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All questions of तुम कब जाओगे, अतिथि for Class 9 Exam

अतिथि के सामीप्य की अवधि को कथानायक ने किससे तुलना की है?
  • a)
    अंतरिक्ष यात्रियों की यात्रा से
  • b)
    अपने स्वयं के जीवन से
  • c)
    किसी पर्वतारोहण से
  • d)
    समुद्र यात्रा से
Correct answer is option 'A'. Can you explain this answer?

Shaila Gupta answered
अतिथि के सामीप्य की तुलना
अतिथि के सामीप्य की अवधि को कथानायक ने अंतरिक्ष यात्रियों की यात्रा से तुलना की है। यह तुलना गहरी और सूक्ष्म है, जो हमें यह समझने में मदद करती है कि अतिथि के साथ बिताया गया समय एक विशेष अनुभव होता है।

तुलना के प्रमुख बिंदु
  • अंतरिक्ष यात्रियों का अनुभव: जैसे अंतरिक्ष यात्री अपने सीमित समय में अद्वितीय अनुभवों का सामना करते हैं, वैसे ही अतिथि के साथ बिताया गया समय भी अनमोल होता है।
  • अवधि की महत्वता: अंतरिक्ष यात्रा में समय की गति और अनुभव की गहराई बेहद महत्वपूर्ण होती है, और यह बात अतिथि के साथ भी लागू होती है।
  • विशिष्टता: अंतरिक्ष यात्रा की तरह, अतिथि का आगमन भी जीवन में एक विशेष मोड़ लाता है, जो यादगार बन जाता है।
  • भावनात्मक जुड़ाव: जैसे अंतरिक्ष यात्री अपनी यात्रा के दौरान विभिन्न भावनाओं का अनुभव करते हैं, उसी तरह अतिथि के साथ बिताया गया समय भी हमें गहराई से प्रभावित करता है।



निष्कर्ष
इस तुलना द्वारा कथानायक ने यह संदेश दिया है कि जीवन के कुछ पल, जैसे कि अतिथि का आगमन, हमें अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं, जिन्हें हम हमेशा याद रखते हैं। यह समय सीमित होता है, परंतु इसका मूल्य अत्यधिक होता है।

अतिथि के जाने की प्रतीक्षा में कथानायक की मनःस्थिति कैसी है?
  • a)
    प्रसन्न
  • b)
    चिंतित
  • c)
    थकी हुई
  • d)
    संतुलित
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Anushka Gupta answered
कथानायक की मनःस्थिति
कथानायक की मनःस्थिति अतिथि के जाने की प्रतीक्षा में 'थकी हुई' है, जिसका मुख्य कारण निम्नलिखित बिंदुओं में छिपा है:
अतिथि की उपस्थिति का तनाव
- जब कोई अतिथि घर में होता है, तो उसकी देखभाल करने का एक विशेष दायित्व होता है।
- यह दायित्व कभी-कभी मानसिक और शारीरिक थकान का कारण बनता है, क्योंकि अतिथि की आवश्यकताओं का ध्यान रखना पड़ता है।
समय की प्रतीक्षा
- अतिथि के जाने की प्रतीक्षा में कथानायक समय के दबाव का अनुभव कर रहा है।
- लंबे समय तक किसी की उपस्थिति से व्यक्ति थक जाता है, खासकर जब वह उसकी सोच और भावनाओं पर हावी हो जाता है।
व्यक्तिगत स्थान की कमी
- अतिथि के साथ बिताए गए समय में कथानायक का व्यक्तिगत स्थान कम हो जाता है।
- यह स्थिति थकान का कारण बनती है, क्योंकि व्यक्ति को अपनी दिनचर्या और आराम के लिए समय नहीं मिल पाता।
भावनात्मक थकान
- अतिथि को खुश रखने के प्रयास में कथानायक भावनात्मक रूप से भी थका हुआ महसूस कर सकता है।
- यह थकान केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक भी होती है, जिसके कारण व्यक्ति की मनःस्थिति 'थकी हुई' बन जाती है।
इन सभी कारणों से, कथानायक की मनःस्थिति 'थकी हुई' है, जो इस स्थिति का एक स्वाभाविक परिणाम है।

कथानायक की पत्नी की आँखें क्यों बड़ी हो गई थीं?
  • a)
    खुशी से
  • b)
    डर से
  • c)
    आशंका और भय से
  • d)
    क्रोध से
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Let's Tute answered
कथानायक की पत्नी की आँखें आशंका और भय से बड़ी हो गई थीं, क्योंकि अतिथि अधिक दिनों तक ठहरने का संकेत दे रहा था।

कथानायक और अतिथि के बीच के संबंध किस दौर से गुजर रहे हैं?
  • a)
    मैत्री
  • b)
    संघर्ष
  • c)
    सौहार्द
  • d)
    संक्रमण
Correct answer is option 'D'. Can you explain this answer?

Pritam Sen answered
कथानायक और अतिथि के बीच का संबंध
कथानायक और अतिथि के बीच का संबंध अक्सर जटिल और विविधता से भरा होता है। यह संबंध विभिन्न चरणों से गुजरता है, जिसमें 'संक्रमण' की स्थिति महत्वपूर्ण है।
संक्रमण की परिभाषा
- संक्रमण का अर्थ है एक स्थिति से दूसरी स्थिति में परिवर्तन।
- यह एक समय का संकेत करता है जब दोनों पात्रों के बीच की गतिशीलता बदलती है।
संक्रमण के कारण
- सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव: कथानायक और अतिथि दोनों की पृष्ठभूमि और अनुभव उनके संबंध को प्रभावित करते हैं।
- संघर्ष और मतभेद: प्रारंभ में, दोनों के बीच मतभेद हो सकते हैं, जो संघर्ष का कारण बनते हैं।
संक्रमण की प्रक्रिया
- समझौता: दोनों पात्रों के बीच संवाद और समझौते के माध्यम से संघर्ष का समाधान होता है।
- मैत्री की स्थापना: संघर्ष के बाद, अक्सर एक मित्रता का भाव विकसित होता है, जो संबंध को मजबूत करता है।
संक्रमण का महत्व
- यह संबंधों की गहराई को दर्शाता है और यह दिखाता है कि कैसे विभिन्न परिस्थितियाँ और अनुभव एक नए संबंध का निर्माण कर सकते हैं।
- यह कथा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे पाठक को कहानी में रुचि बनी रहती है।
निष्कर्ष
कथानायक और अतिथि के बीच का संबंध 'संक्रमण' की स्थिति से गुजरता है, जहाँ संघर्ष से शुरू होकर समझौते और मित्रता की ओर बढ़ता है। यह न केवल कहानी के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दर्शक के लिए भी एक गहन अनुभव उत्पन्न करता है।

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