सामान्य निर्देश:
(i) इस प्रश्नपत्र में तीन खंड हैं- खंड-क, खंड-ख और खंड-ग।
(ii) इस प्रश्नपत्र में कुल 10 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं। सभी प्रश्नों में उपप्रश्न दिए गए हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(iii) खंड-क में कुल 20 प्रश्न पूछे गए हैं, दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए केवल 10 प्रश्नों के ही उत्तर दीजिए।
(iv) खंड-ख में कुल 20 प्रश्न पूछे गए हैं, दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए केवल 16 प्रश्नों के ही उत्तर दीजिए।
(v) खंड-ग में कुल 14 प्रश्न पूछे गए हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
(vi) सही उत्तर वाले गोले को भली प्रकार से केवल नीली या काली स्याही वाले बॉल पॉइंट पेन से ही ओ.एम.आर.शीट में भरें।
नीचे दो अपठित गद्यांश दिए गए हैं। किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के सही विकल्प
चुनकर लिखिएविज्ञान-शिक्षण के पक्षधरों ने कल्पना की थी कि शिक्षा में इसकी शुरुआत पारंपरिकता, कृत्रिमता और पिछड़ेपन को दूर करेगी। यह सोच पुराने समय से चली आ रही—'तथ्य प्रचुर पाठ्यचर्या' जिसके अंतर्गत-आलोचना, चुनौती, सृजनात्मकता व विवेचनात्मकता का अभाव था, आदि के कारण पैदा हो रही थी। मानवतावादियों ने सोचा था कि वैज्ञानिक-पद्धति मध्यकालीन मतवाद के अंधविश्वासों को जड़ से मिटा देगी, किंतु हमारे शिक्षकों ने रासायनिक प्रतिक्रियाओं की समझ को भी प्रेमचंद की कहानियों की तरह केवल पढ़ा व रटा कर उन्हें नीरस बना दिया। शिक्षा में विज्ञान-शिक्षण सम्मिलित करने के लिए यह तर्क दिया गया था कि इससे बच्चे विज्ञान की खोजों से परिचित हो सकेंगे तथा अपने वास्तविक जीवन में घट रही घटनाओं के बारे में कुछ सीखेंगे। वे वैज्ञानिक विधि का अध्ययन कर तार्किक रूप से कैसे सोचना है, कैसे कौशल में परांगत होंगे? इन उद्देश्यों में से केवल पहले ही में एक सीमित सफलता मिली है। दूसरे व तीसरे में व्यावहारिक रूप से बच्चे कुछ भी नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। अधिकतर बच्चों से भौतिकी और रसायन विज्ञान के तथ्यों के बारे में कुछ जानने की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन वे शायद ही जानते हों कि उनका कंप्यूटर अथवा कार का इंजन कैसे कार्य करते हैं अथवा क्यों उनकी माता जी सब्जी पकाने के लिए उसे छोटे टुकड़ों में काटती हैं, जबकि वैज्ञानिक पद्धति में रुचि रखने वाले किसी भी उज्ज्वल लड़के को ये बातें सहज रूप से ही ज्ञात हो जाती हैं। वैज्ञानिक पद्धति की शिक्षा अधिकांश विद्यालयों में भली प्रकार से नहीं दी जा रही है। दरअसल, शिक्षकों ने अपनी सुविधा और परीक्षा केंद्रित सोच के कारण, यह सुनिश्चित कर लिया है कि छात्र वैज्ञानिक पद्धति न सीख कर ठीक इसका उल्टा सीखें अर्थात् वे जो बताएँ, उस पर आँख मूंद कर विश्वास करें और पूछे जाने पर उसे जस का तस परीक्षा में लिख दें। वैज्ञानिक पद्धति को आत्मसात् करने के लिए लंबे व्यक्तिगत अनुभव तथा परिश्रम व धैर्य पर आधारित वैज्ञानिक मूल्यों की आवश्यकता होती है और जब तक इसे संभव बनाने के लिए शैक्षिक या सामाजिक प्रणालियों को बदल नहीं दिया जाता है, वैज्ञानिक तकनीकों में सक्षम केवल कुछ बच्चे ही सामने आएँगे तथा इन तकनीकों को आगे विकसित करने वालों की संख्या इसका भी अंश मात्र ही होगी।
प्रश्न.1: लेखक का तात्पर्य है कि शिक्षकों ने
(क) अपने सीमित ज्ञान के कारण विज्ञान पढ़ाने में रुचि नहीं ली है।
(ख) विज्ञान शिक्षा को लागू करने के प्रयासों को विफल किया है।
(ग) बच्चों को अनुभव आधारित ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया है।
(घ) मानवतावादियों का समर्थन करते हुए कार्य किया है?
