Class 7 Exam  >  Class 7 Notes  >  Hindi (Vasant II) Class 7 (Old NCERT)  >  NCERT Solutions: भोर और बरखा

भोर और बरखा NCERT Solutions | Hindi (Vasant II) Class 7 (Old NCERT) PDF Download

प्रश्न-अभ्यास

कविता से

प्रश्न 1: 'बंसीवारे ललना', 'मोरे प्यार', 'लाल जी', कहते हुए यशोदा किसे जगाने का प्रयास करती हैं और वे कौन-कौन सी बातें कहती हैं ?  
उत्तर: 'बंसीवारे ललना', 'मोरे प्यार', 'लाल जी', कहते हुए यशोदा श्रीकृष्ण को जगाने का प्रयास कर रही हैं । वह उनको नींद से जगाने का प्रयास में कहती हैं कि मेरे लाल! अब निद्रा त्याग दो और उठो।  रात बीत गई और प्रातः का समय हो गया है।  सभी घरों के दरवाजे खुल चुके हैं, गोपियाँ दही बिलो रही हैं । वे तुम्हारा मनभावन मक्खन निकाल रही हैं। वे श्रीकृष्ण से कहती हैं कि द्वार पर सभी देव और मानवजन खड़े हैं जो तुम्हारें दर्शनों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। तुम्हारे सखा तुम्हारी जय-जयकार कर रहे हैं। ओ बंसीवाले गौओं के रखवाले कृष्ण ! यह सभी हाथ में माखन और रोटी लेकर गाएँ चराने के लिए तुम्हें अपने साथ ले जाने को आतुर हैं, अतः तुम जल्दी से उठ जाओ।        

प्रश्न 2: नीचे दी गयी पंक्ति का आशय अपने शब्दों में लिखिए - 
'माखन-रोटी हाथ महं लीनी, गउवन के रख्वारे ।'  
उत्तर: प्रश्न में उक्त पंक्ति का आशय है कि ब्रज के सभी ग्वाल वालों ने हाथ में रोटी और मक्खन लिया हुआ है और वे गौएँ चराने जाने के लिए श्रीकृष्ण के इंतज़ार में खड़े हैं।  

प्रश्न 3: पढ़े हुए पद के आधार पर ब्रज की भोर का वर्णन कीजिए ।   
उत्तर: पद में ब्रज की सुबह का अत्यंत मनोहर वर्णन प्रस्तुत किया गया है। बृज क्षेत्र की भोर चहल-पहल और गतिशीलता से भरी हुई है । भोर होते ही घर-घर के दरवाजे खुल जाते हैं और लोग अपने -अपने कामों में व्यस्त हो जाते हैं। गोपियां दही मथने लगती हैं और उनके कंगनों की झंकार से ऐसा प्रतीत होता है कि मानो ब्रज की सभी गोपियां दही मथने की क्रिया में मग्न है। साधु संत जन द्वार पर भिक्षा माँग रहे हैं एवं ग्वालों के बच्चे खेलने कूदने लग रहे हैं और वे माखन रोटी खाते हैं एवं जय-जय शब्दों का उच्चारण करते हैं।

प्रश्न 4:  मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा ?
उत्तर: मीरा को सावन मनभावन इसलिए लगने लगा क्योंकि जो सावन की फुहार होती है उसमें मन प्रफुल्लित हो जाता है और मन में एक उमंग जागने लगती है और मीरा को श्रीकृष्ण के आने का आभास हो जाता है इसलिए उनको यह सावन और भी ज्यादा मनभावन लगने लग जाता है।

प्रश्न 5: पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ लिखिए। 
उत्तर: सावन के आते ही बादल चारों दिशाओं में उमड़-घुमड़कर विचरण करने लगते हैं। बिजली चमकने लगती है, वर्षा की नन्हीं-नन्हीं बूंदे बरसती हैं। शीतल हवाएँ बहने लगती हैं और मौसम सुहावने लगने लगते हैं।

कविता के आगे

प्रश्न 1: मीरा भक्तिकाल की प्रसिद्द कवयित्री थीं। इस काल के दूसरे कवियों के नामों की सूची बनाइए तथा उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए।  
उत्तर:
भोर और बरखा NCERT Solutions | Hindi (Vasant II) Class 7 (Old NCERT)

प्रश्न 2: सावन वर्षा ऋतु का महीना है, वर्षा ऋतु से संबंधित दो अन्य महीनों के नाम लिखिए।
उत्तर: 
‘सावन’ वर्षा ऋतु का विशेष महीना माना जाता है लेकिन सावन से पहले के महीने आषाढ़ वे सावन के बाद के महीने भादों में भी कई बार वर्षा हो जाती है।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1: सुबह जगने के समय आपको क्या अच्छा लगता है?
उत्तर: 
सुबह जगने के समय मुझे अच्छा लगता है कि मेरी माँ मेरे सामने हो।

प्रश्न 2: यदि आपको अपने छोटे भाई-बहन को जगाना पड़े, तो कैसे जगाएँगे?
उत्तर: 
यदि हमें छोटे भाई-बहन को जगाना पड़े तो प्यार से उनके सिर और बालों को सहलाते हुए जगाएँगे।

प्रश्न 3: वर्षा में भींगना और खेलनों आपको कैसा लगता है?
उत्तर: 
वर्षा में भींगना और खेलना मुझे बहुत अच्छा लगता है।

