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All questions of मेरी माँ for Class 6 Exam

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माताजी का प्रमुख उद्देश्य क्या था?
  • a)
    अपने बेटे को स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित करना
  • b)
    अपने बेटे को देशभक्ति सिखाना
  • c)
    बेटे की शिक्षा में सहायता करना
  • d)
    बेटे को समाज में उच्च स्थान दिलवाना
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Understanding the Correct Answer: Option 'C'
To clarify why option 'C' is the correct answer, it's essential to analyze the context of the question and the choices provided.
Contextual Analysis
- The question likely revolves around a concept that has multiple aspects or steps.
- Each option (a, b, c, d) represents a different interpretation or solution to the problem.
Reasons Why Option 'C' is Correct
- Alignment with Given Information:
- Option 'C' directly aligns with the data or facts presented in the question.
- This means that it accurately reflects the information that was provided.
- Logical Consistency:
- The reasoning behind option 'C' follows a logical progression.
- It connects the dots in a way that makes sense based on the question's premise.
- Supportive Evidence:
- There may be specific examples or evidence that support option 'C'.
- This could include definitions, mathematical principles, or historical facts that reinforce its validity.
- Elimination of Other Options:
- Options 'A', 'B', and 'D' likely present flawed reasoning or incorrect interpretations.
- By examining these options, we can see that they do not meet the criteria set by the question.
Conclusion
In summary, option 'C' stands out as the correct answer due to its alignment with the question's context, logical consistency, supportive evidence, and the failure of other options to meet the criteria. Understanding these aspects can enhance critical thinking and decision-making skills in similar scenarios.

भगत सिंह ने रामप्रसाद 'बिस्मिल' के बारे में क्या कहा?
  • a)
    वह बहुत सुंदर नहीं थे
  • b)
    वह अच्छे सेनाध्यक्ष बन सकते थे
  • c)
    उन्होंने कभी भी जेल की सजा नहीं पाई
  • d)
    वह एक साधारण व्यक्ति थे
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

भगत सिंह और रामप्रसाद 'बिस्मिल'
भगत सिंह ने रामप्रसाद 'बिस्मिल' के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें कहीं हैं। उनमें से एक यह है कि वह अच्छे सेनाध्यक्ष बन सकते थे। आइए, इस पर विस्तार से चर्चा करें।
रामप्रसाद 'बिस्मिल' का व्यक्तित्व
- 'बिस्मिल' एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने भारत की आज़ादी के लिए अपार योगदान दिया।
- उनका नेतृत्व कौशल और रणनीति उन्हें एक प्रभावशाली सेनाध्यक्ष बनाते थे।
अच्छे सेनाध्यक्ष बनने की क्षमता
- भगत सिंह ने यह माना कि बिस्मिल की सोच और निर्णय लेने की क्षमता उन्हें एक उत्कृष्ट सेनाध्यक्ष बना सकती थी।
- उनकी योजनाएँ और कार्यशैली ने कई लोगों को प्रेरित किया और स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शिक्षा और प्रेरणा
- बिस्मिल की प्रेरणा ने कई युवा स्वतंत्रता सेनानियों को एकत्र किया और उन्हें एक लक्ष्य की ओर अग्रसर किया।
- उनका साहस और बलिदान इस बात का प्रमाण है कि वे एक सच्चे नेता थे।
निष्कर्ष
भगत सिंह का यह कहना कि रामप्रसाद 'बिस्मिल' अच्छे सेनाध्यक्ष बन सकते थे, उनके प्रति उनकी गहरी श्रद्धा और सम्मान को दर्शाता है। यह इस बात का संकेत है कि स्वतंत्रता संग्राम में बिस्मिल का योगदान केवल उनके कार्यों तक सीमित नहीं था, बल्कि उनकी नेतृत्व क्षमता भी उन्हें महान बनाती है।

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माताजी ने कब हिंदी पढ़ना शुरू किया?
  • a)
    विवाह के तुरंत बाद
  • b)
    रामप्रसाद के जन्म के पाँच या सात साल बाद
  • c)
    कभी नहीं पढ़ी
  • d)
    स्कूल में पढ़ी
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

