प्रकाशन वर्ष के अनुसार पहले से बाद के क्रम में नाटकों को लगाएं-
A. लहरों के राजहंस
B. आलमगीर
C. मादा कैक्टस
D. सेतुबंध
E. कोर्ट मार्शल
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन करें-
'ध्रुवस्वामिनी' नाटक में आए गीतों को पहले से बाद के क्रम में लगाएं-
A. अस्ताचल पर युवती सन्ध्या की खुली अलक घुँघराली है।
लो, मानिक मदिरा की धारा अब बहने लगी निराली है।
B. यौवन! तेरी चंचल छाया।
इसमें बैठ घूँट भर पी लूँ जो रस तू है लाया।
C. यह कसक अरे आँसू सह जा।
बनकर विनम्र अभिमान मुझे
मेरा अस्तित्व बता, रह जा।
D. पैरों के नीचे जलधर हों, बिजली से उनका खेल चले।
संकीर्ण कगारों के नीचे, शत-शत झरने बेमेल चलें ॥
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-
स्कंदगुप्त नाटक के संबंध में सही है-
A. ‘स्कन्दगुप्त’ नाटक 1929 में प्रकाशित एक ऐतिहासिक नाटक है।
B. स्कंदगुप्त नाटक में गुप्तवंश के सन् 455 से लेकर सन् 467 तक के 12 वर्षों का वर्णन है।
C. स्कंदगुप्त हूणों के आक्रमण (455 ई०) से हूण युद्ध की समाप्ति (466) तक की कहानी है। गुप्त राजवंश का समय 275 ई० से 540 ई० तक रहा।
D. यह नाटक देशभक्त, वीर, साहसी, प्रेमी स्कंदगुप्त विक्रमादित्य के जीवन पर आधारित ऐतिहासिक नाट्यकृति है।
E. नाटक का आरम्भ स्कंदगुप्त के इस कथन से होता है- “अधिकार सुख कितना मादक और सारहीन है।”
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-
"'झूठा सच' यशपाल जी के उपन्यासों में सर्वश्रेष्ठ है। उसकी गिनती हिन्दी के नये पुराने श्रेष्ठ उपन्यासों में होगी-यह निश्चित है। यह उपन्यास हमारे सामाजिक जीवन का एक विशद् चित्र उपस्थित करता है। इस उपन्यास में यथेष्ट करुणा है, भयानक और वीभत्स दृश्यों की कोई कमी नहीं । श्रंगार रस को यथासम्भव मूल कथा-वस्तु की सीमाओं में बाँध कर रखा गया है। हास्य और व्यंग्य ने कथा को रोचक बनाया है और उपन्यासकार के उद्देश्य को निखारा है।"
'झूठा-सच' उपन्यास के संदर्भ में उपर्युक्त कथन किसने कहा है?
"निधरक बैठि कहइ कटु बानी। सुनत कठिनता अति अकुलानी॥
जीभ कमान बचन सर नाना। मनहुँ महिप मृदु लच्छ समाना॥"
उपर्युक्त पंक्तियाँ किस कांड से ली गई है?
यशपाल कृत सिंहावलोकन आत्मकथा कितने भागों में प्रकाशित हुई?
'बाणभट्ट की आत्मकथा' उपन्यास के पात्र हैं?
A. निपुणिमा
B. महामाया
C. विग्रहवर्मा
D. कमली
E. महारानी
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।