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.2: स्कूल शिक्षा में विज्ञान शिक्षण के प्रति लेखक का क्या रवैया है?
(क) तटस्थ।
(ख) सकारात्मक।
(ग) व्यंग्यात्मक।
(घ) नकारात्मक।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.3: उपर्युक्त पाठ्यांश निम्नलिखित में से किस दशक में लिखा गया होगा?
(क) 1950-601
(ख) 1970-801
(ग) 1980-901
(घ) 2000-101
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.4: लेखक वैज्ञानिक पद्धति को लागू करने में विफलता के लिए निम्नलिखित किस कारक को सबसे अधिक जिम्मेदार ठहराता है?
(क) शिक्षक।
(ख) परीक्षा के तरीके।
(ग) प्रत्यक्ष अनुभव की कमी।
(घ) सामाजिक और शिक्षा प्रणाली।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.5: यदि लेखक वर्तमान समय में आकर विज्ञान शिक्षण का प्रभाव सुनिश्चित करना चाहे तो निम्नलिखित में से किस प्रश्न के उत्तर में दिलचस्पी लेगा?
(क) क्या छात्र दुनिया के बारे में अधिक जानते हैं?
(ख) क्या छात्र प्रयोगशालाओं में अधिक समय बिताते हैं?
(ग) क्या छात्र अपने ज्ञान को तार्किक रूप से लागू कर सकते हैं?
(घ) क्या पाठ्यपुस्तकों में तथ्याधारित सामग्री बढ़ी है?
सही उत्तर विकल्प है (ग)
उन दिनों में अपने छात्रों को आनुवंशिकी पढ़ाया करता था। उस समय मैं माँसपेशियों की कमजोरियों पर भी कुछ प्रयोग कर रहा था। इन प्रयोगों से ही 'एपिजेनेटिक्स' की विधा निकल कर आई थी। मैं मूल कोशिकाओं के प्रतिरूप तैयार करता था। ये मूल कोशिका की एकदम ठीक नकल होते थे। इन प्रतिरूपी कोशिकाओं को में एक-एक कर के अलग करता और इन्हें अलग-अलग वातावरण में रखता, अलग-अलग बर्तनों में। इस संस्कार में रखी कोशिकाएँ हर 10-12 घंटे में विभाजित होती हैं, एक से दो हो जाती हैं फिर अगले 10-12 घंटे में दो से चार, और फिर चार से आठ। इसी तरह दो हफ्ते में हजारों कोशिकाएँ तैयार होती। फिर मैंने तीन भिन्न वातावरण में कोशिकाओं की भिन्न बस्तियाँ तैयार की। इन 'बस्तियों का रासायनिक वातावरण एकदम अलग-अलग था। ठीक कुछ वैसे ही जैसे हर व्यक्ति के शरीर का वातावरण अलग होता है और एक ही शरीर के भीतर भी कई तरह के वातावरण होते हैं। अलग-अलग वातावरण में भी रखी गई इन कोशिकाओं का 'डी.एन.ए.' तो एकदम समान था। उनका पर्यावरण, उनका वातावरण भिन्न था। जल्दी ही इस प्रयोग के नतीजे सामने आने लगे। एक बर्तन में उन्हीं कोशिकाओं ने हड्डी का रूप ले लिया था, एक में माँसपेशी का, और दूसरे बर्तन में कोशिकाओं ने वसा या चर्बी का रूप ले लिया। यह प्रयोग इस सवाल का जवाब ढूँढ़ने के लिए किया था कि कोशिकाओं की किस्मत कैसे तय होती है। सारी कोशिकाएँ एक ही मूल से निकली थीं, तो नए सिरे से यह सिद्ध हुआ कि कोशिकाओं की आनुवंशिकी नियति तय नहीं करती है। जवाब था; परिवेश। पर्यावरण। वातावरण।
प्रश्न.1: लेखक ने आनुवंशिकी के प्रयोग के लिए सर्वप्रथम क्या किया?