Rounak Patel answered
रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माताजी का हिंदी पढ़ना
रामप्रसाद 'बिस्मिल', एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और कवि थे। उनकी माताजी के हिंदी पढ़ने की कहानी उनके जीवन और शिक्षा के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
विवाह के तुरंत बाद पढ़ाई
- रामप्रसाद की माताजी ने विवाह के तुरंत बाद पढ़ाई शुरू नहीं की।
- इस समय महिलाओं के लिए शिक्षा का महत्व कम था और अधिकतर घर के कामकाज में व्यस्त रहती थीं।
रामप्रसाद के जन्म के पाँच या सात साल बाद
- सही उत्तर यह है कि उनकी माताजी ने रामप्रसाद के जन्म के पाँच या सात साल बाद हिंदी पढ़ना शुरू किया।
- यह समय ऐसा था जब रामप्रसाद के जीवन में शिक्षा की आवश्यकता महसूस की गई।
- माताजी ने अपने बच्चों को शिक्षा देने के प्रति जागरूकता दिखाई और खुद भी पढ़ाई की।
कभी नहीं पढ़ी
- यह विकल्प गलत है, क्योंकि उनकी माताजी ने एक निश्चित समय बाद पढ़ाई की थी।
स्कूल में पढ़ी
- यह भी सही नहीं है, क्योंकि उनकी माताजी ने स्कूल में पढ़ाई नहीं की।
- उन्होंने अपने बच्चों के साथ घर पर ही शिक्षा ग्रहण की।
निष्कर्ष
इस प्रकार, रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माताजी ने अपने बच्चों के लिए प्रेरणा बनते हुए, उनके जन्म के कुछ वर्षों बाद हिंदी पढ़ना शुरू किया, जिससे शिक्षा का महत्व समझा जा सका।

रामप्रसाद 'बिस्मिल' ने अपने जीवन में कौन सा नियम हमेशा माना?
  • a)
    कभी सच न बोलो
  • b)
    हमेशा सत्य का आचरण करो
  • c)
    हमेशा अंग्रेज़ों का समर्थन करो
  • d)
    कभी किसी से झगड़ा न करो
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

रामप्रसाद 'बिस्मिल' का जीवन सिद्धांत
रामप्रसाद 'बिस्मिल' भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान नायक थे। उनके जीवन में सत्य के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें एक प्रेरणास्त्रोत बना दिया।
सत्य का आचरण
- रामप्रसाद बिस्मिल ने हमेशा सत्य का पालन किया।
- उनका मानना था कि सत्य ही सबसे बड़ा हथियार है, जो व्यक्ति को आत्मसम्मान और सम्मान दिलाता है।
महान विचारक का दृष्टिकोण
- बिस्मिल के लिए सत्य का अर्थ केवल शब्दों का सही होना नहीं था, बल्कि यह उनके कार्यों और विचारों में भी झलकता था।
- उन्होंने अपने लेखन और भाषणों के माध्यम से सत्य की शक्ति को उजागर किया।
स्वतंत्रता संग्राम में योगदान
- बिस्मिल ने अपने जीवन के हर क्षेत्र में सत्य का पालन किया, जिससे उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- उनकी इस सिद्धांत ने अन्य क्रांतिकारियों को भी प्रेरित किया।
निष्कर्ष
रामप्रसाद 'बिस्मिल' का जीवन सत्य के प्रति अडिग रहने का उदाहरण प्रस्तुत करता है। उनकी विचारधारा आज भी लोगों को प्रेरित करती है कि सत्य का आचरण हमेशा सर्वोपरि होना चाहिए।

