचवां = पांच + वां। इसमें तद्धित प्रत्यय है।
तद्धित प्रत्यय - जो प्रत्यय क्रिया के मूल रूप (धातु) को छोड़कर अन्य शब्दों (संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण आदि) के साथ जुड़ते हैं, तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं। 

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 23

‘घात लगाना’ मुहावरे का सही अर्थ क्या है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 23

‘घात लगाना’ मुहावरे का सही अर्थ है – मौके की तलाश करना, तत्पर रहना, उचित समय का इंतज़ार।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 24

प्रति + आरोपण = ?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 24
  • प्रति + आरोपण = प्रत्यारोपण होता है । यहाँ स्वर संधि है । अतः सही उत्तर प्रत्यारोपण होगा ।
  • इ, ई, उ, ऊ या ऋ का मेल यदि असमान स्वर से हो तो इ, ई का 'य'; उ, ऊ का 'व' और ऋ का 'र' हो जाता है। जैसे - यदि + अपि (इ + अ) = यद्यपि, अनु + एषण = अन्वेषण।

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 25

इनमें से कौन-सा भाववाचक संज्ञा शब्द सर्वनाम से बना है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 25
  • ‘अपनापन’ शब्द भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है।
  • ‘अपनापन’ शब्द में ‘अपना’ सर्वनाम शब्द है जिसमें ‘पन’ प्रत्यय के योग से यह शब्द बना है।
  • अपनापन का अर्थ आत्मीयता होता है।
  • जो शब्द किसी चीज़ या पदार्थ की अवस्था, दशा या भाव का बोध कराते हैं, उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे- चतुराई, जवानी, लम्बाई, मित्रता आदि।
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 26

निम्न में से अशुद्ध वर्तनी वाला विकल्प चुनिए।

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 26

Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 27

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उतर दीजिये:
जन्‍मजात लोकतंत्रवादी वह होता है, जो जन्‍म से ही अनुशासन का पालन करने वाला हो। लोकतंत्र स्‍वाभाविक रूप में उसी को प्राप्‍त होता है, जो साधारण रूप में अपने को मानवीय तथा दैवीय सभी नियमों का स्‍वेच्‍छापूर्वक पालन करने का अभ्‍यस्‍त बना ले। जो लोग लोकतंत्र के इच्‍छुक हैं उन्‍हें चाहिए कि पहले वे लोकतंत्र की इस कसौटी पर अपने को परख लें। इसके अलावा, लोकतंत्रवादी को नि:स्‍वार्थ भी होना चाहिए। उसे अपनी या अपने दल की दृष्टि से नहीं बल्कि एकमात्र लोकतंत्र की ही दृष्टि से सब-कुछ सोचना चाहिए। तभी वह सविनय अवज्ञा का अधिकारी हो सकता है। व्‍यक्तिगत स्‍वतंत्रता की मैं कदर करता हूँ, लेकिन आपको यह हरगिज नहीं भूलना चाहिए कि मनुष्‍य मूलत: एक सामाजिक प्राणी ही है। सामाजिक प्रगति की आवश्‍यकताओं के अनुसार अपने व्‍यक्तित्‍व को ढालना सीखकर ही वह वर्तमन स्थिति तक पहुँचा है। अबाध व्‍यक्तिवाद वन्‍य पशुओं का नियम है। हमें व्‍यक्तिगत स्‍वतंत्रता और सामाजिक संयम के बीच समन्‍वय करना सीखना है। समस्‍त समाज के हित के खातिर सामाजिक संयम के आगे स्‍वेच्‍छापूर्वक सिर झुकाने से व्‍यक्ति और समाज, जिसका कि वह एक सदस्‍य है, दोनों का ही कल्‍याण होता है।

Q. प्रस्तुत गद्यांश में किस प्रकार की स्‍वतंत्रता की बात की गई है? 

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 27
  • व्‍यक्तिगत स्‍वतंत्रता की मैं कदर करता हूँ, लेकिन आपको यह हरगिज नहीं भूलना चाहिए कि मनुष्‍य मूलत: एक सामाजिक प्राणी ही है।
  • सामाजिक प्रगति की आवश्‍यकताओं के अनुसार अपने व्‍यक्तित्‍व को ढालना सीखकर ही वह वर्तमन स्थिति तक पहुँचा है।
  • अबाध व्‍यक्तिवाद वन्‍य पशुओं का नियम है।
  • हमें व्‍यक्तिगत स्‍वतंत्रता और सामाजिक संयम के बीच समन्‍वय करना सीखना है। 
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 28