(क) मूल कोशिकाओं के प्रतिरूप तैयार कर भिन्न-भिन्न वातावरण में रखना।
(ख) कोशिकाओं के संस्कार को समझने का प्रयास।
(ग) अपने छात्रों को आनुवंशिकी का 'नियतिवाद' पढ़ाना।
(घ) 40 साल पहले का इतिहास समझाने का प्रयास।
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.2: संस्कार में रखी कोशिकाएं हर 10-12 घंटे में विभाजित होकर कितनी हो जाती हैं?
(क) चौगुनी।
(ख) तिगुनी।
(ग) दुगुनी।
(घ) हजार गुनी।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.3: लेखक ने किस प्रश्न का उत्तर समझने के लिए यह प्रयोग किया था?
(क) कौन-सी कोशिकाएँ हड्डी बनती हैं।
(ख) कौन-सी कोशिकाएँ माँसपेशी का रूप लेती हैं।
(ग) कोशिकाएँ वसा में कैसे बदलती हैं।
(घ) कोशिकाओं की किस्मत कैसे निश्चित होती है।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.4: प्रयोग से क्या नतीजा निकला?
(क) कोशिकाओं की नियति तय करने वाला घटक है-परिवेश।
(ख) कोशिकाओं की आनुवंशिकी (डी.एन.ए.) उनकी नियति तय करती है।
(ग) मानव का स्वभाव कोशिकाओं की नियति तय करता है।
(घ) सर्वोच्च सत्ता कोशिकाओं की नियति तय करती है।
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.5: अपने प्रयोग के दौरान लेखक तैयार करता था -
(क) मूल कोशिकाएँ।
(ख) नई माँसपेशियाँ।
(ग) मूल कोशिकाओं की नकलें।
(घ) भिन्न वातावरण।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
नीचे दो काव्यांश दिए गए हैं। किसी एक काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए
(i)
नदी में नदी का अपना कुछ भी नहीं
जो कुछ है
सब पानी का है।
जैसे पोथियों में उनका अपना
कुछ नहीं होता
कुछ अक्षरों का होता है
कुछ ध्वनियों और शब्दों का
कुछ पेड़ों का कुछ धागों का
कुछ कवियों का
जैसे चूल्हे में चूल्हे का अपना
कुछ भी नहीं होता
न जलावन, न आँच, न राख
(ii)
जैसे दीये में दीये का
न रुई, न उसकी बाती
न तेल न आग न लियली
वैसे ही नदी में नदी का
अपना कुछ नहीं होता।
नदी न कहीं आती है न जाती है
वह तो पृथ्वी के साथ
सतत् पानी-पानी गाती है।
नदी और कुछ नहीं
पानी की कहानी है
जो बूंदों से सुन कर बादलों को सुनानी है।
प्रश्न.1: कवि ने ऐसा क्यों कहा कि नदी का अपना कुछ भी नहीं सब पानी का है?
(क) नदी का अस्तित्व ही पानी से है।
(ख) पानी का महत्त्व नदी से ज्यादा है।
(ग) ये नदी का बड़प्पन है।
(घ) नदी की सोच व्यापक है।
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.2: पुस्तक-निर्माण के संदर्भ में कौन-सा कथन सही नहीं है?
(क) ध्वनियों और शब्दों का महत्त्व है।
(ख) पेड़ों और धागों का योगदान होता है।
(ग) कवियों की कलम उसे नाम देती है।
(घ) पुस्तकालय उसे सुरक्षा प्रदान करता है।
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.3: कवि, पोथी, चूल्हे आदि उदाहरण क्यों दिए गए हैं?
(क) इन सभी के बहत से मददगार हैं।
(ख) हमारा अपना कुछ नहीं।
(ग) उन्होंने उदारता से अपनी बात कही है।
(घ) नदी की कमजोरी को दर्शाया है।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.4: नदी की स्थिरता की बात कौन-सी पंक्ति में कही गई है?
(क) नदी में नदी का अपना कुछ भी नहीं।
(ख) वह तो पृथ्वी के साथ सतत् पानी-पानी गाती है।
(ग) नदी न कहीं आती है न जाती है।
(घ) जो कुछ है सब पानी का है।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.5: बूंदें बादलों से क्या कहना चाहती होंगी?
