Class 10 Exam  >  Class 10 Notes  >  Chapter Notes for Class 10  >  पाठ का सार - जॉर्ज पंचम की नाक, कृतिका II, हिंदी, कक्षा 10

पाठ का सार - जॉर्ज पंचम की नाक, कृतिका II, हिंदी, कक्षा 10 | Chapter Notes for Class 10 PDF Download

पाठ का सार

एक बार इंग्लैंड की रानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने पति के साथ पाकिस्तान, नेपाल और भारत के दौरे के लिए रवाना होने वाली थीं। इंग्लैंड के समाचार-पत्रों में रानी के नौकरों, बावर्चियों, अंगरक्षकों से संबंधित छपी विस्तृत जानकारियाँ भारत के समाचार-पत्रों में छपने लगीं। रानी की यात्रा को लेकर उनके दर्जी की चिंता की खबर भी पढ़ी गई। रानी का आगमन दिल्ली में होना था, इसलिए सड़के सुधरने लगीं। इमारतें सजने लगीं। नाक ऊँची रखने के लिए सभी तैयारियाँ जोर-शोर पर थीं कि कड़ी सुरक्षा के बाद भी इंडिया गेट के सामने लगी जाॅर्ज पंचम की मूर्ति की नाक गायब हो गई। एक विदेशी के आगमन पर एक विदेशी की नाक के न होने से भारत की नाक नहीं बच सकती, इसलिए देश के जिम्मेदार नेताओं और अधिकारियों ने सभा की और मूर्ति पर नाक लगाने का निश्चय किया। एक गरीब मूर्तिकार ने अपनी गरीबी दूर करने के लिए हिम्मत करके अवसर का लाभ उठाना चाहा। उसने सभा में पुरातत्व विभाग की पफाइलों से जाॅर्ज पंचम की मूर्ति के जैसा पत्थर ढुँढ़वाया, परंतु फाइलों में कुछ भी जानकारी नहीं मिली। फिर सभा की गई। उसमें उसने देश के पहाड़ों और खानों के पत्थरों से मूर्ति के पत्थर को मिलाकर देखने का निश्चय किया। नेताओं और अधिकारियों को हिम्मत मिली। परंतु मूर्तिकार को अपने पूरे प्रयास के बाद वैसा पत्थर भी नहीं मिला। इस बार मूर्तिकार ने सभा को गुप्त बनाते हुए सुझाव दिया कि अखबारों को दूर रखा जाए। देश के महापुरुषों की मूर्तियों की नाकों के नाप लिए जाएँ और ठीक आने पर उतारकर वे लगा दी जाएँ।

घबराहट के बाद भी सदस्यों सहित सभापति ने मूर्तिकार को अनुमति दे ही दी, परंतु दुर्भाग्य से पूरे देश के महापुरुषों की मूर्तियों के साथ सन 1942 के आंदोलन में बिहार सचिवालय के सामने शहीद हुए बच्चों की मूर्तियों की नाकें भी जाॅर्ज की नाक से बड़ी निकलीं। रानी के आगमन का समय करीब था। फिर की गई बैठक में अधिकारियों और नेताओं की हड़बड़ाहट देखकर मूर्तिकार ने देश की नाक बचाने के लिए चालीस करोड़ की आबादी वाले भारत के एक नागरिक की जीवित नाक लगाने का रास्ता सुझाया। अपने प्रस्ताव पर सभा में सन्नाटा छाता देखकर मूर्तिकार ने खुद आगे बढ़कर जब काम की जिम्मेदारी ले ली, तो उसे फिर इस कार्य की अनुमति मिल गई। अब जाॅर्ज पंचम की मूर्ति साफ़ की गई। उस पर रंग किया गया। अखबार वालों को खबर दी गई कि जाॅर्ज की मूर्ति की नाक की समस्या का हल निकल आया है। नाक लगने वाली है। अपनी ही योजना पर परेशान मूर्तिकार ने एक दिन कमेटी वालों से जीवित नाक लाने और लगाने में मदद माँगी। कमेटी वालों ने मूर्ति के आसपास बने तालाब की सफाई करके ताजा पानी भरा, और अगले दिन मूर्तिकार ने मूर्ति पर नाक फीट कर दी। लोगों ने जाॅर्ज पंचम की मूर्ति पर जिंदा जैसी दिखाई देने वाली नाक देखी। मूर्तिकार के साथ सभी खुश थे कि समय से पहले ही देश की नाक बचाकर, नाक उपर रखने का इंतशाम हो गया। अखबार वालों ने तो उस दिन किसी के अभिनंदन, स्वागत समारोह या उद्घाटन की न तो खबर छापी और न फोटो। केवल मनुष्य की तरह दिखाई देने वाली, जार्ज पंचम को लगी नाक की खबर छापकर नाक रहित हुए भारत की असलियत को उद्घाटित किया।

