पारिवारिक न्यायालय
निजी कानून
भारत में विभिन्न धर्मों और मतों के लोग रहते हैं। उनके पारिवारिक कार्यकलापों से संबंधित विषयों पर जैसे-विवाह, विवाह विच्छेद, उत्तराधिकार आदि के संबंध में उन पर निजी कानून लागू होते हैं।
विवाह
महत्वपूर्ण तथ्य
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बाल विवाह
सन् 1929 के विवाह अवरोध अधिनियम में 1978 में संशोधन करके विवाह के लिए पुरुष की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और स्त्राी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष निर्धारित की गई है। यह कानून देश के सभी लोगों पर लागू है और इसका उल्लंघन दंडनीय अपराध है। बाल विवाह के लिए जिम्मेदार 18 वर्ष से अधिक आयु के लड़के और ऐसा विवाह संपन्न कराने वाले व्यक्तियों के लिए दंड की व्यवस्था है। किन्तु इससे विवाह की वैधता पर कोई असर नहीं पडे़गा।
दत्तक ग्रहण
महत्वपूर्ण तथ्य
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संरक्षकता
महत्वपूर्ण तथ्य किस अधिनियम के अन्तर्गत ‘द्वैध शासन व्यवस्था’ लागू की गई? - भारत सरकार अधिनियम, 1919 |
भरण-पोषण
उत्तराधिकार
महत्वपूर्ण तथ्य
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1. पारिवारिक न्यायालय क्या है? |
2. निजी कानून क्या होता है? |
3. संशोधन नोटस क्या होता है? |
4. भारतीय राजव्यवस्था में UPSC क्या है? |
5. पारिवारिक न्यायालय में किन मामलों पर न्याय दिया जाता है? |
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