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REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - REET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science)

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) for REET 2024 is part of REET preparation. The REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) questions and answers have been prepared according to the REET exam syllabus.The REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) MCQs are made for REET 2024 Exam. Find important definitions, questions, notes, meanings, examples, exercises, MCQs and online tests for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) below.
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REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 1

Which of the following is/are the example(s) of evaluation?
1. Examining High School Certificate Examination answer books
2. Examining Class Examination answer books

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 1

Evaluation is a systematic determination of a subject's merit, worth and significance, using criteria governed by a set of standards. Both of these are the examples of evaluation.

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 2

Which of the following is not a primary emotion? 

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 2

Emotional Development: It is one of major aspects of human development. Emotions like love, anger, fear, etc. play a great role in the development of a child’s personality. It can be expressed in various ways, like facial expressions on the face, like gestures, like volume and tone of speech, by the behavioral display or motives of a person. There is no moment in our life when we do not experience emotions. They can result from a variety of external or internal stimulations.

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REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 3

Who called infancy the ideal time to learn?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 3

Valentine called infancy the ideal time to learn.

  • Human development is divided into different stages infancy, childhood (early and middle childhood), adolescence and adulthood.
  • It refers to the first year or early period of a baby's development in which the baby grows rapidly after birth.
  • This is a critical period of development in which the child learns to sit, crawl, stand etc.
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 4

निर्देश: दिए गए पद्यांश को ध्यानपर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
मुक्त करो नारी को, मानव !
चिर बंदिनी नारी को,
युग-युग की निर्मम कारा से
जननी, सखी, प्यारी को !
छिन्न करो सब स्वर्ण-पाश ।
उसके कोमल तन-मन के,
वे आभूषण नहीं, दाम
उसके बंदी जीवन के !
उसे मानवी का गौरव दे
पूर्ण सत्व दो नूतन,
उसका मुख जग का प्रकाश हो,
उठे अंध अवगुंठन।
मुक्त करो जीवन–संगिनी को,
जननी देवी को आदृत
जगजीवन में मानव के संग
हो मानवी प्रतिष्ठित !
प्रेम–स्वर्ग हो धरा, मधुर
नारी महिमा से मंडित,
नारी-मुख की नव किरणों से
युग–प्रभात हो ज्योतित !

Q. 'अवगुंठन' शब्द का अर्थ है:

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 4

'अवगुंठन' शब्द का अर्थ घूँघट' है।
अव + गुंठन = 'अवगुंठन'
'अव' (हीन) उपसर्ग और 'गुंठन' (छिपाना) मूल शब्द
अर्थ: कपड़े से मुँह छिपाने या ढकने की क्रिया।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 5

मौखिक ड्रिल का उपयोग करने का मुख्य उद्देश्य है:

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 5

मौखिक ड्रिल का उपयोग करने का मुख्य उद्देश्य उच्चारण और सटीकता में सुधार करना है।
मौखिक ड्रिल का उपयोग करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि वे छात्रों को आत्मविश्वास हासिल करने में मदद करते हैं, और वे शिक्षक को लक्ष्य भाषा की ध्वन्यात्मक विशेषताओं (अर्थात सटीकता और उच्चारण) पर शिक्षार्थियों का ध्यान आकर्षित करने में मदद करते हैं।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 6