(क) सूखी नदी और प्यासी धरती की पुकार।
(ख) भूखे-प्यासे बच्चों की कहानी।
(ग) पानी की कहानी।
(घ) नदी की खुशियों की कहानी।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
(i)
एक बच्ची उधर
कत्थक में थिरक रही है, और
ढेर सारी बच्चियाँ
गोबर लीद ढूँढ़ते रहने के बाद
अँधेरे में दुबक रही हैं
लड़कियाँ नदी तालाब कुआँ
घासलेट माचिस फंदा
ढूँढ़ रही हैं।
और इसी वक्त
एक लड़की चेहरे की कोमलता के बारे में
रेडियो से नुस्खा बता रही है
और असंख्य बच्चे
अँधेरे की तरफ़
दौड़ते जा रहे हैं।
(ii)
उनकी स्मृतियों में फ़िलवक़्त
चीन और रुदन
और गिड़गिड़ाहट है
उनकी आंखों में
कल की छीना-झपटी और भाग-भाग का
पैबंद इतिहास है
उनके भीतर शब्द रहित भय
और सिर्फ जख्मी आज है
पर वे शायद अभी जानते नहीं
वे पृथ्वी के बाशिंदे हैं करोड़ों
और उनके पास आवाज़ों का महासागर है
जो छोटे से गुब्बारे की तरह
फोड़ सकता है किसी भी वक़्त
अँधेरे के सबसे बड़े समूह को!
प्रश्न.1: काव्यांश का मुख्य प्रतिपाद्य है
(क) गाँव और शहर का अंतर।
(ख) लड़के-लड़कियों में भेदभाव।
(ग) गरीब और अमीर बच्चों का जीवन।
(घ) अँधेरे और उजाले का प्रभाव।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.2: 'असंख्य बच्चे अँधेरे की तरफ दौड़ते जा रहे हैं'- यहाँ अँधेरा' से तात्पर्य है
(क) विषमता और भेदभाव।
(ख) गरीबी और अज्ञान।
(ग) चीख और रुदन।
(घ) छीना-झपटी और भागमभाग।
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.3: आपके विचार से कविता में कौन-सी बच्ची देश का प्रतिनिधित्व कर रही है?
(क) कत्थक पर थिरकती।
(ख) अँधेरे में दुबकती।
(ग) रेडियो से नुस्खा बताती।
(घ) चेहरे की कोमलता संभालती।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.4: करोड़ों वंचित देशवासी नहीं जानते कि
(क) उनका इतिहास महान् है।
(ख) चीख और रुदन सदा नहीं रहेंगे।
(ग) वे शोषण के गुब्बारे को फोड़ सकते हैं।
(घ) वे व्यवस्था का विरोध कर सकते हैं।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.5: "उनके भीतर शब्द रहित भय और सिर्फ जख्मी आज है" का आशय है
(क) वे अपने शोषण के बारे में बताते हुए डरते हैं।
(ख) वे आज घायल हैं।
(ग) वे ज़ख्मों से डर जाते हैं।
(घ) चुपचाप भीतर बैठे रहना उन्हें डराता है।
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.1: बादल घिर आए और वर्षा होने लगी। रचना के आधार पर वाक्य-भेद है
(क) सरल वाक्य।
(ख) मित्र वाक्य।
(ग) संयुक्त वाक्य।
(घ) साधारण वाक्य।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
चूँकि उपर्युक्त वाक्य में दो सरल वाक्य हैं जो समानाधिकरण समुच्चय बोधक 'और' से जुड़े हुए हैं। अतः विकल्प (ग) सही है।
प्रश्न.2: निम्नलिखित में मिश्च वाक्य है
(क) अवनि आई और पढ़ने बैठ गई।
(ख) बच्चे दूध पीकर सो गए।
(ग) अध्यापक के सामने सब शांत रहते हैं।
(घ) जो बूठ बोलते हैं, उन पर विश्वास मत करो।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