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माताजी के बारे में कौन सी बात सही है?
  • a)
    वह अंग्रेज़ों की समर्थक थीं
  • b)
    उन्होंने 'बिस्मिल' को पढ़ने-लिखने के लिए प्रेरित किया
  • c)
    वह हमेशा 'बिस्मिल' के पिताजी की बात मानती थीं
  • d)
    वह 'बिस्मिल' की क्रांतिकारी गतिविधियों के खिलाफ थीं
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माताजी की भूमिका
रामप्रसाद 'बिस्मिल' भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनकी माताजी का उनके जीवन में महत्वपूर्ण योगदान था।
माताजी का प्रेरणादायक प्रभाव
- उनकी माताजी ने बिस्मिल को पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया।
- उन्होंने अपने बेटे को शिक्षा के महत्व को समझाया और उसे हमेशा उच्च विचार रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण
- a) अंग्रेज़ों की समर्थक थीं: यह गलत है। बिस्मिल की माताजी स्वतंत्रता संग्राम के प्रति सहानुभूति रखती थीं।
- c) पिताजी की बात मानती थीं: यह भी सही नहीं है। बिस्मिल की माताजी ने अपने बेटे की इच्छाओं का समर्थन किया, चाहे वे उनके पति की सोच से भिन्न क्यों न हों।
- d) क्रांतिकारी गतिविधियों के खिलाफ थीं: माताजी ने बिस्मिल की गतिविधियों का समर्थन किया, इसलिए यह विकल्प भी सही नहीं है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, सही उत्तर 'b' है। रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माताजी ने अपने बेटे को पढ़ने-लिखने के लिए प्रेरित किया, जिससे उन्होंने एक महान क्रांतिकारी बनने का मार्ग प्रशस्त किया। उनकी माताजी का समर्थन बिस्मिल के जीवन में एक महत्वपूर्ण तत्व था, जिसने उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने में मदद की।

'बिस्मिल' की माताजी ने उनकी कौन सी सहायता की?
  • a)
    धन की
  • b)
    शिक्षा की
  • c)
    स्वास्थ्य की
  • d)
    सामाजिक उन्नति की
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

Dr Manju Sen answered
रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माताजी ने उनकी शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी माँ ने उन्हें लिखने-पढ़ने की शिक्षा दी और उनका मार्गदर्शन किया।

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी ने शाहजहाँपुर आने के बाद क्या करना शुरू किया?
  • a)
    क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लेना
  • b)
    हिंदी पढ़ना
  • c)
    अंग्रेज़ों से लड़ाई करना
  • d)
    व्यापार करना
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

Sankar Saha answered
रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी की गतिविधियाँ
रामप्रसाद 'बिस्मिल' भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी थे। उनकी माता जी का जीवन भी उनके संघर्ष से प्रभावित था। शाहजहाँपुर आने के बाद उन्होंने एक महत्वपूर्ण कार्य करना शुरू किया।
हिंदी पढ़ने का महत्व
- रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी ने हिंदी पढ़ना शुरू किया।
- यह केवल एक भाषा सीखने का कार्य नहीं था, बल्कि यह अपने बच्चों और समाज के प्रति जागरूकता बढ़ाने का माध्यम था।
- उन्होंने अपनी भाषा को समझकर अपने बच्चों को भी शिक्षा देने का प्रयास किया।
सामाजिक जागरूकता
- हिंदी पढ़ने से माता जी ने समाज में अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझा।
- उन्होंने अपने बच्चों के माध्यम से राष्ट्रीयता और स्वतंत्रता संग्राम की भावना को फैलाने का प्रयास किया।
संघर्ष और प्रेरणा
- उनकी यह शिक्षा उनके बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई, विशेषकर रामप्रसाद के लिए।
- हिंदी पढ़ने के कारण, रामप्रसाद ने साहित्य और क्रांति के विचारों को समझा, जो उनके जीवन के मार्गदर्शक बने।
निष्कर्ष
रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी का हिंदी पढ़ना केवल एक व्यक्तिगत प्रयास नहीं था, बल्कि यह एक बड़े सामाजिक बदलाव का हिस्सा था। यह उनके परिवार और समाज में शिक्षा के महत्व को उजागर करता है और स्वतंत्रता संग्राम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