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश का ध्यानपूर्वक अध्ययन कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
काल को हम बांध नहीं सकते। वह स्वत: नियंत्रित है, अबाध है। देवों का आह्वान करते हुए हम सकल कामना सिद्धि का संकल्प व्यक्त करते हुए और फिर विदा करते हुए कहते हैं- 'गच्छ-गच्छ सुरश्रेष्ठ पुनरागमनाय च'। जिसका अर्थ 'हे देव, आप स्वस्थान को तो जाएं, परंतु फिर आने के लिए' है। कितनी सकारात्मक हमारी संस्कृति है, जिसका मूल है- जो मानव मात्र के लिए हितकारी हो, कल्याणकारी हो, वह पुन:-पुन: हमारे जीवन में आए। गत वर्ष के लिए भी क्या ऐसी विदाई देना हमारे लिए संभव नहीं ? यह प्रश्न अनुत्तरित है। यह आना-जाना, आगमन-प्रस्थान सब क्या है ? एक उत्तर है कि ये काल द्वारा नियंत्रित क्रिया- प्रतिक्रियाएं हैं। जो आया है, वह जाएगा। फिर जो गया है, वह भी आएगा। यह हमारी संस्कृति की मान्यता है। हाल ही में एक विद्वान से उनके परिवार में हुई मृत्यु पर शोक संवेदना में कहा- 'गत आत्मा को शांति प्राप्त हो'। उन्होंने तुरंत ही टोकते हुए कहा- शांति प्राप्ति की बात तो पश्चिमी संस्कृति-सभ्यता की बात है। भारतीय परंपरा में तो उचित है- 'गत आत्मा को सद्गति प्राप्त हो'। इसके पीछे का गूढ़ भाव नए वर्ष के आगमन और पुराने वर्ष की विदाई की वेला को पूरी सार्थकता प्रदान करता है। शब्द और अर्थ मिलकर ही काल का, काल की गति का अर्थात् परिवर्तन का बोध कराते हैं। काल (समय) निराकार है, अबूझ है। मानव ने समय को बांधने का बहुत प्रयास किया- पल, घड़ी, घंटा, दिन, सप्ताह, महीना, साल, मन्वन्तर... फिर भी समय कभी बंधा नहीं, कहीं ठहरता नहीं। 'कालोस्मि भरतर्षभ' कहकर कृष्ण ने काल की सार्वकालिक सत्ता को प्रतिपादित किया। इस सत्ता के आगे नत भाव से, साहचर्य के भाव से हम नया वर्ष मनाते हैं। काल ने जो दिया था, उसे स्वीकार करें और नए वर्ष में जो मिलेगा, उसको अंगीकार-स्वीकार करने के लिए हम पूरी तैयारी, पूरे जोश से तैयार रहें। इसी में पुरातन और नववर्ष के सन्धिकाल की सार्थकता है। यह सत्य है कि परिणाम पर मनुष्य का कोई नियंत्रण या दखल नहीं, पर नया साल भी पुराना होगा। इसलिए मनुष्य एक साल की अवधि के लिए अपने जीवन के कुछ नियामक लक्ष्य तो तय कर सकता है। नए साल का सूरज यही प्रेरणा लेकर आया है। जीवन के चरम लक्ष्य पीछे छूटते जा रहे हैं, खोते जा रहे हैं। ऐसे में नए वर्ष की शुरुआत अपने लक्ष्य निर्धारित करने का अच्छा अवसर है, आत्म निरीक्षण का अचूक मौका है यह। काल शाश्वत है। नए साल का आगमन और पुराने की विदाई यह हमारा कालबोध ही तो है। आगत का स्वागत भारतीय परम्परा के मूल में है। जो आया है, अतिथि है उसे अपना लो। काल के साथ, समय के साथ चलना मनुष्य की नियति है, परंतु काल के कपाल पर कुछ अंकित करने का संकल्प मनुष्य की जिजीविषा का मूल है।

Q. भारतीय परम्परा के मूल में क्या है?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 6

गद्यांश के अनुसार, "आगत का स्वागत भारतीय परम्परा के मूल में है। जो आया है, अतिथि है उसे अपना लो।"
इसलिए यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि भारतीय परम्परा के मूल में आगत का स्वागत है।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 7

भाषा कौशल सीखने वाला क्रम है:

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 7

किसी भी वातावरण में प्रभावी संचार के लिए और दूसरों के साथ बातचीत करने के लिए भाषा कौशल आवश्यक हैं। यह एक व्यक्ति को उचित और प्रभावी पारस्परिक संचार के लिए भाषा को समझने और उत्पन्न करने की अनुमति देता है।
चार बुनियादी भाषा कौशल और उनकी प्राकृतिक व्यवस्था सुनना-बोलना-पढ़ना-लिखना है। भाषा के इन मूलभूत कौशलों को दो श्रेणियों में बांटा गया है जो ग्रहणशील और उत्पादक कौशल हैं।
उत्पादक कौशल:

