शब्दों के सार्थक समूह को ‘वाक्य’ कहते हैं।
वाक्य के दो अंग होते हैं:
वाक्य के भेद दो आधारों पर किए जाते हैं:
1. रचना के आधार पर वाक्य के भेद: रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं
(i) सरलवाक्य: जिन वाक्यों में एक विधेय होता है, उन्हें सरल वाक्य कहते है;
जैसे:
पहले वाक्य में एक उद्देश्य है, दूसरे वाक्य में दो उद्देश्य हैं। और इन दोनों वाक्यों में एक-एक विधेय है। इसलिए ये सब सरल वाक्य हैं। सरल वाक्यों में एक ही विधेय होता है।
(ii) संयुक्त वाक्य: जिस वाक्य में दो या दो से अधिक सरल वाक्य हैं तथा दोनों समुच्चयबोधक अव्यय से जुड़े हैं यानी यहाँ सरल वाक्य जुड़े हुए हैं। अतः यह संयुक्त वाक्य है; जैसे-नीता कहानी कहती है और गीत पिक्चर देखती है।
(iii) मिश्र वाक्य: जिस वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य हो और दूसरा गौण या आश्रित उपवाक्य हो, उसे मिश्रितवाक्य कहते हैं;
जैसे:
नेता सुभाषचंद्र बोस ने कहा था कि तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।
प्रधान उपवाक्य (आश्रित उपवाक्य)
2. अर्थ के आधार पर वाक्य के निम्नलिखित आठ भेद हैं:
(i) विधानवाचक वाक्य: जिस वाक्य में क्रिया के करने या होने का सामान्य कथन हो, उसे विधानवाचक वाक्य कहते हैं,
जैसे: सूर्य प्रकाश है।
(ii) निषेधात्मक वाक्य: जिस वाक्य में निषेध या नकारात्मकता हो, उसे निषेधात्मक या निषेधवाचक वाक्य कहते हैं; अक्षर आज विद्यालय नहीं जाएगा।
(iii) प्रश्नवाचक वाक्य: जिस वाक्य में प्रश्न पूछने का भाव प्रकट होता है। उसे प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे:
(iv) आज्ञावाचक वाक्य: जिस वाक्य में आज्ञा, प्रार्थना, अनुमति अथवा उपदेश का भाव रहता है। उसे आज्ञावाचक वाक्य कहते हैं;
जैसे:
(v) विस्मयादिबोधक वाक्य: जिस वाक्य से विस्मय, हर्ष, शोक, घृणा आदि के भाव प्रकट किए गए हों, उसे विस्मयादिवाचक वाक्य कहते हैं;
जैसे: अहा! कितना सुंदर दृश्य है।
(vi) इच्छावाचक वाक्य: जिस वाक्य में वक्ता की इच्छा या आशा का वर्णन हो, उसे इच्छावाचक वाक्य कहते हैं;
जैसे:
(vii) संदेहवाचक वाक्य: जिस वाक्य में संदेह या संभावना की झलक मिले, उसे संदेहवाचक वाक्य कहते हैं; जैसे-शायद आज वर्षा हो।
(viii) संकेतवाचक वाक्य: जिस वाक्य में संकेत या दूसरी क्रिया पर निर्भर हो तो, उसे संकेतवाचक वाक्य कहते हैं; जैसे-वर्षा होती तो अच्छी फसल होती।
एक प्रकार के वाक्य को दूसरे प्रकार के वाक्य में बदलने की प्रक्रिया को ‘वाक्य परिवर्तन’ कहते हैं।
वाक्यों में परिवर्तन दो आधारों पर किया जाता है:
अर्थ के आधार पर वाक्य – परिवर्तनवह
प्रश्न 1: शब्दों का सार्थक समूह कहलाता है
(i) शब्द
(ii) वाक्य
(iii) वर्ण
(iv) वर्णमाला
उत्तर: (ii) वाक्य
