प्रश्न 1: विवरण 1: भारत के संविधान का अनुच्छेद 1 भारत को राज्यों के संघ के रूप में परिभाषित करता है। विवरण 2: भारत का क्षेत्र केवल राज्यों के क्षेत्रों को शामिल करता है। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (b) अनुच्छेद 1 भारत को राज्यों के संघ के रूप में परिभाषित करता है, लेकिन भारत का क्षेत्र राज्यों, संघ क्षेत्रों और किसी अन्य अधिग्रहित क्षेत्रों को भी शामिल करता है।
प्रश्न 2: संविधान का अनुच्छेद 2 संसद को संघ में नए राज्यों को स्वीकार या स्थापित करने का अधिकार देता है। (a) सत्य (b) असत्य उत्तर: (a) अनुच्छेद 2 संसद को संघ में नए राज्यों को स्वीकार करने और नए राज्यों की स्थापना का अधिकार देता है।
प्रश्न 3: निम्नलिखित अनुच्छेदों को उनके विवरणों के साथ मिलाएं: अनुच्छेद: I. अनुच्छेद 1 II. अनुच्छेद 2 III. अनुच्छेद 3 IV. अनुच्छेद 4 विवरण: A. नए राज्यों का गठन और मौजूदा राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन। B. संघ का नाम और क्षेत्र। C. नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना। D. अनुच्छेद 2 और 3 के तहत बनाए गए कानूनों को अनुच्छेद 368 के तहत संविधान के संशोधनों के रूप में नहीं माना जाता है। (a) I-B, II-C, III-A, IV-D (b) I-C, II-D, III-A, IV-B (c) I-A, II-B, III-C, IV-D (d) I-D, II-A, III-B, IV-C उत्तर: (a) प्रत्येक अनुच्छेद अपने विवरण के अनुसार सही रूप से मेल खाता है।
प्रश्न 4: विवरण 1: 1953 में आंध्र प्रदेश राज्य का निर्माण भाषाई कारकों पर आधारित था। विवरण 2: जेवीपी समिति ने भाषाई कारकों के आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की सिफारिश की। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (b) आंध्र प्रदेश वास्तव में 1953 में बना पहला भाषाई राज्य था, लेकिन जेवीपी समिति ने राज्यों के पुनर्गठन के लिए भाषा को औपचारिक रूप से अस्वीकार कर दिया।
प्रश्न 5: विवरण 1: अनुच्छेद 3 नए राज्यों के गठन और मौजूदा राज्यों में परिवर्तन की अनुमति देता है बिना संविधान संशोधन की आवश्यकता के। विवरण 2: राष्ट्रपति को ऐसे परिवर्तनों से पहले संबंधित राज्य विधानमंडल की राय लेनी चाहिए। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (a) अनुच्छेद 3 ऐसे परिवर्तनों की अनुमति देता है, लेकिन इसे राष्ट्रपति द्वारा संबंधित राज्य विधानमंडल के लिए उनके विचारों के लिए विधेयक को संदर्भित करने की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 6: कथन (A): धार आयोग को भाषाई आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की संभावनाओं की जांच करने के लिए स्थापित किया गया था। कारण (R): विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर दक्षिण भारत से, भाषाई पुनर्गठन की महत्वपूर्ण मांग थी। (a) दोनों A और R सत्य हैं, और R A का सही स्पष्टीकरण है। (b) दोनों A और R सत्य हैं, लेकिन R A का सही स्पष्टीकरण नहीं है। (c) A सत्य है, लेकिन R असत्य है। (d) A असत्य है, लेकिन R सत्य है। उत्तर: (a) धार आयोग वास्तव में विभिन्न क्षेत्रों से भाषाई पुनर्गठन की मांग के कारण स्थापित किया गया था।
प्रश्न 7: विवरण 1: अनुच्छेद 4 घोषित करता है कि अनुच्छेद 2 और 3 के तहत नए राज्यों के प्रवेश या स्थापना के लिए बनाए गए कानून और मौजूदा राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन को अनुच्छेद 368 के तहत संविधान के संशोधनों के रूप में माना जाता है। विवरण 2: ऐसे कानूनों के लिए एक साधारण बहुमत की आवश्यकता होती है और यह सामान्य विधायी प्रक्रिया का पालन करते हैं। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (c) अनुच्छेद 4 बताता है कि अनुच्छेद 2 और 3 के तहत बनाए गए कानूनों को अनुच्छेद 368 के तहत संविधान के संशोधनों के रूप में नहीं माना जाता है, और ऐसे कानून केवल एक साधारण बहुमत की आवश्यकता रखते हैं।