  • भाषा का उत्पादक कौशल बोलना और लिखना है क्योंकि ये कौशल शिक्षार्थी की भाषा बनाने की क्षमता को माप सकते हैं।
  • दोनों कौशल भाषा उत्पाद या भाषण या लिखित परीक्षा के माध्यम से आउटपुट से संबंधित हैं।

ग्रहणशील कौशल:

  • भाषा के ग्रहणशील कौशल सुनना और पढ़ना है क्योंकि इन कौशलों के लिए भाषा के निर्माण की आवश्यकता नहीं होती है।
  • ये कौशल किसी व्यक्ति की भाषा को समझने और समझने की क्षमता पर केंद्रित होते हैं।

इसलिए, उपर्युक्त बिन्दुओं से यह स्पष्ट हो जाता है कि भाषा कौशल सीखने वाला क्रम सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना है।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 8

वृक्ष हों भले खड़े,
हों घने हों बड़े,
एक पत्र छाँह भी,
माँग मत, माँग मत, माँग मत,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।
तू न थकेगा कभी,
तू न थमेगा कभी,
तू न मुड़ेगा कभी,
कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।
यह महान दृश्य है,
चल रहा मनुष्य है,
अश्रु स्वेद रक्त से,
लथपथ लथपथ लथपथ,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।
​उपर्युक्त पद्यांश को पढ़कर नीचे पूछे गए प्रश्न का उत्तर बताइए।

Q. 'एक पत्र छाँह भी माँग मत' इस पंक्ति का आशय क्या है?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 8

'एक पत्र छाँह भी माँग मत' इस पंक्ति का आशय है- किसी की पेशकश स्वीकार नहीं करना चाहिए।
पद्यांश के अनुसार-

  • ​कवि का कहना है कि मनुष्य अपनी प्रकृति के अनुसार माँगने लगता है अथवा अपनी परिस्थितियों से घबराकर दूसरों की सहायता माँगने लगता है।
  • इससे उसका आत्मविश्वास कम होने लगता है। इसलिए अपनी कठिनाइयों का सामना स्वयं ही करना चाहिए।
  • यदि थोड़ा भी आश्रय मिल जाए तो उसकी अवहेलना न करके धन्य मानना चाहिए।
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 9

लेखन कौशल के विकास में लिखने की तत्परता होती है ___________।

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 9

लिखना अर्थात लेखन कौशल चारो भाषा कौशलों में सबसे अंतिम चरण है। बच्चों में लेखन कौशल का विकास मौलिक विचारों को लिखित रूप देने तथा विभिन्न उद्देश्यों के लिए लिखने की क्षमता को संदर्भित करता है।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 10

प्राथमिक स्तर पर लेखन में प्रयोग आने वाली अनुकरण विधि नहीं है:

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 10

प्राथमिक स्तर पर लेखन में प्रयोग आने वाली अनुकरण विधि 'स्पष्ट लेख' नहीं है।
पठन के सामान ही लेखन क्रिया/कौशल है जिसमे शिक्षार्थियों लिखने के लिए तत्पर किया जाता है। लेखन कला/कौशल चारो भाषा कौशलों (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) में सबसे अंतिम चरण है। यह बच्चों द्वारा अपने भावों और मौलिक विचारों को अर्थपूर्ण तरीके से लिखित रूप देने तथा विभिन्न उद्देश्यों के लिए लिखने की क्षमता से संबंधित है।
प्राथमिक स्तर पर लेखन का विकास अनुकरण विधि से किया जाता है। 
अनुकरण की निम्न लिखित विधियाँ साधारणतः प्रयोग में लायी जाती हैं:

