प्रश्न.1. दो मजदूरों से बात करके पता लगाएँ कि उन्हें कानून द्वारा तय किया गया न्यूनतम वेतन मिल रहा है या नहीं। इसके लिए आप निर्माण मजदूरों, फैक्ट्री मजदूरों या किसी दुकान पर काम करने वाले मजदूरों से बात कर सकते है।
मजदूरों से बात करके यही पता चलता है कि सरकार द्वारा निश्चित वेतन या तो उन तक पहुँचता ही नहीं है और मिलता भी है तो वह भी बहुत देर से और आधा–अधूरा।
प्रश्न.2. विदेशी कंपनियों को भारत में अपने कारखाने खोलने से क्या फ़ायदा है ?
विदेशी कंपनियों के भारत में अपने कारखाने खोलने का फ़ायदा यह है कि यहाँ का सस्ता श्रम है। अगर ये कंपनियाँ अमेरिका या किसी और विकसित देश में काम करें तो उन्हें भारत जैसे गरीब देशों के मज़दूरों के मुकाबले वहाँ के मज़दूरों को ज़्यादा वेतन देना पड़ेगा। भारत में न केवल वे कम कीमत पर काम करवा सकती हैं, बल्कि यहाँ के मज़दूर ज़्यादा घंटों तक भी काम कर सकते हैं। यहाँ मज़दूरों के लिए आवास जैसी दूसरी चीज़ों पर भी खर्च की ज़्यादा ज़रूरत नहीं होती। इस तरह ये कंपनियाँ यहाँ कम लागत पर ज़्यादा मुनाफ़ा कमा सकती हैं। विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में कारखाने खोलने का एक उच्च फ़ायदा यह है कि उन्हें भूमि, मशीनों तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं पर और सुरक्षा इंतज़ामों पर भी बहुत कम धन खर्च करना पड़ता है।
प्रश्न.3. क्या आपको लगता है कि भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों को सामाजिक न्याय मिला है ? चर्चा करें।
विश्व की सबसे बड़ी गैस दुर्घटना 2 दिसंबर, 1984 को भोपाल में हुई। एक अमेरिकन कंपनी ‘ यूनियन कार्बाइड ‘ ने भोपाल में अपना एक कारखाना लगाया जिसमें पेस्टीसाइड का उत्पादन होता था। 2 दिसंबर 1984 को आधी रात को इस कारखाने से बहुत अधिक मात्रा में गैस रिसाव होना शुरू हो गया। इस दुर्घटना में लगभग 8000 लोग मारे गए तथा लगभग 50 हजार गरीब परिवार बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुए। ये लोग अभी भी काम करने योग्य नहीं हो पाए हैं। हजारों बच्चे अपाहिज हो गए। यह त्रासदी दुर्घटना नहीं थी, बल्कि सुरक्षा उपायों की कमी के कारण ऐसा हुआ। परंतु कंपनी ने इसकी जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया। इसके पश्चात् कानूनी लड़ाई शुरू हुई और सरकार ने कंपनी के खिलाफ दीवानी मुकद्दमा दायर किया। 1985 में सरकार ने कंपनी से 3 अरब डॉलर का मुआवजा मांगा था, लेकिन 1989 में केवल 47 करोड़ डॉलर के मुआवजे पर अपनी सहमति दे दी। इस त्रासदी में जीवित बच गए लोग सर्वोच्च न्यायालय में गए, परंतु सर्वोच्च न्यायालय ने भी इस निर्णय को बनाए रखा। 7 जून, 2010 को भोपाल की एक अदालत ने गैस रिसाव के मामले में सात आरोपियों को अर्थदंड के साथ दो -दो वर्ष के कारावास की सजा दी। यह सजा पर्याप्त नहीं थी, इसीलिए इसकी व्यापक तौर पर आलोचना की गई।
प्रश्न.4. जब हम कानूनों को लागू करने की बात करते हैं तो इसका क्या मतलब होता है? कानूनों को लागू करने की ज़िम्मेदारी किसकी है ? कानूनों को लागू करना इतना महत्त्वपूर्ण क्यों है ?
