Table of contents | |
अणु एवं परमाणु | |
परमाणु संरचना | |
रेडियोधर्मिता (Radio activity) | |
धातु-कर्म (Metallurgy) | |
कार्बन के अपरूप |
किसी तत्व का अणु वह सूक्ष्म कण है जो दो या दो से अधिक परमाणुओं के संयोग से बनता है। अणु स्वतंत्रा अवस्था में रहता है तथा इसमें द्रव्य के सभी गुण विद्यमान रहते है।
➤ मूलकण
➤ क्वार्क (Quark)
➤ उपचयन एवं अपचयन (Oxidation and Reduction)
➤ अपचयन (Reduction)
➤ pH पैमाना
➤ विद्युत विच्छेदन (Electrolysis)
➤ नॉन-इलेक्ट्रोलाइट
➤ इलेक्ट्रोप्लेटिंग और गैल्वनाइजिंग
➤ दर्पण का रजतन तथा रजत प्लेटिंग
विज्ञान की वह शाखा जिसमें धातु का उसके अयस्कों से निष्कर्षण तथा धातु-मिश्र (Alloys) के बनाने की विधि का अध्ययन करते है, धातु कर्म कहलाता है।
स्मरणीय तथ्य
- कास्टिक सोडा या कास्टिक पोटाश को जस्ता, एल्युमिनियम या टिन के साथ गर्म किए जाने पर हाइड्रोजन बनता है।
- लाल तप्त कोक पर वाष्प प्रवाहित करने पर हाइड्रोजन और कार्बन मोनोक्साइड का मिश्रण बनता है। इस मिश्रण को जल गैस कहा जाता है।
- कार्बन डाइऑक्साइड गैस को चूना जल से प्रवाहित करने पर कैल्सियम कार्बोनेट का दुधिया अवक्षेप बनता है, जिससे चूना-जल का रंग दुधिया हो जाता है। किन्तु अधिक गैस प्रवाहित किये जाने पर कैल्सियम बाइ-कार्बोनेट बनता है, जिससे घोल पुनः स्वच्छ बन जाता है।
- कार्बन डाइऑक्साइड में मैग्नीशियम का जलता हुआ फीता ले जाने पर काले-काले कण प्राप्त होते है। काले कण कार्बन डाइऑक्साइड से मुक्त कार्बन होते है।
- श्वेत या पीला फास्फोरस को खास-खास अक्रिय गैस की उपस्थिति में कास्टिक सोडा के साथ गर्म करने पर फाॅस्फीन निकलती है और सोडियम हाइपो फाॅस्फेट बनता है।
- श्वेत फास्फोरस हवा में मुक्त छोड़ने पर 30°ब् ताप पर अपने आप जल उठता है और ऑक्सीजन से संयोग कर फाॅस्फोरस पेंटाक्साइड का उजला धुँआ उत्पन्न करता है।
- सल्फर डाई आक्साइड गैस में जलता हुआ मैग्नीशियम का फीता गंधक मुक्त करता है और मैग्निशियम आक्साइड बनता है।
- लकड़ी, ऊन, चीनी आदि को समाहृत सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ मिलाने पर ये झुलस जाते है, क्योंकि यह इनके जल को अवशोषित कर लेता है और कार्बन शेष बच जाता है।
- गर्म शुष्क बुझा हुआ चूना (Slaked lime) से क्लोरीन गैस प्रवाहित करने पर विरंजक चूर्ण का निर्माण होता है।
- तूतिया को गर्म करने पर इसका रवाजल निकल जाता है और यह नीला से रंगहीन हो जाता है।
- कार्बनिक पदार्थों का विघटन जीवाणु के कारण होता है।
- एक लीटर ठंडे जल का वजन एक लीटर शुष्क वायु से अधिक होता है, क्योंकि निम्न तापमान पर अणु संख्या बढ़ जाती है।
- समुद्र जल का घनत्व, जैसे-जैसे इसकी गहराई और इसमें लवण की मात्रा बढ़ती है, बढ़ता जाता है।
- गोबर गैस में प्रमुखतः मिथेन गैस रहती है।
- प्रकृति में कार्बन रवादार तथा बेरवादार दोनों रूपों में मिलता है।
➤ हीरा (Diamond)
➤ ग्रेफाइट
➤ कोयला
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1. अणु और परमाणु में क्या अंतर है? |
2. परमाणु संरचना क्या होती है? |
3. रेडियोधर्मिता क्या होती है? |
4. धातु-कर्म क्या है? |
5. कार्बन के अपरूपरसायन विज्ञान क्या है? |
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