प्रश्न 8: विवरण 1: फजल अली आयोग ने राज्यों के पुनर्गठन के लिए भाषाई और सांस्कृतिक समानता को एक प्रमुख कारक के रूप में पहचाना। विवरण 2: फजल अली आयोग ने राज्य पुनर्गठन के लिए विशेष रूप से भाषाई कारकों पर ध्यान केंद्रित किया। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (b) फजल अली आयोग ने भाषाई और सांस्कृतिक समानता पर विचार किया, लेकिन उन्होंने वित्तीय, आर्थिक और प्रशासनिक पहलुओं जैसे अन्य कारकों पर भी विचार किया।
प्रश्न 9: निम्नलिखित घटनाओं को कालानुक्रमिक क्रम में व्यवस्थित करें: 1. फजल अली आयोग की नियुक्ति 2. आंध्र प्रदेश राज्य का निर्माण 3. धार आयोग की रिपोर्ट 4. जेवीपी समिति की रिपोर्ट (a) 3, 4, 2, 1 (b) 4, 3, 1, 2 (c) 2, 1, 3, 4 (d) 1, 2, 3, 4 उत्तर: (a) धार आयोग की रिपोर्ट 1948 में आई, इसके बाद 1949 में जेवीपी समिति की रिपोर्ट आई, फिर 1953 में आंध्र प्रदेश राज्य का निर्माण हुआ, और अंततः 1953 में फजल अली आयोग की नियुक्ति हुई।
प्रश्न 10: कथन (A): भारतीय संविधान का अनुच्छेद 2 और अनुच्छेद 3 नए राज्यों के गठन और मौजूदा राज्यों में परिवर्तन से संबंधित हैं। कारण (R): इन प्रावधानों का उपयोग झारखंड, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना जैसे राज्यों के गठन के लिए किया गया था। (a) दोनों A और R सत्य हैं, और R A का सही स्पष्टीकरण है। (b) दोनों A और R सत्य हैं, लेकिन R A का सही स्पष्टीकरण नहीं है। (c) A सत्य है, लेकिन R असत्य है। (d) A असत्य है, लेकिन R सत्य है। उत्तर: (a) अनुच्छेद 2 और 3 वास्तव में नए राज्यों के गठन और मौजूदा राज्यों में परिवर्तनों से संबंधित हैं। इन अनुच्छेदों का उपयोग झारखंड, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना जैसे राज्यों के गठन के लिए किया गया, जिससे कारण A के लिए सही स्पष्टीकरण बनता है।
प्रश्न 11: विवरण 1: राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956, फजल अली आयोग की सिफारिशों पर आधारित था। विवरण 2: अधिनियम ने भाषाई आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की अनुमति दी। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (a) राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956, वास्तव में फजल अली आयोग की सिफारिशों पर आधारित था और यह भाषाई आधार पर राज्यों के पुनर्गठन का परिणाम था।
प्रश्न 12: विवरण 1: भारतीय संविधान का अनुच्छेद 3 संसद को किसी भी राज्य की सीमाओं में परिवर्तन करने की अनुमति देता है बिना राज्य की सहमति के। विवरण 2: इस उद्देश्य के लिए संसद में एक विधेयक प्रस्तुत करने से पहले राष्ट्रपति की सिफारिश अनिवार्य है। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (a) अनुच्छेद 3 संसद को राज्य सीमाओं में परिवर्तन की अनुमति देता है बिना राज्य की सहमति के, लेकिन ऐसे विधेयक को पेश करने से पहले राष्ट्रपति की सिफारिश आवश्यक होती है।
प्रश्न 13: निम्नलिखित समितियों/आयोगों को उनकी सिफारिशों के साथ मिलाएं: समितियाँ/आयोग: I. धार आयोग II. जेवीपी समिति III. फजल अली आयोग सिफारिशें: A. राज्यों के पुनर्गठन के लिए भाषा को अस्वीकार किया। B. प्रशासनिक सुविधा के आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की सिफारिश की। C. राज्य पुनर्गठन के लिए भाषाई और सांस्कृतिक समानता को अन्य कारकों के साथ ध्यान में रखा। (a) I-B, II-A, III-C (b) I-C, II-B, III-A (c) I-A, II-C, III-B (d) I-B, II-C, III-A उत्तर: (a) धार आयोग ने प्रशासनिक सुविधा के आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की सिफारिश की, जेवीपी समिति ने भाषा को पुनर्गठन के आधार के रूप में अस्वीकार किया, और फजल अली आयोग ने अन्य कारकों के साथ भाषाई और सांस्कृतिक समानता पर विचार किया।
