Class 10 Exam  >  Class 10 Notes  >  Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan)  >  Extract Based Questions: बड़े भाई साहब

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1. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
मेरे भाई साहब मुझसे पाँच साल बड़े ,लेकिन केवल तीन दर्जे आगे। उन्होंने भी उसी उम्र में पढ़ना शुरू किया था ,जब मैने शुरू किया लेकिन तालीम जैसे महत्त्व के मामले में वह जल्दबाज़ी से काम लेना पसन्द ना करते थे। इस भवन की बुनियाद बहुत मजबूत डालना चाहते थे ,जिस पर आलीशान महल बन सके। एक साल का काम दो साल में करते थे। कभी कभी तीन साल भी लग जाते थे बुनियाद ही पुख्ता न हो, तो मकान कैसे पायेदार बने। मैं छोटा था , वे बड़े थे। मेरी उम्र नौ साल की थी और वह चौदह साल के थे। उन्हें मेरी तम्बीह और निगरानी का पूरा और जन्मसिद्ध अधिकार था और मेरी शालीनता इसी में थी कि उनके हुक्म को कानून समझूँ।

प्रश्न 1: गद्यांश के अनुसार लेखक के बड़े भाई के व्यवहार की किस खूबी का पता चलता है –
(क) वे जिम्मेदार थे
(ख) वे लापरवाह थे
(ग) वे मंदबुद्धि थे
(घ) वे रौबदार थे
उतर: 
(क) जिम्मेदार

प्रश्न 2: ‘मेरे भाई साहब मुझसे पाँच साल बड़े ,लेकिन केवल तीन दर्जे आगे। उन्होंने भी उसी उम्र में पढ़ना शुरू किया था ,जब मैने शुरू किया लेकिन तालीम जैसे महत्त्व के मामले में वह जल्दबाज़ी से काम लेना पसन्द ना करते थे।’
कथन के माध्यम से ज्ञात होता है कि –
(क) लेखक के भाई मंदबुद्धि थे
(ख) लेखक के भाई शिक्षा के महत्त्व को समझते थे इसलिए बिना समझे आगे नहीं बड़ पाते थे
(ग) लेखक के भाई सुस्त व्यक्ति थे
(घ) लेखक के भाई का पढ़ने में मन नहीं लगता था
उतर:
(ख) लेखक के भाई शिक्षा के महत्त्व को समझते थे इसलिए बिना समझे आगे नहीं बड़ पाते थे

प्रश्न 3: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – उन्हें मेरी तम्बीह और निगरानी का पूरा और जन्मसिद्ध अधिकार था और मेरी शालीनता इसी में थी कि उनके हुक्म को कानून समझूँ।
कारण (R) – क्योंकि लेखक अपने बड़े भाई की बहुत इज़्जत करता था।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उतर:
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

प्रश्न 4: ‘बुनियाद ही पुख्ता न हो, तो मकान कैसे पायेदार बने’ कथन से आशय है –
(क) नीव मजबूत न हो तो मकान कैसे मजबूत हो सकता है
(ख) अगर जमीन अच्छी नहीं हो तो मकान नहीं बनाया जा सकता
(ग) अगर समय रहते मेहनत न की जाए तो अच्छे भविष्य की कल्पना कैसे की जा सकती है
(घ) किसी काम बुनियाद सही से न रखी जाए तो काम कैसे सफल हो सकता है
उतर:
(ग) अगर समय रहते मेहनत न की जाए तो अच्छे भविष्य की कल्पना कैसे की जा सकती है

प्रश्न 5: गद्यांश के आधार पर लेखक के निजी जीवन की छाप मिलती है कि वे थे –
(क) मस्तीखोर व् पढ़ाकू
(ख) मस्तीखोर व् गैरज़िम्मेदार
(ग) बेहद गंभीर व् गैरज़िम्मेदार
(घ) बड़ों का सम्मान करने वाले
उतर:
(घ) बड़ों का सम्मान करने वाले

2. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
मेरा जी पढ़ने में बिलकुल न लगता था। एक घण्टा भी किताब लेकर बैठना पहाड़ था। मौका पाते ही होस्टल से निकलकर मैदान में आ जाता था और कभी कंकरियाँ उछलता , कभी कागज़ की तितलियाँ उड़ाता और कहीं कोई साथी मिल गया ,तो पूछना ही क्या। कभी चारदीवारी पर चढ़ कर निचे कूद रहे हैं। कभी फाटक पर सवार,उसे आगे पीछे चलाते हुए मोटरकार का आनन्द उठा रहे हैं , लेकिन कमरे में आते ही भाई साहब का वह रूद्र रूप देख कर प्राण सूख जाते। उनका पहला सवाल यह होता -‘कहाँ थे’? हमेशा यही सवाल , इसी ध्वनि में हमेशा पूछा जाता और इसका जवाब मेरे पास केवल मौन था। न जाने मेरे मुँह से यह बात क्यों नहीं निकलती कि जरा बाहर खेल रहा था। मेरा मौन कह देता था कि मुझे मेरा अपराध स्वीकार है और भाई साहब के लिए उसके सिवा और कोई इलाज न था कि स्नेह और रोष के मिले हुए शब्दों में मेरा सत्कार करे।
प्रश्न 1: गद्यांश के अनुसार लेखक को एक घण्टा भी किताब लेकर बैठना पहाड़ क्यों लगता था –
(क) क्योंकि उन्हें पढ़ना बिलकुल भी पसंद नहीं था
(ख) क्योंकि किताबों में कुछ भी मज़ेदार नहीं होता था
(ग) क्योंकि पढ़ने में उनका मन बिलकुल भी नहीं लगता था
(घ) क्योंकि किताबें बहुत मोटी और भारी थीं
उतर:
(ग) क्योंकि पढ़ने में उनका मन बिलकुल भी नहीं लगता था

प्रश्न 2: ‘न जाने मेरे मुँह से यह बात क्यों नहीं निकलती कि जरा बाहर खेल रहा था।’
कथन के माध्यम से ज्ञात होता है कि –
(क) लेखक का उनके भाई के प्रति अपार स्नेह था
(ख) लेखक का उनके भाई के प्रति आदर
(ग) लेखक का भाई के प्रति क्रोध
(घ) लेखक का भाई के प्रति डर
उतर:
(ख) लेखक का उनके भाई के प्रति आदर

प्रश्न 3: लेखक के भाई लेखक का सत्कार कैसे करते थे
(क) क्रोध से
(ख) स्नेह से
(ग) कुछ न कह कर
(घ) स्नेह और रोष के मिले हुए शब्दों से
उतर: 
(घ) स्नेह और रोष के मिले हुए शब्दों से

प्रश्न 4: लेखक मौक़ा पाते ही क्या – क्या करते थे –
(क) होस्टल से निकलकर मैदान में आ जाते थे
(ख) कभी कंकरियाँ उछलते, कभी कागज़ की तितलियाँ उड़ाते
(ग) कभी चारदीवारी पर चढ़ कर निचे कूदते, कभी फाटक पर सवार, उसे आगे पीछे चलाते हुए मोटरकार का आनन्द उठाते
(घ) उपरोक्त सभी
उतर:
(घ) उपरोक्त सभी

प्रश्न 5: गद्यांश के आधार पर लेखक के निजी जीवन की छाप मिलती है कि वे थे –
(क) मस्तीखोर व् पढ़ाकू
(ख) मस्तीखोर व् गैरज़िम्मेदार
(ग) बेहद गंभीर व् गैरज़िम्मेदार
(घ) मस्तीखोर व् बड़ों का सम्मान करने वाले
उतर:
(घ) मस्तीखोर व् बड़ों का सम्मान करने वाले

3. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
मुझे अपना मुर्ख रहना मंज़ूर था, लेकिन उतनी मेहनत से मुझे तो चक्कर आ जाता था। लेकिन घंटे-दो घंटे के बाद निराशा के बादल फट जाते और मैं इरादा करता कि आगे से खूब जी लगाकर पढ़ूँगा। चटपट एक टाइम टेबल बना डालता। बिना पहले से नक्शा बनाए बिना कोई स्कीम तैयार किये काम कैसे शुरू करूँ। टाइम टेबिल में खेल – कूद की मद बिलकुल उड़ जाती। प्रातः काल छः बजे उठना, मुँह हाथ धो ,नाश्ता कर ,पढ़ने बैठ जाना। छः से आठ तक अंग्रेजी, आठ से नौ तक हिसाब, नौ से साढ़े नौ तक इतिहास, फिर भोजन और स्कूल। साढ़े तीन बजे स्कूल से वापिस होकर आधा घंटा आराम, चार से पांच तक भूगोल, पांच से छः तक ग्रामर, आधा घंटा हॉस्टल के सामने ही टहलना,साढ़े छः से सात तक अंग्रेजी कम्पोज़िशन, फिर भोजन करके आठ से नौ तक अनुवाद, नौ से दस तक हिंदी, दस से ग्यारह तक विविध विषय, फिर विश्राम। लेकिन टाइम टेबिल बना लेना अलग बात है ,उस पर अमल करना दूसरी बात। पहले ही दिन उसकी अवहेलना शुरू हो जाती। मैदान की वह सुखद हरियाली, हवा के हलके हलके झोंके, फूटबाल की वह उछल कूद, कबड्डी के वह दाँव घात, वॉलीबाल की वह तेज़ी और फुरति, मुझे अज्ञात और अनिवार्य रूप से खींच ले जाती और वहां जा कर में सब कुछ भूल जाता।
प्रश्न 1: लेखक को किस बात पर चक्कर आ जाता था –
(क) अपने मुर्ख रहने की बात सोच कर
(ख) अपने बड़े भाई की तरह पढ़ाई में कड़ी मेहनत करने के बारे में सोच कर
(ग) पढ़ाई करने के बारे में सोच कर
(घ) यह सोच कर कि पढाई के कारण उसे खेलने का समय नहीं मिलेगा
उतर: 
(ख) अपने बड़े भाई की तरह पढ़ाई में कड़ी मेहनत करने के बारे में सोच कर