विकल्प (घ) में एक प्रधान वाक्य तथा एक आश्रित उपवाक्य हैं जो व्याधिकरण समुच्चय बोधक 'जो' | से जुड़े हुए हैं।
प्रश्न.3: आनंद चार दिन गाँव में रहा। वह सबका प्रिय हो गया। इस वाक्य का संयुक्त वाक्य में रुपान्तरण होगा-
(क) आनंद चार दिन गाँव में रहा और सबका प्रिय हो गया।
(ख) जब आनंद चार दिन गाँव में रहा, तब वह सबका प्रिय हो गया।
(ग) आनंद चार दिन गाँव में रहकर सबका प्रिय हो गया।
(घ) आनंद जब चार दिन गाँव में रहा तो वह सबका प्रिय हो गया।
सही उत्तर विकल्प है (क)
केवल विकल्प (क) सही है क्योंकि इसमें दो सरल वाक्य योजक 'और' से जुड़े हुए हैं जबकि विकल्प (ख) व | (घ) व्यधिकरण योजकों से जुड़े होने के कारण मिश्रवाक्य हैं | तथा विकल्प (ग) सरल वाक्य है।
प्रश्न.4: वह पुस्तक कहाँ है, जो कल खरीदी थी? रेखांकित उपवाक्य का भेद है
(क) संता आश्रित उपवाक्य।
(ख) सर्वनाम आश्रित उपवाक्य।
(ग) क्रिया विशेषण आश्रित उपवाक्य।
(घ) विशेषण आश्रित उपवाक्य।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.5: निम्नलिखित में सरल वाक्य है
(क) जैसे ही वर्षा हुई वैसे ही मोर नाचने लगे।
(ख) वर्षा हुई और मोर नाचने लगे।
(ग) वर्षा होते ही मोर नाचने लगे।
(घ) जब वर्षा होती है तब मोर नाचते हैं।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
इसमें एक उद्देश्य, एक विधेय तथा एक मुख्य या समापिका क्रिया है।
प्रश्न.6: निम्नलिखित वाक्य का वाच्य लिखिए पर्यटकों द्वारा तीर्थ यात्रा की जाएगी।
(क) कर्तृवाच्य।
(ख) भाववाच्य।
(ग) कर्मवाच्य।
(घ) करणवाच्य।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.7: हालदार साहब ने पान खाया। उपर्युक्त वाक्य को कर्मवाच्य में बदलिए।
(क) हालदार साहब द्वारा पान खाया जाता है।
(ख) हालदार साहब से पान नहीं खाया जाता।
(ग) हालदार साहब पान खा रहे हैं।
(घ) हालदार साहब द्वारा पान खाया गया।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
क्रिया कर्म के अनुसार होने तथा कर्ता के साथ | द्वारा का प्रयोग होने, क्रिया का काल प्रश्नानुसार होने से विकल्प (घ) सही है।
प्रश्न.8: पक्षी बाग छोड़कर नहीं उड़े। उपर्युक्त वाक्य को भाव वाच्य में बदलिए।
(क) पक्षी बाग छोड़कर नहीं उड़ सके।
(ख) पक्षियों से बाग छोड़कर उड़ा नहीं गया।
(ग) पक्षी बाग छोड़कर नहीं उड़ सकते।
(घ) पक्षियों से बाग छोड़कर उड़ा नहीं जाता।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.9: निम्नलिखित वाक्यों में से कर्तृवाच्य वाला वाक्य छाँटिए-
(क) छात्रों द्वारा सभी का स्वागत हुआ।
(ख) छात्रों से सभी का स्वागत करवाया गया।
(ग) छात्रों ने सभी का स्वागत किया।
(घ) छात्रों द्वारा सभी का स्वागत किया जाएगा।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
कर्ता के साथ विभक्ति 'ने' का प्रयोग होने तथा क्रिया कर्ता के अनुसार होने से विकल्प (ग) कर्तृवाच्य है।
प्रश्न.10: निम्नलिखित में से कौन-सा भाववाच्य का सही विकल्प है?
