FAQs on पाल वंश एवं सेन वंश - यूपीएससी, आईएएस Video Lecture - इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi
1. पाल वंश और सेन वंश क्या हैं? |
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उत्तर: पाल वंश और सेन वंश दो भारतीय राजवंशों के नाम हैं। पाल वंश 8वीं से 12वीं सदी तक, जबकि सेन वंश 9वीं से 12वीं सदी तक शासन करते थे। दोनों वंशों का महत्वपूर्ण योगदान भारतीय इतिहास में रहा है।
2. पाल वंश के शासक कौन थे? |
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उत्तर: पाल वंश के शासक विजयपाल, धर्मपाल, राज्यपाल, महेन्द्रपाल, विग्रहपाल, राज्यपाल, नरेन्द्रपाल, राज्यपाल, गोविंदपाल, विजयपाल II, राज्यपाल II, विजयपाल III, अजयपाल, नरेन्द्रपाल II, देवपाल, अनंगपाल, त्रिभुवनपाल, जयपाल, अनंगपाल II और महीपाल थे।
3. सेन वंश के शासक कौन थे? |
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उत्तर: सेन वंश के शासक सुहेलदेव, उदयादित्य, जयपाल, अनंगपाल, नरेन्द्रपाल, भीमपाल, नरेन्द्रपाल II, भीमपाल II, अनंगपाल II, जयपाल II, अनंगपाल III, नरेन्द्रपाल III और लक्ष्मणपाल थे।
4. पाल वंश और सेन वंश की सम्बन्धितता क्या है? |
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उत्तर: पाल वंश और सेन वंश दोनों भारतीय राजवंशों के नाम हैं और दोनों वंशों ने 9वीं से 12वीं सदी तक शासन किया। इन वंशों का शासन भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है, और ये वंश बंगाल और बिहार क्षेत्र में स्थित थे।
5. पाल वंश और सेन वंश के शासकों ने क्या-क्या योगदान दिए? |
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उत्तर: पाल वंश और सेन वंश के शासकों ने विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दिया। उन्होंने संस्कृत साहित्य, वैद्यकीय विज्ञान, गणित, संगीत, कला, शिल्पकाला, धर्म, शिक्षा, विज्ञान, ग्रंथ और विज्ञान के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया। उन्होंने यूनिवर्सिटीज, मंदिरों, मठों, दुर्गों, और अन्य राजनीतिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की।