प्रश्न 2: जी लगाकर पढ़ाई करने के लिए लेखक क्या काम करता है –
(क) लेखक खेलने नहीं जाता
(ख) लेखक अपने भाई की तरह कड़ी मेहनत करने का मन बनाता है
(ग) लेखक एक टाइम टेबल बनाता है
(घ) लेखक अपने भाई का कहना मानने लगता है
उतर:
(ग) लेखक एक टाइम टेबल बनाता है

प्रश्न 3: लेखक ने अपने टाइम टेबल में कौन – कौन सी चीजें रखी थी –
(क) प्रातः काल छः बजे उठना, मुँह हाथ धो ,नाश्ता कर ,पढ़ने बैठ जाना
(ख) छः से आठ तक अंग्रेजी, आठ से नौ तक हिसाब, नौ से साढ़े नौ तक इतिहास, फिर भोजन और स्कूल
(ग) साढ़े तीन बजे स्कूल से वापिस होकर आधा घंटा आराम, चार से पांच तक भूगोल, पांच से छः तक ग्रामर, आधा घंटा हॉस्टल के सामने ही टहलना,साढ़े छः से सात तक अंग्रेजी कम्पोज़िशन, फिर भोजन करके आठ से नौ तक अनुवाद, नौ से दस तक हिंदी, दस से ग्यारह तक विविध विषय, फिर विश्राम
(घ) उपरोक्त सभी
उतर:
(घ) उपरोक्त सभी

प्रश्न 4: ‘लेकिन टाइम टेबिल बना लेना अलग बात है ,उस पर अमल करना दूसरी बात। पहले ही दिन उसकी अवहेलना शुरू हो जाती’ इस कथन से लेखक के बारे में क्या पता चलता है –
(क) लेखक बहुत आलसी है
(ख) लेखक टाइम टेबल का अनुसरण नहीं करता
(ग) लेखक अपनी बात पर नहीं टिका रहता
(घ) लेखक पढाई के बारे में बहुत लापरवाह है
उतर: 
(घ) लेखक पढाई के बारे में बहुत लापरवाह है

प्रश्न 5: गद्यांश के अनुसार पढ़ाई से लेखक का मन कौन से चीज़े भटकाती हैं –
(क) मैदान की वह सुखद हरियाली
(ख) हवा के हलके हलके झोंके, फूटबाल की वह उछल कूद
(ग) कबड्डी के वह दाँव घात, वॉलीबाल की वह तेज़ी और फुरति
(घ) उपरोक्त सभी
उतर: 
(घ) उपरोक्त सभी

4. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
मैं उनके साये से भागता, उनकी आँखों से दूर रहने की चेष्टा करता ,कमरे में इस तरह दबे पाँव आता कि उन्हें खबर न हो। उनकी नज़र मेरी ओर उठी और मेरे प्राण निकले। हमेशा सर पर एक नंगी तलवार – सी लटकती मालूम होती। फिर भी मौत और विपत्ति के बीच भी आदमी मोह और माया के बंधन में जकड़ा रहता है, मैं फटकार और घुड़कियाँ खाकर भी खेलकूद का तिरस्कार न कर सकता था। सालाना इम्तिहान हुआ। भाई साहब फेल हो गए और मैं पास हो गया और दरजे में प्रथम आया। मेरे और उनके बीच केवल दो साल का अंतर रह गया। जी में आया, भाई साहब को आड़े हाथों लूँ ‘आपकी वह घोर तपस्या कहाँ गई ? मुझे देखिये मज़े से खेलता भी रहा और दरजे में अव्वल भी हूँ। ‘ लेकिन वह इतने दुखी और उदास थे कि मुझे उनसे दिली हमदर्दी हुई और उनके घाव पर नमक छिड़कने का विचार ही लज्जास्पद जान पड़ा। हाँ,अब मुझे अपने ऊपर कुछ अभिमान हुआ और आत्मसम्मान भी बड़ा। भाई साहब का वह रौब मुझ पर न रहा। आज़ादी से खेलकूद में शरीक होने लगा। दिल मजबूत था। अगर उन्होंने फिर मेरी फ़जीहत की,तो साफ कह दूँगा -‘आपने अपना खून जलाकर कौन सा तीर मार लिया। मैं तो खेलते – कूदते दरजे में अव्वल आ गया। ‘ज़बान से यह हेकड़ी जताने का सहस न होने पर भी मेरे रंग – ढंग से साफ़ ज़ाहिर होता था की भाई साहब का वह आंतक मुझ पर नहीं था।
प्रश्न 1: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – मैं उनके साये से भागता, उनकी आँखों से दूर रहने की चेष्टा करता ,कमरे में इस तरह दबे पाँव आता कि उन्हें खबर न हो।
कारण (R) – क्योंकि लेखक को अपने बड़े भाई की डाँट का डर रहता था इसलिए लेखक बिना अपने भाई की नजरों में आए अपने कमरे में जाने की कोशिश करता था।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उतर: 
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

प्रश्न 2: ‘उनकी नज़र मेरी ओर उठी और मेरे प्राण निकले। हमेशा सर पर एक नंगी तलवार – सी लटकती मालूम होती।’ कथन से आशय है –
(क) लेखक अपने बड़े भाई की डाँट से बहुत डरता था
(ख) लेखक अपने भाई की आँखों से डरता था
(ग) लेखक के बड़े भाई के पास एक तलवार थी जिससे लेखक को डर लगता था
(घ) लेखक अपने भाई को मुसीबत समझता था
उतर:
(क) लेखक अपने बड़े भाई की डाँट से बहुत डरता था

प्रश्न 3: गद्यांश में दिए गए मुहावे ‘आड़े हाथों लेना’ का अर्थ स्पष्ट कीजिए –
(क) दोनों हाथ पकड़ लेना
(ख) हाथों को तिरछा करना
(ग) बुरा भला कहना या लज्जित करना
(घ) इन में से कोई नहीं
उतर: 
(ग) बुरा भला कहना या लज्जित करना

प्रश्न 4: परीक्षा में प्रथम आने पर लेखक को अपने में क्या बदलाव महसूस हुए –
(क) अपने ऊपर कुछ अभिमान हुआ
(ख) लेखक का आत्मसम्मान बड़ा
(ग) आज़ादी से खेलकूद में शरीक होने लगा
(घ) उपरोक्त सभी
उतर:
(घ) उपरोक्त सभी

प्रश्न 5: ‘ज़बान से यह हेकड़ी जताने का सहस न होने पर भी मेरे रंग – ढंग से साफ़ ज़ाहिर होता था की भाई साहब का वह आंतक मुझ पर नहीं था।’ कथन का क्या आशय है –
(क) कक्षा में प्रथम आ जाने के कारण लेखक पर उनके भाई का डर समाप्त हो गया था और लेखक अब अपने मन की करने लगा था
(ख) लेखक अपने मुँह से अपने भाई को कोई बात नहीं कहता था
(ग) कक्षा में प्रथम आने के बाद लेखक अपने बड़े भाई को बुरा-भला कहने लगा था
(घ) कक्षा में प्रथम आने के बाद लेखक गुंडा-गर्दी करने लगा था
उतर: 
(क) कक्षा में प्रथम आ जाने के कारण लेखक पर उनके भाई का डर समाप्त हो गया था और लेखक अब अपने मन की करने लगा था

6. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
यह समझ लो कि तुम अपनी मेहनत से नहीं पास हुए, अंधे के हाथ बटेर लग गई। मगर बटेर केवल एक बार हाथ लग सकती है, बार – बार नहीं लग सकती। कभी कभी गुल्ली – डंडे में भी अँधा चोट निशाना पड़ जाता है। इससे कोई सफल खिलाडी नहीं हो जाता। सफल खिलाडी वो है जिसका कोई निशाना खाली न जाये। मेरे फेल होने पर मत जाओ, मेरे दरजे में आओगे, तो दाँतों पसीना आ जायेगा, जब अलजबरा और जामेट्री के लोहे के चने चबाने पड़ेंगे और इंग्लिस्तान का इतिहास पढ़ना पड़ेगा। बादशाहों के नाम याद रखना कोई आसान नहीं। आठ – आठ हेनरी हो गुजरें हैं। कौन सा कांड किस हेनरी के समय में हुआ, क्या यह याद कर लेना आसान समझते हो ? हेनरी सातवें की जगह हेनरी आठवाँ लिखा और सब नंबर गायब। सफ़ाचट। सिफ़र भी ना मिलेगा, सिफ़र भी। हो किस खयाल में। दरजनों तो जेम्स हुए हैं, दरजनों विलियम, कोड़ियों चार्ल्स। दिमाग चक्कर खाने लगता है। आंधी रोग हो जाता है। इन अभागों को नाम भी ना जुड़ते थे। एक ही नाम के पीछे दोयम, सोयम, चाहरूम, पंचुम लगाते चले गए। मुझसे पूछते तो दस लाख नाम बता देता।
प्रश्न 1: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – यह समझ लो कि तुम अपनी मेहनत से नहीं पास हुए, अंधे के हाथ बटेर लग गई। मगर बटेर केवल एक बार हाथ लग सकती है, बार – बार नहीं लग सकती।
कारण (R) – लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को समझाना चाहते हैं कि एक बार परीक्षा में प्रथम आ जाने से अगर वह पढ़ाई के प्रति लापरवाही बरतेगा तो किस्मत बार-बार उसका साथ नहीं देगी।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उतर: 
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

प्रश्न 2: लेखक को समझाने के लिए लेखक के बड़े भाई साहब ने किन मुहावरों के उदाहरण दिए –
(क) अंधे के हाथ बटेर लग जाना
(ख) अँधा चोट निशाना
(ग) दाँतों पसीना आना
(घ) उपरोक्त सभी
उतर:
(घ) उपरोक्त सभी

प्रश्न 3: गद्यांश में भाई साहब ने लेखक को क्यों कहा कि ‘बटेर केवल एक बार हाथ लग सकती है, बार – बार नहीं’ –
(क) लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को समझाना चाहते थे कि किस्मत एक बार साथ दे सकती है बार-बार नहीं
(ख) लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को समझाना चाहते थे कि बटेर एक बार हाथ लग सकती है बार-बार नहीं
(ग) लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को घमंड न करने को कहते हैं
(घ) लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को समझाना चाहते थे कि पढ़ाई बहुत जरुरी है लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए
उतर:
(क) लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को समझाना चाहते थे कि किस्मत एक बार साथ दे सकती है बार-बार नहीं

प्रश्न 4: ‘कभी कभी गुल्ली – डंडे में भी अँधा चोट निशाना पड़ जाता है। इससे कोई सफल खिलाडी नहीं हो जाता। सफल खिलाडी वो है जिसका कोई निशाना खाली न जाये।’ कथन से क्या आशय है –
(क) किस्मत के भरोसे सफलता कभी कबार ही मिल सकती है, सफल व्यक्ति उसे माना जा सकता है जो अपने हर कार्य में सफलता प्राप्त करे
(ख) किस्मत से केवल गुल्ली-डंडा ही जीता जा सकता है और कुछ नहीं
(ग) सफल खिलाड़ी गुल्ली-डंडे में हर निशाना सही लगाता है
(घ) सफल खिलाड़ी का निशाना कभी खराब नहीं लगता
उतर: 
(क) किस्मत के भरोसे सफलता कभी कबार ही मिल सकती
है, सफल व्यक्ति उसे माना जा सकता है जो अपने हर कार्य में सफलता प्राप्त करे

प्रश्न 5: गद्यांश के अनुसार लेखक के बड़े भाई साहब के किस व्यवहार का पता चलता है –
(क) लेखक से परेशान
(ख) पढ़ाई से निराश व् हताश
(ग) लेखक के कक्षा में प्रथम आने से नाराज
(घ) लेखक के व्यवहार से परेशान
उतर:
(ख) पढ़ाई से निराश व् हताश


7. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
स्कूल का समय निकट था, नहीं ईश्वर जाने यह उपदेश-माला कब समाप्त होती। भोजन आज मुझे निःस्वाद-सा लग रहा था। जब पास होने पर यह तिरस्कार हो रहा है, तो फेल हो जाने पर तो शायद प्राण ही ले लिए जाएँ। भाई साहब ने अपने दरजे की पढ़ाई का जो भयंकर चित्र खींचा था, उसने मुझे भयभीत कर दिया। स्कूल छोड़ कर घर नहीं भागा, यही ताज्जुब है, लेकिन इतने तिरस्कार पर भी पुस्तकों में मेरी अरुचि ज्यों की त्यों बनी रही। खेल-कूद का कोई अवसर हाथ से ना जाने देता। पढता भी, लेकिन बहुत कम। बस, इतना कि रोज टास्क पूरा हो जाये और दरजे में जलील न होना पड़े। अपने ऊपर जो विश्वास पैदा हुआ था, वह फिर लुप्त हो गया और फिर चोरों का-सा जीवन काटने लगा। फिर सालाना इम्तिहान हुआ और कुछ ऐसा संयोग हुआ कि मैं फिर पास हुआ और भाई साहब फिर फेल हो गए। मैंने बहुत मेहनत नहीं की, पर न जाने कैसे दरजे में अव्वल आ गया। मुझे खुद अचरज हुआ। भाई साहब ने प्राणांतक परिश्रम किया। कोर्स का एक-एक शब्द चाट गए थे, दस बजे रात तक इधर, चार बजे भोर से उधर, छः से साढ़े नौ तक स्कूल जाने के पहले। मुद्रा कांतिहीन हो गई थी, मगर बेचारे फेल हो गए। मुझे इन पर दया आती थी। नतीजा सुनाया गया, तो वह रो पड़े और मैं भी रोने लगा। अपने पास होने की ख़ुशी आधी हो गई। मैं भी फेल हो गया होता, तो भाई साहब को इतना दुःख न होता, लेकिन विधि की बात कौन टालें !
प्रश्न 1: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – जब पास होने पर यह तिरस्कार हो रहा है, तो फेल हो जाने पर तो शायद प्राण ही ले लिए जाएँ।
कारण (R) – लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को समझा रहे थे, परन्तु लेखक को यह अपना अपमान लग रहा था क्योंकि वह कक्षा में प्रथम आया था और फिर भी उसे डाँट पड़ रही थी।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उतर:
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

प्रश्न 2: लेखक को भोजन निःस्वाद क्यों लग रहा था –
(क) क्योंकि भोजन अच्छा नहीं बना था
(ख) भोजन में नमक नहीं था
(ग) क्योंकि लेखक को बहुत डांट पड़ी थी
(घ) क्योंकि भोजन लेखक के बड़े भाई साहब ने बनाया था
उतर:
(ग) क्योंकि लेखक को बहुत डांट पड़ी थी

प्रश्न 3: भाई साहब ने जब लेखक के सामने अपने दरजे की पढ़ाई का भयंकर चित्र खींचा तो लेखक की क्या प्रतिक्रिया थी –
(क) लेखक पढ़ाई करने के लिए तैयार हो गया
(ख) लेखक भयभीत हो गया
(ग) लेखक बड़े भाई साहब से क्षमा मांगने लगा
(घ) लेखक पर कोई असर नहीं पड़ा
उतर:
(ख) लेखक भयभीत हो गया

प्रश्न 4: सालाना इम्तिहान का क्या नतीजा निकला –
(क) लेखक फिर पास हुआ और भाई साहब फिर फेल हो गए
(ख) लेखक फेल हुआ और भाई साहब पास हो गए
(ग) लेखक और भाई साहब दोनों फेल हो गए
(घ) लेखक और भाई साहब दोनों पास हो गए
उतर:
(क) लेखक फिर पास हुआ और भाई साहब फिर फेल हो गए

प्रश्न 5: लेखक ने उपके बड़े भाई साहब के फेल होने पर कैसे व्यवहार किया –
(क) अपने भाई को रोता देख, लेखक भी रोने लगा
(ख) लेखक की पास होने की ख़ुशी आधी हो गई
(ग) लेखक सोचने लगा कि अगर वह भी फेल हो गया होता, तो भाई साहब को इतना दुःख न होता
(घ) उपरोक्त सभी
उतर:
(घ) उपरोक्त सभी

8. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
अब भाई साहब बहुत कुछ नरम पड़ गए थे। कई बार मुझे डाँटने का अवसर पाकर भी उन्होंने धीरज से काम लिया। शायद वे खुद समझने लगे थे कि मुझे डाँटने का अधिकार उन्हें नहीं रहा, या रहा भी, तो बहुत कम। मेरी स्वच्छंदता भी बड़ी। मैं उनकी सहिष्णुता का अनुचित लाभ उठाने लगा। मुझे कुछ ऐसी धारणा हुई कि मैं पास ही हो जाऊंगा, पढ़ूँ या ना पढ़ूँ, मेरी तक़दीर बलवान है, इसलिए भाई साहब के डर से जो-थोड़ा बहुत पढ़ लिया करता था, वह भी बंद हुआ। मुझे कनकौए उड़ाने का नया शौक पैदा हो गया था और अब सारा समय पतंगबाज़ी की ही भेंट होता था, फिर भी मैं भाई साहब का अदब करता था और उनकी नजर बचाकर कनकौए उडाता था। मांझा देना, कन्ने बाँधना, पतंग टूर्नामेंट की तैयारियाँ आदि समस्याएँ सब गुप्त रूप से हल की जाती थी। मैं भाई साहब को यह संदेह नहीं होने देना चाहता था की उनका सम्मान और लिहाज़ मेरी नजरों में कम हो गया है। एक दिन संध्या समय, हॉस्टल से दूर मैं एक कनकौआ लूटने बेतहाशा दौड़ा जा रहा था। आँखे आसमान की ओर थीं और मन उस आकाशगामी पथिक की ओर, जो मंद गति से झूमता पतन की ओर चला जा रहा था ,मानो कोई आत्मा स्वर्ग से निकल कर विरक्त मन से नए संस्करण ग्रहण करने जा रही हो। बालकों की पूरी सेना लग्गे और झाड़दार बाँस लिए इनका स्वागत करने को दौड़ी आ रही थी। किसी को अपने आगे पीछे की ख़बर ना थी। सभी मनो उस पतंग के साथ ही आकाश में उड़ रहे थे, जहाँ सबकुछ समतल है, न मोटरकारें हैं, न ट्राम, न गाड़ियां। सहसा भाई साहब से मेरी मुठभेड़ हो गई, जो शायद बाजार से लौट रहे थे। उन्होंने वहीँ हाथ पकड़ लिया और उग्र भाव से बोले -‘इन बाजारी लौडों के साथ धेले के कनकौए के लिए दौड़ते तुम्हें शर्म नहीं आती ? तुम्हें इसका भी कोई लिहाज नहीं कि अब नीची जमात में नहीं हो, बल्कि आठवीं जमात में आ गए हो और मुझसे केवल एक दरजा निचे हो। आखिर आदमी को कुछ तो अपनी पोज़िशन का ख्याल करना चाहिए।

प्रश्न 1: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – अब भाई साहब बहुत कुछ नरम पड़ गए थे। कई बार मुझे डाँटने का अवसर पाकर भी उन्होंने धीरज से काम लिया। शायद वे खुद समझने लगे थे कि मुझे डाँटने का अधिकार उन्हें नहीं रहा, या रहा भी, तो बहुत कम।
कारण (R) – लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को समझा रहे थे, परन्तु लेखक को यह अपना अपमान लग रहा था क्योंकि वह कक्षा में प्रथम आया था और फिर भी उसे डाँट पड़ रही थी।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उतर: 
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

प्रश्न 2: लेखक को कौन सा नया शौक चढ़ा था –
(क) कनकौए उड़ाने का
(ख) लुका-छुपी खेलने का
(ग) पढ़ाई करने का
(घ) बड़े भाई साहब की हर बात मानने का
उतर: 
(क) कनकौए उड़ाने का

प्रश्न 3: ‘मांझा देना, कन्ने बाँधना, पतंग टूर्नामेंट की तैयारियाँ आदि समस्याएँ सब गुप्त रूप से हल की जाती थी। मैं भाई साहब को यह संदेह नहीं होने देना चाहता था की उनका सम्मान और लिहाज़ मेरी नजरों में कम हो गया है।’ कथन का आशय है –
(क) लेखक खेलने में मस्त रहने लगा था
(ख) लेखक को अपने भाई का कोई डर नहीं था
(ग) लेखक अब भी बड़े भाई साहब की इज्जत करता था
(घ) लेखक पर कोई असर नहीं पड़ा
उतर:
(ग) लेखक अब भी बड़े भाई साहब की इज्जत करता था

प्रश्न 4: पतंग का पीछा करते हुए लेखक को क्या महसूस हो रहा था –
(क) मानो कोई आत्मा स्वर्ग से निकल कर विरक्त मन से नए संस्करण ग्रहण करने जा रही हो
(ख) सभी मनो उस पतंग के साथ ही आकाश में उड़ रहे थे
(ग) लग रहा था मानो सबकुछ समतल है, न मोटरकारें हैं, न ट्राम, न गाड़ियां
(घ) उपरोक्त सभी
उतर:
(घ) उपरोक्त सभी

प्रश्न 5: बड़े भाई ने लेखक को पकड़ कर क्या कहा –
(क) इन बाजारी लौडों के साथ धेले के कनकौए के लिए दौड़ते तुम्हें शर्म नहीं आती
(ख) तुम्हें इसका भी कोई लिहाज नहीं कि अब नीची जमात में नहीं हो, बल्कि आठवीं जमात में आ गए हो और मुझसे केवल एक दरजा निचे हो
(ग) आखिर आदमी को कुछ तो अपनी पोज़िशन का ख्याल करना चाहिए
(घ) उपरोक्त सभी
उतर:
(घ) उपरोक्त सभी