The document पाठ का सार - जॉर्ज पंचम की नाक, कृतिका II, हिंदी, कक्षा 10 | Chapter Notes for Class 10 is a part of the Class 10 Course Chapter Notes for Class 10.
All you need of Class 10 at this link: Class 10
146 docs

Top Courses for Class 10

FAQs on पाठ का सार - जॉर्ज पंचम की नाक, कृतिका II, हिंदी, कक्षा 10 - Chapter Notes for Class 10

1. जॉर्ज पंचम की नाक के बारे में क्या बताता है पाठ का सार?
उत्तर: जॉर्ज पंचम की नाक एक कृतिका है जो उसकी नाक के बारे में है। पाठ में बताया गया है कि कृतिका में जॉर्ज पंचम ने अपनी नाक को देखा और अंदर की ओर देखा तो उसे लगा कि उसकी नाक बहुत बड़ी है जो उसे परेशान करती है।
2. कृतिका क्या होती है?
उत्तर: कृतिका एक छोटी सी कथा होती है जो सामान्यतया एक लेखक द्वारा लिखी जाती है। इसमें छोटी-छोटी कहानियां होती हैं जो किसी विषय के बारे में होती हैं।
3. कृतिका की विशेषताएं क्या होती हैं?
उत्तर: कृतिका की विशेषताएं निम्नलिखित होती हैं: - कृतिका एक छोटी सी कथा होती है जो एक विषय के बारे में होती है। - इसमें एक लेखक द्वारा लिखी गई होती है। - इसमें छोटी-छोटी कहानियां होती हैं जो एक विषय के बारे में होती हैं। - कृतिका में किसी अच्छे अथवा बुरे विषय के बारे में विचार व्यक्त किए जाते हैं।
4. जॉर्ज पंचम की नाक के बारे में क्या सीखा जा सकता है?
उत्तर: जॉर्ज पंचम की नाक के कथन से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने शरीर के विभिन्न भागों को कैसे संभालना होता है। जॉर्ज पंचम की नाक उसके लिए दिक्कत बनी जो उसे अपने शरीर के विभिन्न अंगों की तुलना में नहीं करनी चाहिए थी। हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने शरीर की देखभाल करनी चाहिए और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
5. कृतिका के लिए एग्जाम में पूछे जाने वाले प्रश्न क्या हो सकते हैं?
उत्तर: कृतिका के लिए एग्जाम में पूछे जाने वाले प्रश्न निम्नलिखित हो सकते हैं: - कृतिका क्या होती है? - कृतिका की विशेषताएं क्या होती हैं? - कृतिका में किसी विषय के बारे में क्या होता है? - जॉर्ज पंचम की नाक के बारे में क्या सीखा जा सकता है? - कृतिका के द्वारा हमें क्या सीख मिलती है?
146 docs
Download as PDF
Explore Courses for Class 10 exam

Top Courses for Class 10

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

ppt

,

Previous Year Questions with Solutions

,

हिंदी

,

कक्षा 10 | Chapter Notes for Class 10

,

Semester Notes

,

कृतिका II

,

shortcuts and tricks

,

हिंदी

,

हिंदी

,

Exam

,

video lectures

,

पाठ का सार - जॉर्ज पंचम की नाक

,

पाठ का सार - जॉर्ज पंचम की नाक

,

Sample Paper

,

past year papers

,

कक्षा 10 | Chapter Notes for Class 10

,

कृतिका II

,

Free

,

Important questions

,

Summary

,

Objective type Questions

,

pdf

,

MCQs

,

study material

,

पाठ का सार - जॉर्ज पंचम की नाक

,

mock tests for examination

,

Extra Questions

,

कृतिका II

,

practice quizzes

,

Viva Questions

,

कक्षा 10 | Chapter Notes for Class 10

;