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All questions of विशेषण for DSSSB TGT/PGT/PRT Exam

निम्न में से ‘उत्तरावस्था’ में बनने वाला प्रत्यय कौन सा है?
  • a)
    -तम
  • b)
    -तर
  • c)
    -ता
  • d)
    -ना
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

Rhea Nambiar answered
उत्तरावस्था और प्रत्यय
उत्तरावस्था वह अवस्था है जिसमें किसी विशेष गुण या विशेषता की तुलना की जाती है। हिंदी व्याकरण में, विशेषणों के उत्तरावस्था में विशेषण के रूप में "तर" प्रत्यय का प्रयोग होता है।
प्रत्यय 'तर'
- "तर" प्रत्यय का उपयोग मुख्यतः विशेषणों में किया जाता है जो तुलना को दर्शाते हैं।
- उदाहरण के लिए, "बड़ा" का उत्तरावस्था में रूप "बड़े" होता है, जिससे हम तुलना कर सकते हैं जैसे "राम बड़ा है" बनाम "श्याम राम से बड़ा है।"
अन्य प्रत्यय
- "तम": यह सबसे उच्चतम डिग्री को दर्शाने के लिए प्रयोग होता है, जैसे "सबसे बड़ा"।
- "ता": यह विशेषण का सामान्य रूप है और यह गुण दर्शाता है, जैसे "सुंदरता"।
- "ना": यह सामान्यतः क्रियाओं के लिए प्रयोग होता है, जैसे "नहीं करना"।
निष्कर्ष
इस प्रकार, 'तर' प्रत्यय उत्तरावस्था में विशेषणों की तुलना के लिए उपयुक्त है। यह स्पष्ट करता है कि जब हमें किसी विशेषण की तुलना करनी होती है, तो 'तर' का प्रयोग करना सबसे उचित होता है।

‘बहुत’, ‘थोड़ा’ आदि विशेषण किस प्रकार के होते हैं?
  • a)
    संख्यावाचक
  • b)
    गुणवाचक
  • c)
    अनिश्चित परिमाणवाचक
  • d)
    सार्वनामिक
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Rhea Nambiar answered
विशेषण का परिचय
विशेषण वे शब्द होते हैं जो संज्ञा या सर्वनाम के गुण, संख्या या स्थिति को बताते हैं। विशेषण मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं: गुणवाचक, संख्यावाचक, और परिमाणवाचक।
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
‘बहुत’, ‘थोड़ा’ जैसे शब्द विशेषण के अनिश्चित परिमाणवाचक प्रकार के उदाहरण हैं। ये शब्द मात्रा को व्यक्त करते हैं, लेकिन ये संख्या को स्पष्ट नहीं करते।
विशेषण के प्रकार
  • संख्यावाचक विशेषण: ये विशेषण संख्या को दर्शाते हैं जैसे 'दो', 'तीन', आदि।
  • गुणवाचक विशेषण: ये विशेषण किसी वस्तु के गुण को बताते हैं जैसे 'सुंदर', 'बड़ा', आदि।
  • अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण: ये विशेषण मात्रा को बताने के लिए उपयोग होते हैं, जैसे 'बहुत', 'थोड़ा', 'कुछ', आदि।
  • सार्वनामिक विशेषण: ये विशेषण सर्वनामों से संबंधित होते हैं, जैसे 'यह', 'वह', आदि।

क्यों ‘बहुत’ और ‘थोड़ा’ अनिश्चित परिमाणवाचक हैं?
* ‘बहुत’ और ‘थोड़ा’ हमें एक निश्चित संख्या नहीं देते, बल्कि ये मात्रा के बारे में एक अनुमानित जानकारी प्रदान करते हैं।
* इन शब्दों का प्रयोग तब किया जाता है जब हमें किसी चीज़ की मात्रा का सटीक आंकड़ा नहीं पता होता।
इस प्रकार, ‘बहुत’, ‘थोड़ा’ आदि विशेषण अनिश्चित परिमाणवाचक होते हैं, क्योंकि ये मात्रात्मक जानकारी प्रदान करते हैं, संख्या नहीं।

