FAQs on हिंदी व्याकरण - संज्ञा Video Lecture - Hindi for Class 1 (सारंगी)
1. संज्ञा क्या होती है? |
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उत्तर: संज्ञा शब्दों या वाक्यांशों के लिए उनके अर्थ को प्रकट करने वाली शब्दांशिक प्रवृत्ति होती है। यह व्यक्ति, जगह, वस्तु, गुण, क्रिया, अवस्था, स्थान, समय, भाव, संख्या, इत्यादि की जानकारी देती है।
2. संज्ञाओं को कितने प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है? |
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उत्तर: संज्ञाओं को दो प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है - व्यक्तिगत संज्ञा और सामान्य संज्ञा। व्यक्तिगत संज्ञा व्यक्ति, जगह, वस्तु, गुण, क्रिया, अवस्था, स्थान, समय, भाव, संख्या, इत्यादि की जानकारी देती है, जबकि सामान्य संज्ञा समूह, समुदाय, सभ्यता, धर्म, राष्ट्रीयता, रंग, रुचि, अभिरुचि, धन, गतिविधि, उद्देश्य, रहस्य, इत्यादि के बारे में जानकारी देती है।
3. संज्ञा के कितने भेद होते हैं? |
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उत्तर: संज्ञाओं के चार भेद होते हैं - जातिवाचक संज्ञा, विशेषणवाचक संज्ञा, भाववाचक संज्ञा, और क्रियावाचक संज्ञा। जातिवाचक संज्ञा जाति को दर्शाने वाली होती है, विशेषणवाचक संज्ञा गुण, क्रिया, अवस्था को दर्शाने वाली होती है, भाववाचक संज्ञा भाव को दर्शाने वाली होती है, और क्रियावाचक संज्ञा क्रिया को दर्शाने वाली होती है।
4. संज्ञा को किस तरह से उपयोग किया जाता है? |
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उत्तर: संज्ञा को वाक्य में नाम के रूप में उपयोग किया जाता है। यह व्यक्ति, जगह, वस्तु, गुण, क्रिया, अवस्था, स्थान, समय, भाव, संख्या, इत्यादि के बारे में जानकारी देती है और उन्हें वाक्य में प्रविष्ट करके वाक्य को पूरा करती है।
5. संज्ञा वाक्य के किस अंग की पहचान होती है? |
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उत्तर: संज्ञा वाक्य के क्रिया के अंग की पहचान होती है। क्रिया के बिना वाक्य पूरा नहीं हो सकता है, और संज्ञा वाक्य में संज्ञा क्रिया को पूरा करने के लिए उपयोग की जाती है।