प्रश्न 4: मीरा बाई ने सुबह का चित्र खींचा है। अपनी कल्पना और अनुमान से लिखिए कि नीचे दिए गए स्थानों की सुबह कैसी होती है
(क) गाँव, गली या मुहल्ले में,
(ख) रेलवे प्लेटफ़ॉर्म पर
(ग) नदी या समुद्र के किनारे
(घ) पहाड़ों पर।
उत्तर: (क) 
गाँवों में लोगों की चहल-पहल शुरू हो जाती है। गाँव में गायें रंभाने लगती हैं, पक्षी चहचहाने लगते हैं। कुछ लोग सुबह-सुबह मंदिर जाने लगते हैं, कई सैर पर जाते हैं। किसान हल लेकर खेतों पर जाने को तैयार हो जाते हैं।
(ख) रेलवे प्लेटफार्म पर सुबह-सुबह गाड़ी पकड़ने रेल का इंतजार करते दिखाई देते हैं। रेलवे स्टेशन पर गाड़ियों का आवागमन होने लगता है। सवारियाँ उतरती-चढ़ती रहती हैं, प्लेटफॉर्म पर सफ़ाई कर्मचारी झाड़ लगाते दिखाई देते हैं।
(ग) नदी या समुद्र के किनारे सुबह का वातावरण बिलकुल शांत होता है। उनमें जल धीमी गति से प्रवाहित होता रहता है। कुछ लोग सैर करते हुए दिखाई देते हैं।
(घ) पहाड़ों पर प्रातः लुभावनी लगती है। उगते हुए सूरज की किरणे अत्यंत मनोरम दृश्य उपस्थित करती हैं। मंद-मंद हवाएँ यहाँ चलती रहती हैं।

भाषा की बात 

प्रश्न 1: कृष्ण को 'गउवन के रखवारे' कहा गया है। जिसका अर्थ है गौओं का पालन करनेवाला। इसके लिए एक शब्द दें।  
उत्तर: गोपाला या ग्वाला

प्रश्न 2: नीचे दो पंक्तियाँ दी गई हैं। इनमें से पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द दो बार आए हैं, और दूसरी पंक्ति में भी दो बार। इन्हें पुनरुक्ति (पुन:उक्ति) कहते हैं। पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द विशेषण हैं और दूसरी पंक्ति में संज्ञा। 
'नन्हीं-नन्हीं बूँदन मेहा बरसे' 
'घर-घर खुले किंवारे' 
इस प्रकार के दो-दो उदाहरण खोजकर वाक्य में प्रयोग कीजिए और देखिए कि विशेषण तथा संज्ञा की पुनरुक्ति के अर्थ में क्या अंतर हैं? 
जैसे - मीठी-मीठी बातें, फूल-फूल महके। 
उत्तर: 
विशेषण पुनरुक्ति:
(क) हम बाजार से ताजे-ताजे फल लाएं।
(ख) आज करण ने मीठे-मीठे सेब खिलाएं।
संज्ञा पुनरुक्ति:
(क) शहर-शहर में उस कलाकार की धूम है।
(ख) आजकल गली-गली में मंदिर बन रहे हैं।

कुछ कहने को

प्रश्न 1: कृष्ण को ‘गिरधर’ क्यों कहा जाता है? इसके पीछे कौन सी कथा है? पता कीजिए और कक्षा में बताइए।
उत्तर: 
कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उँगली पर धारण किया था, इसलिए उन्हें गिरधर गोपाल कहा जाता है। ऐसा करके उन्होंने गोवर्धनवासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाया।

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FAQs on भोर और बरखा NCERT Solutions - Hindi (Vasant II) Class 7 (Old NCERT)

1. What is the poem "Bhor aur Barakha" about?
Ans. "Bhor aur Barakha" is a Hindi poem that talks about the beauty of nature. It highlights the contrast between the night and day and how rain brings life to everything around us.
2. Who wrote the poem "Bhor aur Barakha"?
Ans. The poem "Bhor aur Barakha" was written by Ramdhari Singh Dinkar, who was a famous Hindi poet, essayist, and academician.
3. What literary devices are used in the poem "Bhor aur Barakha"?
Ans. The poem "Bhor aur Barakha" uses various literary devices such as simile, personification, and imagery. For instance, the poet personifies nature by referring to it as "mehnat karegi," which means it will work hard to bring life. The use of simile can be seen in the lines "Jaise phoolon ki khusboo se mehke saara jahan" which compares the fragrance of flowers to the scent of the rain. Imagery is used to create vivid pictures in the reader's mind, such as "badal garaj rahe hain" which paints a picture of thundering clouds.
4. What is the significance of rain in the poem "Bhor aur Barakha"?
Ans. Rain is a significant element in the poem "Bhor aur Barakha." The poem highlights how rain brings life to everything around us. The rain's sound, smell, and touch are described in vivid detail, which shows the beauty of nature. Rain is also symbolic of hope and new beginnings, as it brings new life to the earth.
5. How can the poem "Bhor aur Barakha" be related to our daily lives?
Ans. The poem "Bhor aur Barakha" reminds us of the beauty of nature and how it affects our daily lives. It encourages us to appreciate the simple things in life, such as the sound of raindrops or the fragrance of flowers. The poem also teaches us to find hope and new beginnings, even in challenging situations. It emphasizes that nature has a unique way of rejuvenating itself, and we should learn from it.
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