  • अनुलेख- किसी आदर्श लिखावट का जैसा का तैसा अनुकरण, अनुलेख कहलाता है।
  • प्रतिलेख- प्रतिलेख में छात्र स्वतंत्र रूप से किसी पुस्तक या पत्र-पत्रिका के किसी भाग का अनुकरण करके अपनी काॅपी में लिखता है।
  • श्रुतिलेख- श्रुतिलेख सुना हुआ लेख है। इसमें अध्यापक बोलता जाता है और छात्र सुनकर बोली हुई सामग्री लिखता है।
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 11

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्न का उत्तर दीजिए।
चुनाव पूर्व सर्वेक्षण एवं एक्जिट पोल का लोकतन्त्र में क्या महत्त्व है? यह प्रश्न विचारणीय है। लोकतन्त्र रूपी वृक्ष जनता द्वारा रोपा और सींचा जाता है, इसके पल्लवन एवं पुष्पन में मीडिया की विशेष भूमिका होती है। भारत एक लोकतान्त्रिक राष्ट्र है।लोकतान्त्रिक राष्ट्र में नागरिकों को विशिष्ट अधिकार और स्वतन्त्रताएँ प्राप्त होती हैं। भारतीय संविधान ने भी अनुच्छेद 19 (i) के अन्तर्गत नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता प्रदान की है, लेकिन जनता के व्यापक हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्वतन्त्रता बाधित भी की जानी चाहिए।
भारत जैसे अल्पशिक्षित देश में इस प्रकार के सर्वेक्षण अनुचित हैं। देश की आम जनता पर मीडिया द्वारा किए जाने वाले चुनाव पूर्व सर्वेक्षण और चुनाव के तुरन्त पश्चात् किए जाने वाले एक्जिट पोल का भ्रामक प्रभाव पड़ता है। वह विजयी होती पार्टी की ओर झुक जाती है। आज भी सामान्य लोगों के बीच ये आम धारणा है कि हम अपना वोट खराब नहीं करेंगे, जीतने वाले प्रत्याशी को ही वोट देंगे।
वर्तमान में बाजारवाद अपने उत्कर्ष पर है और मीडिया इसके दुष्प्रभाव से अनछुआ नहीं है। यह कहना अतिशयोक्ति न होगी कि आज मीडिया भी अधिकाधिक संख्या में प्रसार और धन पाने को बुभुक्षित है। मीडिया सत्ताधारी और मजबूत राजनीतिक दलों के प्रभाव में भी रहता है। ये दल धन के बल पर लोक रुझान को अपने पक्ष में दिखाने में सफल हो जाते हैं और सम्पूर्ण चुनाव प्रक्रिया को ही धता बता देते हैं। इस प्रकार सत्ता एवं धन इन सर्वेक्षणों को प्रभावित करते हैं। इन्हें दूध का धुला नहीं कहा जा सकता। भारत जैसे लोकतान्त्रिक राष्ट्र में जहाँ जनता निर्वाचन प्रक्रिया के माध्यम से अपना मत अभिव्यक्त करती है, वहाँ इन सर्वेक्षणों के औचित्य-अनौचित्य पर विचार किया जाना चाहिए।
न्यायालय को यदि संविधान के अनुसार चलने की बाध्यता है, तो संसद को संविधान में संशोधन करने की शक्ति प्राप्त है। वह अपने अधिकारों का प्रयोग करके कोई सार्थक प्रयास कर सकती है।

Q. प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्वतन्त्रता क्यों बाधित होनी चाहिए?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 11

गद्यांश के अनुसार:जनता के व्यापक हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्वतन्त्रता बाधित भी की जानी चाहिए।

  • चुनाव पूर्व सर्वेक्षण एवं एक्जिट पोल का लोकतन्त्र में क्या महत्त्व है? यह प्रश्न विचारणीय है।
  • भारतीय संविधान ने भी अनुच्छेद 19 (i) के अन्तर्गत नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता प्रदान की है, लेकिन जनता के व्यापक हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्वतन्त्रता बाधित भी की जानी चाहिए। 
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 12

