Class 7 Exam  >  Class 7 Notes  >  NCERT Textbooks & Solutions for Class 7  >  Summary: शकुनि का प्रवेश

Summary: शकुनि का प्रवेश | NCERT Textbooks & Solutions for Class 7 PDF Download

सार

एक दिन युधिष्ठिर ने अपने भाइयों से कहा कि युद्ध की संभावना को मिटा देने के लिए आज से तेरह वर्ष के लिए अपने भाइयों या किसी बंधु को भला-बुरा न कहूँगा। कौरवों की बात न टालकर उनकी इच्छानुसार कार्य करूँगा। भाइयों ने भी युधिष्ठिर की इस इच्छा पर सहमति व्यक्त की।

दुर्योधन राजसूय यज्ञ में पांडवों के ठाट-बाट की याद से बेहद उदास व चिंतित रहता था। एक दिन शकुनि ने उसके उदासी का कारण पूछा| तब दुर्योधन ने अपने शोक का कारण बताते हुए शकुनि से कहा कि अपने चारों भाइयों समेत युधिष्ठिर ठाट-बाट से राज्य कर रहा है। यह सब इन आँखों से देखने पर मैं कैसे शोक न करूँ? मेरा तो अब जीना ही व्यर्थ है। शकुनि ने उसे समझाया कि उसे पांडवों के सौभाग्य पर जलना नहीं चाहिए क्योंकि उसे भी कोई कमी नहीं है। उसके साथ भीष्म, कृपाचार्य, द्रोण, अश्वत्थामा, जयद्रथ, सोमदत्त और मुझ जैसे वीर हैं, जिनकी सहायता से वह संसार पर भी विजय प्राप्त कर सकता है।

यह सुनकर दुर्योधन इंद्रप्रस्थ पर चढ़ाई करने की बात कहता है। इस पर शकुनि ने कहा मेरे पास एक ऐसा उपाय है कि बिना लड़ाई के ही युधिष्ठिर पर विजय प्राप्त की जा सकती है। शकुनि ने उसे बताया कि युधिष्ठिर को चौसर के खेल का बड़ा शौक है। पर उसे खेलना नहीं आता। हम उसे चौसर खेलने के लिए न्यौता दें, तो युधिष्ठिर अवश्य मान जाएगा। तुम तो जानते ही हो कि मैं चौसर का मँजा हुआ खिलाड़ी हूँ। तुम्हारी ओर से मैं खेलूँगा और युधिष्ठिर को हराकर उसका सारा राज्य और ऐश्वर्य, बिना युद्ध के आसानी से छीनकर तुम्हारे हवाले कर दूंगा।

शकुनि धृतराष्ट्र के सामने दुर्योधन की चिंता के कारण हुई दयनीय दशा का वर्णन करता है। धृतराष्ट्र चिंतित होकर इस का समाधान पूछते हैं। शकुनि धृतराष्ट्र को चौसर खेलने के लिए पांडवों को बुलाने के लिए कहता है। धृतराष्ट्र जुए के खेल को वैर-विरोध की जड़ मान कर इसे न खेलने की राय देते हैं। उन्होंने विदुर से भी सलाह ली।

विदुर ने भी कहा इससे सारे वंश का इससे नाश हो जाएगा। परन्तु पुत्र-मोह से मजबूर धृतराष्ट्र को विदुर को युधिष्ठिर को चौसर का निमंत्रण देने के लिए इंद्रप्रस्थ भेजना पड़ता है।

शब्दार्थ -

  • फसाद - झगड़ा
  • असह्य - न सहने योग्य
  • स्मरण - याद
  • व्यर्थ - बेकार
  • सांत्वना देना - ढाँढस बँधाना
  • मँजा हुआ - कुशल
  • अपार - बहुत अधिक
  • चौसर - जुए जैसा खेल
  • न्यौता - निमंत्रण
  • काहे की - किसकी
  • अँचना - लगना
  • हठ - जिद
  • ईजाद - खोज
  • घुटने टेकना - हार मानना
  • विपदा - संकट
  • असीम - सीमा रहित
The document Summary: शकुनि का प्रवेश | NCERT Textbooks & Solutions for Class 7 is a part of the Class 7 Course NCERT Textbooks & Solutions for Class 7.
All you need of Class 7 at this link: Class 7
375 docs

Top Courses for Class 7

375 docs
Download as PDF
Explore Courses for Class 7 exam

Top Courses for Class 7

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

Extra Questions

,

ppt

,

Important questions

,

Exam

,

practice quizzes

,

Viva Questions

,

Summary: शकुनि का प्रवेश | NCERT Textbooks & Solutions for Class 7

,

Semester Notes

,

mock tests for examination

,

Summary

,

Free

,

Objective type Questions

,

shortcuts and tricks

,

video lectures

,

past year papers

,

study material

,

Summary: शकुनि का प्रवेश | NCERT Textbooks & Solutions for Class 7

,

Previous Year Questions with Solutions

,

pdf

,

MCQs

,

Sample Paper

,

Summary: शकुनि का प्रवेश | NCERT Textbooks & Solutions for Class 7

;