सरकार के तीन अंग हैं – विधानपालिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका। कानून निर्माण का मुख्य विधानपालिका है। परंतु केवल कानून निर्माण ही पर्याप्त नहीं है। कानून को लागू करना भी उतना ही आवश्यक है। कानून को प्रभावशाली ढंग से लागू न करने के कारण उसका प्रभाव समाप्त हो जाता है। कानूनों को कार्यपालिका लागू करती है। कार्यपालिका यह देखती है कि सभी लोग कानूनों का उचित ढंग से पालन करें तथा जो व्यक्ति कानूनों का उल्लंघन करता है, उसे सजा दी जाती है। उदाहरण के लिए न्यूनतम वेतन कानून का कोई लाभ नहीं है, जब तक सरकार यह नहीं देखती कि मज़दूरों को उस कानून के अनुसार वेतन मिल रहा है या नहीं और यदि कोई व्यक्ति इस कारण का उल्लंघन करता है, तो सरकार उसे सजा दें।
प्रश्न.5. कानून के ज़रिए बाजारों को सही ढंग से काम करने के लिए किस तरह प्रेरित किया जा सकता है ? अपने जवाब के साथ दो उदाहरण दें।
बाजार को नियंत्रित करने का कानून एक महत्वपूर्ण कारक है। बाजार से संबंधित सभी निर्णय बाजार वालों पर ही नहीं छोड़े जा सकते। उदाहरण के लिए यह आवश्यक है कि न्यूनतम वेतन कानून उचित ढंग से लागू हो कानून के अभाव में निजी कंपनियां तथा व्यवसायी अधिक मुनाफा कमाने के लिए बहुत कम वेतन देते हैं। न्यूनतम वेतन कानून के कारण यह आवश्यक है कि मालिक मज़दूरों को उचित न्यूनतम वेतन दें। उपभोक्ता तथा उत्पादक के हितों की रक्षा करने वाले कानून भी हैं। ये कानून मज़दूर, उपभोक्ता तथा उत्पादक के परस्पर संबंधों को निर्धारित करते हैं। इन कानूनों के कारण कोई किसी का शोषण नहीं कर सकता। इस प्रकार ये कानून ये व्यवस्था करते है कि बाज़ार निष्पक्ष ढंग से अपना कार्य करें।
प्रश्न.6. मान लीजिए कि आप एक रासायनिक फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर हैं। सरकार ने कंपनी को आदेश दिया है वह वर्तमान जगह से 100 किलोमीटर दूर किसी दूसरे स्थान पर अपना कारखाना चलाए। इससे आपकी जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा ? अपनी राय पूरी कक्षा के सामने पढ़कर सुनाएँ।
जिस रासायनिक फैक्ट्री में मैं काम करता हूं, वह वर्तमान जगह से 100 किलोमीटर दूर किसी दूसरे स्थान पर अपना कारखाना ले गई है। इससे मेरा जीवन बहुत बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसलिए मेरे सामने दो ही विकल्प बचते है। या तो में नौकरी छोड़ दूं, या उस फैक्ट्री के नजदीक रहने के लिए चला जाऊँ। परंतु फैक्ट्री के नजदीक रहने से प्रदूषण की समस्या के साथ – साथ मजदूरों की सुरक्षा आवश्यकताएं भी पहले की तरह बनी रहेगी।
प्रश्न.7. इस इकाई में आपने सरकार की विभिन्न भूमिकाओं के बारे में पढ़ा है। इनके बारे में एक अनुच्छेद लिखें।
सरकार लोगों से संबंधित जन सुविधाओं का प्रबंध करती है। साफ पानी उपलब्ध करवाती है। स्वास्थ्य से संबंधित सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करती है। सफाई व्यवस्था का ध्यान रखती हैं। सरकार कानूनों का निर्माण करती है तथा सामाजिक न्याय की प्राप्ति के लिए उन्हें लागू करती है। सरकार मज़दूरों के लिए न्यूनतम वेतन बनाती है। सरकार कार्य की उचित परिस्थितियां तथा सुरक्षा के उपायों का प्रबंध करती है। पर्यावरण की रक्षा के लिए नहीं कारणों का निर्माण करती है। सरकार नदियों की सफाई का ध्यान रखती हैं तथा प्रदूषण फैलाने वालों को कड़ी सजा देती है।
प्रश्न.8. आपके इलाके में पर्यावरण को दूषित करने वाले स्रोत कौन से हैं?
(क) हवा
(ख) पानी
(ग) मिट्टी में प्रदूषण के संबंध में चर्चा करें। प्रदूषण को रोकने के लिए किस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं ? क्या आप कोई और उपाय सुझा सकते हैं ?
पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले तत्त्व निम्नलिखित हैं:-
धुएँ से पर्यावरण प्रदूषित होता है।
- बसों, कारों तथा अन्य वाहनों में ईंधन के प्रयोग से पर्यावरण खराब होता है।
- जल प्रदूषण पर्यावरण की एक अन्य समस्या है। फैक्ट्री से निकलने वाला कचरा पानी में मिल जाता है, जिससे प्रदूषण बढ़ता है।
- धुएँ के कारण वायु प्रदूषण भी होता है।
प्रदूषण को कम करने के उपाय :–
- सर्वोच्च न्यायालय ने सार्वजनिक वाहनों में सी ० एन ० जी ० का प्रयोग करने का आदेश दिया।
- फैक्ट्रियों में सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये गए हैं।
- प्रदूषण फैलाने वाले को दंडित करने का प्रावधान है।
- पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए नए कानून बनाये गए हैं।
प्रश्न.9. पहले पर्यावरण को किस तरह देखा जाता था ? क्या अब सोच में कोई बदलाव आया है ? चर्चा करें।
पर्यावरण के संबंध में पहले और वर्तमान के समय में बहुत बदलाव आया है। पहले लोग पर्यावरण के विषय में अधिक जागरूक नहीं थे। परन्तु वर्तमान समय में पर्यावरण के संबंध में लोगों में जागरूकता आई है तथा लोग पर्यावरण को सुरक्षित रखने के उपाय करने लगे है।
प्रश्न.10. प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट आर. के. लक्ष्मण इस कार्टून के ज़रिए क्या कहना चाह रहे है ? इसका 2006 में बनाए गए उस कानून से क्या संबंध है जिसको पृष्ठ 123 पर आपने पढ़ा था।
प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट आर० के० लक्ष्मण इस कार्टून द्वारा बच्चों को मज़दूरी एवं शोषण से बचाने के लिए लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। इस कार्टून में एक व्यंग्य द्वारा में यह बताया गया है कि अभी भी बच्चों के साथ किस प्रकार का शोषण किया जाता है। इस कार्टून के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया गया है, कि हम अपने बच्चों को तो शोषण से बचाना चाहते हैं, परंतु स्वयं ही दूसरे बच्चों का शोषण करते हैं। अक्तूबर, 2006 में सरकार ने बाल मजदूरी निरोधक कानून में संशोधन करके 14 साल तक के किसी भी बच्चे को घरेलू नौकर बनाने, या किसी ढाबे, चाय की दुकान अथवा किसी रेस्टोरेंट में नौकर बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया।
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