(क) आओ, वहाँ बैठे।
(ख) आओ वहाँ बैठा जाए।
(ग) अब वहाँ बैठते हैं।
(घ) चलो, अब वहाँ बैठे।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.11: हम कल दिल्ली जा रहे हैं। रेखांकित पद का परिचय है।
(क) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, कर्ता कारक।
(ख) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, अधिकरण कारक।
(ग) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, कर्म कारक।
(घ) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, अपादान कारक।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
रेखांकित पद शहर विशेष का नाम होने के कारण व्यक्तिवाचक संज्ञा है। ‘में' विभक्ति के लोप के कारण अधिकरण कारक।
प्रश्न.12: यह बालक बहुत मेधावी है।
(क) निश्चयवाचक सर्वनाम, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक।
(ख) जातिवाचक संज्ञा, बहुवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक।
(ग) सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, विशेष्य 'बालक'।
(घ) गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, विशेष्य 'बालक'।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
रेखांकित पद बालक (संज्ञा) का विशेषण (सर्वनाम) होने से सार्वनामिक विशेषण है। यहाँ 'बालक' विशेष्य, एकवचन तथा पुल्लिग है।
प्रश्न.13: अचानक वर्षा होने लगी।
(क) कालवाचक क्रिया विशेषण, 'होने लगी' क्रिया की विशेषता।
(ख) रीतिवाचक क्रिया विशेषण, 'हान लगी' क्रिया की विशेषता।
(ग) स्थानवाचक क्रिया विशेषण, 'होने लगी' क्रिया की विशेषता।
(घ) परिमाणवाचक क्रिया विशेषण, होने लगी' क्रिया की विशेषता।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.14: वाह! भारत मैच जीत गया।
(क) समुच्चयबोधक अव्यय।
(ख) विस्मयादिसूचक अव्यय, शोकसूचक भाव की अभिव्यक्ति।
(ग) सम्बन्धबोधक अव्यय।
(घ) विस्मयादिसूचक अव्यय, प्रसन्नतासूचक भाव की अभिव्यक्ति।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
रेखांकित पद में विस्मय सूचक (!) चिन्ह का प्रयोग होने से विस्मयादिसूचक अव्यय है तथा प्रसन्नता व्यक्त किए जाने से विकल्प (घ) सही है।
प्रश्न.15: शाबाश! तुमने बहुत अच्छा कार्य किया।
(क) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम, एकवचन, कर्ता कारक।
(ख) निजवाचक सर्वनाम, एकवचन, कर्ता कारक।
(ग) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम, बहुवचन, कर्ता कारक।
(घ) उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम, एकवचन, कर्म कारक।
सही उत्तर विकल्प है (क)
रेखांकित पद संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने के कारण सर्वनाम है। चूँकि यह कथन का श्रोता है अतः पुरुषवाचक (मध्यमपुरुष) है। क्रिया का कर्ता होने से कर्ता कारक है।
निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर लिखिए
एक ओर अजगरहिं लखि एक ओर मृगराय।
विकल बटोही बीच ही, परयो मूरछा खाय।।
प्रश्न.16: उपर्युक्त काव्य पंक्तियों में निहित रस है
(क) वीर रस।
(ख) करूण रस।
(ग) भयानक रस।
(घ) रौद्र रस।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
उपर्युक्त काव्यांश में अजगर और शेर को देखकर भय की अधिकता से मूच्छित होने के कारण भयानक रस निहित है।
प्रश्न.17: 'उत्साह' किस रस का स्थायी भाव है ?
(क) शांत रस।
(ख) वीर रस।
(ग) हास्य रस।
(घ) रौद्र रस।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
चूँकि करुण रस का स्थायी भाव शोक, भयानक रस का भय, रौद्र रस का क्रोध है जबकि उत्साह, वीर रस का स्थायी भाव है।
प्रश्न.18: श्रीकृष्ण के सुन वचन अर्जुन क्षोभ से जलने लगे।
सब शील अपना भूलकर करतल युगल मलने लगे।
संसार देखे अब हमारे शत्रु रण में मृत पड़े।
करते हुए यह घोषणा वे हो गए उठ कर खड़े।।
उपर्युक्त काव्य पंक्तियों में निहित रस है
(क) रौद्र रस।
(ख) वीभत्स रस।
(ग) भयानक रस।
(घ) वीर रस।
सही उत्तर विकल्प है (क)
श्रीकृष्ण की बात सुन शत्रु द्वारा किए गए अपमान से अर्जुन के मन में क्रोध का भाव उत्पन्न होता है इससे रौद्र रस की निष्पत्ति हो रही है।
प्रश्न.19: विभाव, अनुभाव और संचारी भावों की सहायता से क्या रस रूप में परिणत हो जाते हैं?
