प्रश्न 1: मिठाई वाले की तरफ लोग क्यों आकर्षित होते थे?
उत्तर: एक अच्छा गायक होने की वजह से लोग उसकी तरफ आकर्षित होते थे I
प्रश्न 2: रोहिणी को खिलौने वाले की याद कैसे आती थी?
उत्तर: रोहिणी को मुरली वाले के स्वर से खिलौने वाले की याद आ जाती थीI
प्रश्न 3: किसकी बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया था?
उत्तर: रोहिणी की बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया थाI
प्रश्न 4: 'अब इस बार ये पैसे ना लूँगा' यह वाक्य किसने और किसको कहा था?
उत्तर: यह बात मिठाई वाले ने रोहिणी से कही थीI
प्रश्न 5: राय विजयबहादुर कौन था?
उत्तर: राय विजय बहादुर रोहिणी का पति थाI
प्रश्न 6: मिठाईवाला बच्चों के इच्छा का ख्याल कैसे रखता था?
उत्तर: बच्चे एक चीज खाकर ऊब ना जाए इसलिए मिठाई वाला अलग-अलग चीजें बेचता थाI वह कई महीनों बाद आता था ताकि बच्चों में उत्सुकता बनी रहेI
प्रश्न 7: बच्चे मिठाईवाले को क्यों पसंद करते थे?
उत्तर: मिठाईवाला बच्चों को कम कीमत में हर बार नए-नए खिलौने और मिठाईयाँ देता था इसलिए बच्चे मिठाई वाले को पसंद करते थेI
प्रश्न 8: राय विजय बहादुर के बच्चों का नाम क्या था? बच्चे क्या लेकर घर आते हैं?
उत्तर: राय विजय बहादुर के दोनों बच्चों का नाम चुन्नू और मुन्नू था दोनों अपने हाथ में एक एक खिलौना लेकर घर आते हैंI
प्रश्न 9: चुन्नू और मुन्नू के पास कौन सा खिलौना था?
उत्तर: चुन्नू और मुन्नू के पास हाथी घोड़ा वाला खिलौना था दोनों ने खिलौने लेकर घर में उछल कूद मचा रखी थी दोनों उस खिलौने को लेकर बहुत खुश थेI
प्रश्न 10: रोहिणी चुन्नू और मुन्नू से क्या पूछती हैं?
उत्तर: रोहिणी दोनों बच्चों को बुलाकर उनसे खिलौने का दाम पूछती है कि उन्होंने यह खिलौना कितने पैसे में खरीदा है जवाब में मुन्नू बताता है उन्होंने यह खिलौना दो पैसे में खरीदा हैI
प्रश्न 11: खिलौनेवाले के आने पर बच्चों की क्या प्रतिक्रिया होती थी?
उत्तर: खिलौने वाले के आने पर बच्चे खुश हो जाते थे। बच्चे बहुत उत्साहित हो जाते थे। उन्हें खेलकूद भूलकर अपने सामान, जूते-चप्पल आदि का ध्यान नहीं रहता। वे अपने-अपने घर से पैसे लाकर खिलौने का मोल-भाव करने लग जाते थे। खिलौनेवाला उनका मन चाहा खिलौने दे देता और बच्चे उन्हें लेकर काफ़ी खुश हो जाते थे। बच्चे खुशी से झूम उठाते थेI
प्रश्न 12: रोहिणी को मुरलीवाले के स्वर से खिलौनेवाले की याद क्यों आ जाती थी?
उत्तर: रोहिणी को मुरलीवाले के स्वर से खिलौनेवाले का स्मरण इसलिए हो आया क्योंकि खिलौनेवाला की तरह ही इसकी आवाज़ जानी पहचानी थी। खिलौनावाला भी इसी तरह मधुर स्वर से गाकर खिलौना बेचा करता था। मुरलीवाला भी ठीक उसी तरह मीठे स्वर में गाकर मुरलियाँ बेचता था।
प्रश्न 13: मुरलीवाले का चित्रण करेंI
उत्तर: मुरली वाला देखने में पतला सा युवक था उसकी उम्र लगभग 32 साल की थी वह बीकानेरी रंगीन साफा बांधा करता था उसके बारे में लोगों ने यही अंदाजा लगाया कि वह व्यक्ति पहले खिलौने बेचने शहर में आया करता था
प्रश्न 14: रोहिणी मुरली वाले को क्यों बुलवाती है?
उत्तर: रोहिणी बंसी की आवाज सुनती तो उसको मिठाई वाले की याद आती थी इसलिए मैं सुनिश्चित करती थी कि मिठाई वाला ही तो नहीं जो मुरली वाले के नाम से प्रसिद्ध हो गया हो
प्रश्न 15: रोहिणी चुन्नू और मुन्नू से क्या पूछती हैं? और क्या सुनकर हैरान हो जाती है?