9.पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
समझ किताबें पढ़ने से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है। हमारी अम्माँ ने कोई दरजा नहीं पास किया और दादा भी शायद पांचवी -छठी जमात से आगे नहीं गए, लेकिन हम दोनों चाहे साड़ी दुनिया की विद्या पढ़ लें, अम्माँ और दादा को हमें समझने और सुधरने का अधिकार हमेशा रहेगा। केवल इसलिए नहीं कि वे हमारे जन्मदाता हैं, बल्कि इसलिए कि उन्हें दुनिया का हमसे ज्यादा तजुरबा है और रहेगा। अमेरिका में किस तरह की राज -व्यवस्था है, और आठवें हेनरी ने कितने ब्याह किये और आकाश में कितने नक्षत्र है ,यह बातें चाहे उन्हें ना मालुम हों, लेकिन हजारों ऐसी बातें हैं, जिनका ज्ञान उन्हें हमसे और तुमसे ज्यादा है। दैव न करे, आज मैं बीमार हो जाऊँ, तो तुम्हारे हाथ-पाँव फूल जायेंगे। दादा को तार देने के सिवा तुम्हें और कुछ न सूझेगा, लेकिन तुम्हारी जगह दादा हो, तो किसी को तार ना दें, न घबराएं, न बदहवास हों। पहले खुद मरज़ पहचान कर इलाज करेंगे, उसमें सफल न हुए तो किसी डॉक्टर को बुलाएँगे। बिमारी तो ख़ैर बड़ी चीज़ है। हम तुम तो इतना भी नहीं जानते कि महीने भर का खर्च महीना भर कैसे चले। जो कुछ दादा भेजते हैं, उसे हम बीस-बाइस तक खर्च कर डालते हैं और फिर पैसे-पैसे को मुहताज हो जाते हैं। नाश्ता बंद हो जाता है, धोबी और नाई से मुँह चुराने लगते हैं, लेकिन जितना आज हम और तुम खर्च कर रहे हैं, उसके आधे में दादा ने अपनी उम्र का बड़ा भाग इज्जत और नेकनामी के साथ निभाया है और कुटुम्ब का पालन किया है, जिसमे सब मिलाकर नौ आदमी थे।

प्रश्न 1: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – हमारी अम्माँ ने कोई दरजा नहीं पास किया और दादा भी शायद पांचवी -छठी जमात से आगे नहीं गए, लेकिन हम दोनों चाहे साड़ी दुनिया की विद्या पढ़ लें, अम्माँ और दादा को हमें समझने और सुधरने का अधिकार हमेशा रहेगा।
कारण (R) – लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को समझा रहे थे, कि चाहे वह कितना भी पढ़ाई में उनसे आगे निकल जाए परन्तु बड़े होने के नाते हमेशा उनका अधिकार होगा कि वे लेखक को उसकी गलती पर डाँट लगाए।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उतर:
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

प्रश्न 2: ‘समझ किताबें पढ़ने से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है।’ वाक्य का क्या आशय है –
(क) किताबें पढ़ना बेकार है
(ख) दुनिया का ज्ञान सर्वोपरि है
(ग) समझ के लिए किताबी ज्ञान से ज्यादा तजुर्बा काम आता है
(घ) समझ के लिए किताबें नहीं दुनिया जरुरी है
उतर: 
(ग) समझ के लिए किताबी ज्ञान से ज्यादा तजुर्बा काम आता है

प्रश्न 3: लेखक को समझाने के लिए कि उनका तजुरबा कितना कम है, बड़े भाई साहब ने क्या उदाहरण दिए –
(क) अपनी अम्माँ का
(ख) अपने आप का
(ग) अपने दादा का
(घ) लेखक का
उतर: 
(क) और (ग)

प्रश्न 4: गद्यांश के अनुसार लेखक के दादा का व्यवहार कैसा था –
(क) वे बहुत महान थे
(ख) वे सबकी मदद करते थे
(ग) उनको जिंदगी का तजुरबा था
(घ) उपरोक्त सभी
उतर: 
(ग) उनको जिंदगी का तजुरबा था

प्रश्न 5: बड़े भाई साहब अगर बीमार पड़ जाते तो लेखक के विपरीत दादा क्या करते –
(क) पहले खुद मरज़ पहचान कर इलाज करते, उसमें सफल न हुए तो किसी डॉक्टर को बुलाते
(ख) खुद मरज़ पहचान कर इलाज करते
(ग) किसी डॉक्टर को बुलाते
(घ) उपरोक्त सभी
उतर: 
(क) पहले खुद मरज़ पहचान कर इलाज करते, उसमें सफल न हुए तो किसी डॉक्टर को बुलाते

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