प्रश्न.1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(i) पृथ्वी पर संसाधन असमान रूप से क्यों वितरित हैं ?
पृथ्वी पर संसाधन प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। प्राकृतिक संसाधनों का वितरण भूभाग, जलवायु, ऊँचाई जैसे अनेक भौतिक कारकों पर निर्भर करता है। पृथ्वी पर इन कारकों में अनेक विभिन्नता पाई जाती है और इन्हीं विभिन्नताओं के कारण पृथ्वी पर संसाधन असमान रूप से वितरित है।
(ii) संसाधन संरक्षण क्या है ?
संसाधनों का सतर्कतापूर्वक उपयोग करना और उन्हें नवीकरण के लिए समय देना, संसाधन संरक्षण कहलाता है। संसाधनों के संरक्षण के अनेक तरीके है। प्रत्येक व्यक्ति उपभोग को कम करके वस्तुओं के पुन: चक्रण और पुन: उपयोग द्वारा योगदान दे सकता है, अर्थात संसाधन संरक्षण कर सकता है।
(iii) मानव संसाधन महत्त्वपूर्ण क्यों हैं ?
मानव संसाधन से तात्पर्य लोगों की संख्या और योग्यता (मानसिक तथा शारीरिक) से है। मानव संसाधन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मनुष्य की कुशलताएं ही संसाधनों को प्रयोग में लाती है। लोग और अधिक संसाधन बनाने के लिए प्रकृति का सबसे अच्छा उपयोग तभी कर सकते है जब उनके पास ज्ञान, कौशल और प्रौद्योगिकी उपलब्ध हो, और इसमे मनुष्य ही एक विशिष्ट प्रकार का संसाधन है। मनुष्य ही संसाधनों का प्रयोग करना अच्छे से जानता है। शिक्षा और स्वास्थ्य का अच्छे से उपयोग करके मानव ने संसाधन को अत्यधिक महत्वपूर्ण बनाया है।
(iv) सततपोषणीय विकास क्या है ?
संसाधनों का उपयोग करने की आवश्यकता और भविष्य के लिए उनके संरक्षण में संतुलन बनाए रखना, सततपोषणीय विकास कहलाता है। इससे तात्पर्य यह है कि संसाधनों का सावधानीपूर्वक उपयोग ताकि न केवल वर्तमान पीढ़ी की अपितु भावी पीढ़ियों की आवश्यकताएं भी पूरी होती रहें।
प्रश्न.2. सही उत्तर पर निशान लगाइए:
(i) निम्नलिखित में से कौन संसाधन को निर्धारित नहीं करता ?
(क) उपयोगिता
(ख) मूल्य
(ग) मात्रा
सही उत्तर (ग) मात्रा
(ii) निम्नलिखत में से कौन सा मानव निर्मित संसाधन है ?
(क) कैंसर उपचार की औषधियाँ
(ख) झरने का जल
(ग) उष्णकटिबंधीय वन
सही उत्तर (क) कैंसर उपचार की औषधियाँ
(iii) कथन पूरा कीजिए:
अनवीकरणीय संसाधन _____ होते है।
(क) सिमित भंडार वाले
(ख) मनुष्यों द्वारा निर्मित
(ग) निर्जीव वस्तुओं से व्युत्पन्न
सही उत्तर (क) जीव – जंतुओं से व्युत्पन्न
प्रश्न.3. क्रियाकलाप:
“ रहिमन पानी राखिए बिनु पानी सब सून।
पानी गए न ऊबरे मोती, मानुस, चून …”
ये पंक्तियाँ अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से एक, कवि अब्दुर रहीम खानखाना द्वारा लिखी गई थीं। कवि किस प्रकार के संसाधन की ओर संकेत कर रहा है ? इस संसाधन के समाप्त हो जाने पर क्या होगा ? इसे 100 शब्दों में लिखिए।
कवि इसमें जल के संसाधन की ओर संकेत कर रहा है। कवि इस दोहे में कहता है कि जिस तरह से पानी के बिना आटे का और चमक के बिना मोती का कोई महत्व नहीं रह जाता है, उसी तरह मनुष्य भी बिना विनम्रता के आभाहीन हो जाता है और उसके मूल्यों का पतन हो जाता है। कवि बताना चाहता हैं कि यदि जल हमारी पृथ्वी से समाप्त हो गया तो हमारी दशा कैसी हो सकती है। जल की एक-एक बून्द मूल्यवान है। हम जल के बिना जीवित नहीं रह सकते। जल खेती – बाड़ी, पीने के लिए, खाना बनाने के लिए, नहाने के लिए, वाहन तथा उद्योग में भी उपयोग में लाया जाता है। जल के बिना एक दिन भी हम नहीं निकाल सकते है। जल हमारे रोजमर्रा के काम से जुड़ा होता है। जल के बिना जीवन संभव नहीं है। जल के बिना खेती होना नामुमकिन है और बिना खेती हमारे लिए अनाज पैदा होना मुश्किल है। जल के बिना ना वाहन चलेंगे ना सफाई होगी। बिना सफाई बीमारी फ़ैल जाएगी। सार्थक शब्दों में जल ही जीवन है, जल नहीं तो हम भी नहीं।
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