कविता में सीता का कैसा वर्णन किया गया है?a)धीरजवालीb)क्रोधितc)उदासd)खु...
कविता में सीता को धीरजवाली बताया गया है क्योंकि वे धैर्यपूर्वक वन मार्ग पर चल रही हैं और प्यासे होने के बावजूद शांत रहती हैं।
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कविता में सीता का कैसा वर्णन किया गया है?a)धीरजवालीb)क्रोधितc)उदासd)खु...
सीता का वर्णन
सीता, रामायण की प्रमुख पात्रों में से एक हैं, और उनकी विशेषताएँ कविताओं में अद्भुत ढंग से व्यक्त की गई हैं।
धीरज की प्रतीक
- सीता को अक्सर धैर्य और संयम की प्रतीक माना जाता है।
- उन्हें विपरीत परिस्थितियों में भी अपने धैर्य को बनाए रखने वाली महिला के रूप में दर्शाया गया है।
- जब रावण ने उन्हें अपहरण किया, तब भी उन्होंने अपने धैर्य को नहीं खोया।
त्याग और समर्पण
- सीता का त्याग और अपने पति के प्रति समर्पण उनकी धीरज को और भी मजबूत बनाता है।
- उन्होंने राम के साथ वनवास का सामना किया, जो उनके धैर्य और साहस को दर्शाता है।
कविता में भावनाएँ
- कविताओं में सीता को केवल एक दुखी या क्रोधित पात्र के रूप में नहीं देखा जाता, बल्कि उन्हें एक प्रेरणादायक महिला के रूप में चित्रित किया जाता है।
- उनकी भावनाएँ गहरी हैं, लेकिन वे अक्सर धैर्य और साहस के साथ सामने आती हैं।
निष्कर्ष
सीता का वर्णन मुख्यतः धीरजवाली के रूप में किया गया है। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि कठिनाइयों का सामना कैसे करना चाहिए और धैर्य का महत्व क्या है। इस प्रकार, सीता का चित्रण न केवल उनकी व्यक्तिगत विशेषताओं को दर्शाता है, बल्कि हमें प्रेरित भी करता है।
कविता में सीता का कैसा वर्णन किया गया है?a)धीरजवालीb)क्रोधितc)उदासd)खु...
A is correct answer