Table of contents |
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परिचय |
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मुख्य उपलब्धियां |
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मुख्य मुख्य बातें |
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मुख्य अंतर्दृष्टियाँ |
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चुनौतियाँ और अवसर |
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निष्कर्ष |
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भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र, विशेष रूप से सौर ऊर्जा, नेRemarkable वृद्धि देखी है, जिसमें स्थापित क्षमता 2014 में 76.37 GW से बढ़कर 2024 तक 220 GW से अधिक हो गई है, और 2030 तक 500 GW का लक्ष्य रखा गया है। इस विषय पर सेंसट टीवी के पर्सपेक्टिव में श्री जगदम कपूर (बीजेपी सांसद, ऊर्जा समिति) और श्री सुबरमण्यम पुलिपाका (सीईओ, राष्ट्रीय सौर ऊर्जा महासंघ) के साथ चर्चा की गई। कार्यक्रम में पीएम सूर्य रूफटॉप सौर योजना और पीएम कुसुम जैसी पहलों की सफलता को उजागर किया गया, साथ ही अवसंरचना और नीति समन्वय में चुनौतियों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। भारत की 2030 जलवायु लक्ष्यों की प्रारंभिक उपलब्धि इसे सतत ऊर्जा में वैश्विक नेतृत्व के रूप में रेखांकित करती है।
भारत का नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र, जो सौर ऊर्जा द्वारा संचालित है, एक वैश्विक सफलता की कहानी है, जिसमें 220 GW से अधिक की क्षमता है और 2030 तक 500 GW के महत्वाकांक्षी लक्ष्य हैं। पीएम सूर्या और पीएम कुसुम जैसी पहलकदमी जन भागीदारी को बढ़ावा देती हैं, जबकि PLI योजनाएँ उत्पादन को मजबूत करती हैं। अवसंरचना बाधाओं को पार करना और ऊर्जा परिषद के माध्यम से नीतियों को समन्वयित करना भारत को सतत ऊर्जा में नेतृत्व सुनिश्चित करेगा, जो 2047 तक एक हरित भविष्य के लिए विकसित भारत के दृष्टिकोण के साथ मेल खाता है।