(क) आलम्बन विभाव
(ख) व्यभिचारी भाव।
(ग) उद्दीपन विभाव।
(घ) स्थायी भाव।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.20: 'अद्भुत रस' का स्थायी भाव है
(क) भय।
(ख) विस्मय।
(ग) जुगुप्सा।
(घ) क्रोध।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
भय भयानक रस का, जुगुप्सा वीभत्स रस का, क्रोध रौद्र रस का तथा विस्मय अद्भुत रस का स्थायी भाव है।
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर के लिए सही चुनिए
हालदार साहब को हर पन्द्रहवें दिन कम्पनी के काम के सिलसिले में उस कस्बे से गुजरना पड़ता था। कस्बा बहुत बड़ा नहीं था। जिसे पक्का मकान कहा जा सके वैसे कुछ ही मकान और जिसे बाज़ार कहा जा सके वैसा एक ही बाज़ार था। कस्बे में लड़कों का एक स्कूल, लड़कियों का एक स्कूल, एक सीमेंट का छोटा-सा कारखाना, दो ओपन एयर सिनेमाघर और एक नगरपालिका भी थी। नगरपालिका थी तो कुछ-न-कुछ करती भी रहती थी। कभी कोई सड़क पक्की करवा दी; कभी कुछ पेशाबघर बनवा दिए; कभी कबूतरों की छतरी बनवा दी तो कभी कवि सम्मेलन करवा दिया। इसी नगरपालिका के किसी उत्साही बोर्ड या प्रशासनिक अधिकारी ने एक बार 'शहर' के मुख्य बाज़ार के मुख्य चौराहे पर नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की एक संगमरमर की प्रतिमा लगवा दी।
प्रश्न.1: हालदार साहब को उस कस्बे से गुज़रना पड़ता था
(क) हर महीने।
(ख) हर हफ्ते।
(ग) हर पंद्रहवें दिन।
(घ) हर रोज़।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.2: जिसे पक्का मकान कहा जा सके, कस्बे में वैसे
(क) कुछ ही मकान थे।
(ख) बहुत सारे मकान थे।
(ग) सारे मकान थे।
(घ) एक भी मकान नहीं था।
सही उत्तर विकल्प है (क)
कस्बा ज्यादा बड़ा नहीं था। वहाँ कुछ ही मकान पक्के थे शेष कच्चे थे।
प्रश्न.3: नगरपालिका कौन-सा काम नहीं करवाती थी?
(क) सड़क पक्की करवाती थी।
(ख) स्कूल खुलवाती थी।
(ग) पेशाबघर बनवाती थी।
(घ) कबूतरों की छतरी बनवा देती थी।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
नगरपालिका कस्बे में सड़क पक्की कराने, पेशाबघर बनवाने, कबूतरों की छतरी बनवाने, कभी कवि सम्मेलन कराने का काम करती थी।
प्रश्न.4: कस्बे में नहीं था
(क) लड़कों का स्कूल।
(ख) सीमेंट का छोटा-सा कारखाना ।
(ग) लड़कियों का स्कूल।
(घ) मॉल।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
कस्बे में एक लड़कों का स्कूल, लड़कियों का एक स्कूल, एक सीमेंट का कारखाना, दो ओपनएअर सिनेमाघर, नगरपालिका थी लेकिन मॉल नहीं था।
प्रश्न.5: नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति कहाँ लगवाई गई थी?
(क) शहर के बीचों-बीच।
(ख) शहर के एक कोने पर।
(ग) शहर के मुख्य बाज़ार के मुख्य चौराहे पर।
(घ) नगरपालिका की इमारत के सामने।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर के लिए सही चुनकर दीजिए
प्रश्न.6: बालगोबिन भगत अपने खेत की उपज को सर्वप्रथम कबीरपंथी मठ में ले जाते थे क्योंकि
(क) कबीर उनके बचपन के मित्र थे।
(ख) कबीर मठ में उपज देने की परम्परा उनके परिवार में काफी समय से चली आ रही थी।
(ग) कबीर को वे अपना साहिब मानते थे।
(घ) कबीरमठ से उन्होंने काफी कर्ज ले रखा था।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
बालगोबिन कबीर को अपना साहिब मानते थे और उन्हीं की शिक्षाओं का पालन करते थे। वे अपनी उपज कबीरमठ में ले जाते और वहाँ से प्रसाद रूप में जो मिलता उसी से जीवनयापन करते।
प्रश्न.7: बालगोबिन के व्यक्तित्व की विशेषता क्या थी?