BICS _________ कौशल है।

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 12

अंग्रेजी के शिक्षण से विद्यार्थियों को आधारभूत अंतर्वैयक्तिक संप्रेषणात्मक कौशल में दक्ष बनाना चाहिए।

  • BICS का मतलब- आधारभूत अंतःर्वैयक्तिक संप्रेषणात्मक कौशल ( Basic Interpersonal Communication Skills) ​है।
    • यह दूसरी भाषा में संवादी प्रवाह के विकास का वर्णन करता है।
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 13

दिशानिर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक अध्ययन करे और इस पर आधारित प्रश्नो के उत्तर दे:
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं कक्षा के अच्छे परिणाम से जहां खुशी का संचार हुआ है, वहीं इससे अन्य छात्रों को बेहतर पढ़ाई की प्रेरणा भी मिली है। कुल 91.46 प्रतिशत छात्र परीक्षा में सफल हुए हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 0.36 प्रतिशत बेहतर नतीजे रहे हैं। अब यह आश्चर्य की बात नहीं कि लड़कियों ने 93.31 के पास प्रतिशत के साथ लड़कों को पछाड़ दिया है। लड़कों के पास होने का प्रतिशत 90.14 रहा है। खास बात यह रही कि इस वर्ष 2.23 प्रतिशत या 41,804 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। यह बहुत सकारात्मक बात है कि 18 लाख विद्यार्थियों के बीच 1.84 लाख से अधिक ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं। मोटे तौर पर यह कहा जा सकता है कि 10 में से एक विद्यार्थी को 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल होने लगे हैं, यह कहीं न कहीं बेहतर होती शिक्षा की ओर एक इशारा है।
एक अच्छी बात यह रही है कि सीबीएसई ने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए इस वर्ष 12वीं और 10वीं, दोनों कक्षाओं के टॉपरों का एलान नहीं किया है। शिक्षाविद भी मानते हैं कि टॉपरों के एलान से लाभ कम और नुकसान ज्यादा होते हैं। आज छात्रों के बीच चिंता का माहौल है, वे घरों में रहने को विवश हैं, उनमें अकेलापन, अवसाद और अन्य तरह की समस्याएं बढ़ी हैं। अत: आज शिक्षा बोर्ड को ऐसी कोई पहल नहीं करनी चाहिए कि छात्रों की बड़ी जमात में किसी तरह का असंतोष, दुख या अपमान पैदा हो। कोरोना के इस दौर में हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि 10वीं की परीक्षा ढंग से नहीं हो पाई है। अनेक विषयों की परीक्षा कोरोना के कारण स्थगित करनी पड़ी है। परीक्षा फिर से लेने के प्रयास भी सफल नहीं रहे हैं। ऐसे में, विद्यार्थी जिन विषयों की परीक्षा नहीं दे पाए हैं, उनमें उन्हें आनुपातिक रूप से ही अंक दिए गए हैं। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि परिणाम संपूर्ण नहीं है। यदि कोई छात्र परीक्षा रद्द होने से पहले तीन से अधिक विषयों की परीक्षा दे चुका था, तो उसे तीन उच्चतम प्राप्त अंकों के हिसाब से बाकी विषयों में अंक दिए गए हैं। इस व्यवस्था में उन छात्रों के साथ अच्छा नहीं हुआ है, जो तीन से कम विषयों की परीक्षा दे पाए थे। ऐसे विद्यार्थियों के परिणाम की गणना में आंतरिक, व्यावहारिक और परियोजना मूल्यांकन के अंकों पर भी गौर किया गया है।
बेशक, परीक्षा परिणाम सामने हैं, लेकिन कामचलाऊ ही हैं। उम्मीद करनी चाहिए कि कोरोना काबू में आएगा और दोबारा इस तरीके से मूल्यांकन की जरूरत नहीं रह जाएगी। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए भी सामान्य शिक्षा, परीक्षा और परिणाम की बहाली बहुत जरूरी है। फिर भी एनसीईआरटी और सीबीएसई जैसी संस्थाओं को ऑनलाइन परीक्षा के पुख्ता तरीकों पर भी काम करना होगा। आने वाले दिनों में जो परीक्षाएं होंगी, उनका ढांचा कैसा हो? कैसे विद्यार्थियों का सही मूल्यांकन हो सके? इसके पैमाने चाक-चौबंद करने होंगे। आगे शिक्षा की चुनौतियां बहुत बढ़ रही हैं। शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास करने ही होंगे। दसवीं और बारहवीं की अगली परीक्षाओं में अब छह-सात महीने ही बचे हैं। सुनिश्चित करना होगा कि आगामी परीक्षाओं में सफल विद्यार्थियों की संख्या में कोई कमी न आने पाए।