निम्न वाक्य में ‘अधिक’ शब्द किस प्रकार का विशेषण है?
“काली गाय अधिक दूध देती है।”
  • a)
    गुणवाचक
  • b)
    संख्यावाचक
  • c)
    परिमाणवाचक
  • d)
    सार्वनामिक
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Rhea Nambiar answered
विशेषण का परिचय
विशेषण वो शब्द होते हैं जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। ये संज्ञा की गुणवत्ताओं, मात्रा या संख्या को दर्शाते हैं।
वाक्य का विश्लेषण
वाक्य: “काली गाय अधिक दूध देती है।”
इस वाक्य में "अधिक" शब्द है, जिसे हमें उसके विशेषण प्रकार के अनुसार पहचानना है।
विशेषण के प्रकार
विशेषण मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:
- गुणवाचक विशेषण: यह विशेषण किसी वस्तु के गुणों को दर्शाते हैं। उदाहरण: सुंदर, तेज़।
- संख्यावाचक विशेषण: यह विशेषण किसी वस्तु की संख्या को दर्शाते हैं। उदाहरण: एक, दो।
- परिमाणवाचक विशेषण: यह विशेषण मात्रा को दर्शाते हैं, जैसे कि अधिक, कम, कुछ आदि।
‘अधिक’ शब्द का विश्लेषण
"अधिक" शब्द का उपयोग मात्रा को दर्शाने के लिए किया गया है। यह बताता है कि गाय का दूध देने का परिमाण सामान्य से अधिक है।
सही विकल्प की पहचान
इसलिए, "अधिक" शब्द एक परिमाणवाचक विशेषण है, जो इस वाक्य में सही उत्तर है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, "काली गाय अधिक दूध देती है" वाक्य में "अधिक" शब्द परिमाणवाचक विशेषण है, जो मात्रा को स्पष्ट करता है।

संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द को क्या कहते हैं?
  • a)
    संज्ञा
  • b)
    विशेषण
  • c)
    सर्वनाम
  • d)
    क्रिया
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

Rhea Nambiar answered
संज्ञा और सर्वनाम का परिचय
संज्ञा और सर्वनाम भाषा में महत्वपूर्ण तत्व हैं। संज्ञा किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या विचार का नाम होती है, जबकि सर्वनाम किसी संज्ञा के स्थान पर उसका प्रतिनिधित्व करता है।
विशेषण की परिभाषा
विशेषण वह शब्द है जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता, मात्रा या गुण को बताता है। यह उस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषताओं को स्पष्ट करता है जिससे हमें उसके बारे में अधिक जानकारी मिलती है।
विशेषण के प्रकार
- गुणवाचक विशेषण: यह संज्ञा के गुण को बताता है। जैसे: सुंदर, बड़ा, तेज़।
- संख्यावाचक विशेषण: यह संज्ञा की संख्या को दर्शाता है। जैसे: एक, दो, कई।
- मात्रावाचक विशेषण: यह संज्ञा की मात्रा को दर्शाता है। जैसे: थोड़ा, बहुत।
उदाहरण
- "सुंदर फूल" में "सुंदर" विशेषण है जो "फूल" की विशेषता बताता है।
- "तीन किताबें" में "तीन" विशेषण है जो "किताबें" की संख्या बताता है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की विशेषताओं को स्पष्ट करने वाला शब्द होता है, इसलिए सही विकल्प "b) विशेषण" है। विशेषण के बिना, संज्ञा और सर्वनाम की पूरी जानकारी नहीं मिल पाती।

निम्नलिखित में से कौन-सा सार्वनामिक विशेषण है?
  • a)
    यह
  • b)
    बड़ा
  • c)
    तेज़
  • d)
    लाल
Correct answer is option 'A'. Can you explain this answer?

C K Academy answered
‘यह’ सर्वनाम है जो संज्ञा से पहले आकर उसकी विशेषता बताता है, इसलिए सार्वनामिक विशेषण।

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