परवाने जलते हैं — इसका तात्पर्य क्या है?a)संघर्ष के लिएb)आत्म-नाश के ल...
परवाना दीपक के प्रेम में अपनी जान दे देता है। यहाँ वह प्रतीक है देशप्रेम में पूर्ण समर्पण का। कवि भी ऐसा समर्पण चाहते हैं, जो स्वदेश के लिए सबकुछ न्यौछावर कर दे।
परवाने जलते हैं — इसका तात्पर्य क्या है?a)संघर्ष के लिएb)आत्म-नाश के ल...
परवाने जलते हैं — तात्पर्य
यह वाक्यांश प्रेम और समर्पण के गहरे भाव को व्यक्त करता है।
प्रेम का समर्पण
- परवाना एक कीट है जो दीपक की रोशनी की ओर आकर्षित होता है।
- वह अपनी जान की परवाह किए बिना, जलने के खतरे में भी दीपक के पास जाता है।
- यह दर्शाता है कि प्रेम में व्यक्ति अपने प्रिय के प्रति कितना समर्पित हो सकता है।
आत्म-नाश का संकेत
- हालांकि, परवाने का जलना आत्म-नाश का भी प्रतीक है।
- वह अपने प्रेम के लिए अपने जीवन का बलिदान देता है, जो यह संकेत करता है कि प्रेम में कुछ लोग अपनी भलाई को भी त्याग देते हैं।
संघर्ष की भावना
- परवाना जलने का संघर्ष भी दर्शाता है, लेकिन इसका मुख्य तात्पर्य प्रेम में समर्पण से ही है।
- संघर्ष जीवन का एक हिस्सा है, लेकिन जब बात प्रेम की आती है, तो समर्पण की भावना अधिक महत्वपूर्ण होती है।
दीप जलाने का प्रतीक
- दीपक का जलना ज्ञान और प्रकाश का प्रतिनिधित्व करता है।
- परवाने की अंधेरे में प्रकाश की ओर बढ़ने की कोशिश हमें यह सिखाती है कि प्रेम में समर्पण हमें हमेशा आगे बढ़ाता है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, "परवाने जलते हैं" का सच्चा अर्थ प्रेम में समर्पण को दर्शाता है। यह हमें यह सिखाता है कि सच्चे प्रेम में, कभी-कभी हमें अपने सभी डर और चिंताओं को पीछे छोड़कर अपने प्रिय के लिए आगे बढ़ना पड़ता है।