Q. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा इस वर्ष टॉपरों के नाम घोषित ना करने के पीछे मुख्य कारण क्या है?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 13

एक अच्छी बात यह रही है कि सीबीएसई ने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए इस वर्ष 12वीं और 10वीं, दोनों कक्षाओं के टॉपरों का एलान नहीं किया है। उपरोक्त गद्यांश के इस भाग के अध्ययन से यह ज्ञात होता है कि इस वर्ष कोरोना के कारण सभी विद्यार्थी घरो में कैद है और उनके बीच एक चिंता का माहोल बना हुआ है। परिणामो में टॉपर का नाम घोषित करने से अनायास ही उनमे चिंतन का माहौल आ जाएगा तथा उनकी मनोदशा पर भी असर दिखने मिल सकता है, इन्ही कारणों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा में टॉप किये हुए विद्यार्थी के नाम की घोषणा नहीं किया।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 14

स्टेनले हाल ने किस पुस्तक में किशोरावस्था का विस्तृत खाका खींचा है ?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 14

मानव विकास की अवस्था-

  • प्रत्येक बच्चे के विकास की विभिन्न अवस्थाये होती है।
  • इन्ही अवस्थाओं में बच्चो का एक निश्चित विकास होता है और 'किशोरावस्था' उनमें से एक है।

किशोरावस्था-

  • 'किशोरावस्था’ लैटिन शब्द 'एडोलसेन्स' से आया है जिसका अर्थ है 'परिपक्व होने के लिए बढ़ना’।
  • किशोरावस्था 12 से 19 वर्ष की उम्र के बीच होती है।
  • स्टेनले हाल ने 'एडोलसेन्स' नामक पुस्तक में किशोरावस्था के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। 
  • स्टेनले हाल ने किशोरावस्था की परिभाषा देते हुए कहा कि "किशोरावस्था अधिक तनाव और तूफान की अवस्था है।"
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 15

प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का माध्यम क्या होना चाहिए?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 15

प्राथमिक स्तर पर भाषा का माध्यम मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा होना चाहिए। इससे अधिगम सहज व सुलभ हो जाता है। बालको की अस्मिता बनी रहती है। बालक बिना किसी झिझक के स्वयं को अभिव्यक्त कर पाते हैं। विषय वस्तु को परिवेश से जोड़कर पढ़ाने में मदद मिलती है।
अतः प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का माध्यम मातृभाषा भाषा होना चाहिए।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 16