शब्दों का सार्थक समूह "वाक्य" कहलाता है। एक वाक्य तब सार्थक होता है जब उसमें कोई विचार, भावना या संदेश पूर्ण रूप से व्यक्त होता है। इसमें शब्द एक-दूसरे से जुड़कर एक समझने योग्य और अर्थपूर्ण इकाई बनाते हैं।उदाहरण:
"राम गाँव में रहता है।"
यहाँ, शब्दों का समूह ("राम", "गाँव", "में", "रहता", "है") एक सार्थक वाक्य बनाता है।
प्रश्न 2: वाक्य में जिसके बारे में कोई बात कही जाए, उसे कहते हैं
(i) विधेय
(ii) सरलवाक्य
(iii) उद्देश्य
(iv) अनुच्छेद
उत्तर: (iii) उद्देश्य
वाक्य में जिसके बारे में कोई बात कही जाती है, उसे उद्देश्य (Subject) कहते हैं। उद्देश्य वाक्य का वह भाग होता है, जिसके बारे में कुछ बताया जाता है। यह आमतौर पर क्रिया का कर्ता होता है।
उदाहरण:
"राम पढ़ता है।"
इस वाक्य में "राम" उद्देश्य है, क्योंकि बात "राम" के बारे में कही जा रही है।
"गाय घास खाती है।"
यहाँ "गाय" उद्देश्य है, क्योंकि वाक्य में "गाय" के बारे में बताया गया है।
प्रश्न 3: उद्देश्य के विषय में जो कहा जाए उसे कहते हैं
(i) उद्देश्य
(ii) विधेय
(iii) मिश्रित वाक्य
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ii) विधेय
वाक्य में जिसके बारे में कोई बात कही जाती है, उसे उद्देश्य (Subject) कहते हैं। उद्देश्य वाक्य का वह भाग होता है, जिसके बारे में कुछ बताया जाता है। यह आमतौर पर क्रिया का कर्ता होता है।उदाहरण:
"राम पढ़ता है।"
इस वाक्य में "राम" उद्देश्य है, क्योंकि बात "राम" के बारे में कही जा रही है।
"गाय घास खाती है।"
यहाँ "गाय" उद्देश्य है, क्योंकि वाक्य में "गाय" के बारे में बताया गया है।
प्रश्न 4: अर्थ की दृष्टि से वाक्य के भेद होते हैं
(i) पाँच
(ii) सात
(iii) आठ
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (iii) आठ
अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ प्रकार होते है। वाक्य - शब्दों का वह व्यवस्थित रूप जिसमें विचारों का आदान - प्रदान होता है। एक सामान्य वाक्य में कर्ता, कर्म, क्रिया होते हैं। उद्देश्य - जिसके बारे में बात की जाये उसे उद्देश्य कहते हैं।
प्रश्न 5: रचना के आधार पर वाक्य के भेद होते हैं?
(i) दो
(ii) तीन
(iii) चार
(iv) पाँच
उत्तर: (ii) तीन
रचना के आधार पर वाक्य के 'तीन' भेद होते हैं - सरल, मिश्र और संयुक्त।
प्रश्न 6: ‘भगवान आपको सदैव सुखी रखे’ वाक्य किस भेद से संबंधित है|
(i) विधानवाचक
(ii) इच्छासूचक
(iii) प्रश्नसूचक
(iv) निषेधात्मक वाक्य
उत्तर: (ii) इच्छासूचक
वाक्य "भगवान आपको सदैव सुखी रखे" एक इच्छासूचक वाक्य है। इच्छासूचक वाक्य वे होते हैं, जिनमें किसी इच्छा, प्रार्थना या कामना को व्यक्त किया जाता है।
उदाहरण:
"भगवान आपको सदैव सुखी रखे।"
इस वाक्य में भगवान से प्रार्थना की गई है कि वे आपको हमेशा सुखी रखें। यह एक इच्छा है, इसलिए यह इच्छासूचक वाक्य है।
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