Shekhar Joshi : सारांश Video Lecture | Hindi Class 11 - Humanities/Arts
FAQs on Shekhar Joshi : सारांश Video Lecture - Hindi Class 11 - Humanities/Arts
1. कला विषयक परीक्षा कैसे तैयार करें?
उत्तर: कला विषयक परीक्षा की तैयारी के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:
1. पहले से परिचित हों: परीक्षा के पैटर्न, पाठ्यक्रम और महत्वपूर्ण विषयों की समझ के लिए पहले से ही पाठ्यपुस्तकों और संबंधित सामग्री की जांच करें।
2. समय सारणी बनाएं: एक अच्छी समय सारणी तैयार करें और उसे प्राथमिकता दें। नियमित अध्ययन सत्र का पालन करें और विषयों को बारी-बारी से अध्ययन करें।
3. मौन अध्ययन: अपने अध्ययन को बेहतर बनाने के लिए एक शांत और निरंतर अध्ययन क्षेत्र तय करें। इसके लिए शोरगुल से दूर रहें और बिना विचलित हुए अध्ययन करें।
4. प्रैक्टिस टेस्ट्स: नियमित अंतिम मौका अभ्यास के लिए दें। पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों के अभ्यास और मॉक टेस्ट्स करें।
5. अच्छा खाना और पर्याप्त आराम: स्वस्थ रहने के लिए परीक्षा के दौरान अपना खान-पान ध्यान से करें और पर्याप्त आराम लें।
2. कला के विभिन्न शाखाओं के बारे में बताएं?
उत्तर: कला के विभिन्न शाखाएं निम्नलिखित हैं:
1. शिल्प कला: शिल्प कला विभाजन में संचार के माध्यम से आदर्श, विचारों, और भावनाओं को व्यक्त करती है। इसमें मूर्तिकला, वास्तुकला, चित्रकला, आदि शामिल हैं।
2. संगीत: संगीत अद्यतन के माध्यम से शब्द, ध्वनि, और ताल का उपयोग करके भावनाओं को व्यक्त करता है। इसमें शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, गायन, और वादन शामिल हैं।
3. नाट्य कला: नाट्य कला अद्यतन के माध्यम से भाषा, अभिनय, और संगीत का उपयोग करके कथा को व्यक्त करती है। इसमें नाटक, नृत्य, और अभिनय शामिल हैं।
4. साहित्य: साहित्य लेखन और पठन-पाठन के माध्यम से भावनाएं व्यक्त करता है। इसमें कविता, कहानी, उपन्यास, निबंध, और नाटक शामिल हैं।
5. फ़ोटोग्राफ़ी: फ़ोटोग्राफ़ी कला में छवि के माध्यम से विचारों, भावनाओं, और अद्यतन को व्यक्त किया जाता है। इसमें वनस्पति, जीव-जंतु, व्यक्ति, और दृश्यों की फोटोग्राफ़ी शामिल है।
3. कला क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: कला का महत्वपूर्ण रोल निम्नलिखित कारणों से है:
1. सामरिक और आत्मिक संतुलन: कला मनोवैज्ञानिक और चिकित्सात्मक लाभ प्रदान करती है और सामरिक और आत्मिक संतुलन को बढ़ाती है।
2. संवाद का माध्यम: कला अद्यतन के माध्यम से संवाद को बढ़ाती है और विभिन्न समुदायों, संस्कृतियों, और भाषाओं के बीच समझ बढ़ाती है।
3. समय की संरेखा: कला काल की संरेखा को नकारात्मक प्रभावों से बचाती है