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उतर दीजिये:
जन्‍मजात लोकतंत्रवादी वह होता है, जो जन्‍म से ही अनुशासन का पालन करने वाला हो। लोकतंत्र स्‍वाभाविक रूप में उसी को प्राप्‍त होता है, जो साधारण रूप में अपने को मानवीय तथा दैवीय सभी नियमों का स्‍वेच्‍छापूर्वक पालन करने का अभ्‍यस्‍त बना ले। जो लोग लोकतंत्र के इच्‍छुक हैं उन्‍हें चाहिए कि पहले वे लोकतंत्र की इस कसौटी पर अपने को परख लें। इसके अलावा, लोकतंत्रवादी को नि:स्‍वार्थ भी होना चाहिए। उसे अपनी या अपने दल की दृष्टि से नहीं बल्कि एकमात्र लोकतंत्र की ही दृष्टि से सब-कुछ सोचना चाहिए। तभी वह सविनय अवज्ञा का अधिकारी हो सकता है। व्‍यक्तिगत स्‍वतंत्रता की मैं कदर करता हूँ, लेकिन आपको यह हरगिज नहीं भूलना चाहिए कि मनुष्‍य मूलत: एक सामाजिक प्राणी ही है। सामाजिक प्रगति की आवश्‍यकताओं के अनुसार अपने व्‍यक्तित्‍व को ढालना सीखकर ही वह वर्तमन स्थिति तक पहुँचा है। अबाध व्‍यक्तिवाद वन्‍य पशुओं का नियम है। हमें व्‍यक्तिगत स्‍वतंत्रता और सामाजिक संयम के बीच समन्‍वय करना सीखना है। समस्‍त समाज के हित के खातिर सामाजिक संयम के आगे स्‍वेच्‍छापूर्वक सिर झुकाने से व्‍यक्ति और समाज, जिसका कि वह एक सदस्‍य है, दोनों का ही कल्‍याण होता है।

Q. लोकतंत्र में एक लोकतंत्रवादी को कैसा होना चाहिए?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 28
  • जो लोग लोकतंत्र के इच्‍छुक हैं उन्‍हें चाहिए कि पहले वे लोकतंत्र की इस कसौटी पर अपने को परख लें।
  • इसके अलावा, लोकतंत्रवादी को नि:स्‍वार्थ भी होना चाहिए। उसे अपनी या अपने दल की दृष्टि से नहीं बल्कि एकमात्र लोकतंत्र की ही दृष्टि से सब-कुछ सोचना चाहिए।
  • तभी वह सविनय अवज्ञा का अधिकारी हो सकता है। 
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 29

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उतर दीजिये:
जन्‍मजात लोकतंत्रवादी वह होता है, जो जन्‍म से ही अनुशासन का पालन करने वाला हो। लोकतंत्र स्‍वाभाविक रूप में उसी को प्राप्‍त होता है, जो साधारण रूप में अपने को मानवीय तथा दैवीय सभी नियमों का स्‍वेच्‍छापूर्वक पालन करने का अभ्‍यस्‍त बना ले। जो लोग लोकतंत्र के इच्‍छुक हैं उन्‍हें चाहिए कि पहले वे लोकतंत्र की इस कसौटी पर अपने को परख लें। इसके अलावा, लोकतंत्रवादी को नि:स्‍वार्थ भी होना चाहिए। उसे अपनी या अपने दल की दृष्टि से नहीं बल्कि एकमात्र लोकतंत्र की ही दृष्टि से सब-कुछ सोचना चाहिए। तभी वह सविनय अवज्ञा का अधिकारी हो सकता है। व्‍यक्तिगत स्‍वतंत्रता की मैं कदर करता हूँ, लेकिन आपको यह हरगिज नहीं भूलना चाहिए कि मनुष्‍य मूलत: एक सामाजिक प्राणी ही है। सामाजिक प्रगति की आवश्‍यकताओं के अनुसार अपने व्‍यक्तित्‍व को ढालना सीखकर ही वह वर्तमन स्थिति तक पहुँचा है। अबाध व्‍यक्तिवाद वन्‍य पशुओं का नियम है। हमें व्‍यक्तिगत स्‍वतंत्रता और सामाजिक संयम के बीच समन्‍वय करना सीखना है। समस्‍त समाज के हित के खातिर सामाजिक संयम के आगे स्‍वेच्‍छापूर्वक सिर झुकाने से व्‍यक्ति और समाज, जिसका कि वह एक सदस्‍य है, दोनों का ही कल्‍याण होता है।

Q. जन्‍मजात लोकतंत्रवादी वह होता है, जो जन्‍म से ही  ________का पालन करने वाला हो?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 29
  • गद्यांशानुसार जन्‍मजात लोकतंत्रवादी वह होता है, जो जन्‍म से ही अनुशासन का पालन करने वाला हो।
  • लोकतंत्र स्‍वाभाविक रूप में उसी को प्राप्‍त होता है, जो साधारण रूप में अपने को मानवीय तथा दैवीय सभी नियमों का स्‍वेच्‍छापूर्वक पालन करने का अभ्‍यस्‍त बना ले। 
Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 30

‘माला फेरत जुग भया, फिरा न मनका फेर। कर का मनका डारि दे, मन का मनका फेर।‘ काव्य पंक्ति में कौन सा अलंकार है?

Detailed Solution for Uttarakhand Police SI Paper 1 Mock Test - 10 - Question 30

‘माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर। कर का मन का डारि दे, मन का मनका फेर।‘ काव्य पंक्ति में ‘यमक अलंकार’ है।
चूंकि यमक अलंकार में एक ही शब्द बार-बार अलग-अलग अर्थों में आता है इसलिए ‘माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर। कर का मन का डारि दे, मन का मनका फेर।‘ में यमक अलंकार है क्योंकि यहाँ पर ‘मनका’ शब्द कई बार अलग-अलग अर्थों में आया है, यहाँ ‘मनका’ शब्द के दो अर्थ है- 1. हृदय और 2. मोती।  पहले ‘मनका’ का अर्थ ‘हृदय’ है और दूसरे ‘मनका’ का अर्थ ‘मोती है।

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