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़िए और विकल्पों में से उपयुक्त उत्तर चुनिए।
जाति-प्रथा को यदि श्रम-विभाजन मान लिया जाए तो यह स्वाभाविक विभाजन नहीं है क्योंकि यह मनुष्य की रुचि पर आधारित है। कुशल व्यक्ति या सक्षम श्रमिक समाज का निर्माण करने के लिए यह आवश्यक है कि हम व्यक्ति की क्षमता इस सीमा तक विकसित करें, जिससे वह अपने पेशे या कार्य का चुनाव स्वयं कर सके। इस सिद्धांत के विपरीत जाति-प्रथा का दूषित सिद्धांत यह है कि इससे मनुष्य के प्रशिक्षण अथवा उसकी निजी क्षमता का विचार किए बिना, दूसरे ही दृष्टिकोण जैसे माता-पिता के सामाजिक स्तर के अनुसार पहले से ही अर्थात गर्भधारण के समय से ही मनुष्य का पेशा निर्धारित कर दिया जाता है।
जाति-प्रथा पेशे का दोषपूर्ण पूर्वनिर्धारण ही नहीं करती, बल्कि मनुष्य को जीवन-भर के लिए एक पेशे में बाँध भी देती है, भले ही पेशा अनुपयुक्त या अपर्याप्त होने के कारण वह भूखों मर जाए। आधुनिक युग में यह स्थिति प्रायः आती है क्योंकि उद्योग धंधे की प्रक्रिया व तकनीक में निरंतर विकास और कभी-कभी अकस्मात परिवर्तन हो जाता है, जिसके कारण मनुष्य को अपना पेशा बदलने की आवश्यकता पड़ सकती है और यदि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मनुष्य को अपना पेशा बदलने की स्वतंत्रता न हो तो इसके लिए भूखे मरने के अलावा क्या चारा रह जाता है? हिंदू धर्म की जाति प्रथा किसी भी व्यक्ति को ऐसा पेशा चुनने की अनुमति नहीं देती है, जो उसका पैतृक पेशा न हो, भले ही वह उसमें पारंगत है। इस प्रकार पेशा-परिवर्तन की अनुमति न देकर जाति-प्रथा भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख व प्रत्यक्ष कारण बनी हुई है।

Q. श्रमिक समाज से क्या अभिप्राय है?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 16

श्रमिक समाज से अभिप्राय श्रमिक वर्ग से है। इसलिए, सटीक विकल्प श्रमिक वर्ग है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
श्रमिक वर्ग एक ऐसा शब्द है, जिसका उपयोग सामाजिक विज्ञानों और साधारण बातचीत में वैसे लोगों के वर्णन के लिए होता है, जो निम्न स्तरीय कार्यों (दक्षता, शिक्षा और निम्न आय द्वारा मापदंड पर) में लगे होते हैं और अक्सर इस अर्थ का विस्तार बेरोजगारी या औसत से नीचे आय वाले लोगों तक भी होता है।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 17

निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है।

Q. गद्यांश के अनुसार डॉलफिन के झुंड में सदस्यों की संख्या कितनी होती है?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 17

केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है।
इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती।
सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है।

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 18

The Audio-Lingual Method is said to result in rapid acquisition of -

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 18

Methods to Learning focuses on how children learn. It refers to the skills and behaviors that children use to engage in learning. They learn to successfully navigate learning experiences that are challenging, frustrating, or simply take time to accomplish.

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 19

Directions: Choose the correct option.
How do you disagree with the negative statement given below?
Didn't you receive my e-mail yesterday?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 19

"No, I didn't" will be the correct answer because this is the negative statement and because it is in the past, so we have used "didn't".

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 20

Communicative Competence is the ability to:

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 20

Communicative competence is the ability not only to apply the grammatical rules of a language to form grammatically correct sentences but also to know when and where to use these sentences and to whom. 

  • Communicative competence as a goal, through various Communicative Language Teaching (CLT) methodologies, allows L2 speakers the cultural and linguistic knowledge needed to handle the interactional challenges presented to them.
  • The communicative/functional-notional approach lo syllabus design. materials development and classroom interaction have been the centre of much discussion and debate in recent years. The approach seeks to develop among learners 'communicative competence' (the ability to put language to effective practical use) as opposed to purely linguistic knowledge. If communication is the primary objective of all language use, then it should be the primary objective of all language learning programs as well. 

Thus, we can conclude that communicative competence is the ability to use language in different situations. 

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 21

The teacher observed that Ravi is not able to solve a problem alone while he solves it easily when individualized support is provided to him by his teacher. In Vygotsky's view, this kind of support is called:

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'Lev Vygotsky', a Soviet psychologist, has propounded the "Socio-cultural Theory". This theory implies the idea that social interaction plays a crucial role in the development of learners' cognitive ability. 
In Vygotsky's view, the above-mentioned kind of support is called 'scaffolding' as it refers to a process through which:

  • required assistance is given to children according to their individual needs.
  • temporary support is imparted to the children to enhance their learning skills.
  • individualized support is provided to children to increase their learning boundaries.