उत्तर: रोहिणी में दोनों बच्चों को बुलाकर उनसे पूछा कि तुमने यह खिलौने कितने पैसे मे लिए है? तब मुन्नू बोला दो पैसे मेंI रोहिणी सोचने लगी खिलौनेवाला खिलौना इतना सस्ता कैसे दे सकता है, यह बात सुनकर वह हैरान हो जाती है
प्रश्न 16: मिठाईवाले में वे कौन से गुण थे जिनकी वजह से बच्चे तो बच्चे, बड़े भी उसकी ओर खिंचे चले आते थे?
उत्तर: मिठाईवाला अपनी चीजों को मधुर आवाज में गाना कर बहुत ही कम दाम भेजता था वह नहीं नई चीजें लाकर बच्चों के बीच उन्हें देता था वह बहुत ही विनम्रता तथा प्यार से बोलने वाला व्यक्ति था पैसे ना होने पर भी वह बच्चों को चीजें दे दिया करता था जिसके कारण बच्चे ही नहीं अपितु बड़े भी उसकी ओर आकर्षित हो जाते थेI
प्रश्न 17: किसकी बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया था? उसने इन व्यवसायों को अपनाने का क्या कारण बताया?
उत्तर: रोहिणी की बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया था। इस पर उसने भावुकहोकर बताया-मैं भी अपने नगर का एक प्रतिष्ठित व्यापारी था। मकान, व्यवसाय, गाड़ी-घोड़े, नौकर-चाकर सभी कुछ मेरे पास था। मेरी पत्नी तथा छोटे-छोटे दो बच्चे थे। मेरा सुखी संसार था। उसके पास सुख के सभी साधन थे। स्त्री और छोटे बच्चे भी थे। ईश्वर की लीला सभी को ले गई। उसने इन व्यवसायों को अपनाने के निम्नलिखित कारण बताएँ-
मैं इस व्यवसायों के माध्यम से अपने खोए बच्चों को खोजने निकला हूँ। इन हँसते-कूदते, उछलते तथा इठलाते बच्चों में अपने बच्चे की झलक होगी। इन वस्तुओं को बच्चों में बेचकर संतोष का अनुभव करता हूँ। बच्चों के चेहरे की खुशी देखकर मुझे असीम संतोष मिलता है।
प्रश्न 18: ‘अब इस बार ये पैसे न लँगा’-कहानी के अंत में मिठाईवाले ने ऐसा क्यों कहा?
उत्तर: मिठाई वाले के जीवन के बारे में कोई नहीं जानता था उसे अपने जिंदगी की सारी बातें दादी और रोहिणी को बताई उसी समय रोहिणी के छोटे-छोटे बच्चे मुन्नू चुन्नू आकर मिठाई मांगने लगने मैं दोनों को मिठाई दे देता है रोहिणी पैसे देती है तो उसका यह कहना यह दर्शाता है कि उसका मन भर आया और यह बच्चे उसे अपने बच्चे कैसे लगे
प्रश्न 19: राय विजयबहादुर कौन था? राय विजय बहादुर के बच्चों का नाम क्या था? बच्चे क्या लेकर घर आते हैं?
उत्तर: राय विजय बहादुर रोहिणी के पति थे एक बहुत ही विनम्र व्यक्ति थेI राय विजय बहादुर के दो बच्चे थे जिनका नाम चुन्नू और मुन्नू था बहुत ही प्यारे थे वह दोनों अपने अपने हाथ में एक खिलौना लेकर घर आते हैंI और मोनू के पास हाथी घोड़ा वाला खिलौना था दोनों ने खिलौने को लेकर घर में उछल कूद मचा रखी थी दोनों उस खिलौने को लेकर बहुत खुश थेI
प्रश्न 20: मुरलीवाले का चित्रण करेंI रोहिणी मुरली वाले को क्यों बुलवाती है?
उत्तर: मुरली वाला देखने में पतला सा युवक था उसकी उम्र लगभग 32 साल की थी वह बीकानेरी रंगीन साफा बांधा करता थाI उसके बारे में लोगों ने यही अंदाजा लगाया कि वह व्यक्ति पहले खिलौने बेचने शहर में आया करता था रोहिणी जब मुरली वाले की आवाज सुनी तो उसको मिठाई वाले की याद आ गईI रोहिणी सुनिश्चित करना चाहती थी कि वह मिठाई वाला तो नहीं जो मुरली वाले के नाम से प्रसिद्ध हो गया हैI
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