प्रश्न 14: विवरण 1: नए राज्यों के गठन या अनुच्छेद 3 के तहत राज्य सीमाओं में परिवर्तन के लिए एक विधेयक को संसद में विशेष बहुमत से पारित किया जाना चाहिए। विवरण 2: अनुच्छेद 4 स्पष्ट करता है कि ऐसे कानूनों को अनुच्छेद 368 के तहत संविधान में संशोधन के रूप में नहीं माना जाता है। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (c) अनुच्छेद 3 के तहत विधेयक साधारण बहुमत से पारित किए जा सकते हैं, विशेष बहुमत से नहीं। अनुच्छेद 4 बताता है कि अनुच्छेद 2 और 3 के तहत बनाए गए कानून संविधान के संशोधनों के रूप में नहीं माने जाते हैं।
प्रश्न 15: राष्ट्रपति का निर्णय अनुच्छेद 3 के तहत विधेयक पर राज्य विधानमंडल की राय को स्वीकार करने या अस्वीकार करने के संबंध में बाध्यकारी और अंतिम है। (a) सत्य (b) असत्य उत्तर: (a) राष्ट्रपति (या संसद) राज्य विधानमंडल की राय से बाध्य नहीं है और उन्हें स्वीकार या अस्वीकार कर सकता है, जिससे राष्ट्रपति का निर्णय इस संदर्भ में अंतिम होता है।
प्रश्न 16: विवरण 1: अनुच्छेद 2 मौजूदा राज्यों के क्षेत्रों के घटाने से संबंधित है। विवरण 2: अनुच्छेद 3 किसी भी राज्य के क्षेत्र में वृद्धि की अनुमति देता है। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (c) अनुच्छेद 2 नए राज्यों के प्रवेश या स्थापना से संबंधित है, मौजूदा राज्यों के क्षेत्रों के घटाने से नहीं। अनुच्छेद 3 क्षेत्र सीमाओं में वृद्धि, कमी या परिवर्तन की अनुमति देता है।
प्रश्न 17: कथन (A): 1956 का राज्य पुनर्गठन अधिनियम भारतीय राज्यों के एक प्रमुख पुनर्गठन का परिणाम था। कारण (R): यह अधिनियम धार आयोग की सिफारिशों पर आधारित था। (a) दोनों A और R सत्य हैं, और R A का सही स्पष्टीकरण है। (b) दोनों A और R सत्य हैं, लेकिन R A का सही स्पष्टीकरण नहीं है। (c) A सत्य है, लेकिन R असत्य है। (d) A असत्य है, लेकिन R सत्य है। उत्तर: (c) जबकि अधिनियम ने राज्यों के एक प्रमुख पुनर्गठन का नेतृत्व किया, यह फजल अली आयोग की सिफारिशों पर आधारित था, धार आयोग की नहीं।
प्रश्न 18: विवरण 1: तेलंगाना राज्य का गठन अनुच्छेद 2 के अनुप्रयोग का एक उदाहरण है। विवरण 2: अनुच्छेद 3 का उपयोग झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड जैसे राज्यों के निर्माण के लिए किया गया था। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (c) तेलंगाना का गठन अनुच्छेद 3 के अनुप्रयोग का एक उदाहरण है। अनुच्छेद 3 वास्तव में झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड जैसे राज्यों के निर्माण के लिए इस्तेमाल किया गया था।
प्रश्न 19: विवरण 1: राष्ट्रपति को अनुच्छेद 3 के तहत विधेयक की सिफारिश करते समय हमेशा राज्य विधानमंडल की राय का पालन करना चाहिए। विवरण 2: संसद को अनुच्छेद 3 के तहत विधेयक के संबंध में राज्य विधानमंडल द्वारा प्रस्तावित संशोधनों को स्वीकार करने के लिए बाध्य नहीं है। (a) दोनों विवरण सत्य हैं। (b) विवरण 1 सत्य है, लेकिन विवरण 2 असत्य है। (c) विवरण 1 असत्य है, लेकिन विवरण 2 सत्य है। (d) दोनों विवरण असत्य हैं। उत्तर: (c) राष्ट्रपति राज्य विधानमंडल की राय से बाध्य नहीं है, लेकिन संसद को राज्य विधानमंडल द्वारा प्रस्तावित संशोधनों को स्वीकार करने की आवश्यकता नहीं है।
प्रश्न 20: कथन (A): भारतीय संविधान का अनुच्छेद 4 राज्य पुनर्गठन की प्रक्रिया को सरल बनाता है। कारण (R): अनुच्छेद 2 और 3 के तहत बनाए गए कानूनों को अनुच्छेद 368 के तहत संशोधन की आवश्यकता नहीं होती है और इन्हें साधारण बहुमत से पारित किया जा सकता है। (a) दोनों A और R सत्य हैं, और R A का सही स्पष्टीकरण है। (b) दोनों A और R सत्य हैं, लेकिन R A का सही स्पष्टीकरण नहीं है। (c) A सत्य है, लेकिन R असत्य है। (d) A असत्य है, लेकिन R सत्य है। उत्तर: (a) अनुच्छेद 4 राज्य पुनर्गठन के लिए विधायी प्रक्रिया को आसान बनाता है, यह घोषित करते हुए कि अनुच्छेद 2 और 3 के तहत बनाए गए कानूनों को अनुच्छेद 368 के तहत संशोधन के रूप में नहीं माना जाता है, और इसलिए केवल साधारण बहुमत की आवश्यकता होती है।
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