So, it could be concluded that in Vygotsky's view, the above-mentioned kind of support is called 'scaffolding'.

  • Abstract thinking is the ability to think about objects, principles, and ideas that are not physically present. It is a great way to generate new ideas and gain new insights during any problem-solving process.
  • Peer tutoring refers to the learning process where fellow students teach each other. In this strategy, a higher-performing student is paired with a lower-performing student to teach specific skills.
  • Generalization refers to the tendency to have conditioned responses caused by related stimuli.
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 22

The preschool language classroom arrangement:

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A conducive language classroom environment catering to the needs and interests of young children is an important factor for leading programs and activities in the pre-school class. A carefully planned environment can help preschoolers feel calm and secure, while at the same time, engaged and inquisitive.

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 23

In teaching Social Studies, question answer technique is effective as it ensures

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Social studies are concerned with human study in relation to the socio-cultural environment. Our environment means our surroundings include all the entities around us such as land, air, water, sunlight (natural environment) culture, society, school, college, family (social environment), etc.​

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 24

Who among the following addressed the Indian National congress as its President in 1887?

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  • During the British Raj, Badruddin Tyabji (10 October 1844 – 19 August 1906) was an Indian lawyer, activist, and politician.
  • The first Indian to work as a barrister in the High Court of Bombay was Tyabji.
  • In 1887, he held the position of Indian National Congress' third president.
  • He served as the first Muslim president of the Indian National Congress and was one of its founding members.
  • In 1874, he established the Anjuman-i-Islam College in Bombay.
  • Tyabji also campaigned to undermine the zenana system and for the freedom of women.
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 25

Do you favor the parliamentary form of government, and why?”  In which domain shall this question fall?

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Bloom concentrated on the study of the cognitive domain. The classification of objectives is known as Bloom's taxonomy of objectives or Taxonomy of educational objectives in 1956.

  •  It is categorized into three categories: Cognitive, affective, and psychomotor domains.
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 26

'Loo' is

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Dry and very hot winds blowing in the desert part are called 'Loo' (heat waves).
In summer, the air pressure of the western region is less than that of the eastern region.

  • In summer, warm winds blow from the west, which is called Loo.
  • Due to this heat, an area of low air pressure is formed here.
  • To meet this low air pressure, the fast wind comes from another area (from areas of high air pressure) which brings with it dust and soil, this is called a storm.
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 27

Choose the correct one from the statements given below.
1. The highly expanding stage of demographic transition is the stage of the population of explosion.
2. Life expectancy is the average of people to die.

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The demographic transition theory is a generalized description of the changing pattern of mortality, fertility, and growth rates as societies move from one demographic regime to another. The demographic transition shows shifts in the demographics of a population during economic and social development. It is based on death and birth rates as development progresses. 

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 28

As we move from Eastern Hemisphere to Western Hemisphere, the size of longitudes

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As we move from Eastern Hemisphere to Western Hemisphere, the size of longitudes remains the same.

REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 29

Panna district of Madhya Pradesh is famous for which mineral?

Detailed Solution for REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 29

Panna is famous for its diamond mines located in a belt of about 80 km across the town.
Madhya Pradesh has the only diamond mine in the country.

  • The National Mineral Development Corporation Ltd. is operating the only mechanized diamond mine at Majhgawan in the Panna district since 1958 is now producing 81000 carats of diamond annually. Besides this, about 400 carats is also being produced from the "shallow diamond mines" in Panna and part of Satna district.
REET Level 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 30

In which of the two Harappan sites has evidence for the fire altars been found?

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Evidence of fire altars has been found at Kalibangan and Lothal, which served no other purpose than a ritualistic one. These altars suggest fire worship or worship of Murukan, the Dravidian god of fire.

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