(क) वह गृहस्थ थे।
(ख) वह साधु थे।
(ग) वह खेतीबारी करते और परिवार रखते थे।
(घ) गृहस्थ होते हुए भी वेशभूषा और विचारों से साधु थे।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
वह गृहस्थ थे, खेतीबारी करके जीवन-निर्वाह करते थे। उनके परिवार में पुत्र और पुत्रवधू थे। लेकिन वे गृहस्थ होते हुए भी वेशभूषा और विचारों से साधु थे।
निम्नलिखित काव्यांशों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर के लिए सही चुनिए
मन की मन ही माँझ रही।
कहिए जाई कौन पै ऊधौ, नाहीं परत कही।
अवधि अधार आस आवन की, तन मन विधा सही।
अब इन जोग सँदेसनि सुनि-सुनि, बिरहिनि बिरह दही।
चाहति हुती गुहारि जितहिं तै, उत तैं, धार बही।
'सूरदास' अब धीर धरहिं क्यौं, मरजादा न लही।।
प्रश्न.8: उद्धव द्वारा लाए गए संदेश का गोपियों पर क्या प्रभाव पड़ा?
(क) गोपियों की विरह व्यथा शांत हो गई।
(ख) गोपियाँ श्रीकृष्ण को बार-बार धन्यवाद देने लगीं।
(ग) गोपियों की विरह पीड़ा बढ़ गई।
(घ) कृष्ण से मिलने को आस जाग गई।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
जब गोपियों को पता चला कि श्रीकृष्ण ने उनसे स्वयं को भूल जाने व योग धारण करने को कहा है तब उनकी विरह की पीड़ा और बढ़ गई।
प्रश्न.9: गोपियों ने किस मर्यादा का वर्णन किया है?
(क) प्रेम की मर्यादा का।
(ख) भगवान की मर्यादा का।
(ग) संदेश की मर्यादा का।
(घ) समर्थ की मर्यादा का।
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.10: 'सुनि-सुनि' में अलंकार है
(क) अनुप्रास।
(ख) पुनरुक्ति।
(ग) रूपक।
(घ) उपमा।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
एक ही शब्द की आवृत्ति समान अर्थ में होने के कारण पुनरुक्ति अलंकार है।
प्रश्न.11: 'उत तैं धार बही' मैं 'उत तें' से अभिप्राय है
(क) कृष्ण की तरफ से।
(ख) गोपियों की तरफ से।
(ग) उद्धव की तरफ से।
(घ) इनमें से कोई नहीं।
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.12: गोपियाँ किस उम्मीद में विरह वेदना सहन कर रही थीं?
(क) योग का संदेश मिलने की उम्मीद में।
(ख) कृष्ण के आने की उम्मीद में।
(ग) गोपियों के मथुरा जाने के कार्यक्रम उम्मीद में।
(ग) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
गोपियों को पूरा विश्वास था कि कृष्ण एक दिन अवश्य लौटेंगे और इसी उम्मीद में वह किसी प्रकार विरह वेदना सहन कर रही थीं लेकिन योग संदेश द्वारा कृष्ण ने उस उम्मीद को तोड़ दिया।
प्रश्न.13: शिवधनुष के टूटने पर परशुराम क्यों क्रोधित हुए?
(क) क्योंकि वह धनुष बहुत महँगा था।
(ख) क्योंकि वह धनुष उनके गुरु का था।
(ग) क्योंकि वह धनुष उनके पिता ने उपहार में दिया था।
(घ) क्योंकि वह धनुष परशुराम लेना चाहते थे।
सही उत्तर विकल्प है (ख)
शिव परशुराम के गुरु थे। अतः शिवधनुष के टूटने को उन्होंने अपने गुरु का अपमान माना। वे अपने गुरु का अपमान करने वाले पर क्रोधित हो गए।
प्रश्न.14: किसके वचन को 'कोटि कुलिस' के समान बताया है?
(क) श्रीराम के
(ख) लक्ष्मण के
(ग) विश्वामित्र के
(घ) परशुराम के।
सही उत्तर विकल्प है (घ)
परशुराम द्वारा लक्ष्मण के प्रति कठोर वचन कहने तथा बार-बार फरसा दिखाकर डराने पर लक्ष्मण परशुराम से कहते हैं कि आपके वचन करोड़ों वज्रों के समान कठोर हैं।
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