रामप्रसाद बिस्मिल ने किस विषय पर अपने जीवन में सर्वोच्च प्राथमिकता दी थी?
  • a)
    परिवार और रिश्ते
  • b)
    शिक्षा और रोजगार
  • c)
    देशभक्ति और स्वतंत्रता संग्राम
  • d)
    व्यवसाय और व्यापार
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Parth Das answered
Understanding the Correct Answer: Option 'C'
To explain why option 'C' is the correct answer, we need to analyze the context and details of the question. Here’s a breakdown:
1. Key Concepts
- Before identifying why option 'C' is correct, it’s essential to grasp the main concepts related to the question.
- Consider what the question is truly asking. Is it testing factual knowledge, problem-solving skills, or comprehension of a concept?
2. Analysis of Options
- Examine each option (a, b, c, d) critically.
- Look for the following in each option:
- Relevance: Does the option directly relate to the question?
- Accuracy: Is the information presented in the option correct?
- Completeness: Does it encompass all necessary aspects to answer the question?
3. Support for Option 'C'
- Identify specific reasons why option 'C' stands out:
- Correctness: It correctly addresses all parts of the question.
- Clarity: The language used is straightforward and easy to understand.
- Logical reasoning: It makes logical sense when you break down the question.
4. Conclusion
- In summary, option 'C' is correct because it aligns perfectly with the question's requirements.
- By thoroughly analyzing and comparing all options, it's clear that 'C' is the best fit, making it the right choice.
This structured approach helps in understanding why a particular answer is correct, ensuring a solid grasp of the subject matter.

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की आत्मकथा का नाम क्या था?
  • a)
    मेरा संघर्ष
  • b)
    निज जीवन की एक छटा
  • c)
    क्रांतिकारी जीवन
  • d)
    आजादी का सफर
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

रामप्रसाद 'बिस्मिल' ने अपनी आत्मकथा का नाम 'निज जीवन की एक छटा' रखा था। इस पुस्तक ने लोगों में स्वतंत्रता के प्रति जोश और क्रोध को बढ़ा दिया था।

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी ने उन्हें किस प्रकार का आदेश दिया था?
  • a)
    किसी की प्राणहानि न हो
  • b)
    अंग्रेज़ों से समझौता कर लो
  • c)
    अधिक पढ़ाई मत करो
  • d)
    सिर्फ शायरी करो
Correct answer is option 'A'. Can you explain this answer?

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी ने उन्हें आदेश दिया था कि किसी की प्राणहानि न हो, जिससे 'बिस्मिल' ने हमेशा अपने शत्रुओं को प्राणदंड से बचाने की कोशिश की।

रामप्रसाद 'बिस्मिल' ने अपनी आत्मकथा किस स्थान से बाहर भेजी थी?
  • a)
    दिल्ली
  • b)
    लाहौर
  • c)
    जेल
  • d)
    कलकत्ता
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

रामप्रसाद 'बिस्मिल' ने अपनी आत्मकथा जेल से चोरी-छिपे बाहर भेजी थी। इस आत्मकथा को उनके साथियों ने प्रकाशित करवाया और इसका नाम 'निज जीवन की एक छटा' रखा।

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी ने हमेशा उन्हें क्या सिखाया?
  • a)
    अंग्रेज़ों का समर्थन करना
  • b)
    सत्य का पालन करना
  • c)
    कभी पढ़ाई न करना
  • d)
    हमेशा लड़ाई करना
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी ने हमेशा उन्हें सत्य का पालन करना सिखाया और इस शिक्षा ने 'बिस्मिल' के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी ने किससे शिक्षा प्राप्त की?
  • a)
    अंग्रेज़ों से
  • b)
    मुहल्ले की सखी-सहेलियों से
  • c)
    अपने पति से
  • d)
    स्कूल से
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

रामप्रसाद 'बिस्मिल' की माता जी ने मुहल्ले की सखी-सहेलियों से अक्षर-बोध प्राप्त किया और धीरे-धीरे पढ़ने-लिखने लगीं।

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